आवृत्ति अनुक्रिया और नियंत्रण सिद्धान्त
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
आवृत्ति अनुक्रिया और नियंत्रण सिद्धान्त के बीच अंतर
आवृत्ति अनुक्रिया vs. नियंत्रण सिद्धान्त
किसी लो-पास, प्रथम ऑर्डर, की आवृत्ति अनुक्रिया किसी तंत्र (सिस्टम) के इनपुट की आवृत्ति बदलने पर उसके आउटपुट का परिमाण (मैग्निट्यूड) एवं फेज के परिवर्तन को उस तंत्र की आवृत्ति अनुक्रिया (फ्रेक्वेन्सी रिस्पान्स) कहते हैं। आवृत्ति अनुक्रिया उस तंत्र की गतिक विशेषता बताती है। इसका नियन्त्रण तंत्र के डिजाइन में बहुत उपयोग होता है। दूसरे शब्दों में, किसी सिस्टम के इनपुट में एक नियत परिमाण की साइन तरंग लगाते हैं और इस साइन तरंग की आवृत्ति को f1, f2, f3,... किसी दी हुई प्रणाली को नियंत्रित करने के लिये ऋणात्मक फीडबैक का कांसेप्ट नियंत्रण सिद्धान्त (Control theory), इंजिनियरी और गणित का सम्मिलित (interdisciplinary) शाखा है जो गतिक तन्त्रों के व्यवहार को आवश्यकता के अनुरूप बदलने से सम्बध रखती है। वांछित ऑउटपुट को सन्दर्भ (रिफरेंस) कहते हैं। .
आवृत्ति अनुक्रिया और नियंत्रण सिद्धान्त के बीच समानता
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आवृत्ति अनुक्रिया और नियंत्रण सिद्धान्त के बीच तुलना
आवृत्ति अनुक्रिया 5 संबंध है और नियंत्रण सिद्धान्त 9 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (5 + 9)।
संदर्भ
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