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अरब-बाइज़ेन्टाइन युद्ध और ख़िलाफ़त

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

अरब-बाइज़ेन्टाइन युद्ध और ख़िलाफ़त के बीच अंतर

अरब-बाइज़ेन्टाइन युद्ध vs. ख़िलाफ़त

उमय्यदों के समय, 661–750 अरब-बेंजाटाइन युध्द: 634 से 750 ईस्वी के मध्य इस्लामी धर्मलम्बीयो और पूर्वी रोमन साम्राज्य के विरुध्द लड़े गये युद्ध अरब - बेंजाटाइन युद्ध कहलाते हैं। इस्लाम पूर्व अरब पर पूर्वी रोमन का शासन था लेकिन पैग्मबर हजरत मुहम्मद (SAW) के जीवन काल में ही अरबो ने अरब प्रायद्दीप को रोमन शासकों से स्वतन्त्र करा लिया था पैगंबर हजरत मुहम्मद की मृत्यु के बाद उनके उत्तराधिकारियों (खलीफाओं) से पूर्वी रोमन शासकों के युद्ध जारी रहे सात वीं शताब्दी तक अरब मुस्लिमों ने रोमन शासकों को कई लड़ाई युध्दो में पराजित किया जिसके परिणाम स्वरुप रोमनो को अरब क्षेत्र को छोड़ कर जाना पड़ा और सीरिया, ईरान, इराक, मेसोपोटामिया, फिलिस्तीन, तुर्की, मिस्त्र आदि अरब क्षेत्र पर अरब मुस्लिमों ने इस्लामी शासन स्थापित किया। . इस्लाम की विजय यात्रा मुहम्मद साहब की मृत्यु के बाद इस्लाम के प्रमुख को खलीफ़ा कहते थे। इस विचारधारा को खिलाफ़त कहा जाता है। प्रथम चार खलीफाओं को राशिदुन कहते हैं। उम्मयद, अब्बासी और फ़ातिमी खलीफा क्रमशः दमिश्क, बग़दाद और काहिरा से शासन करते थे। इसके बाद उस्मानी (ऑटोमन तुर्क) खिलाफ़त आया। मुहम्मद साहब के नेतृत्व में अरब बहुत शक्तिशाली हो गए थे। उन्होंने एक बड़े साम्राज्य पर अधिकार कर लिया था जो इससे पहले अरबी इतिहास में शायद ही किसी ने किया हो। खलीफ़ा बनने का अर्थ था - इतने बड़े साम्राज्य का मालिक। अतः इस पद को लेकर विवाद होना स्वाभाविक था। .

अरब-बाइज़ेन्टाइन युद्ध और ख़िलाफ़त के बीच समानता

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अरब-बाइज़ेन्टाइन युद्ध और ख़िलाफ़त के बीच तुलना

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संदर्भ

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