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अखिल भारतीय हिंदी साहित्य सम्मेलन और श्रीनाथ सिंह

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

अखिल भारतीय हिंदी साहित्य सम्मेलन और श्रीनाथ सिंह के बीच अंतर

अखिल भारतीय हिंदी साहित्य सम्मेलन vs. श्रीनाथ सिंह

अखिल भारतीय हिन्दी साहित्य सम्मेलन, हिन्दी भाषा एवं साहित्य तथा देवनागरी का प्रचार-प्रसार को समर्पित एक प्रमुख सार्वजनिक संस्था है। इसका मुख्यालय प्रयाग (इलाहाबाद) में है जिसमें छापाखाना, पुस्तकालय, संग्रहालय एवं प्रशासनिक भवन हैं। हिंदी साहित्य सम्मेलन ने ही सर्वप्रथम हिंदी लेखकों को प्रोत्साहित करने के लिए उनकी रचनाओं पर पुरस्कारों आदि की योजना चलाई। उसके मंगलाप्रसाद पारितोषिक की हिंदी जगत् में पर्याप्त प्रतिष्ठा है। सम्मेलन द्वारा महिला लेखकों के प्रोत्साहन का भी कार्य हुआ। इसके लिए उसने सेकसरिया महिला पारितोषिक चलाया। सम्मेलन के द्वारा हिंदी की अनेक उच्च कोटि की पाठ्य एवं साहित्यिक पुस्तकों, पारिभाषिक शब्दकोशों एवं संदर्भग्रंथों का भी प्रकाशन हुआ है जिनकी संख्या डेढ़-दो सौ के करीब है। सम्मेलन के हिंदी संग्रहालय में हिंदी की हस्तलिखित पांडुलिपियों का भी संग्रह है। इतिहास के विद्वान् मेजर वामनदास वसु की बहुमूल्य पुस्तकों का संग्रह भी सम्मेलन के संग्रहालय में है, जिसमें पाँच हजार के करीब दुर्लभ पुस्तकें संगृहीत हैं। . श्रीनाथ सिंह (१९०१ - १९९६) द्विवेदी युग के हिन्दी साहित्यकार हैं। इन्होने "सरस्वती" का भी संपादन किया था। उनका जन्म १९०१ ई० में इलाहाबाद जिले के मानपुर ग्राम में हुआ था। इन्होने स्वतंत्रता आन्दोलन में भाग लिया था| हिंदी साहित्य सम्मलेन के इंदौर अधिवेशन में वे महात्मा गाँधी द्वारा सम्मलेन के प्रबंध मंत्री नियुक्त किये गये, बाद में वे हिंदी साहित्य सम्मलेन के सभापति भी हुए| वे तात्कालीन संयुक्त प्रान्त सरकार(१९४६-४७) द्वारा गठित समाचार पत्र उद्योग जांच समिति के सदस्य भी थे| .

अखिल भारतीय हिंदी साहित्य सम्मेलन और श्रीनाथ सिंह के बीच समानता

अखिल भारतीय हिंदी साहित्य सम्मेलन और श्रीनाथ सिंह आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): इलाहाबाद

इलाहाबाद

इलाहाबाद उत्तर भारत के उत्तर प्रदेश के पूर्वी भाग में स्थित एक नगर एवं इलाहाबाद जिले का प्रशासनिक मुख्यालय है। इसका प्राचीन नाम प्रयाग है। इसे 'तीर्थराज' (तीर्थों का राजा) भी कहते हैं। इलाहाबाद भारत का दूसरा प्राचीनतम बसा नगर है। हिन्दू मान्यता अनुसार, यहां सृष्टिकर्ता ब्रह्मा ने सृष्टि कार्य पूर्ण होने के बाद प्रथम यज्ञ किया था। इसी प्रथम यज्ञ के प्र और याग अर्थात यज्ञ से मिलकर प्रयाग बना और उस स्थान का नाम प्रयाग पड़ा जहाँ भगवान श्री ब्रम्हा जी ने सृष्टि का सबसे पहला यज्ञ सम्पन्न किया था। इस पावन नगरी के अधिष्ठाता भगवान श्री विष्णु स्वयं हैं और वे यहाँ माधव रूप में विराजमान हैं। भगवान के यहाँ बारह स्वरूप विध्यमान हैं। जिन्हें द्वादश माधव कहा जाता है। सबसे बड़े हिन्दू सम्मेलन महाकुंभ की चार स्थलियों में से एक है, शेष तीन हरिद्वार, उज्जैन एवं नासिक हैं। हिन्दू धर्मग्रन्थों में वर्णित प्रयाग स्थल पवित्रतम नदी गंगा और यमुना के संगम पर स्थित है। यहीं सरस्वती नदी गुप्त रूप से संगम में मिलती है, अतः ये त्रिवेणी संगम कहलाता है, जहां प्रत्येक बारह वर्ष में कुंभ मेला लगता है। इलाहाबाद में कई महत्त्वपूर्ण राज्य सरकार के कार्यालय स्थित हैं, जैसे इलाहाबाद उच्च न्यायालय, प्रधान महालेखाधिकारी (एजी ऑफ़िस), उत्तर प्रदेश राज्य लोक सेवा आयोग (पी.एस.सी), राज्य पुलिस मुख्यालय, उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय, केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का क्षेत्रीय कार्यालय एवं उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद कार्यालय। भारत सरकार द्वारा इलाहाबाद को जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय शहरी नवीकरण योजना के लिये मिशन शहर के रूप में चुना गया है। .

अखिल भारतीय हिंदी साहित्य सम्मेलन और इलाहाबाद · इलाहाबाद और श्रीनाथ सिंह · और देखें »

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अखिल भारतीय हिंदी साहित्य सम्मेलन और श्रीनाथ सिंह के बीच तुलना

अखिल भारतीय हिंदी साहित्य सम्मेलन 94 संबंध है और श्रीनाथ सिंह 5 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 1.01% है = 1 / (94 + 5)।

संदर्भ

यह लेख अखिल भारतीय हिंदी साहित्य सम्मेलन और श्रीनाथ सिंह के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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