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ऐंग्लो-सैक्सन और प्राइमस इंटर पारेस

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

ऐंग्लो-सैक्सन और प्राइमस इंटर पारेस के बीच अंतर

ऐंग्लो-सैक्सन vs. प्राइमस इंटर पारेस

जर्मैनी भाषी क़बीलों के वंशज थे ऐंग्लो-सैक्सन (अंग्रेज़ी:Anglo-Saxon) मध्यकालीन यूरोप के कुछ जर्मैनी भाषाएँ बोलने वालीं जातियाँ थीं जिन्होनें दक्षिणी और पूर्वी ब्रिटेन में 5वी शताब्दी ईसवी में घुसकर बसना शुरू कर दिया। उन्ही की संतति से आधुनिक इंग्लैण्ड का राष्ट्र जन्मा है। इंग्लैण्ड पर उनका राज पांचवी सदी से विलियम विजयी के साथ सन् 1066 में शुरू होने वाले नॉर्मन राज तक जारी रहा। वह "पुरानी अंग्रेज़ी" (Old English) नाम की एक जर्मैनी भाषा बोला करते थे। आठवी सदी में बीड (Bede) नामक इसाई भिक्षु ने लिखा कि ऐंग्लो-सैक्सन लोग तीन क़बीलों की संतान थे. प्राइमस इंटर पारेस (अंग्रेज़ी और लातिनी: primus inter pares) लातिनी भाषा का एक सूत्रवाक्य है, जिसका अर्थ है "बराबरों में प्रथम"। इसका प्रयोग ऐसी स्थिति के लिए किया जाता है जिसमें किसी समूह में सभी सदस्यों का औपचारिक दर्जा बारबार का होता है लेकिन उनमें से एक व्यक्ति वास्तव में उस समूह का नेता होता है। कभी-कभी भारत या ब्रिटेन जैसे संसदीय गणतंत्रों के सरकारी मंत्रिमंडल के बारे में कभी-कभी कहा जाता है कि सभी मंत्री एक जैसे हैं लेकिन उनमें से प्रधान मंत्री कहलाने वाला एक मंत्री इन बराबरों के समूह में प्रथम है। इस सूत्रवाक्य की उत्पत्ति प्राचीन रोमन साम्राज्य से हुई। वहाँ, रोमन सम्राट को औपचारिक रूप से अपने आप को एक गणतंत्र का ही नागरिक कहना पड़ता था जो लोकशक्ति के अधीन है, लेकिन वास्तव में वह तानाशाह होता था। .

ऐंग्लो-सैक्सन और प्राइमस इंटर पारेस के बीच समानता

ऐंग्लो-सैक्सन और प्राइमस इंटर पारेस आम में 2 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): ब्रिटेन, अंग्रेज़ी भाषा

ब्रिटेन

ब्रिटेन शब्द का प्रयोग हालाँकि आम तौर पर हिंदी में संयुक्त राजशाही अर्थात् यूनाइटेड किंगडम देश का बोध करने के लिए होता है, परंतु इसका उपयोग अन्य सन्दर्भों के लिए भी हो सकता है.

ऐंग्लो-सैक्सन और ब्रिटेन · प्राइमस इंटर पारेस और ब्रिटेन · और देखें »

अंग्रेज़ी भाषा

अंग्रेज़ी भाषा (अंग्रेज़ी: English हिन्दी उच्चारण: इंग्लिश) हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार में आती है और इस दृष्टि से हिंदी, उर्दू, फ़ारसी आदि के साथ इसका दूर का संबंध बनता है। ये इस परिवार की जर्मनिक शाखा में रखी जाती है। इसे दुनिया की सर्वप्रथम अन्तरराष्ट्रीय भाषा माना जाता है। ये दुनिया के कई देशों की मुख्य राजभाषा है और आज के दौर में कई देशों में (मुख्यतः भूतपूर्व ब्रिटिश उपनिवेशों में) विज्ञान, कम्प्यूटर, साहित्य, राजनीति और उच्च शिक्षा की भी मुख्य भाषा है। अंग्रेज़ी भाषा रोमन लिपि में लिखी जाती है। यह एक पश्चिम जर्मेनिक भाषा है जिसकी उत्पत्ति एंग्लो-सेक्सन इंग्लैंड में हुई थी। संयुक्त राज्य अमेरिका के 19 वीं शताब्दी के पूर्वार्ध और ब्रिटिश साम्राज्य के 18 वीं, 19 वीं और 20 वीं शताब्दी के सैन्य, वैज्ञानिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक प्रभाव के परिणाम स्वरूप यह दुनिया के कई भागों में सामान्य (बोलचाल की) भाषा बन गई है। कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों और राष्ट्रमंडल देशों में बड़े पैमाने पर इसका इस्तेमाल एक द्वितीय भाषा और अधिकारिक भाषा के रूप में होता है। ऐतिहासिक दृष्टि से, अंग्रेजी भाषा की उत्पत्ति ५वीं शताब्दी की शुरुआत से इंग्लैंड में बसने वाले एंग्लो-सेक्सन लोगों द्वारा लायी गयी अनेक बोलियों, जिन्हें अब पुरानी अंग्रेजी कहा जाता है, से हुई है। वाइकिंग हमलावरों की प्राचीन नोर्स भाषा का अंग्रेजी भाषा पर गहरा प्रभाव पड़ा है। नॉर्मन विजय के बाद पुरानी अंग्रेजी का विकास मध्य अंग्रेजी के रूप में हुआ, इसके लिए नॉर्मन शब्दावली और वर्तनी के नियमों का भारी मात्र में उपयोग हुआ। वहां से आधुनिक अंग्रेजी का विकास हुआ और अभी भी इसमें अनेक भाषाओँ से विदेशी शब्दों को अपनाने और साथ ही साथ नए शब्दों को गढ़ने की प्रक्रिया निरंतर जारी है। एक बड़ी मात्र में अंग्रेजी के शब्दों, खासकर तकनीकी शब्दों, का गठन प्राचीन ग्रीक और लैटिन की जड़ों पर आधारित है। .

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ऐंग्लो-सैक्सन और प्राइमस इंटर पारेस के बीच तुलना

ऐंग्लो-सैक्सन 14 संबंध है और प्राइमस इंटर पारेस 6 है। वे आम 2 में है, समानता सूचकांक 10.00% है = 2 / (14 + 6)।

संदर्भ

यह लेख ऐंग्लो-सैक्सन और प्राइमस इंटर पारेस के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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