हम Google Play स्टोर पर Unionpedia ऐप को पुनर्स्थापित करने के लिए काम कर रहे हैं
🌟हमने बेहतर नेविगेशन के लिए अपने डिज़ाइन को सरल बनाया!
Instagram Facebook X LinkedIn

2014 शीतकालीन ओलंपिक पदक तालिका और ब्रेल पद्धति

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

2014 शीतकालीन ओलंपिक पदक तालिका और ब्रेल पद्धति के बीच अंतर

2014 शीतकालीन ओलंपिक पदक तालिका vs. ब्रेल पद्धति

2014 शीतकालीन ओलंपिक, जिसे आधिकारिक रूप से XXII ओलिंपिक शीतकालीन खेलों के रूप में जाना जाता है, 7 फरवरी से 23 फरवरी तक सोची, रूस में आयोजित एक शीतकालीन बहु-खेल आयोजन थे। कुल 15 विभिन्न विषयों में 7 राष्ट्रों में 98 कार्यक्रमों में कुल 2,873 एथलीट भाग लिया। सभी एथलीटों में से, उनमें से 187 ने 26 विभिन्न देशों का प्रतिनिधित्व करते हुए पदक जीते। नीदरलैंड ने स्पीड स्केटिंग में चार पदक हासिल किए, पुरुषों के 500 मीटर की दूरी पर पुरुषों के 5000 मीटर, पुरुषों की 10,000 मीटर और महिलाओं की 1,500 मीटर की दूरी पर हावी हो गया, जो पिछले दो विकेटों के स्कोर से बेहतर था। मेजबान राष्ट्र रूस ने सोवियत संघ की तेरह स्वर्ण पदक की 1976 की उपलब्धि से मिलान किया और पदक तालिका में अग्रणी स्थान हासिल किया, 2014 शीतकालीन खेलों को चौथा बनाकर जहां मेजबान राष्ट्र ने स्वर्ण पदक की गिनती में सबसे ऊपर रखा। स्लोवेनिया ने अल्पाइन स्कीइंग में अपना पहला स्वर्ण पदक जीता, पहले शीतकालीन ओलंपिक स्वर्ण पदक टाई में। इटली के लुगर आर्मिन ज़ॉग्गलर छह सोलिटर ओलंपिक पदक प्राप्त करने वाले पहले एथलीट बन गए, जो लगातार छह मैचों में से अधिक थे, सभी पुरुष एकल कार्यक्रम में प्राप्त हुए। नीदरलैंड से स्पीड स्केटर इरीन वुस्ट ने पांच पदक पाये (दो स्वर्ण और तीन रजत), किसी भी अन्य एथलीट की तुलना में अधिक। रूसी शॉर्ट ट्रैक स्पीड स्केटर विक्टर अहं, नॉर्वेजियन क्रॉस-कंट्री स्कीयर मैरीट ब्योर्नजेन, और बेलारूस की बैथिस्टिस्ट दरिया डोमरेचेवा ने तीन स्वर्ण पदकों के लिए सबसे स्वर्ण पदक जीता। . ब्रेल पद्धति में देवनागरी लिपि फ्रेंच शब्द ''प्रिमिअर'' (प्रथम) का ब्रेल पद्धति में रूप ब्रेल पद्धति एक तरह की लिपि है, जिसको विश्व भर में नेत्रहीनों को पढ़ने और लिखने में छूकर व्यवहार में लाया जाता है। इस पद्धति का आविष्कार १८२१ में एक नेत्रहीन फ्रांसीसी लेखक लुई ब्रेल ने किया था। यह अलग-अलग अक्षरों, संख्याओं और विराम चिन्हों को दर्शाते हैं।। हिन्दुस्तान लाइव। १ फ़रवरी २०१०। सौरभ सुमन ब्रेल के नेत्रहीन होने पर उनके पिता ने उन्हें पेरिस के रॉयल नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर ब्लाइंड चिल्डे्रन में भर्ती करवा दिया। उस स्कूल में "वेलन्टीन होउ" द्वारा बनाई गई लिपि से पढ़ाई होती थी, पर यह लिपि अधूरी थी। इस विद्यालय में एक बार फ्रांस की सेना के एक अधिकारी कैप्टन चार्ल्स बार्बियर एक प्रशिक्षण के लिये आए और उन्होंने सैनिकों द्वारा अँधेरे में पढ़ी जाने वाली "नाइट राइटिंग" या "सोनोग्राफी" लिपि के बारे में व्याख्यान दिया। यह लिपि कागज पर अक्षरों को उभारकर बनाई जाती थी और इसमें १२ बिंदुओं को ६-६ की दो पंक्तियों को रखा जाता था, पर इसमें विराम चिह्न, संख्‍या, गणितीय चिह्न आदि नहीं होते थे। ब्रेल को वहीम से यह विचार आया। लुई ने इसी लिपि पर आधारित किन्तु १२ के स्थाण पर ६ बिंदुओं के उपयोग से ६४ अक्षर और चिह्न वाली लिपि बनायी। उसमें न केवल विराम चिह्न बल्कि गणितीय चिह्न और संगीत के नोटेशन भी लिखे जा सकते थे। यही लिपि आज सर्वमान्य है।। वेबदुनिया। अलकनंदा साने लुई ने जब यह लिपि बनाई तब वे मात्र १५ वर्ष के थे। सन् १८२४ में पूर्ण हुई यह लिपि दुनिया के लगभग सभी देशों में उपयोग में लाई जाती है। इसमें प्रत्येक आयताकार सेल में ६ बिन्दु यानि डॉट्स होते हैं, जो थोड़े-थोड़े उभरे होते हैं। यह दो पंक्तियों में बनी होती हैं। इस आकार में अलग-अलग ६४ अक्षरों को बनाया जा सकता है। सेल की बांई पंक्ति में उपर से नीचे १,२,३ बने होते हैं। इसी तरह दांईं ओर ४,५,६ बनी होती हैं। एक डॉट की औसतन ऊंचाई ०.०२ इंच होती है। इसको पढ़ने की विशेष तकनीक होती है। ब्रेल लिपि को पढ़ने के लिए अंधे बच्चों में इतना ज्ञान होना आवश्यक है कि वो अपनी उंगली को विभिन्न दिशाओं में सेल पर घुमा सकें। वैसे विश्व भर में इसको पढ़ने का कोई मानक तरीका निश्चित नहीं हैं। ब्रेल लिपि को स्लेट पर भी प्रयोग में लाया जा सकता है। इसके अलावा इसे ब्रेल टाइपराइटर पर भी प्रस्तुत किया जा सकता है। आधुनिक ब्रेल स्क्रिप्ट को ८ डॉट्स के सेल में विकसित कर दिया गया है, ताकि अंधे लोगों को अधिक से अधिक शब्दों को पढ़ने की सुविधा उपलब्ध हो सके। आठ डॉट्स वाले ब्रेल लिपि सेल में अब ६४ की बजाय २५६ अक्षर, संख्या और विराम चिह्नें के पढ़ सकने की सुविधा उपलब्ध है। ब्रेल पद्धति को वर्णमाला के वर्णों को कूट रूप में निरूपित करने वाली सबसे प्रथम प्रचलित प्रणाली कह सकते हैं, किन्तु ब्रेल लिपि नेत्रहीनों के पढ़ने और लिख सकने के उपाय का प्रथम प्रयास अध्याय नहीं है। इससे पहले भी १७वीं शताब्दी में इटली के जेसूट फ्रांसिस्को लाना ने नेत्रहीनों के लिखने-पढ़ने को लेकर काफी कोशिशें की थीं। .

2014 शीतकालीन ओलंपिक पदक तालिका और ब्रेल पद्धति के बीच समानता

2014 शीतकालीन ओलंपिक पदक तालिका और ब्रेल पद्धति आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

2014 शीतकालीन ओलंपिक पदक तालिका और ब्रेल पद्धति के बीच तुलना

2014 शीतकालीन ओलंपिक पदक तालिका 3 संबंध है और ब्रेल पद्धति 22 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (3 + 22)।

संदर्भ

यह लेख 2014 शीतकालीन ओलंपिक पदक तालिका और ब्रेल पद्धति के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: