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ऐमलथीया (उपग्रह) और बृहस्पति के प्राकृतिक उपग्रह

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

ऐमलथीया (उपग्रह) और बृहस्पति के प्राकृतिक उपग्रह के बीच अंतर

ऐमलथीया (उपग्रह) vs. बृहस्पति के प्राकृतिक उपग्रह

सन् १९९६-९७ में गैलिलेओ यान द्वारा ली गयी ऐमलथीया की झलकी सन् १९७९ में वॉयजर प्रथम द्वारा ली गयी ऐमलथीया की झलकी ऐमलथीया (यूनानी: Αμάλθεια, अंग्रेज़ी: Amalthea) बृहस्पति ग्रह का तीसरा सब से अंदरूनी उपग्रह है। इस उपग्रह की खोज ९ सितम्बर १८९२ में ऍडवर्ड ऍमरसन बर्नार्ड नामक अमेरिकी खगोलशास्त्री ने की थी और यूनानी मिथ्य-कथाओं की एक पारी के नाम पर इसका नाम रखा गया। यह उपग्रह बृहस्पति के छल्लों में स्थित है और ऐमलथीया गोसेमर छल्ले के बाहरी किनारे पर स्थित है। यह छल्ला इसी उपग्रह से उभरी हुई धुल का बना है। यह बृहस्पति की परिक्रमा उस ग्रह से १,८१,००० किमी की दूरी पर करता है। ऐमलथीया के बृहस्पति के इतना पास होने से और उस ग्रह की तुलना में बहुत छोटा होने से बृहस्पति की स्थिरमुखी परिक्रमा करता है, यानि परिक्रमा करते हुए ऐमलथीया का एक ही रुख़ हमेशा बृहस्पति की ओर होता है।, David M. Harland, Springer, 2000, ISBN 978-1-85233-301-0,... कलिस्टो हमारे सौर मण्डल के पाँचवे ग्रह बृहस्पति के 67 ज्ञात उपग्रह हैं जिनकी परिक्रमा की कक्षाएँ परखी जा चुकी हैं और स्थाई पायी गयी हैं। यह संख्या सौर मण्डल के किसी भी अन्य ग्रह से अधिक है। इन उपग्रहों में से चार चन्द्रमा काफी बड़े आकार के हैं - गैनिमीड, कलिस्टो, आयो और यूरोपा। इनकी खोज गैलीलियो गैलिली ने सन् 1610 में की थी इसलिए इन चारों को बृहस्पति के गैलिलीयाई चन्द्रमा भी कहा जाता है। यह चार पहले उपग्रह थे जो पृथ्वी से अन्य किसी ग्रह की परिक्रमा करते पाए गए थे। इन चारों का व्यास (डायामीटर) ३,१०० कि॰मी॰ से अधिक है। बृहस्पति के बाक़ी किसी भी उपग्रह का व्यास २५० कि॰मी॰ से अधिक नहीं और अधिकतर तो ५ कि॰मी॰ से भी कम का व्यास रखते हैं। .

ऐमलथीया (उपग्रह) और बृहस्पति के प्राकृतिक उपग्रह के बीच समानता

ऐमलथीया (उपग्रह) और बृहस्पति के प्राकृतिक उपग्रह आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): आयो (उपग्रह)

आयो (उपग्रह)

आयो (Io), हमारे सौर मण्डल के पाँचवे ग्रह बृहस्पति का तीसरा सब से बड़ा उपग्रह है और यह पूरे सौर मंडल का चौथा सब से बड़ा चन्द्रमा है। आयो का व्यास (डायामीटर) 3,642 किमी है। बृहस्पति के चार प्रमुख उपग्रहों (गैनिमीड, कलिस्टो, आयो और यूरोपा) में यह बृहस्पति की सब से क़रीबी कक्षा में परिक्रमा करने वाला चन्द्रमा है। बृहस्पति के इतना समीप होने की वजह से उस ग्रह के भयंकर गुरुत्वाकर्षण से पैदा होने वाला ज्वारभाटा बल आयो को गूंथता रहता है जिस से इस उपग्रह पर बहुत से ज्वालामुखी हैं। सन् 2010 तक आयो पर 400 से भी अधिक सक्रीय ज्वालामुखी गिने जा चुके थे। पूरे सौर मंडल में और कोई वस्तु नहीं जहाँ आयो से ज़्यादा भौगोलिक उथल-पुथल हो रही हो। सौर मंडल के बाहरी चंद्रमाओं की बनावट में ज़्यादातर बर्फ़ की बहुतायत होती है लेकिन आयो पर ऐसा नहीं है। आयो अधिकतर पत्थरीले पदार्थों का बना हुआ है। .

आयो (उपग्रह) और ऐमलथीया (उपग्रह) · आयो (उपग्रह) और बृहस्पति के प्राकृतिक उपग्रह · और देखें »

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ऐमलथीया (उपग्रह) और बृहस्पति के प्राकृतिक उपग्रह के बीच तुलना

ऐमलथीया (उपग्रह) 11 संबंध है और बृहस्पति के प्राकृतिक उपग्रह 9 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 5.00% है = 1 / (11 + 9)।

संदर्भ

यह लेख ऐमलथीया (उपग्रह) और बृहस्पति के प्राकृतिक उपग्रह के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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