ओद्योगिक डिज़ाइन और भूदृश्य वास्तुकला
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ओद्योगिक डिज़ाइन और भूदृश्य वास्तुकला के बीच अंतर
ओद्योगिक डिज़ाइन vs. भूदृश्य वास्तुकला
ओद्योगिक डिज़ाइन (Industrial design) डिज़ाइन की एक शाखा है जिसमें बड़े पैमाने पर वृहद उत्पादन (mass production) की ओद्योगिक प्रक्रिया द्वारा किसी उत्पादन को निर्मित करने के लिये उसकी रूप-रेखा बनाई जाती है। यह केवल एक बार बनाई जाने वाली किसी चीज़ से बहुत भिन्न है क्योंकि इसमें कभी-कभी लाखों की संख्या में वही वस्तु निर्मित करना और फिर उसे ग्राहकों को बेच पाना ध्येय होता है इसलिये उसमें सामग्री की खपत, उसका निर्माण करने का ख़र्च, उसमें ग्राहकों को आकर्षित कर पाने की सम्भावना, इत्यादि बहुत महत्वपूर्ण पहलू होते हैं। . भूदृष्य वास्तुकला का एक उदाहरण - न्यूयार्क का केन्द्रीय पार्क भूदृश्य वास्तुकला (Landscape Architecture) स्थल को मानव उपयोग और आमोद के लिये सुव्यस्थित करने और उपयुक्त बनाने की सृजनात्मक कला है। इसका उद्देश्य संपूर्ण विन्यास के फलस्वरूप, मानव मस्तिष्क को अत्यधिक प्रभावित करना और स्थल या संरचना से संबद्ध भावनात्मक प्रेरणाओं को संतुष्ट करना है, ताकि लोग अत्यधिक प्रशंसा करें। इसके अतिरिक्त भूदृश्य वस्तुकला के अंतर्गत भूदृश्य इंजीनियरी, भूदृश्य उद्यानकर्म और भलीभाँति आकल्पित चित्र विचित्र पार्क भी भूदृश्य वास्तुकला में सम्मिलित हैं। .
ओद्योगिक डिज़ाइन और भूदृश्य वास्तुकला के बीच समानता
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संदर्भ
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