अरबी साहित्य और गद्य
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
अरबी साहित्य और गद्य के बीच अंतर
अरबी साहित्य vs. गद्य
अरबी साहित्य की सर्वप्रथम विशेषता उसकी चिरकालिकता है। उसने अपने दीर्घ जीवन में विभिन्न प्रकार के उतार-चढ़ाव देखे और उन्नति एवं अवनति की विभिन्न अवस्थाओं का अनुभव किया, तथापि इस बीच शृंखालाएँ अविच्छिन्न तथा परस्पर संबद्ध रहीं और उसकी शक्ति एवं सामर्थ्य में अभी तक कोई अंतर नहीं आया। . सामान्यत: मनुष्य की बोलने या लिखने पढ़ने की छंदरहित साधारण व्यवहार की भाषा को गद्य (prose) कहा जाता है। इसमें केवल आंशिक सत्य है क्योंकि इसमें गद्यकार के रचनात्मक बोध की अवहेलना है। साधारण व्यवहार की भाषा भी गद्य तभी कही जा सकती है जब यह व्यवस्थित और स्पष्ट हो। रचनात्मक प्रक्रिया को ध्यान में रखते हुए गद्य को मनुष्य की साधारण किंतु व्यस्थित भाषा या उसकी विशिष्ट अभिव्यक्ति कहना अधिक समीचीन होगा। .
अरबी साहित्य और गद्य के बीच समानता
अरबी साहित्य और गद्य आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।
सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब
- क्या अरबी साहित्य और गद्य लगती में
- यह आम अरबी साहित्य और गद्य में है क्या
- अरबी साहित्य और गद्य के बीच समानता
अरबी साहित्य और गद्य के बीच तुलना
अरबी साहित्य 3 संबंध है और गद्य 5 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (3 + 5)।
संदर्भ
यह लेख अरबी साहित्य और गद्य के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: