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आम युग और पंचांग पद्धति

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

आम युग और पंचांग पद्धति के बीच अंतर

आम युग vs. पंचांग पद्धति

आम युग (अथवा कॉमन युग) या वर्तमान युग (करंट युग) (संक्षेप में, सीई CE) विश्व भर में व्यापक रूप से प्रयुक्त किएँ जाने वाले एक कालदर्शक युग का एक नाम हैं। सीई से पहले के युग को सीई पूर्व या बीसीई (बिफोर कॉमन एरा) कहते हैं। आम युग अंकन प्रणाली डायनीसियन युग प्रणाली के विकल्प के रूप में इस्तेमाल की जा सकती हैं, जो युगों का भेद "ईसवी" (ईश्वर का वर्ष) और "ईसा पूर्व" (ईसा मसीह के पहले) के रूप में करती हैं। दोनों अंकन प्रणालियाँ संख्यानुसार एक समान ही हैं; अतः "२०१८ सीई" का अर्थ "ईसवी २०१८" से ही हैं और "४०० बीसीई" का अर्थ "४०० ईसा पूर्व" से ही हैं। 20वीं शताब्दी के आखिर में, धर्मनिरपेक्षता और गैर-ईसाईयों के संवेदनशीलता पर जोर देने की इच्छा रखने वाले लेखकों और प्रकाशकों द्वारा आम तौर पर सीई और बीसीई का उपयोग अकादमिक और वैज्ञानिक प्रकाशनों में लोकप्रिय किया गया, ताकि संक्षेपाक्षर "ईसवी" के उपयोग के माध्यम से ईसा मसीह को "मसीह" और "डॉमिनस" के रूप में स्पष्ट रूप से संदर्भित नहीं करना पड़े। . "पंचांग" शीर्षक लेख में बतलाया गया है कि "वर्ष" नामक कालमान का हेतु वसंतादि ऋतु बतलाने का है, इससे वर्षमान सायन लेना चाहिए। इसके और भी कारण हैं। हमारे बहुत से सामाजिक उत्सव और धार्मिक कृत्य ऋतुओं के ऊपर निर्भर हैं, जैसे शरत्पूर्णिम, वसंतपंचमी, शीतलजलयुक्त घटदान, शरद् के श्राद्ध का पायस भोजन, वसंत का निंबभक्षण, शरद् का नवान्नभक्षण इत्यादि। ये सब चांद्र मास के ऊपर निर्भर हैं, चांद्रमास अधिक मास पर निर्भर हैं, अधिक मास सौर संक्रांति के ऊपर निर्भर हैं और सौर संक्रांति वर्षमान के ऊपर निर्भर है। यदि हमारा वर्षमान सायन न हो, तो हमारे सब उत्सव और व्रत गलत ऋतुओं में चले जायेंगें। अंतिम 1.500 वर्षों में, अर्थात् आर्यभट से लेकर आज तक तक की अवधि में हमारा, वर्षमान सायन रहने के कारण हमारे व्रतों और उत्सवों में लगभग 23 दिनों का अंतर पड़ गया है। इस अंतर को हम "अयनांश" कहते हैं। यदि यही स्थिति भविष्य में भी बनी रही तो हमारी शरत्पूर्णिमा वसंत ऋतु में और हमारी वसंतपंचमी शरद्ऋतु में आ जायगी। इस असंगति को दूर करने का एक ही उपाय है और वह है सायन वर्षमान का अनुसरण। यह अनुसरण हम दो प्रकार से कर सकते हैं: (1) "शुद्ध सायन" और (2) "विशिष्ट सायन"। 1.

आम युग और पंचांग पद्धति के बीच समानता

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आम युग और पंचांग पद्धति के बीच तुलना

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संदर्भ

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