कीर्तिलता और बिहार का मध्यकालीन इतिहास के बीच समानता
कीर्तिलता और बिहार का मध्यकालीन इतिहास आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): विद्यापति।
विद्यापति
विद्यापति भारतीय साहित्य की 'शृंगार-परम्परा' के साथ-साथ 'भक्ति-परम्परा' के भी प्रमुख स्तंभों मे से एक और मैथिली के सर्वोपरि कवि के रूप में जाने जाते हैं। इनके काव्यों में मध्यकालीन मैथिली भाषा के स्वरूप का दर्शन किया जा सकता है। इन्हें वैष्णव, शैव और शाक्त भक्ति के सेतु के रूप में भी स्वीकार किया गया है। मिथिला के लोगों को 'देसिल बयना सब जन मिट्ठा' का सूत्र दे कर इन्होंने उत्तरी-बिहार में लोकभाषा की जनचेतना को जीवित करने का महान् प्रयास किया है। मिथिलांचल के लोकव्यवहार में प्रयोग किये जानेवाले गीतों में आज भी विद्यापति की शृंगार और भक्ति-रस में पगी रचनाएँ जीवित हैं। पदावली और कीर्तिलता इनकी अमर रचनाएँ हैं। .
कीर्तिलता और विद्यापति · बिहार का मध्यकालीन इतिहास और विद्यापति ·
सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब
- क्या कीर्तिलता और बिहार का मध्यकालीन इतिहास लगती में
- यह आम कीर्तिलता और बिहार का मध्यकालीन इतिहास में है क्या
- कीर्तिलता और बिहार का मध्यकालीन इतिहास के बीच समानता
कीर्तिलता और बिहार का मध्यकालीन इतिहास के बीच तुलना
कीर्तिलता 2 संबंध है और बिहार का मध्यकालीन इतिहास 24 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 3.85% है = 1 / (2 + 24)।
संदर्भ
यह लेख कीर्तिलता और बिहार का मध्यकालीन इतिहास के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: