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कश्मीर शैवदर्शन और वसुगुप्त

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

कश्मीर शैवदर्शन और वसुगुप्त के बीच अंतर

कश्मीर शैवदर्शन vs. वसुगुप्त

कश्मीर शैवदर्शन के अनुसार ३६ तत्व हैं। वसुगुप्त कृत शिवसूत्र इसका मूल ग्रन्थ है। क्रम, कुल, स्पन्द और प्रत्यभिज्ञ इसके चार अंग माने जाते हैं। यह एक अद्वैत दर्शन है। अभिनवगुप्त का तन्त्रालोक इसका महान ग्रन्थ है। शैवदर्शन, कश्मीर शैवदर्शन, कश्मीर. वसुगुप्त (860-925) को कश्मीर शैव दर्शन (प्रत्यभिज्ञा दर्शन) की परम्परा का प्रणेता माना जाता है। उन्होंने शिवसूत्र की रचना की थी। .

कश्मीर शैवदर्शन और वसुगुप्त के बीच समानता

कश्मीर शैवदर्शन और वसुगुप्त आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): शिवसूत्र

शिवसूत्र

शिवसूत्र उन ७७ सूत्रों के समूह को कहते हैं जो काश्मीरी शैव दर्शन के आधार हैं। इनके रचयिता वसुगुप्त माने जाते हैं जिनका समय ९वीं शताब्दी है। .

कश्मीर शैवदर्शन और शिवसूत्र · वसुगुप्त और शिवसूत्र · और देखें »

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कश्मीर शैवदर्शन और वसुगुप्त के बीच तुलना

कश्मीर शैवदर्शन 7 संबंध है और वसुगुप्त 3 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 10.00% है = 1 / (7 + 3)।

संदर्भ

यह लेख कश्मीर शैवदर्शन और वसुगुप्त के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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