क्षमावणी और जैन धर्म के बीच समानता
क्षमावणी और जैन धर्म आम में 3 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): दिगम्बर, पर्यूषण पर्व, श्वेताम्बर।
दिगम्बर
गोम्मटेश्वर बाहुबली (श्रवणबेळगोळ में) दिगम्बर जैन धर्म के दो सम्प्रदायों में से एक है। दूसरा सम्प्रदाय है - श्वेताम्बर। दिगम्बर.
क्षमावणी और दिगम्बर · जैन धर्म और दिगम्बर ·
पर्यूषण पर्व
जैन धर्मावलंबी भाद्रपद मास में पर्यूषण पर्व मनाते हैं। श्वेताम्बर संप्रदाय के पर्यूषण 8 दिन चलते हैं। उसके बाद दिगंबर संप्रदाय वाले 10 दिन तक पर्यूषण मनाते हैं। उन्हें वे 'दसलक्षण' के नाम से भी संबोधित करते हैं। .
क्षमावणी और पर्यूषण पर्व · जैन धर्म और पर्यूषण पर्व ·
श्वेताम्बर
जैन दर्शन शाश्वत सत्य पर आधारित है। समय के साथ ये सत्य अदृश्य हो जाते है और फिर सर्वग्य या केवलग्यानी द्वारा प्रकट होते है। प्रम्परा से इस अवसर्पिणी काल मे भगवान (ऋषभ or रिषभ) प्रथम तीर्थन्कर हुए, उनके बाद भगवान पार्श्व (877-777 BCE) तथा (महावीर) (599-527 BCE) हुए.
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क्षमावणी और जैन धर्म के बीच तुलना
क्षमावणी 5 संबंध है और जैन धर्म 131 है। वे आम 3 में है, समानता सूचकांक 2.21% है = 3 / (5 + 131)।
संदर्भ
यह लेख क्षमावणी और जैन धर्म के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: