हम Google Play स्टोर पर Unionpedia ऐप को पुनर्स्थापित करने के लिए काम कर रहे हैं
🌟हमने बेहतर नेविगेशन के लिए अपने डिज़ाइन को सरल बनाया!
Instagram Facebook X LinkedIn

कवि और प्रीतिश नन्दी

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

कवि और प्रीतिश नन्दी के बीच अंतर

कवि vs. प्रीतिश नन्दी

कवि वह है जो भावों को रसाभिषिक्त अभिव्यक्ति देता है और सामान्य अथवा स्पष्ट के परे गहन यथार्थ का वर्णन करता है। इसीलिये वैदिक काल में ऋषय: मन्त्रदृष्टार: कवय: क्रान्तदर्शिन: अर्थात् ऋषि को मन्त्रदृष्टा और कवि को क्रान्तदर्शी कहा गया है। "जहाँ न पहुँचे रवि, वहाँ पहुँचे कवि" इस लोकोक्ति को एक दोहे के माध्यम से अभिव्यक्ति दी गयी है: "जहाँ न पहुँचे रवि वहाँ, कवि पहुँचे तत्काल। दिन में कवि का काम क्या, निशि में करे कमाल।।" ('क्रान्त' कृत मुक्तकी से साभार) . प्रीतिश नन्दी (Pritish Nandy) (जन्म- १५ जनवरी १९५१) एक पत्रकार, कवि, राजनेता एवं दूरदर्शन-व्यक्तित्व हैं। सम्प्रति वह भारत् के ऊपरी सदन राज्य सभा के सदस्य हैं। उन्होने अनेकों काव्य रचनाओं का पल्लवन किया है तथा बांग्ला से अंग्रेजी में अनेकों कविताओं का अनुवाद भी किया है। .

कवि और प्रीतिश नन्दी के बीच समानता

कवि और प्रीतिश नन्दी आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

कवि और प्रीतिश नन्दी के बीच तुलना

कवि 19 संबंध है और प्रीतिश नन्दी 10 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (19 + 10)।

संदर्भ

यह लेख कवि और प्रीतिश नन्दी के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: