आभूषण और धातुकर्म
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आभूषण और धातुकर्म के बीच अंतर
आभूषण vs. धातुकर्म
Jewellery art using computer aided design. आभूषण के निर्माण में अक्सर रत्न, सिक्के या अन्य कीमती वस्तुओं का इस्तेमाल किया जाता है और आमतौर पर इनको कीमती धातुओं में स्थापित किया जाता है। आभूषण लोकसंस्कृति के लोकमान्य अंग हैं। सौंदर्य की बाहरी चमक-दमक से लेकर शील की भीतरी गुणवत्ता तक और व्यक्ति की वैयक्तिक रुचि से लेकर समाज की सांस्कृतिक चेतना तक आभूषणों का प्रभाव व्याप्त रहा है। दुनिया के कई हिस्सों में 15 फ़रवरी को ज्वैलरी डे मनाया जाता है हालाँकि इसके पीछे कौन सी विशेष मान्यताएं हैं इसका स्पष्ट प्रमाण उपलब्ध नहीं है। . धातुनिर्माता कारखाने में इस्पात का निर्माण दिल्ली का लौह-स्तम्भ भारतीय धातुकर्म के गौरव का साक्षी है। धातुकर्म पदार्थ विज्ञान और पदार्थ अभियांत्रिकी का एक क्षेत्र है, जिसके अंतर्गत धातुओं, उनसे बनी मिश्रधातुओं और अंतर्धात्विक यौगिकों के भौतिक और रासायनिक गुणों का अध्ययन किया जाता है। .
आभूषण और धातुकर्म के बीच समानता
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संदर्भ
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