लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

हाशमी रफ़संजानी

सूची हाशमी रफ़संजानी

अकबर हाशमी रफ़संजानी (जन्म 25 अगस्त 1934 - मृत्यु 8 जनवरी 2017) (आयु 82) 1989 से 1997 के बीच दो बार ईरान के राष्ट्रपति रह चुके हैं। रफ़संजानी काफ़ी दिनों से सरकारी व्यवस्था का हिस्सा नहीं रहे हैं। रफ़संजानी को यथार्थवादी और परंपरावादी नेता माना जाता है। रफ़संजानी ने राष्ट्रपति के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान पश्चिमी देशों के साथ संबंधों को नई दिशा दी और ईरान को एक क्षेत्रीय शक्ति के रूप में स्थापित किया। रफ़संजानी ने ईरानी क्रांति के तुरंत बाद ख़ुद को एक ताक़तवर नेता के रूप में स्थापित किया और इस्लामी रिपब्लिकन पार्टी की स्थापना की। इस पार्टी ने 1987 तक देश की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई लेकिन 1987 में यह पार्टी अंदरूनी मतभेदों की वजह से बिखर गई। हाशमी रफ़संजानी 1980 से 1988 तक ईरानी संसद, जिसे मजलिस कहा जाता है, के अध्यक्ष रहे। 1980 से 1988 तक चले ईरान-इराक़ युद्ध के आख़िरी वर्षों में आयतुल्ला ख़मेनेई ने रफ़संजानी को सशस्त्र सेनाओं का कार्यकारी कमांडर इन चीफ़ भी बनाया था। श्रेणी:ईरान आधार श्रेणी:ईरान के राष्ट्रपति.

3 संबंधों: ईरान, ईरान-इराक़ युद्ध, इस्लामी परामर्शक सभा (ईरान)

ईरान

ईरान (جمهوری اسلامی ايران, जम्हूरीए इस्लामीए ईरान) जंबुद्वीप (एशिया) के दक्षिण-पश्चिम खंड में स्थित देश है। इसे सन १९३५ तक फारस नाम से भी जाना जाता है। इसकी राजधानी तेहरान है और यह देश उत्तर-पूर्व में तुर्कमेनिस्तान, उत्तर में कैस्पियन सागर और अज़रबैजान, दक्षिण में फारस की खाड़ी, पश्चिम में इराक और तुर्की, पूर्व में अफ़ग़ानिस्तान तथा पाकिस्तान से घिरा है। यहां का प्रमुख धर्म इस्लाम है तथा यह क्षेत्र शिया बहुल है। प्राचीन काल में यह बड़े साम्राज्यों की भूमि रह चुका है। ईरान को १९७९ में इस्लामिक गणराज्य घोषित किया गया था। यहाँ के प्रमुख शहर तेहरान, इस्फ़हान, तबरेज़, मशहद इत्यादि हैं। राजधानी तेहरान में देश की १५ प्रतिशत जनता वास करती है। ईरान की अर्थव्यवस्था मुख्यतः तेल और प्राकृतिक गैस निर्यात पर निर्भर है। फ़ारसी यहाँ की मुख्य भाषा है। ईरान में फारसी, अजरबैजान, कुर्द और लूर सबसे महत्वपूर्ण जातीय समूह हैं .

नई!!: हाशमी रफ़संजानी और ईरान · और देखें »

ईरान-इराक़ युद्ध

ईरान और इराक़ के बीच युद्ध सन् 1980-88 के बीच लड़ा गया। यह युद्ध अनिर्णीत ख़त्म हुआ था। इस युद्ध का मुख्य कारण सीमा-विवाद था। ७० के दशक में इराक़ के साथ सीमा विवाद को लेकर जो सन्धि हुई थी उससे इराक़ सन्तुष्ट नहीं था। उस समय इरान राजनैतिक रूप से कमज़ोर था क्योंकि देश में इस्लामिक क्रांति अभी-अभी हुई थी। इसके सबसे खतरनाक परिणामों में से एक था - लेबनॉन में हिज़्बोल्ला का जन्म। इस युद्ध में यूरोपीय देशों ने खुद को युद्ध से अलग बताया पर हथियारों के रूप में उन्होंने इराक की मदद की। .

नई!!: हाशमी रफ़संजानी और ईरान-इराक़ युद्ध · और देखें »

इस्लामी परामर्शक सभा (ईरान)

ईरान की इस्लामी परामर्शक सभा (फ़ारसी: مجلس شورای اسلامی), जिसे ईरानी संसद या जन सदन भी कहा जाता है, ईरान का राष्ट्रीय विधायी निकाय है। वर्तमान में संसद में कुल 290 प्रतिनिधि हैं, जबकि 18 फ़रवरी 2000 के चुनाव से पहले सीटों की संख्या 270 थी। संसद के मौजूदा अध्यक्ष अली लारीजानी, प्रथम उपाध्यक्ष मुहम्मद हसन अबौटोरबी फार्द और द्वितीय उपाध्यक्ष शाहबुद्दीन सद्र हैं। .

नई!!: हाशमी रफ़संजानी और इस्लामी परामर्शक सभा (ईरान) · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

रफ़संजानी

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »