आशुलिपि और प्लिनी
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
आशुलिपि और प्लिनी के बीच अंतर
आशुलिपि vs. प्लिनी
डच आशुलिपि (ग्रूट पद्धति से) आशुलिपि (Shorthand) लिखने की एक विधि है जिसमें सामान्य लेखन की अपेक्षा अधिक तीव्र गति से लिखा जा सकता है। इसमें छोटे प्रतीकों का उपयोग किया जाता है। आशुलिपि में लिखने की क्रिया आशुलेखन (stenography) कहलाती है। स्टेनोग्राफी से आशय है तेज और संक्षिप्त लेखन। इसे हिन्दी मे 'शीघ्रलेखन' या 'त्वरालेखन' भी कहते हैं। लिखने और बोलने की गति में अंतर है। साधारण तौर पर जिस गति से कुशल से कुशल व्यक्ति हाथ से लिखता है, उससे चौगुनी, पाँचगुनी गति से वह संभाषण करता है। ऐसी स्थिति में वक्ता के भाषण अथवा संभाषण को लिपिबद्ध करने में विशेष रूप से कठिनाई उपस्थित हो जाती है। इसी कठिनाई को हल करने के लिये त्वरालेखन के आविष्कार की आवश्यकता पड़ी। . बड़ा प्लिनी प्लिनी (Pliny the Elder) एक प्रमुख रोमन भूगोलवेत्ता था। .
आशुलिपि और प्लिनी के बीच समानता
आशुलिपि और प्लिनी आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।
सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब
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- आशुलिपि और प्लिनी के बीच समानता
आशुलिपि और प्लिनी के बीच तुलना
आशुलिपि 15 संबंध है और प्लिनी 5 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (15 + 5)।
संदर्भ
यह लेख आशुलिपि और प्लिनी के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: