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वांडीवाश का युद्ध

सूची वांडीवाश का युद्ध

वांडीवाश का युद्ध (Battle of Wandiwash) ब्रिटिश तथा फ्रान्सीसी सेनाओं के बीच हुआ एक निर्णायक युद्ध था। इसमें फ्रान्सीसी सेना की हार हुई थी। श्रेणी:भारत के प्रमुख युद्ध.

3 संबंधों: फ्रांसीसी ईस्ट इंडिया कंपनी, सप्तवर्षीय युद्ध, ईस्ट इण्डिया कम्पनी

फ्रांसीसी ईस्ट इंडिया कंपनी

thumb फ्रांसीसी ईस्ट इंडिया कंपनी (French East India Company) एक व्यापारिक प्रतिष्ठान थी। इसकी स्थापना 1664 में की गई थी ताकि ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी तथा डच इस्ट इंडिया कंपनी से मुकाबला किया जा सके। इसकी योजना जीन बैप्टिस्ट कोलबर्ट ने बनाई थी जिसे लूई सोलहवें ने राजाज्ञा प्रदान की। इसका उद्देश्य पूर्वी गोलार्ध में व्यापार करना था। इसका निर्माण पहले से विद्यमान तीन कम्पनियों को मिलाकर किया गया था। इसका प्रथम डाइरेक्टर जनरल डी फाये (De Faye) था। .

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सप्तवर्षीय युद्ध

सप्तवर्षीय युद्ध (Seven Years' War) एक विश्वयुद्ध था जो 1754 तथा 1763 के बीच लड़ा गया। इसमें 1756 से 1763 तक की सात वर्ष अवधि में युद्ध की तीव्रता अधिक थी। इसमें उस समय की प्रमुख राजनीतिक तथा सामरिक रूप से शक्तिशाली देश शामिल थे। इसका प्रभाव योरप, उत्तरी अमेरिका, केंद्रीय अमेरिका, पश्चिमी अफ्रीकी समुद्रतट, भारत तथा फिलीपींस पर पड़ा। भारतीय इतिहास के सन्दर्भ में इसे तृतीय कर्नाटक युद्ध (Third Carnatic War / 1757–63) कहते हैं। विश्व के दूसरे क्षेत्रों में इसे 'द फ्रेंच ऐण्ड इण्डियन वार' (उत्तरी अमेरिका, 1754–63); मॉमेरियन वार (स्वीडेन तथा प्रुसिया, 1757–62); तृतीय सिलेसियन युद्ध (प्रुसिया तथा आस्ट्रिया, 1756–63) आदि के नाम से जाना जाता है। सप्तवर्षीय युद्ध के क्षेत्र एवं सम्बन्धित युद्धरत देश '''नीला''': ग्रेट ब्रिटेन, प्रुसिया, पुर्तगाल तथा मित्रदेश '''हरा''': फ्रांस, स्पेन, आस्ट्रिया, रूस, स्वीडेन तथा मित्रदेश श्रेणी:युद्ध श्रेणी:यूरोप का इतिहास श्रेणी:उत्तर अमेरिका का इतिहास श्रेणी:भारत का इतिहास.

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ईस्ट इण्डिया कम्पनी

लन्दन स्थित ईस्ट इण्डिया कम्पनी का मुख्यालय (थॉमस माल्टन द्वारा चित्रित, १८०० ई) ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना ३१ दिसम्बर १६०० ईस्वी में हुई थी। इसे यदाकदा जॉन कंपनी के नाम से भी जाना जाता था। इसे ब्रिटेन की महारानी ने भारत के साथ व्यापार करने के लिये २१ सालो तक की छूट दे दी। बाद में कम्पनी ने भारत के लगभग सभी क्षेत्रों पर अपना सैनिक तथा प्रशासनिक अधिपत्य जमा लिया। १८५८ में इसका विलय हो गया। .

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