हम Google Play स्टोर पर Unionpedia ऐप को पुनर्स्थापित करने के लिए काम कर रहे हैं
🌟हमने बेहतर नेविगेशन के लिए अपने डिज़ाइन को सरल बनाया!
Instagram Facebook X LinkedIn

कस्तूरबा गांधी राष्ट्रीय स्मारक न्यास और ज़ाकिर हुसैन (राजनीतिज्ञ)

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

कस्तूरबा गांधी राष्ट्रीय स्मारक न्यास और ज़ाकिर हुसैन (राजनीतिज्ञ) के बीच अंतर

कस्तूरबा गांधी राष्ट्रीय स्मारक न्यास vs. ज़ाकिर हुसैन (राजनीतिज्ञ)

कस्तूरबा गांधी राष्ट्रीय स्मारक न्यास (अंग्रेजी:KASTURBA GANDHI NATIONAL MEMORIAL TRUST) कस्तूरबा गांधी की स्मृति में स्थापित एक न्यास है। यह मध्य प्रदेश के इन्दौर में स्थित है। यही एकमात्र ऐसा न्यास है, जिसे महात्मा गांधी ने स्वयं स्थापित किया था। १९४४ में कस्तूरबा गांधी के निधन के पश्चात गांधीजी ने अपने जन्मदिवस पर सारे देश से एकत्रित एक करोड़ 75 लाख 30 हजार रुपए की राशि से इस न्यास की स्थापना की थी। इसके पहले अध्यक्ष स्वयं गांधीजी रहे। इस न्यास द्वारा देश भर में ग्रामीण विकास व महिलाओं से संबंधित कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। कस्तूरबा ग्राम में अभी तक सरदार वल्लभ भाई पटेल, डॉ॰ राजेन्द्र प्रसाद, पं. जवाहरलाल नेहरू, डॉ॰ ज़ाकिर हुसैन से लेकर इंदिरा गांधी तक विभिन्न कार्यक्रमों में आ चुकी हैं। इन्दौर के हुकुमचंद सेठ ने इसके लिए 400 एकड़ जमीन दान दी थी। . डाक्टर ज़ाकिर हुसैन (8 फरवरी, 1897 - 3 मई, 1969, indiapress.org पर भारत के पूर्व राष्ट्रपतियों की जीवनी) भारत के तीसरे राष्ट्रपति थे जिनका कार्यकाल 13 मई 1967 से 3 मई 1969 तक था। डा.

कस्तूरबा गांधी राष्ट्रीय स्मारक न्यास और ज़ाकिर हुसैन (राजनीतिज्ञ) के बीच समानता

कस्तूरबा गांधी राष्ट्रीय स्मारक न्यास और ज़ाकिर हुसैन (राजनीतिज्ञ) आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): राजेन्द्र प्रसाद

राजेन्द्र प्रसाद

राजेन्द्र प्रसाद (3 दिसम्बर 1884 – 28 फरवरी 1963) भारत के प्रथम राष्ट्रपति थे। वे भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से थे जिन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में प्रमुख भूमिका निभाई। उन्होंने भारतीय संविधान के निर्माण में भी अपना योगदान दिया था जिसकी परिणति २६ जनवरी १९५० को भारत के एक गणतंत्र के रूप में हुई थी। राष्ट्रपति होने के अतिरिक्त उन्होंने स्वाधीन भारत में केन्द्रीय मन्त्री के रूप में भी कुछ समय के लिए काम किया था। पूरे देश में अत्यन्त लोकप्रिय होने के कारण उन्हें राजेन्द्र बाबू या देशरत्न कहकर पुकारा जाता था। .

कस्तूरबा गांधी राष्ट्रीय स्मारक न्यास और राजेन्द्र प्रसाद · ज़ाकिर हुसैन (राजनीतिज्ञ) और राजेन्द्र प्रसाद · और देखें »

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

कस्तूरबा गांधी राष्ट्रीय स्मारक न्यास और ज़ाकिर हुसैन (राजनीतिज्ञ) के बीच तुलना

कस्तूरबा गांधी राष्ट्रीय स्मारक न्यास 10 संबंध है और ज़ाकिर हुसैन (राजनीतिज्ञ) 27 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 2.70% है = 1 / (10 + 27)।

संदर्भ

यह लेख कस्तूरबा गांधी राष्ट्रीय स्मारक न्यास और ज़ाकिर हुसैन (राजनीतिज्ञ) के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: