एडिनबर्ग की अर्थव्यवस्था और सकल मूल्य वर्धित के बीच समानता
एडिनबर्ग की अर्थव्यवस्था और सकल मूल्य वर्धित आम में 2 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): सकल मूल्य वर्धित, अर्थव्यवस्था।
सकल मूल्य वर्धित
सकल मूल्य वर्धित या ग्राॅस वैल्यू ऐडेड(GVA), अर्थशास्त्र में, किसी भी क्षेत्र, उद्योग, अर्थव्यवस्था या व्यावसायिक क्षेत्र में उत्पादित माल व सेवाओं के मूल्य की माप है। राष्ट्रीय खातों में, जीवीए उत्पादन शून्य मध्यवर्ती खपत होता है; यह राष्ट्रीय खातों के उत्पादन खाते का एक संतुलन मद है। .
एडिनबर्ग की अर्थव्यवस्था और सकल मूल्य वर्धित · सकल मूल्य वर्धित और सकल मूल्य वर्धित ·
अर्थव्यवस्था
अर्थव्यवस्था (Economy) उत्पादन, वितरण एवम खपत की एक सामाजिक व्यवस्था है। यह किसी देश या क्षेत्र विशेष में अर्थशास्त्र का गतित चित्र है। यह चित्र किसी विशेष अवधि का होता है। उदाहरण के लिए अगर हम कहते हैं ' समसामयिक भारतीय अर्थव्यवस्था ' तो इसका तात्पर्य होता है। वर्तमान समय में भारत की सभी आर्थिक गतिविधियों का वर्णन। अर्थव्यवस्था अर्थशास्त्र की अवधारणाओं और सिद्धांतों का व्यवहारिक कार्य रूप है। .
अर्थव्यवस्था और एडिनबर्ग की अर्थव्यवस्था · अर्थव्यवस्था और सकल मूल्य वर्धित ·
सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब
- क्या एडिनबर्ग की अर्थव्यवस्था और सकल मूल्य वर्धित लगती में
- यह आम एडिनबर्ग की अर्थव्यवस्था और सकल मूल्य वर्धित में है क्या
- एडिनबर्ग की अर्थव्यवस्था और सकल मूल्य वर्धित के बीच समानता
एडिनबर्ग की अर्थव्यवस्था और सकल मूल्य वर्धित के बीच तुलना
एडिनबर्ग की अर्थव्यवस्था 20 संबंध है और सकल मूल्य वर्धित 8 है। वे आम 2 में है, समानता सूचकांक 7.14% है = 2 / (20 + 8)।
संदर्भ
यह लेख एडिनबर्ग की अर्थव्यवस्था और सकल मूल्य वर्धित के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: