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केरबेरस (उपग्रह) और वरुण-पार वस्तुएँ

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

केरबेरस (उपग्रह) और वरुण-पार वस्तुएँ के बीच अंतर

केरबेरस (उपग्रह) vs. वरुण-पार वस्तुएँ

हबल अंतरिक्ष दूरबीन द्वारा ली गई यम (प्लूटो) की तस्वीर में अन्य चंद्रमाओं समेत केरबेरस नज़र आ रहा है केरबेरस (Kerberos), जिसे पी ४ (P4) भी कहते हैं, बौने ग्रह यम (प्लूटो) का एक उपग्रह है। इसकी खोज हबल अंतरिक्ष दूरबीन द्वारा हुई थी और इसके मिल जाने की घोषणा २० जुलाई २०११ को की गई थी। खोज होने के फ़ौरन बाद इसका अस्थाई नाम ऍस/२०११ पी १ (S/2011 P 1) रखा गया था। २०१५ में प्लूटो का अध्ययन करने के लिए अमेरिकी सरकार द्वारा एक "न्यू होराएज़न्ज़" (हिंदी अर्थ: "नए क्षितिज") नाम का मनुष्य-रहित अंतरिक्ष यान भेजने की योजना है और आशा है के इस से ऍस/२०११ पी १ के बारे में भी और ज्ञान मिलेगा। . वरुण-पार वस्तुएँ (व॰पा॰व॰, अंग्रेज़ी: Trans-Neptunian objects, ट्रांस-नॅप्ट्यूनियन ऑब्जेक्ट्स) सौर मण्डल की ऐसी खगोलीय वस्तुएँ हैं जो वरुण (नॅप्ट्यून) की कक्षा से बाहर सूरज की परिक्रमा करती हैं। यह वस्तुएँ तीन क्षेत्रों में पायी जाती हैं - काइपर घेरा, बिखरा चक्र और और्ट बादल। सब से पहली खोजी गयी वरुण-पार वस्तु यम (प्लूटो) था जो १९३० में पाया गया। उसके बाद ४८ साल तक कोई अन्य वरुण-पार वस्तु नहीं मिली। १९७८ में जाकर यम का उपग्रह शैरन मिला और फिर १९९२ के बाद से हज़ार से ज़्यादा वस्तुएँ मिल चुकी हैं। .

केरबेरस (उपग्रह) और वरुण-पार वस्तुएँ के बीच समानता

केरबेरस (उपग्रह) और वरुण-पार वस्तुएँ आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): प्लूटो (बौना ग्रह)

प्लूटो (बौना ग्रह)

यम या प्लूटो सौर मण्डल का दुसरा सबसे बड़ा बौना ग्रह है (सबसे बड़ा ऍरिस है)। प्लूटो को कभी सौर मण्डल का सबसे बाहरी ग्रह माना जाता था, लेकिन अब इसे सौर मण्डल के बाहरी काइपर घेरे की सब से बड़ी खगोलीय वस्तु माना जाता है। काइपर घेरे की अन्य वस्तुओं की तरह प्लूटो का अकार और द्रव्यमान काफ़ी छोटा है - इसका आकार पृथ्वी के चन्द्रमा से सिर्फ़ एक-तिहाई है। सूरज के इर्द-गिर्द इसकी परिक्रमा की कक्षा भी थोड़ी बेढंगी है - यह कभी तो वरुण (नॅप्टयून) की कक्षा के अन्दर जाकर सूरज से ३० खगोलीय इकाई (यानि ४.४ अरब किमी) दूर होता है और कभी दूर जाकर सूर्य से ४५ ख॰ई॰ (यानि ७.४ अरब किमी) पर पहुँच जाता है। प्लूटो काइपर घेरे की अन्य वस्तुओं की तरह अधिकतर जमी हुई नाइट्रोजन की बर्फ़, पानी की बर्फ़ और पत्थर का बना हुआ है। प्लूटो को सूरज की एक पूरी परिक्रमा करते हुए २४८.०९ वर्ष लग जाते हैं। .

केरबेरस (उपग्रह) और प्लूटो (बौना ग्रह) · प्लूटो (बौना ग्रह) और वरुण-पार वस्तुएँ · और देखें »

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केरबेरस (उपग्रह) और वरुण-पार वस्तुएँ के बीच तुलना

केरबेरस (उपग्रह) 6 संबंध है और वरुण-पार वस्तुएँ 14 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 5.00% है = 1 / (6 + 14)।

संदर्भ

यह लेख केरबेरस (उपग्रह) और वरुण-पार वस्तुएँ के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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