लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
डाउनलोड
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

अस्तित्ववाद और कोपनहेगन विश्वविद्यालय

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

अस्तित्ववाद और कोपनहेगन विश्वविद्यालय के बीच अंतर

अस्तित्ववाद vs. कोपनहेगन विश्वविद्यालय

किर्कगार्द, दास्त्रावस्की, नीत्शे तथा सार्त्र (बाएँ से दाएँ, ऊपर से नीचे) अस्तित्ववाद (एग्जिस्टेशन्शिएलिज़्म / existentialism) एक ऐसी विचारधारा है जिसमें अस्तित्व को तत्व से ऊपर समझा जाता है। इसके अनुसार मानव अपने पर्यावरण की निर्जीव वस्तुओं से आत्मबोध का उत्तरदायित्व पूर्णतया स्वयं लेता है। अतः उसे अपने पर्यावरण में तत्वज्ञान की अपेक्षा नहीं होती। 1940 व 1950 के दशक में अस्तित्ववाद पूरे यूरोप में एक विचारक्रांति के रूप में उभरा। यूरोप भर के दार्शनिक व विचारकों ने इस आंदोलन में अपना योगदान दिया है। इनमें ज्यां-पाल सार्त्र, अल्बर्ट कामू व इंगमार बर्गमन प्रमुख हैं। कालांतर में अस्तित्ववाद की दो धाराएं हो गई।. कोपनहेगन विश्वविद्यालय (Københavns Universitet) डेनमार्क की शोधसंस्थान है। यह डेनमार्क की सबसे प्राचीन और दूसरा सबसे बड़ा विश्वविद्यालय है। इसकी स्थापना १४७९ में एक सामन्य अध्ययन क्षेत्र के रूप में हुई। यह स्कैंडेनेविया का द्वितीय सबसे पुराना विश्वविद्यालय है जिसकी स्थापना उप्साला विश्वविद्यालय (१४७७) के बाद हुई। विश्वविद्यालय में ३७००० से अधिक छात्र-छात्राएँ अध्ययनरत हैं और ७००० से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। .

अस्तित्ववाद और कोपनहेगन विश्वविद्यालय के बीच समानता

अस्तित्ववाद और कोपनहेगन विश्वविद्यालय आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

अस्तित्ववाद और कोपनहेगन विश्वविद्यालय के बीच तुलना

अस्तित्ववाद 12 संबंध है और कोपनहेगन विश्वविद्यालय 5 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (12 + 5)।

संदर्भ

यह लेख अस्तित्ववाद और कोपनहेगन विश्वविद्यालय के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »