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1832 लंदन सम्मेलन

सूची 1832 लंदन सम्मेलन

लंदन सम्मेलन १८३२ (London Conference of 1832) यूनान में स्थायी सरकार की स्थापना के लिए बुलाई गयी अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन था। तीन महान शक्तियों (ब्रिटेन, फ़्रान्स और रूस) के मध्य इस बात पर आम सहमति बनी कि बवेरिया के राजकुमार के अधीन यूनान का राज्य स्थापित किया गया। अगले वर्ष कांस्टेंटिनोपल की संधि में इस निर्णय की पुष्टि हुई। यह संधि अक्केरमैन कन्वेंशन के पश्चात हुई जो पहले ही बाल्कन, सर्बिया राज्य की संप्रभूता जैसे प्रादेशिक समझौते करवाकर पहचान बना चुका था। .

5 संबंधों: प्रथम यूनानी गणराज्य, बाल्कन, रूसी साम्राज्य, ग्रेट ब्रिटेन और आयरलैंड की संयुक्त राजशाही, ग्रीस के ओट्टो

प्रथम यूनानी गणराज्य

प्रथम यूनानी गणराज्य (यूनानी: Α'Ελληνική Δημοκρατία), उस्मानी तुर्क साम्राज्य के विरुद्ध यूनानी स्वतंत्रता संग्राम के दौरान बने अनंतिम यूनानी राज्य को कहा जाता है। श्रेणी:यूनान का इतिहास.

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बाल्कन

दक्षिण-पूर्वी यूरोप का बाल्कन प्रायद्वीप बाल्कन या बाल्कन प्रायद्वीप दक्षिण-पूर्वी यूरोप का एक क्षेत्र है जो भौगोलिक तथा ऐतिहासिक दृष्टि से अपना अलग पहचान बना चुका है। इसका कुल क्षेत्रफल 5,50,000 वर्ग किलोमीटर तथा जनसंख्या लगभग साढ़े 5 करोड़ है। इसे बाल्कन प्रायद्वीप भी कहा जाता है जिसका कारण इसकी भौगोलिक स्थिति है। दक्षिणी यूरोप का यह सबसे पूर्वी प्रायद्वीप है। यह तीन ओर से समुद्र से घिरा हुआ है - इसके पूर्व में काला सागर, ईजियन सागर, मरमरा सागर, दक्षिण में भूमध्यसागर, पश्चिम में इयोनियन सागर तथा एड्रियाटिक सागर हैं तथा उत्तर में सावा, कूपा और डैन्यूब नदियाँ बहती हैं। इस प्रकार संपूर्ण अल्बानिया, यूनान, बुल्गारिया, यूगोस्लाविया और रोमानिया के कुछ भाग को बॉल्कन प्रायद्वीप कहा जाता है। इन छह देशों को 'बॉल्कन स्टेट' भी कहा जाता है। यह पहाड़ी क्षेत्र है तथा इसकी मुख्य पर्वतमालाएँ डिनैरिक ऐल्प्स, बॉल्कन पर्वत तथा रोड़ोषे पर्वत हैं। यहाँ की मुख्य नदियाँ मोरावा, वारदार, स्ट्रूमा (struma), मेस्ता तथा मैरित्सा हैं। जलवायु महाद्वीपीय है परंतु एड्रिऐटिक, इयोनियन तथा इजिऐन समुद्रों के तट पर रूमसागरीय जलवायु पाई जाती है, यह संपूर्ण क्षेत्र कृषिप्रधान है। इसके अलावा यहाँ पर लोहा, कोयला, मैंगनीज, ताँबा, जस्ता तथा सीस आदि के कीमती खनिज भी पाए जाते हैं। यहाँ पर अनेक मानव जातियाँ बसी हुई हैं। ऐतिहासिक दृष्टि से यह कई बड़े संघर्षों तथा आन्दोलनों का केन्द्र रहा है। .

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रूसी साम्राज्य

सन् १८६६ में रूसी साम्राज्य (हरे रंग में) रूसी साम्राज्य (रूसी: Российская Империя, रोसिस्काया इम्पेरिया) सन् १७२१ से १९१७ तक की रूसी क्रांति तक अस्तित्व में रहने वाला एक साम्राज्य था। रूसी साम्राज्य से पहले रूस में रूसी त्सार-राज्य था और उसके बाद बहुत कम अवधि के लिए रूसी गणतंत्र चला और उसके उपरान्त सोवियत संघ स्थापित हुआ। रूसी साम्राज्य दुनिया के सब से बड़े साम्राज्यों में से एक था और केवल मंगोल और ब्रिटिश साम्राज्य ही क्षेत्रफल में उस से बड़े रहे हैं। सन् १८६६ में रूसी साम्राज्य पूर्वी यूरोप से लेकर सुदूर पूर्व एशिया तक और फिर समुद्र के पार उत्तर अमेरिका के कुछ इलाक़ों पर विस्तृत था। १८९७ में सामराज्य की जनसँख्या १२.५६ करोड़ थी।, Jane Burbank, David L. Ransel, Indiana University Press, 1998, ISBN 978-0-253-21241-2,...

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ग्रेट ब्रिटेन और आयरलैंड की संयुक्त राजशाही

ग्रेट ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैंड की संयुक्त राजशाही, १ जनवरी वर्ष १८०१ में स्थापित, वर्त्तमान संयुक्त राजशाही और आयरिश गणराज्य का पुरख राज्य था। इसकी स्थापना ऍक्ट्स ऑफ़ यूनियन, १८०० द्वारा हुआ था। ततन्तर्गत, आयरिश राजशही का ग्रेट ब्रिटेन राजशाही के साथ विलय होगया तथा ग्रेट ब्रिटेन और आयरलैंड की संयुक्त राजशाही की स्थापना हुई। वर्ष १९२२ में, आयरलैंड का पाँच-छ्याई हिस्सा आयरिश मुक्त राज्य के नाम से, इस संयुक्त राजशाही से बहार निकल गया, जबकि आयरलैंड द्वीप का पूर्वोत्तर स्थित छायाही भाग, उत्तरी आयरलैंड के नाम से, संयुक्त राज में ही रहा। परिणामस्वरूप, इस राज्य को तथा "ग्रेट ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैंड की संयुक्त राजशाही" नाम देदिया गया। .

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ग्रीस के ओट्टो

ओट्टो, बवेरिया के राजकुमार, फिर ओथन, यूनान के राजा (Ὄθων, Βασιλεὺς τῆς Ἑλλάδος, 1 जून 1815 – 26 जुलाई 1867) आधुनिक समय में यूनान के सबसे पहले राजा बनाये गये थे। ओट्टो को यूनान का सम्राट् सन् 1832 में लंदन में आयोजित हुए सम्मेलन में घोषित किया गया, तथा इस प्रकार यूनान महान शक्तियों (संयुक्त राजशाही, फ्रांस और रूसी साम्राज्य) के संरक्षण के तहत एक नया स्वतंत्र साम्राज्य बन गया। .

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