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एज़टेक और पृथ्वी

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

एज़टेक और पृथ्वी के बीच अंतर

एज़टेक vs. पृथ्वी

एज़टेक १४वीं से १६वीं शताब्दी के मध्य मेक्सिको में एक साम्राज्य था। एज़टेक लोगों की राजधानी टेनोच्टिलन थी और वो वर्तमान मेक्सिको में बस गए थे। एज़टेक लोग नाहुआट्ल भाषा बोलते थे। एज़टेक लोगों की संस्कृति के कुछ अंग थे मानव बलि और मिथ्कीय जीवों पर विश्वास। इसके अतिरिक्त, एज़टेक लोगों का पंचांग बहुत ही सटिक था जिसमें ३६५ दिन होते थे। उनका एक धार्मिक पंचांग भी था जो २६० का होता था। एज़टेक मूल अमेरिकी लोग थे जो १५वीं और १६वीं शताब्दियों के मध्य मेक्सिको में रहा करते थे। वे लोग स्वयं को मेक्सिकी या नाहुआ कहते थे। एज़टेक की राजधानी थी, टेनोच्टिलन। यह उन द्वीपों से बना था जो एक झील में थे। उस समय टेनोच्टिलन विश्व के महानतम नगरों में से एक था। एज़टेक के एक प्रमुख देवता, क्वेट्ज़ाल्कोट्ल। एज़टेक बहुत से देवताओं में विश्वास रखते थे। क्वेट्ज़ाल्कोट्ल (पंख युक्त साँप), हुइत्जिलोपोच्टिलि (दक्षिण की हमिंग चिड़िया) और टेज़्काट्लिपोका (धुँए वाला दर्पण) इनमें प्रमुख थे। कभी-कभार एज़टेक अपने देवताओं को खुश करने के लिए मानव बलि भी देते थे। १५१९ और १५२१ के मध्य स्पेनी नेता हेर्नान कोर्टिस ने एज़टेक लोगों को परास्त किया और उनका साम्राज्य ले लिया। कुछ एज़टेक कोर्टिस के सैनिको से लड़ना नहीं चाहते थे क्योंकि वे समझते थे की वे देवता हैं। आज बहुत से मेक्सिको वासियों के एज़टेक और अन्य मूल अमेरिकी पूर्वज हैं। अभी भी मेक्सिको के लोग एज़टेक चिन्हों का उपयोग करते है। मेक्सिको के झंडे में जो कैक्टस पर मुँह में साँप को दबाए चील का चित्र है, वह एज़टेक का प्रतीक है। मेक्सिको नाम भी एक एज़टेक शब्द है। १६वीं शताब्दी में स्पेन द्वारा परस्त होने से पहले एज़टेक सभ्यता बहुत फली-फूली। एज़टेक लोग बहुत से ऐसे पौधे और सब्ज़ियाँ खाते थे जो मेक्सिको में सरलत से उगाए जा सकते थे। मक्का उनका मुख्य आहार था, जिसे वे मेज़ कहते थे। एक अन्य आहार था स्क्वैश। एज़टेक लोगों द्वारा छोटे-छोटे अपराधों के लिए भी कड़े दंड का प्रावधान था, जो आज हमारे लिए बहुत साधारण से हैं। निम्नलिखित अपराधों के लिए मृत्यु दंड का प्रवधान था: व्याभिचार, रुई के कपड़े पहनना (यदि आप एक सामान्य व्यक्ति हैं तो), हरे-भरे पेड़ को काटना, अपने खेत की बाड़ को अपने स्थान से हटाकर अपनी भूमि को बड़ा बनाना, किसी दूसरे की भूमि को छोटा बनाना, बड़ी चोरि और राजद्रोह। . पृथ्वी, (अंग्रेज़ी: "अर्थ"(Earth), लातिन:"टेरा"(Terra)) जिसे विश्व (The World) भी कहा जाता है, सूर्य से तीसरा ग्रह और ज्ञात ब्रह्माण्ड में एकमात्र ग्रह है जहाँ जीवन उपस्थित है। यह सौर मंडल में सबसे घना और चार स्थलीय ग्रहों में सबसे बड़ा ग्रह है। रेडियोधर्मी डेटिंग और साक्ष्य के अन्य स्रोतों के अनुसार, पृथ्वी की आयु लगभग 4.54 बिलियन साल हैं। पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण, अंतरिक्ष में अन्य पिण्ड के साथ परस्पर प्रभावित रहती है, विशेष रूप से सूर्य और चंद्रमा से, जोकि पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह हैं। सूर्य के चारों ओर परिक्रमण के दौरान, पृथ्वी अपनी कक्षा में 365 बार घूमती है; इस प्रकार, पृथ्वी का एक वर्ष लगभग 365.26 दिन लंबा होता है। पृथ्वी के परिक्रमण के दौरान इसके धुरी में झुकाव होता है, जिसके कारण ही ग्रह की सतह पर मौसमी विविधताये (ऋतुएँ) पाई जाती हैं। पृथ्वी और चंद्रमा के बीच गुरुत्वाकर्षण के कारण समुद्र में ज्वार-भाटे आते है, यह पृथ्वी को इसकी अपनी अक्ष पर स्थिर करता है, तथा इसकी परिक्रमण को धीमा कर देता है। पृथ्वी न केवल मानव (human) का अपितु अन्य लाखों प्रजातियों (species) का भी घर है और साथ ही ब्रह्मांड में एकमात्र वह स्थान है जहाँ जीवन (life) का अस्तित्व पाया जाता है। इसकी सतह पर जीवन का प्रस्फुटन लगभग एक अरब वर्ष पहले प्रकट हुआ। पृथ्वी पर जीवन की उत्पत्ति के लिये आदर्श दशाएँ (जैसे सूर्य से सटीक दूरी इत्यादि) न केवल पहले से उपलब्ध थी बल्कि जीवन की उत्पत्ति के बाद से विकास क्रम में जीवधारियों ने इस ग्रह के वायुमंडल (the atmosphere) और अन्य अजैवकीय (abiotic) परिस्थितियों को भी बदला है और इसके पर्यावरण को वर्तमान रूप दिया है। पृथ्वी के वायुमंडल में आक्सीजन की वर्तमान प्रचुरता वस्तुतः जीवन की उत्पत्ति का कारण नहीं बल्कि परिणाम भी है। जीवधारी और वायुमंडल दोनों अन्योन्याश्रय के संबंध द्वारा विकसित हुए हैं। पृथ्वी पर श्वशनजीवी जीवों (aerobic organisms) के प्रसारण के साथ ओजोन परत (ozone layer) का निर्माण हुआ जो पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र (Earth's magnetic field) के साथ हानिकारक विकिरण को रोकने वाली दूसरी परत बनती है और इस प्रकार पृथ्वी पर जीवन की अनुमति देता है। पृथ्वी का भूपटल (outer surface) कई कठोर खंडों या विवर्तनिक प्लेटों में विभाजित है जो भूगर्भिक इतिहास (geological history) के दौरान एक स्थान से दूसरे स्थान को विस्थापित हुए हैं। क्षेत्रफल की दृष्टि से धरातल का करीब ७१% नमकीन जल (salt-water) के सागर से आच्छादित है, शेष में महाद्वीप और द्वीप; तथा मीठे पानी की झीलें इत्यादि अवस्थित हैं। पानी सभी ज्ञात जीवन के लिए आवश्यक है जिसका अन्य किसी ब्रह्मांडीय पिण्ड के सतह पर अस्तित्व ज्ञात नही है। पृथ्वी की आतंरिक रचना तीन प्रमुख परतों में हुई है भूपटल, भूप्रावार और क्रोड। इसमें से बाह्य क्रोड तरल अवस्था में है और एक ठोस लोहे और निकल के आतंरिक कोर (inner core) के साथ क्रिया करके पृथ्वी मे चुंबकत्व या चुंबकीय क्षेत्र को पैदा करता है। पृथ्वी बाह्य अंतरिक्ष (outer space), में सूर्य और चंद्रमा समेत अन्य वस्तुओं के साथ क्रिया करता है वर्तमान में, पृथ्वी मोटे तौर पर अपनी धुरी का करीब ३६६.२६ बार चक्कर काटती है यह समय की लंबाई एक नाक्षत्र वर्ष (sidereal year) है जो ३६५.२६ सौर दिवस (solar day) के बराबर है पृथ्वी की घूर्णन की धुरी इसके कक्षीय समतल (orbital plane) से लम्बवत (perpendicular) २३.४ की दूरी पर झुका (tilted) है जो एक उष्णकटिबंधीय वर्ष (tropical year) (३६५.२४ सौर दिनों में) की अवधी में ग्रह की सतह पर मौसमी विविधता पैदा करता है। पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह चंद्रमा (natural satellite) है, जिसने इसकी परिक्रमा ४.५३ बिलियन साल पहले शुरू की। यह अपनी आकर्षण शक्ति द्वारा समुद्री ज्वार पैदा करता है, धुरिय झुकाव को स्थिर रखता है और धीरे-धीरे पृथ्वी के घूर्णन को धीमा करता है। ग्रह के प्रारंभिक इतिहास के दौरान एक धूमकेतु की बमबारी ने महासागरों के गठन में भूमिका निभाया। बाद में छुद्रग्रह (asteroid) के प्रभाव ने सतह के पर्यावरण पर महत्वपूर्ण बदलाव किया। .

एज़टेक और पृथ्वी के बीच समानता

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एज़टेक और पृथ्वी के बीच तुलना

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संदर्भ

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