एकादशी तिथि और पद्मिनी एकादशी
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एकादशी तिथि और पद्मिनी एकादशी के बीच अंतर
एकादशी तिथि vs. पद्मिनी एकादशी
हिंदू पंचांग की ग्यारहवी तिथि को एकादशी कहते हैं। यह तिथि मास में दो बार आती है। पूर्णिमा के बाद और अमावस्या के बाद। पूर्णिमा के बाद आने वाली एकादशी को कृष्ण पक्ष की एकादशी और अमावस्या के बाद आने वाली एकादशी को शुक्ल पक्ष की एकादशी कहते हैं। इन दोने प्रकार की एकादशियों का भारतीय सनातन संप्रदाय में बहुत महत्त्व है। . हिंदू धर्म में एकादशी का व्रत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। प्रत्येक वर्ष चौबीस एकादशियाँ होती हैं। जब अधिकमास या मलमास आता है तब इनकी संख्या बढ़कर 26 हो जाती है। मल मास जिसे अधिक मास या पुरूषोत्तम मास कहा गया है। इस मास में दो एकादशी आती है जिसमें अत्यंत पुण्य दायिनी पद्मिनी एकादशी भी एक है। इस एकादशी का क्या महात्मय एवं व्रत विधान है। .
एकादशी तिथि और पद्मिनी एकादशी के बीच समानता
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एकादशी तिथि और पद्मिनी एकादशी के बीच तुलना
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संदर्भ
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