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अक्रम सिद्धान्त और आन्री पांकरे

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

अक्रम सिद्धान्त और आन्री पांकरे के बीच अंतर

अक्रम सिद्धान्त vs. आन्री पांकरे

अक्रम सिद्धान्त (Chaos theory/चेओस थिअरी), गणित की एक शाखा है जो उन गतिक निकायों पर अपाना ध्यान केन्द्रित करती है जिनका व्यवहार उनके आरम्भिक दशा (initial conditions) पर बहुत अधिक निर्भर करता है। वास्तव में ऐसे बहुत से निकाय हैं जिनमें अव्यवस्था ही अव्यवस्था दिखती है (व्यवहार में कोई पैटर्न नहीं दिखता) किन्तु वे रैण्डम निकाय नहीं होते बल्कि अत्यधिक अरैखिक अक्रमी निकाय होते हैं। अक्रम सिद्धान्त श्रेणी:अरैखिक निकाय. सापेक्षवाद सिद्धान्त का आधार यह है कि भौतिकी के नियम अविकारी वेग से प्रभावित नहीं होते। यह सिद्धान्त आन्री पांकरे (Henri Poincare) (1854-1912) और आइन्सटाइन के नाम से जुडा हुआ है। इसमें एक रोचक परोक्षक यमल परोक्षक है। आन्री पांकरे एक महान गणितज्ञ भी थे। .

अक्रम सिद्धान्त और आन्री पांकरे के बीच समानता

अक्रम सिद्धान्त और आन्री पांकरे आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

अक्रम सिद्धान्त और आन्री पांकरे के बीच तुलना

अक्रम सिद्धान्त 1 संबंध नहीं है और आन्री पांकरे 4 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (1 + 4)।

संदर्भ

यह लेख अक्रम सिद्धान्त और आन्री पांकरे के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: