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किशनगंगा नदी और केल

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

किशनगंगा नदी और केल के बीच अंतर

किशनगंगा नदी vs. केल

किशनगंगा नदी कश्मीर क्षेत्र की एक नदी है। इसका नाम पाकिस्तान में बदलकर नीलम नदी कर दिया गया है। . केल आज़ाद कश्मीर के नीलम ज़िले में स्थित एक बस्ती है जो नियंत्रण रेखा के समीप स्थित है। यह पाक-अधिकृत कश्मीर की राजधानी मुज़फ़्फ़राबाद से १५५ किलोमीटर दूर, समुद्रतल से ६,८७९ फ़ुट (२,०९७ मीटर) की ऊँचाई पर स्थित है। .

किशनगंगा नदी और केल के बीच समानता

किशनगंगा नदी और केल आम में 3 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): नियंत्रण रेखा, मुज़फ़्फ़राबाद, शारदा (नगर)

नियंत्रण रेखा

हरे रंग में दो पाकिस्तानी अधिकार क्षेत्र दिखाए गये हैं - फैडरली एड्मिनिस्टर्ड नॉर्थर्न एरियाज़ (एफ ए एन ए) उत्तर में, तथा आज़ाद जम्मू एवं कश्मीर (ए जे के) दक्षिण में। नारंगी रंग में भारतीय नियंत्रण वाले जम्मू कश्मीर राज्य को दिखाया गया है और हैचिंग किये क्षेत्र में चीनी नियंत्रण वाला अकसाई चिन क्षेत्र दिखाया गया है। नियंत्रण रेखा (अंग्रेज़ी:लाइन ऑफ कंट्रोल), भारत और पाकिस्तान के बीच खींची गयी ७४० किलोमीटर लंबी सीमा रेखा है। यह रेखा दोनो देशों के बीच पिछले ५० वर्षों से विवाद का विषय बनी हुई है। वर्तमान नियंत्रण रेखा यहां १९४७ में दोनों देशों के बीच हुए युद्ध को विराम देकर तत्कालीन नियंत्रण स्थिति पर खींची गयी थी, जो आज भी लगभग वैसी ही है।। अमर उजाला तब कश्मीर के कई भागों में पाकिस्तान ने आक्रमण कर दिया था और भारतीय सेनाएं कश्मीर की सुरक्षा हेतु आगे आयीं थीं। उत्तरी भाग में भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को कारगिल सैक्टर से पीछे श्रीनगर-लेह राजमार्ग तक पछाड़ दिया था। १९६५ में पाकिस्तान ने फिर आक्रमण किया किन्तु लड़ाई में गतिरोध उत्पन्न हुआ, जिसके चलते यथास्थिति १९७१ तक बनी रही। नियंत्रण रेखा का संयुक्त राज्य मानचित्र। सियाचिन हिमनद के निकट रेखा स्पष्ट नहीं की गयी है। १९७१ में बांग्लादेश युद्ध के उत्तर में पाकिस्तान ने फिर कश्मीर पर आक्रमण किया जिससे नियंत्रण रेखा के दोनों ओर दोनों ही देशों ने एक दूसरे की चौकियों पर नियंण्त्रण किया था। भारत को नियंत्रण रेखा के उत्तरी भाग में लद्दाख क्षेत्र से लगभग ३०० वर्ग मील भूमि मिली थी। ३ जुलाई, १९७२ में शिमला समझौते के परिणामस्वरूप शांतिवार्ता के बाद नियंत्रण रेखा को बहाळ किया गया। पारस्परिक समझौते में आपसी वार्ता से मामले के सुलझ जाने तक यथास्थिति बहाल रखे जाने की बात मानी गयी। यह प्रक्रिया कई माह तक चली और फील्ड कमाण्डरों अगले पांच माहों में लगभग बीस मानचित्र एक दूईसरे को दिये और अंततः कुछ समझौते हुए। फिर भी दोनों देशों के बीच समय समय पर छिटपुट युद्ध होते रहते हैं। साथ ही एक बड़ा युद्ध कार्गिल युद्ध भी हो चुका है। इस रेखा के भारतीय ओर इंडियन कश्मीर बैरियर है जो लंबा पृथक्करण अवरोध है और लंबी विवादित १९७२ लाइन ऑफ कंट्रोल (या सीज़फायर लाइन) पर बना है। यहां भारत द्वारा रेखा के काफी अंदर भारतीय नियंत्रण की ओर दोहरी बाड़ लगायी गई है। इसका उद्देश्य हथियारों की तस्करी और पाकिस्तानी आतंकवादियों व अलगाववादियों द्वारा घुसपैठ रोकना है। यह अवरोध दोहरी बाड़ और कन्सर्टीना तारों के ८-१२ फीट (२.४-३.७ मी.) ऊंचाई तक बना है और विद्युतीकृत है। इसमें गति-सेंसर, ताप-चित्र (थर्मल इमेजिंग) व अलार्म सायरनों का जाल है, जहां जहां विद्युत आपूर्ति उपलब्ध है। एक छोटा भाग ऐसा भि है, जिसमें दोनों बाड़ों के बीच खंदक भी खुदी हुई है। इस अवरोध का निर्माण १९९० के दशक में आरंभ हुआ था, जो २००० में पाक घुसपैठ के चलते कुछ धीमा पड़ गया था, किन्तु नवंबर, २००३ के बाद घोषित रुद्ध विराम के उपरांत फिर आरंभ हुआ और २००४ के अंत तक पूर्ण हुआ। कश्मीर घाटी और जम्मू क्षेत्र में बाड़ ३० सितंबर २००४ को पूर्ण हुई थी। भारतीय सेना स्रोतों व आंकड़ों के अनुसार इस अवरोध से पाक घुसपैठ में ८०% की कमी आयी है। यहीं से पहले पाक घुसपैठिये व आतंकवादी आकर भारतीय क्षेत्र में सैनिकों पर हमले किया करते थे। .

किशनगंगा नदी और नियंत्रण रेखा · केल और नियंत्रण रेखा · और देखें »

मुज़फ़्फ़राबाद

मुज़फ़्फ़राबाद पाक-अधिकृत कश्मीर के आज़ाद कश्मीर क्षेत्र की राजधानी और मुख्यालय है। यह शहर मुज़फ़्फ़राबाद ज़िले का भाग है और झेलम व किशनगंगा (जिसे पाकिस्तान में नाम बदलकर अब 'नीलम नदी' कहते हैं) नदियों के किनारे बसा है। मुज़फ्फराबाद जिले के पश्चिम में ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त, पूर्व में नियंत्रण रेखा के दूसरी ओर भारत द्वारा नियंत्रित कश्मीर के कुपवाड़ा और बारामुला ज़िले और उत्तर में आज़ाद कश्मीर का नीलम ज़िला स्थित है। 1998 की जनगणना के अनुसार जिले की जनसंख्या 725,000 थी, तथा 1999 के एक अनुमानानुसार यह जनसंख्या बढ़ कर लगभग 741,000 हो गयी थी। मुज़फ्फराबाद जिले में तीन तहसील और मुजफ्फराबाद शहर शामिल है। इस्लामाबाद और रावलपिंडी से इस की दूरी 138 किलोमीटर जबकि एबटाबाद से इस का फ़ासला 76 किलोमीटर है। .

किशनगंगा नदी और मुज़फ़्फ़राबाद · केल और मुज़फ़्फ़राबाद · और देखें »

शारदा (नगर)

शारदा, जिसे स्थानीय भाषा में शारदी भी कहते हैं, आज़ाद कश्मीर के नीलम ज़िले में स्थित एक बस्ती है। यह नीलम ज़िले की दो तहसीलों में से एक है और किशनगंगा घाटी (जिसका नाम पाकिस्तान ने बदलकर नीलम घाटी रख दिया है) की सबसे सुंदर जगह माना जाता है। यह किशनगंगा नदी के किनारे १९८१ मीटर की ऊँचाई पर बसा हुआ है और पाक-अधिकृत कश्मीर की राजधानी मुज़फ़्फ़राबाद से १३६ किलोमीटर पूर्वोत्तर में स्थित है। .

किशनगंगा नदी और शारदा (नगर) · केल और शारदा (नगर) · और देखें »

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किशनगंगा नदी और केल के बीच तुलना

किशनगंगा नदी 23 संबंध है और केल 9 है। वे आम 3 में है, समानता सूचकांक 9.38% है = 3 / (23 + 9)।

संदर्भ

यह लेख किशनगंगा नदी और केल के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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