लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
डाउनलोड
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

इश्तार टेरा और शुक्र का भूविज्ञान

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

इश्तार टेरा और शुक्र का भूविज्ञान के बीच अंतर

इश्तार टेरा vs. शुक्र का भूविज्ञान

इश्तार टेरा (Ishtar Terra), शुक्र ग्रह पर दो मुख्य उच्चभूम क्षेत्रों में से एक है। यह दो "महाद्वीपों" में छोटा है और उत्तरी ध्रुव के पास स्थित है। यह अकाडिनी देवी इश्तार पर नामित है। इश्तार टेरा का आकार मोटे तौर पर ऑस्ट्रेलिया और संयुक्त राज्य अमेरिका महाद्वीप के बीच है। इसके पूर्वी किनारे पर महान पर्वत श्रृंखला मैक्सवेल मोंटेस स्थित है जो 11 किमी ऊंची है, तुलना के लिए माउंट एवरेस्ट 8.8 किमी उंचा है। पर्वत श्रृंखला के एक तरफ लावा से भरा 100 किमी व्यास का प्रहार क्रेटर है। इश्तार टेरा शुक्र की चार मुख्य पर्वत श्रृंखलाएं शामिल करती है: पूर्वी तट पर मैक्सवेल मोंटेस, उत्तर में फ्रेज्या मोंटेस, अक्ना मोंटेस पश्चिमी तट पर और दक्षिणी क्षेत्र में दानु मोंटेस। ये इश्तार टेरा के निचले मैदान को घेरते हैं, जो कि लक्ष्मी प्लैनम से नामित है (हिंदू देवी लक्ष्मी के नाम पर)। इश्तार टेरा प्रसिद्ध महिलाओं पर नामित ज्वालामुखी भी शामिल करते हैं: साकाज़ाविया, कोलेट और क्लियोपेट्रा। श्रेणी:खगोलशास्त्र श्रेणी:शुक्र ग्रह श्रेणी:शुक्र की स्थलाकृति. शुक्र एक खरोचदार सतही लक्षणों वाला ग्रह है। इसकी अधिकांश सतह जिसके बारे में जानकारी हुई है रडार प्रेक्षणों की उपज है। इसकी ज्यादातर छवियां मैगलन यान द्वारा 16 अगस्त 1990 और अपने छठे कक्षीय चक्र के समाप्ति अर्थात सितम्बर,1994 के मध्य भेजी गई है। ग्रह की 98 % भूमि मापी जा चुकी है जिनमें से 22% त्रिविमीय स्टीरियोस्कोपी छवियां है। श्रेणी:खगोलशास्त्र श्रेणी:शुक्र ग्रह.

इश्तार टेरा और शुक्र का भूविज्ञान के बीच समानता

इश्तार टेरा और शुक्र का भूविज्ञान आम में 2 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): शुक्र, ग्रह

शुक्र

शुक्र (Venus), सूर्य से दूसरा ग्रह है और प्रत्येक 224.7 पृथ्वी दिनों मे सूर्य परिक्रमा करता है। ग्रह का नामकरण प्रेम और सौंदर्य की रोमन देवी पर हुआ है। चंद्रमा के बाद यह रात्रि आकाश में सबसे चमकीली प्राकृतिक वस्तु है। इसका आभासी परिमाण -4.6 के स्तर तक पहुँच जाता है और यह छाया डालने के लिए पर्याप्त उज्जवलता है। चूँकि शुक्र एक अवर ग्रह है इसलिए पृथ्वी से देखने पर यह कभी सूर्य से दूर नज़र नहीं आता है: इसका प्रसरकोण 47.8 डिग्री के अधिकतम तक पहुँचता है। शुक्र सूर्योदय से पहले या सूर्यास्त के बाद केवल थोड़ी देर के लए ही अपनी अधिकतम चमक पर पहुँचता है। यहीं कारण है जिसके लिए यह प्राचीन संस्कृतियों के द्वारा सुबह का तारा या शाम का तारा के रूप में संदर्भित किया गया है। शुक्र एक स्थलीय ग्रह के रूप में वर्गीकृत है और समान आकार, गुरुत्वाकर्षण और संरचना के कारण कभी कभी उसे पृथ्वी का "बहन ग्रह" कहा गया है। शुक्र आकार और दूरी दोनों मे पृथ्वी के निकटतम है। हालांकि अन्य मामलों में यह पृथ्वी से एकदम अलग नज़र आता है। शुक्र सल्फ्यूरिक एसिड युक्त अत्यधिक परावर्तक बादलों की एक अपारदर्शी परत से ढँका हुआ है। जिसने इसकी सतह को दृश्य प्रकाश में अंतरिक्ष से निहारने से बचा रखा है। इसका वायुमंडल चार स्थलीय ग्रहों मे सघनतम है और अधिकाँशतः कार्बन डाईऑक्साइड से बना है। ग्रह की सतह पर वायुमंडलीय दबाव पृथ्वी की तुलना मे 92 गुना है। 735° K (462°C,863°F) के औसत सतही तापमान के साथ शुक्र सौर मंडल मे अब तक का सबसे तप्त ग्रह है। कार्बन को चट्टानों और सतही भूआकृतियों में वापस जकड़ने के लिए यहाँ कोई कार्बन चक्र मौजूद नही है और ना ही ज़ीवद्रव्य को इसमे अवशोषित करने के लिए कोई कार्बनिक जीवन यहाँ नज़र आता है। शुक्र पर अतीत में महासागर हो सकते हैलेकिन अनवरत ग्रीनहाउस प्रभाव के कारण बढ़ते तापमान के साथ वह वाष्पीकृत होते गये होंगे |B.M. Jakosky, "Atmospheres of the Terrestrial Planets", in Beatty, Petersen and Chaikin (eds), The New Solar System, 4th edition 1999, Sky Publishing Company (Boston) and Cambridge University Press (Cambridge), pp.

इश्तार टेरा और शुक्र · शुक्र और शुक्र का भूविज्ञान · और देखें »

ग्रह

हमारे सौरमण्डल के ग्रह - दायें से बाएं - बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, युरेनस और नेप्चून सौर मंडल के ग्रहों, सूर्य और अन्य पिंडों के तुलनात्मक चित्र सूर्य या किसी अन्य तारे के चारों ओर परिक्रमा करने वाले खगोल पिण्डों को ग्रह कहते हैं। अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ के अनुसार हमारे सौर मंडल में आठ ग्रह हैं - बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, युरेनस और नेप्चून। इनके अतिरिक्त तीन बौने ग्रह और हैं - सीरीस, प्लूटो और एरीस। प्राचीन खगोलशास्त्रियों ने तारों और ग्रहों के बीच में अन्तर इस तरह किया- रात में आकाश में चमकने वाले अधिकतर पिण्ड हमेशा पूरब की दिशा से उठते हैं, एक निश्चित गति प्राप्त करते हैं और पश्चिम की दिशा में अस्त होते हैं। इन पिण्डों का आपस में एक दूसरे के सापेक्ष भी कोई परिवर्तन नहीं होता है। इन पिण्डों को तारा कहा गया। पर कुछ ऐसे भी पिण्ड हैं जो बाकी पिण्डों के सापेक्ष में कभी आगे जाते थे और कभी पीछे - यानी कि वे घुमक्कड़ थे। Planet एक लैटिन का शब्द है, जिसका अर्थ होता है इधर-उधर घूमने वाला। इसलिये इन पिण्डों का नाम Planet और हिन्दी में ग्रह रख दिया गया। शनि के परे के ग्रह दूरबीन के बिना नहीं दिखाई देते हैं, इसलिए प्राचीन वैज्ञानिकों को केवल पाँच ग्रहों का ज्ञान था, पृथ्वी को उस समय ग्रह नहीं माना जाता था। ज्योतिष के अनुसार ग्रह की परिभाषा अलग है। भारतीय ज्योतिष और पौराणिक कथाओं में नौ ग्रह गिने जाते हैं, सूर्य, चन्द्रमा, बुध, शुक्र, मंगल, गुरु, शनि, राहु और केतु। .

इश्तार टेरा और ग्रह · ग्रह और शुक्र का भूविज्ञान · और देखें »

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

इश्तार टेरा और शुक्र का भूविज्ञान के बीच तुलना

इश्तार टेरा 15 संबंध है और शुक्र का भूविज्ञान 6 है। वे आम 2 में है, समानता सूचकांक 9.52% है = 2 / (15 + 6)।

संदर्भ

यह लेख इश्तार टेरा और शुक्र का भूविज्ञान के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »