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बीरेंद्र बीर बिक्रम शाह देव

सूची बीरेंद्र बीर बिक्रम शाह देव

बीरेंद्र बीर बिक्रम शाह देव(वि.सं. २००२-२०५८) नेपाल के दश्वे शाहवंशीय राजा थे। बीरेंद्र का जन्म बि.सं.

6 संबंधों: दीपेंद्र बीर बिक्रम शाह देव, नेपाल के शासक, नेपाल अधिराज्य, शाह वंश, हिन्दू, जनमत-संग्रह

दीपेंद्र बीर बिक्रम शाह देव

दीपेन्द्र वीर विक्रम शाह (दीपेन्द्र वीर विक्रम शाह) (जन्म;२७ जून १९७१,निधन;– ०४ जून २००१) एक नेपाल के शाह राजवंश के शासक थे जिन्होंने १ जून २००१ से ४ जून २००१ तक महज चार दिन तक नेपाल पर शासन किया था। इन्होंने १ जून २००१ को अपने परिवार के सभी सदस्यों को गोली मारकर खुद को भी गोली मार दी थी और इनका चौनी,नेपाल के एक अस्पताल में निधन हो गया था। .

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नेपाल के शासक

नेपाल के राजा को परंपरागत रूप से श्री 5 महाराजाधिराज और उसकी रानी को श्री 5 बडामहारानी के नाम से जाना जाता था। संविधान सभा ने 28 मई 08 को राजशाही को समाप्त कर दिया। .

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नेपाल अधिराज्य

नेपाल राज्य (नेपाल अधिराज्य), जिसे गोरखा राज्य (गोरखा अधिराज्य) के नाम से भी जाना जाता है, 1768 में स्थापित एक राज्य था जिसे एकीकरण कर बनाया गया था, जिसे स्थापित करने वाले थे पृथ्वीनारायण शाह, जो गोरखा राज्य के राजा थें। यह राज्य 240 वर्षों तक अस्तित्व में रहा जब तक कि 2008 में नेपाली राजशाही की समाप्ति हो गई। इस दौरान नेपाल का शासन शाह वंश के हाथ में रहा। .

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शाह वंश

शाह वंश नेपालके अन्तिम शासक वंश है जिन्होंने सन् १७६८ से २००८ तक नेपाल अधिराज्यका शासन किया। नेपालके पहले शाहवंशी राजा पृथ्वीनारायण शाह है। इस वंशके उत्पत्तिमें बोहोत सारे कहानी है। शाहवंशके दाबी अनुरूप चन्द्रवंशी राजपुत ऋषिराज राणाजीके वंशज है। ऋषिराज राणाजीने भट्टारक उपाधि लिइ थी और वो चित्तोढगढके महाराज थे। Daniel Wright, History of Nepāl, Cambridge University Press, 1877, Nepal.

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हिन्दू

शब्द हिन्दू किसी भी ऐसे व्यक्ति का उल्लेख करता है जो खुद को सांस्कृतिक रूप से, मानव-जाति के अनुसार या नृवंशतया (एक विशिष्ट संस्कृति का अनुकरण करने वाले एक ही प्रजाति के लोग), या धार्मिक रूप से हिन्दू धर्म से जुड़ा हुआ मानते हैं।Jeffery D. Long (2007), A Vision for Hinduism, IB Tauris,, pages 35-37 यह शब्द ऐतिहासिक रूप से दक्षिण एशिया में स्वदेशी या स्थानीय लोगों के लिए एक भौगोलिक, सांस्कृतिक, और बाद में धार्मिक पहचानकर्ता के रूप में प्रयुक्त किया गया है। हिन्दू शब्द का ऐतिहासिक अर्थ समय के साथ विकसित हुआ है। प्रथम सहस्त्राब्दी ईसा पूर्व में सिंधु की भूमि के लिए फारसी और ग्रीक संदर्भों के साथ, मध्ययुगीन युग के ग्रंथों के माध्यम से, हिंदू शब्द सिंधु (इंडस) नदी के चारों ओर या उसके पार भारतीय उपमहाद्वीप में रहने वाले लोगों के लिए भौगोलिक रूप में, मानव-जाति के अनुसार (नृवंशतया), या सांस्कृतिक पहचानकर्ता के रूप में प्रयुक्त होने लगा था।John Stratton Hawley and Vasudha Narayanan (2006), The Life of Hinduism, University of California Press,, pages 10-11 16 वीं शताब्दी तक, इस शब्द ने उपमहाद्वीप के उन निवासियों का उल्लेख करना शुरू कर दिया, जो कि तुर्किक या मुस्लिम नहीं थे। .

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जनमत-संग्रह

जनमत-संग्रह, (अंग्रेजी:Plebiscite या Referendum) जिसे मत-संग्रह या सिर्फ जनमत भी कहते हैं, एक ऐसा प्रत्यक्ष मतदान है जिसमें किसी क्षेत्र विशेष के सभी मतदाताओं को मतदान के द्वारा किसी एक विशेष प्रस्ताव को स्वीकार अथवा अस्वीकार करने के लिए कहा जाता है। दूसरे शब्दों में जनमत-संग्रह के माध्यम से सरकार की नीतियों या किसी प्रस्तावित कानून के बारे में जनता की राय मालूम की जाती है। जनमत-संग्रह नये संविधान के निर्माण, वर्तमान संविधान में संशोधन, किसी नये कानून, किसी निर्वाचित सदस्य का निर्वाचन रद्द करने या केवल सरकार की किसी विशिष्ट नीति को स्वीकार या अस्वीकार करने से संबंधित हो सकता है। यह प्रत्यक्ष लोकतंत्र का एक रूप है। .

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