अंतःकरण और चिंता
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
अंतःकरण और चिंता के बीच अंतर
अंतःकरण vs. चिंता
अंत:करण (Conscience / कांशेंस) का तात्पर्य उस मानसिक शक्ति से है जिससे व्यक्ति उचित और अनुचित का निर्णय करता है। सामान्यत लोगों की यह धारणा होती है कि व्यक्ति का अंतकरण किसी कार्य के औचित्य और अनौचित्य का निर्णय करने में उसी प्रकार सहायता कर सकता है जैसे उसके कर्ण सुनने में, अथवा नेत्र देखने में सहायता करते हैं। व्यक्ति में अंतःकरण का निर्माण उसके नैतिक नियमों के आधार पर होता है। अंतकरण व्यक्ति की आत्मा का वह क्रियात्मक सिद्धांत माना जा सकता है जिसकी सहायता से व्यक्ति द्वंद्वों की उपस्थिति में किसी निर्णय पर पहुँचता है। अभिज्ञान शाकुंतलम् (१,१९) में कालिदास कहते हैं: . चिंता संज्ञानात्मक, शारीरिक, भावनात्मक और व्यवहारिक विशेषतावाले घटकों की मनोवैज्ञानिक और शारीरिक दशा है।सेलिगमैन, एम्.इ.पी., वॉकर, इ.ऍफ़.
अंतःकरण और चिंता के बीच समानता
अंतःकरण और चिंता आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।
सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब
- क्या अंतःकरण और चिंता लगती में
- यह आम अंतःकरण और चिंता में है क्या
- अंतःकरण और चिंता के बीच समानता
अंतःकरण और चिंता के बीच तुलना
अंतःकरण 7 संबंध है और चिंता 4 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (7 + 4)।
संदर्भ
यह लेख अंतःकरण और चिंता के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: