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कूलॉम-नियम और विद्युतदर्शी

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

कूलॉम-नियम और विद्युतदर्शी के बीच अंतर

कूलॉम-नियम vs. विद्युतदर्शी

कूलॉम्ब के नियम की मूल संकल्पना को समझाने वाला चित्र कूलॉम-नियम (Coulomb's law) विद्युत आवेशों के बीच लगने वाले स्थिरविद्युत बल के बारे में एक नियम है जिसे कूलम्ब नामक फ्रांसीसी वैज्ञानिक ने १७८० के दशक में प्रतिपादित किया था। यह नियम विद्युतचुम्बकत्व के सिद्धान्त के विकास के लिये आधार का काम किया। यह नियम अदिश रूप में या सदिश रूप में व्यक्त किया जा सकता है। अदिश रूप में यह नियम निम्नलिखित रूप में है- . विद्युत्दर्शी (Electroscopoe) का प्रयोग विद्युत आवेश के संसूचन और मापन में होता है। विद्युत्दर्शी सबसे प्राचीन विद्युत उपकरण है। सन् १७८७ के पहले कई प्रकार के विद्युत्दर्शी बने जो मुख्यत: आवेशित पिथ गुट का (सरकंडे के गूदे की गोली) के प्रतिकर्षण का उपयोग करते थे। .

कूलॉम-नियम और विद्युतदर्शी के बीच समानता

कूलॉम-नियम और विद्युतदर्शी आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): विद्युत आवेश

विद्युत आवेश

विद्युत आवेश कुछ उपपरमाणवीय कणों में एक मूल गुण है जो विद्युतचुम्बकत्व का महत्व है। आवेशित पदार्थ को विद्युत क्षेत्र का असर पड़ता है और वह ख़ुद एक विद्युत क्षेत्र का स्रोत हो सकता है। आवेश पदार्थ का एक गुण है! पदार्थो को आपस में रगड़ दिया जाये तो उनमें परस्पर इलेक्ट्रोनों के आदान प्रदान के फलस्वरूप आकर्षण का गुण आ जाता है। .

कूलॉम-नियम और विद्युत आवेश · विद्युत आवेश और विद्युतदर्शी · और देखें »

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

कूलॉम-नियम और विद्युतदर्शी के बीच तुलना

कूलॉम-नियम 7 संबंध है और विद्युतदर्शी 9 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 6.25% है = 1 / (7 + 9)।

संदर्भ

यह लेख कूलॉम-नियम और विद्युतदर्शी के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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