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1 गोरखा राइफल्स और विक्टोरिया क्रास

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

1 गोरखा राइफल्स और विक्टोरिया क्रास के बीच अंतर

1 गोरखा राइफल्स vs. विक्टोरिया क्रास

1 गुरखा राइफल्स, भारतीय सेना का एक सैन्य-दल है। यह एक गोरखा इंफेंट्री रेजिमेंट है जिसमें नेपाली मूल के गोरखा सैनिक शामिल हैं। मूल रूप से 1815 में ब्रिटिश भारतीय सेना के हिस्से के रूप में इसका गठन किया गया था, बाद में, प्रथम किंग जॉर्ज पंचम की खुद की गोरखा राइफल्स (मलऊन रेजिमेंट) के शीर्षक को अपना लिया गया। हालांकि, 1947 में, भारत की स्वतंत्रता के बाद, इसे भारतीय सेना को हस्तांतरित किया गया सेना और 1950 में जब भारत एक गणराज्य बन गया, तो इसका नाम 1 गोरखा राइफल्स (मलऊन रेजिमेंट) रखा गया। रेजिमेंट को काफी लंबा अनुभव है और आजादी से पहले कई औपनिवेशिक संघर्षों, साथ ही प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध सहित कई संघर्षों में भाग लिया है। 1947 के बाद से रेजिमेंट संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों का हिस्सा भी रही है व 1965 और 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ अभियानों में भाग भी भाग लिया है। . भिक्टोरिया क्रास मेडल भिक्टोरिया क्रस मेडलकी आद्य एवं पृष्ठभागकी तस्वीर भिक्टोरिया क्रस ब्रिटेनकी सबसे बढ़ी सैनिक सम्मान हैं।विक्टोरिया क्रॉस विजेता दरबान सिंह नेगी (नवम्बर 1881 - 24 जून 1950) चंद पहले भारतीयों में से थे जिन्हें ब्रिटिश राज का सबसे बड़ा युद्ध पुरस्कार मिला था।...वे करीब 33 साल के थे और 39th गढ़वाल राइफल्स की पहली बटालियन में नायक के पद पर तैनात थे।..उन्हें 4 दिसम्बर 1914 को विक्टोरिया पुरस्कार प्रदान किया गया।...प्रथम विश्व युद्ध में फ्रांस के festubert शहर में उनकी टुकड़ी ने दुश्मनों पर धावा बोला...युद्ध में दोनों तरफ से भयंकर गोली बारी हुई।.इनकी टुकड़ी के कई साथी गह्यल और शहीद हो गये।..इन्होने खुद कमान अपने हाथ में लेते हुए दुश्मनों पर धावा बोल दिया।..इनके सर में दो जगह घाव हुए और कन्धे पर भी चोट आई..परन्तु घावो की परवाह न करते हुए अदम्य साहस का परिचय देते हुए आमने सामने की नजदीकी लड़ाई में गोलियों और बमों की परवाह ना करते हुए दुश्मनों के छके छुड़ा दिए।..ये सूबेदार के पद से सेवा निर्वत हुए...विक्टोरिया क्रॉस ग्रहण करने के समय इनसे अपने लिए कुछ मांगने की मांग रखी गई।.इन्होने कर्ण प्रयाग तक रेलवे लाइन बनाने की मांग की।.जिसको मानते हुए ब्रिटिश सरकार ने 1924 में ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन का सर्वे कार्य पूरा करा लिया।...ऐसे थे हमारे वीर जो हर दम अपने समाज के लिए सोचते थे।..

1 गोरखा राइफल्स और विक्टोरिया क्रास के बीच समानता

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संदर्भ

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