उपभोक्तावाद और हरित अराजकतावाद
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
उपभोक्तावाद और हरित अराजकतावाद के बीच अंतर
उपभोक्तावाद vs. हरित अराजकतावाद
उपभोक्तावाद या उपभोगवाद (consumerism) एक प्रवृत्ति है जो इस विश्वास पर आधारित है कि अधिक उपभोग और अधिक वस्तुओं का स्वामी होने से अधिक सुख और खुशी मिलेगी। इस शब्द का प्रयोग प्राय: भोगवाद की आलोचना करने के लिये किया जाता है। . हरित अराजकतावाद (या पर्यावरण-अराजकतावाद) अराजकतावाद के भीतर एक विचारशाला है जो पर्यावरणीय मुद्दों पर विशेष ध्यान देता है। एक हरित अराजकतावादी सिद्धान्त सामान्यतः वह है, जो अराजकतावादी विचारधारा को मानवी परस्परी संक्रियाओं की समालोचना के परे विस्तृत करता है, और जिस में मानवों और गैर-मानवों के बीच की परस्परी संक्रियाओं की समालोचना भी शामिल होती है।.
उपभोक्तावाद और हरित अराजकतावाद के बीच समानता
उपभोक्तावाद और हरित अराजकतावाद आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।
सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब
- क्या उपभोक्तावाद और हरित अराजकतावाद लगती में
- यह आम उपभोक्तावाद और हरित अराजकतावाद में है क्या
- उपभोक्तावाद और हरित अराजकतावाद के बीच समानता
उपभोक्तावाद और हरित अराजकतावाद के बीच तुलना
उपभोक्तावाद 2 संबंध है और हरित अराजकतावाद 2 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (2 + 2)।
संदर्भ
यह लेख उपभोक्तावाद और हरित अराजकतावाद के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: