अल्बैर कामू और ज्यां-पाल सार्त्र के बीच समानता
अल्बैर कामू और ज्यां-पाल सार्त्र आम में 2 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): पाश्चात्य दर्शन, अस्तित्ववाद।
पाश्चात्य दर्शन
अध्ययन की दृष्टि से पश्चिमी दर्शन तीन भागों में विभक्त कर सकते हैं- 1.
अल्बैर कामू और पाश्चात्य दर्शन · ज्यां-पाल सार्त्र और पाश्चात्य दर्शन ·
अस्तित्ववाद
किर्कगार्द, दास्त्रावस्की, नीत्शे तथा सार्त्र (बाएँ से दाएँ, ऊपर से नीचे) अस्तित्ववाद (एग्जिस्टेशन्शिएलिज़्म / existentialism) एक ऐसी विचारधारा है जिसमें अस्तित्व को तत्व से ऊपर समझा जाता है। इसके अनुसार मानव अपने पर्यावरण की निर्जीव वस्तुओं से आत्मबोध का उत्तरदायित्व पूर्णतया स्वयं लेता है। अतः उसे अपने पर्यावरण में तत्वज्ञान की अपेक्षा नहीं होती। 1940 व 1950 के दशक में अस्तित्ववाद पूरे यूरोप में एक विचारक्रांति के रूप में उभरा। यूरोप भर के दार्शनिक व विचारकों ने इस आंदोलन में अपना योगदान दिया है। इनमें ज्यां-पाल सार्त्र, अल्बर्ट कामू व इंगमार बर्गमन प्रमुख हैं। कालांतर में अस्तित्ववाद की दो धाराएं हो गई।.
अल्बैर कामू और अस्तित्ववाद · अस्तित्ववाद और ज्यां-पाल सार्त्र ·
सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब
- क्या अल्बैर कामू और ज्यां-पाल सार्त्र लगती में
- यह आम अल्बैर कामू और ज्यां-पाल सार्त्र में है क्या
- अल्बैर कामू और ज्यां-पाल सार्त्र के बीच समानता
अल्बैर कामू और ज्यां-पाल सार्त्र के बीच तुलना
अल्बैर कामू 9 संबंध है और ज्यां-पाल सार्त्र 5 है। वे आम 2 में है, समानता सूचकांक 14.29% है = 2 / (9 + 5)।
संदर्भ
यह लेख अल्बैर कामू और ज्यां-पाल सार्त्र के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: