ईथर माध्यम की परिकल्पना और विशिष्ट आपेक्षिकता के बीच समानता
ईथर माध्यम की परिकल्पना और विशिष्ट आपेक्षिकता आम में 2 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): ट्रोउटन-नोबल प्रयोग, माइकलसन मोर्ले प्रयोग।
ट्रोउटन-नोबल प्रयोग
ट्रोउटन-नोबल प्रयोग का प्रयोगिक उपकरण ट्रोउटन-नोबल प्रयोग (Trouton–Noble experiment), प्रकाशवाही ईथर माध्यम में पृथ्वी की गति के मापन के लिए तैयार किया गया प्रयोग है। यह प्रयोग फ्रेडरिक थोमस ट्रोउटन व एच॰ आर॰ नोबल द्वारा १९०१ से १९०३ के मध्य किया गया प्रयोग है। .
ईथर माध्यम की परिकल्पना और ट्रोउटन-नोबल प्रयोग · ट्रोउटन-नोबल प्रयोग और विशिष्ट आपेक्षिकता ·
माइकलसन मोर्ले प्रयोग
माइकलसन मोर्ले का व्यतिकरणमापी यन्त्र। माइकलसन-मोर्ले प्रयोग (Michelson–Morley experiment), अल्बर्ट मिशेलसन और एडवर्ड मोर्ले द्वारा १८८७ में किया गया प्रयोग है। कई बार इसे माइकलसन मोर्ले व्यतिकरणमापी भी कहा जाता है। इस प्रयोग के परिणाम ने ईथर सिद्धान्त (aether) को असत्य सिद्ध कर दिया। इस प्रयोग ने परम्परागत रास्ते से हटकर उस रास्ते पर कदम बढ़ाया जो वैज्ञानिक समाज को 'द्वितीय वैज्ञानिक क्रान्ति' की दिशा में ले गया। विशिष्ट आपेक्षिकता के मूलभूत परीक्षण करने वाले तीन प्रयोग हैं- माइकलसन मोर्ले प्रयोग, इव्स-इस्टिवेल प्रयोग (Ives–Stilwell) तथा केनेडी-थॉर्नडाइक प्रयोग (Kennedy–Thorndike experiments)। .
ईथर माध्यम की परिकल्पना और माइकलसन मोर्ले प्रयोग · माइकलसन मोर्ले प्रयोग और विशिष्ट आपेक्षिकता ·
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ईथर माध्यम की परिकल्पना और विशिष्ट आपेक्षिकता के बीच तुलना
ईथर माध्यम की परिकल्पना 4 संबंध है और विशिष्ट आपेक्षिकता 49 है। वे आम 2 में है, समानता सूचकांक 3.77% है = 2 / (4 + 49)।
संदर्भ
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