लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

कन्नड साहित्य सम्मेलन और विनायक कृष्ण गोकाक

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

कन्नड साहित्य सम्मेलन और विनायक कृष्ण गोकाक के बीच अंतर

कन्नड साहित्य सम्मेलन vs. विनायक कृष्ण गोकाक

कन्नड साहित्य सम्मेलन कन्नड साहित्यकारों, लेखकों तथा कननाडिगारु लोगों का सम्मेलन है। इसका लक्षय कन्नड भाषा, कन्नड साहित्य, कला, संगीत और संस्कृति का विकास करना है। इसका आरम्भ १९१५ में एच वी नान्जुनैया ने किया था। पहला सम्मेलन बंगलुरु में हुआ था। १९४८ तक इसका उद्घाटन किसी सुप्रसिद्ध कवि या लेखक द्वारा किया जाता था कि्न्तु १९४८ के बाद से कर्नाटक के मुख्यमंत्री इसका उद्घाटन करते हैं। इस सम्मेलन का आयोजन कन्नड साहित्य परिषद करती है। . विनायक कृष्ण गोकक (1909-1992) कन्नड़ भाषा के लेखक थे। वो ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता पाँचवे लेखक थे। उनकी सबसे विख्यात कृति भारत सिन्धु रश्मि है। इनके द्वारा रचित एक कविता–संग्रह द्यावा पृथ्वी के लिये उन्हें सन् १९६० में साहित्य अकादमी पुरस्कार (कन्नड़) से सम्मानित किया गया। .

कन्नड साहित्य सम्मेलन और विनायक कृष्ण गोकाक के बीच समानता

कन्नड साहित्य सम्मेलन और विनायक कृष्ण गोकाक आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

कन्नड साहित्य सम्मेलन और विनायक कृष्ण गोकाक के बीच तुलना

कन्नड साहित्य सम्मेलन 102 संबंध है और विनायक कृष्ण गोकाक 5 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (102 + 5)।

संदर्भ

यह लेख कन्नड साहित्य सम्मेलन और विनायक कृष्ण गोकाक के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »