क्षोभ सिद्धान्त और स्ट्रिंग सिद्धांत
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
क्षोभ सिद्धान्त और स्ट्रिंग सिद्धांत के बीच अंतर
क्षोभ सिद्धान्त vs. स्ट्रिंग सिद्धांत
क्षोभ सिद्धान्त (Perturbation theory) के अन्तर्गत कुछ गणितीय विधियाँ आतीं हैं जिनकी सहायता से किसी समस्या का सन्निकट हल निकाला जा सकता है। इसके लिए एक ऐसी समस्या से शुरू किया जाता है जो मूल समस्या से मिलती-जुलती किन्तु सरल हो और जिसका ठीक-ठीक हल पता हो। श्रेणी:क्षोभ सिद्धान्त श्रेणी:फलन विश्लेषण. स्ट्रिंग सिध्दांत कण भौतिकी का एक सक्रीय शोध क्षेत्र है जो प्रमात्रा यान्त्रिकी और सामान्य सापेक्षता में सामजस्य स्थपित करने का प्रयास करता है। इसे सर्वतत्व सिद्धांत का प्रतियोगी सिद्धान्त भी कहा जाता है, एक आत्मनिर्भर गणितीय प्रतिमान जो द्रव्य के रूप व सभी मूलभूत अन्योन्य क्रियाओं को समझाने में सक्षम है। स्ट्रिंग सिद्धांत के अनुसार परमाणु में स्थित मूलभूत कण (इलेक्ट्रॉन, क्वार्क आदि) बिन्दु कण नहीं हैं अर्थात इनकी विमा शून्य नहीं है बल्कि एक विमिय दोलक रेखाएं हैं (स्ट्रिंग अथवा रजु)। .
क्षोभ सिद्धान्त और स्ट्रिंग सिद्धांत के बीच समानता
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संदर्भ
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