हम Google Play स्टोर पर Unionpedia ऐप को पुनर्स्थापित करने के लिए काम कर रहे हैं
🌟हमने बेहतर नेविगेशन के लिए अपने डिज़ाइन को सरल बनाया!
Instagram Facebook X LinkedIn

ओरहान पामुक और साहित्य में नोबेल पुरस्कार

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

ओरहान पामुक और साहित्य में नोबेल पुरस्कार के बीच अंतर

ओरहान पामुक vs. साहित्य में नोबेल पुरस्कार

ओर्हान पामुक उपन्यासकार ओरहन पामुक का जन्म 1952 इस्तांबुल में हुआ ! उनके माता-पिता इंजनियरिंग में थे, इसलिए उनको भी इसी की सलाह दी गई ! इसके बावजूद वे बचपन में चित्रकार बनना चाहते थे, लेकिन अचानक उनकी रुचि साहित्य की तरफ झुकी और फिर उन्होंने 1974 से अपना लेखन प्रारंभ किया ! टर्की में इसके लिए में कोई अनुकूल राजनीतिक-सामाजिक परिस्थितियाँ नहीं थी, वे जिस भाषा में लिखते थे, उस हिसाब भी से विश्व-साहित्य में स्थान बना पाना कठिन था ! घरेलु और बाहरी मुश्किलों को झेलते हुए हुए भी उन्होंने अपने लेखन को एक मजबूत दिशा प्रदान की ! "परेशानी ही परेशानी, तलाक, पिता मर रहे थे, आर्थिक परेशानी, ये परेशानी, वो परेशानी, लेकिन मैं जान गया था की अगर मैं यहीं फंसा रहा तो जरूर मानसिक विकलांगता में चला जाऊंगा, इसलिए मैं रोज़ सुबह उठकर शावर के नीचे नहाता था और लिखने बैठ जाता था, इस उद्देश्य के साथ की मुझे एक अच्छी और सुन्दर किताब लिखनी है!" - पामुक (साक्षात्कार-द हिन्दू) ओरहान पामुक को पूर्व और पश्चिम के बीच के तनाव पर लिखने के लिए जाना जाता है। उनकी पुस्तकों की केन्द्रीय भूमिका यही है जिसमे वे दुनिया के दो हिस्सों के बीच की मानसिक - वैचारिक टकराहट को खंगालने की कोशिश करते हैं। ओरहान पामुक को सच्ची सफलता तब मिली जब 'माई नेम इज रेड' किताब दुनिया भर में पसंद की गई ! उसके बाद उन्होंने 'स्नो' 'म्यूज़ियम ऑफ इनोसेंस' 'इस्तांबुल, मेमोरी एंड द सिटी' आदि विविधता भरी बेहतरीन किताबें अपने पाठकों को दी, जो अंतर्राष्टीय स्तर पर बेस्टसेलर साबित हुई ! हिंदी में ओरहान पामुक की तीन किताबें पेंगुइन बुक्स, दिल्ली से प्रकाशित हुई हैं, माई नेम इज रेड' का हिंदी अनुवाद 'मेरे क़त्ल की दास्तान' नाम से और स्नो तथा द ब्लैक बुक इन्ही मूल नामों से उपलब्ध है ! पामुक एक प्रयोगधर्मी उपन्यासकार हैं जो साहित्य को स्वतंत्र कर्म मानते हुए किसी भी प्रकार की परिपाटी और प्रतिबद्धता को स्वीकार नहीं करते ! "मैं उस बच्चे की तरह हूँ, जो अपने पिता को बताना चाहता है की देखो मैं कितना होशियार हूँ!"(साक्षात्कार- पेरिस रिव्यू) कई पुरस्कारों से सम्मानित ओरहन पामुक को वर्ष 2006 में साहित्य के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया ! श्रेणी:नोबेल पुरस्कार विजेता साहित्यकार श्रेणी:1952 में जन्मे लोग श्रेणी:जीवित लोग. 1901 में सुली प्रुधोम (1839-1907), एक फ्रांसीसी कवि और निबंधकार, साहित्य में नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्रथम व्यक्ति थे। 1901 से, साहित्य के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार (Nobelpriset i litteratur) वार्षिक रूप से किसी भी देश के उस लेखक को दिया जाता है जिसने, सर अल्फ्रेड नोबेल की वसीयत के अनुसार, "साहित्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया हो" (मूल स्वीडिश den som inom litteraturen har producerat det utmärktaste i idealisk riktning)। यद्यपि व्यक्ति का काम कभी कभी विशेष रूप से उल्लेखनीय नहीं होता, यहां पर काम से तात्पर्य पूरी तरह से लेखक के काम से है। इस बात का निर्णय स्वीडिश अकादमी ही लेती है कि किस वर्ष में यह पुरस्कार किसे दिया जाये.

ओरहान पामुक और साहित्य में नोबेल पुरस्कार के बीच समानता

ओरहान पामुक और साहित्य में नोबेल पुरस्कार आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): साहित्य

साहित्य

किसी भाषा के वाचिक और लिखित (शास्त्रसमूह) को साहित्य कह सकते हैं। दुनिया में सबसे पुराना वाचिक साहित्य हमें आदिवासी भाषाओं में मिलता है। इस दृष्टि से आदिवासी साहित्य सभी साहित्य का मूल स्रोत है। .

ओरहान पामुक और साहित्य · साहित्य और साहित्य में नोबेल पुरस्कार · और देखें »

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

ओरहान पामुक और साहित्य में नोबेल पुरस्कार के बीच तुलना

ओरहान पामुक 6 संबंध है और साहित्य में नोबेल पुरस्कार 44 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 2.00% है = 1 / (6 + 44)।

संदर्भ

यह लेख ओरहान पामुक और साहित्य में नोबेल पुरस्कार के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: