अतिवाद और सत्तामीमांसा
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अतिवाद और सत्तामीमांसा के बीच अंतर
अतिवाद vs. सत्तामीमांसा
अतिवाद या चरमवाद का शाब्दिक अर्थ है अति तक (किसी चीज को) ले जाना। इस शब्द का प्रयोग धार्मिक और राजनीतिक विषय में ऐसी विचारधारा के लिये होता है जो मुख्यधारा समाज के नजरिए में स्वीकार्य नहीं है। चरमवाद या चरमपन्थ या उग्रवाद (extremism) का अक्षरशः अर्थ हैं "(किसी को) परिसीमा तक, चरम तक ले जाना" या "चरम होने की गुणवत्ता या अवस्था, चरम उपायों या विचारों की वक़ालत करना"। आजकल, इस शब्द का ज़्यादातर प्रयोग राजनीतिक या धार्मिक अर्थ में उस विचारधारा के लिये होता हैं, जो (वक्ता या किसी अन्तर्निहित साझी सामाजिक सहमति द्वारा) समाज की स्वीकार्य मुख्य धारा की अभिवृत्तियों से काफ़ी दूर मानी जाती हैं। . सत्तामीमांसा या वस्तुमीमांसा (ontology) अस्तित्व या वास्तविकता का दार्शनिक अध्ययन है। परम्परागत रूप से यह तत्वमीमांसा नामक दर्शन की शाखा का भाग है। श्रेणी:दर्शन *.
अतिवाद और सत्तामीमांसा के बीच समानता
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संदर्भ
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