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अन्य भारतीय खाना और रस-मलाई

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

अन्य भारतीय खाना और रस-मलाई के बीच अंतर

अन्य भारतीय खाना vs. रस-मलाई

भारतीय खानपान अलग अलग राज्यों और क्षेत्रों में भिन्न-भिन्न है। फिर भी बहुत से व्यंजन हैं जो किसी क्षेत्र विशेष के न होकर भारत के काफ़ी भाग में प्रयोग किये जाते हैं। . रस-मलाई उत्तरी एवं पूर्वी भारत की एक मिठाई है। इसका मूल भी भारतीय उपमहाद्वीप में ही है। इसमें छेना का एक रसहुल्ला जैसा आकार होता है जो मलाई के रस में डूबा रहता है। यह रस प्रायः केसर युक्त होने के कारण पीले रंग का रहता है। उसके ऊपर कतरी हुई मेवा पड़ी रहती है। श्री के.सी.दास के पड़पोतों के अनुसार ये मिठाई बंगाली मूल की है एवं इसका आविष्कार श्री दास ने ही किया था। रसमलाई एक प्रकार का पकवान है जो दूध, छेना तथा चीनी से बनाया जाता है। .

अन्य भारतीय खाना और रस-मलाई के बीच समानता

अन्य भारतीय खाना और रस-मलाई आम में 2 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): मिठाई, गुलाब जामुन

मिठाई

मिठाइयाँ केरल में पुंसावनम के समय परोसी जाने वाले मिठाइयाँ भारतीय मिठाइयाँ या मिष्ठान्न शक्कर, अन्न और दूध के अलग अलग प्रकार से पकाने और मिलाने से बनती हैं। खीर और हलवा सबसे सामान्य मिठाइयाँ हैं जो प्रायः सभी के घर में बनती हैं। ज्यादातर मिठाइयाँ बाज़ार से खरीदी जाती हैं। मिठाई बनाने वाले पेशेवर बावर्चियों को हलवाई कहते हैं। भारत की संस्कृति के ही अनुसार यहां हर प्रदेश की मिठाई में भी विभिन्नता है। उदाहरण के लिए बंगाली मिठाइयों में छेने की प्रमुखता है तो पंजाबी मिठाइयों में खोये की। उत्तर भारत की मिठाइयों में दूध की प्रमुखता है तो दक्षिण भारत की मिठाइयों में अन्न की। त्योहारों व पारिवारिक अनुष्ठानों में मिठाई का बहुत महत्व होता है। दैनिक जीवन में मिठाई खाने के बाद खाई जाती है। कुछ मिठाइयों को खाने का समय निर्धारित होता है जैसे जलेबी सुबह के समय खाई जाती है, तो कुछ मिठाइयाँ पर्वों से संबंधित होती हैं, जैसे गुझिया उत्तर भारत में होली पर और दक्षिण भारत में दिवाली पर बनाने की परंपरा है। भारत में मिठाइयों की भरमार है। उनमें से कुछ निम्नलिखित है -.

अन्य भारतीय खाना और मिठाई · मिठाई और रस-मलाई · और देखें »

गुलाब जामुन

गुलाब जामुनगुलाब जामुन एक प्रकार का पकवान है जो मैदे, खोये तथा चीनी से बनाया जाता है।गलाब जामुन नामक एक फल भी होता है,, जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। गुलाब जामुन बनाने के लिये प्रतिकिलो खोये मे सौ ग्राम मैदा मिलाये |इसमेँ थोङा बेकिँग सोडा मिलाएँ। अब इसे अच्छी तरह गूँथे (मिलाइए)। श्रेणी:भारतीय मिठाइयाँ गुलाब जामुन तो लगभग सभी की पसंदीदा मिठाई है। अक्सर आप इन्हें किसी विशेष उत्सव या समारोह में खाते होंगे या फिर कभी-कभी बजा़र से लाकर। पर क्या कभी आपने इन्हें घर पर बनाया है? यदि नहीं तो आज बनाकर देखिये। गुलाब जामुन दो तरीके से बनते हैं। मावे में थोड़ा सा मैदा मिला कर और मावे में पनीर मिला कर। दोनों ही तरह से बने हुए गुलाब जामुन अत्यंत स्वादिष्ट लगते हैं। आइये आज हम मावे में पनीर मिला कर गुलाब जामुन बनाते हैं। समय: करीब 1-1.1/2 घंटा आवश्यक सामग्री: विधि: चाशनी बनाने का तरीका- एक बर्तन में चीनी और चीनी की मात्रा से आधा पानी मिलाकर गैस पर पकने रख दीजिये। जब चाशनी में उबाल आ जाए और सारी चीनी पानी में अच्छे से घुल जाए, उसके बाद 1-2 मिनट तक और पकायें। फिर चाशनी के घोल में से 1-2 बूंदे लेकर प्लेट में टपकाएं और अंगूठे व उंगली के बीच चिपका कर देखें। यदि चाशनी उंगली व अंगूठे के बीच चिपक रही हो तो समझिये की वह बन गई है और यदि ना चिपके तो उसे थोड़ा और पका लीजिये। जब यह चिपकने लगे तो ठंडा करके छान लीजिये। गुलाब जामुन बनाने का तरीका- एक चौड़े और बड़े बर्तन में मावा, पनीर और मैदा डालकर नरम व चिकना आटा गूथ लें। गुलाब जामुन बनाने के लिये मावा तैयार है। अब इसमें से थोड़ा सा मावा (करीब एक छोटी चम्मच) उंगलियों की सहायता से निकालिये और उसे हथेली पर रखकर चपटा कर लीजिये। 3-4 काजू के टुकड़े और एक किशमिश उसके ऊपर रख कर मावे को चारों ओर से उठा कर बंद कर दीजिये और दोनों हथेलियों के बीच रख कर गोल करके प्लेट में रख लीजिये। सारे गोले इसी तरह तैयार कर लीजिये। कढ़ाई में घी गर्म कीजिये और उसमें 3-4 गोले डाल कर तल लीजिये (गैस धीमी ही रखें और गुलाब जामुन को तलते समय उस पर बार-बार कलछी न लगायें बल्कि उस पर कलछी से गरम गरम घी डालें)। गुलाब जामुन को चारों तरफ से ब्राउन होने तक तलिये और फिर निकाल कर प्लेट में रख लीजिये। ठंडा होने के बाद सभी गुलाब जामुनों को 1-2 घंटे के लिये चाशनी में डाल कर छोड़ दीजिये ताकि गुलाब जामुन सारी चाशनी अच्छे से सोखकर मीठे और स्वादिष्ट हो जाएं। गुलाब जामुन तैयार हैं। अब इन्हें गरम गरमा या ठंडा करके परोसिये और खाइये। झारखंड के टाटीझरिया प्रखंड(हजारीबाग) का गुलाब जामुन प्रसिद्ध है। यह सामान्य रूप से गोल न होकर बेलनाकार होता है,, जो शुद्ध घी में बना होता है। इस सड़क(NH-100) से होकर गुजरने वाली ज्यादातर गाड़ियाँ यहाँ कुछ देर के लिए रूकती है। लोग स्वंय इसको चखते है तथा अपने परिजनों के लिए भी ले जाते है। नोट: .

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सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

अन्य भारतीय खाना और रस-मलाई के बीच तुलना

अन्य भारतीय खाना 58 संबंध है और रस-मलाई 17 है। वे आम 2 में है, समानता सूचकांक 2.67% है = 2 / (58 + 17)।

संदर्भ

यह लेख अन्य भारतीय खाना और रस-मलाई के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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