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किंग मैथर्स

सूची किंग मैथर्स

रिलैप्स अमरीकी रैपर एमिनेम की छठी स्टूडियो एल्बम है, जो 15 मई 2009 को इंटरस्कोप रिकार्ड्स पर रिलीज़ (जारी) की गयी। अपनी नींद की गोलियों की लत और लेखकों से विवाद के कारण, पांच साल तक रिकॉर्डिंग से दूर रहने के बाद, यह एन्कोर (2004) के बाद मूल रचना पर आधारित उसकी पहली एल्बम है। एलबम के लिए 2007 से 2009 के दौरान कई रिकॉर्डिंग स्टूडियो में रिकॉर्डिंग सत्र हुए और मुख्य रूप से डॉ॰ ड्रे, मार्क बेट्सन, और एमिनेम ने निर्माण संभाला.

15 संबंधों: ट्विटर, ऐमिनैम, थैंक्सगिविंग डे, द गार्डियन, दि न्यू यॉर्क टाइम्स, पतन, मार्वल कॉमिक्स, लॉस एंजिल्स टाइम्स, समलैंगिकता, स्वर, वृन्दगान, गिटार, कहानी, कुञ्जीपटल, 50 सॅण्ट

ट्विटर

कोई विवरण नहीं।

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ऐमिनैम

मार्शल ब्रूस III (जन्म 17 अक्टूबर 1972) अपने स्टेज के नाम एमिनेम से बेहतर जाने जाते हैं वह एक अमेरीकी रैप गायक, रिकार्ड निर्माता, गीतकार और अभिनेता हैं। एमिनेम ने जल्द ही 1999 में अपने प्रमुख-लेबल पहले एलबम द स्लिम शेडी एलपी, जो कि एक उत्तम रैप एलबम है, उसके लिए ग्रेमी पुरुस्कार जीत कर लोकप्रियता हासिल की। अगला एलबम द मार्शल एलपी, इतिहास में सबसे तेज़ी से बिकने वाला हिप हॉप एलबम बन गया। इससे एमिनेम की और उनके रिकार्ड लेबल शेडी रिकार्डस की लोकप्रियता बहुत बढ़ गई और उनकी समूह परियोजना डी 12 को मुख्यधारा में मान्यता मिल गई। मार्शल एलपी और उनके तीसरे एलबम द एमिनेम शो ने भी ग्रेमी पुरुस्कार जीता, जिससे वह लगातार तीन बेस्ट रैप एलबम जीतने वाले प्रथम कलाकार बन गये। 2002 में उन्होंने 8 माइल फिल्म में लूज़ योअरसेल्फ गीत के लिए मौलिक गीत का अकादमी पुरुस्कार जीता, जिसमे उन्होंने मुख्य भूमिका भी निभाई.

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थैंक्सगिविंग डे

जीन लों गेरोम फेर्रिस द्वारा चित्रित (१८६३-१९३०). धन्यवाद दिवस या थैंक्सगिविंग डे, उत्तरी अमेरिका का एक पारंपरिक त्यौहार है, जो एक तरह का फसल पर्व है। पहले थैंक्सगिविंग उत्सव के तिथि और स्थान एक विवाद का विषय है हालांकि सर्वप्रथम धन्यवाद समारोह ८ सितम्बर १५६५ को फ्लॉरिडा के सेंट औगुस्तीं में किया गया था। किसी भी अनुसंधान के विपरीत पारंपरिक "पहली थान्क्स्गिविंग"प्लिमोथ वृक्षारोपण १६२१ में हुआ था। आज, थैंक्सगिविंग कनाडा में अक्टूबर के दूसरे सोमवार को और संयुक्त राज्य अमेरिका में नवम्बर के चौथे गुरुवार को मनाया जाता है। .

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द गार्डियन

द गार्डियन एक ब्रितानी दैनिक समाचार पत्र है। इसकी स्थापना १८२१ में हुई और १९५९ तक इसे द मैनचेस्टर गार्डियन के नाम से जाना जाता था। .

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दि न्यू यॉर्क टाइम्स

दि न्यू यॉर्क टाइम्स अमेरिका का एक दैनिक समाचार पत्र है। .

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पतन

पतन का अर्थ होता है नीचे गिरना। यह उत्थान का विलोम शब्द है। यह प्रायः किसी वस्तु या व्यक्ति के संदर्भ में प्रयुक्त होता है। व्यक्ति के संदर्भ में इसका प्रयोग नैतिकता के लिये होता है। किसी साम्राज्य या अधिपत्य का पतन भी प्रायः प्रयुक्त होता है। .

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मार्वल कॉमिक्स

मार्वेल वर्ल्डवाइड, इंक (Marvel Worldwide, Inc.) या साधारणतः मार्वल कॉमिक्स एक अमरीकी कंपनी है जो कॉमिक्स पुस्तकें प्रकाशित करती है। २००९ में द वाल्ट डिज़्नी कंपनी ने मार्वल इंटरटेनमेंट को खरीद लिया जो मार्वल वर्ल्डवाइड की मातृ कंपनी है। मार्वेल की शुरुआत १९३९ में टाइमली पब्लिकेशंस के नाम से हुई और शुतुआत १९५० में यह एटलस कॉमिक्स बन गई। मार्वल के आधुनिक युग की शुरुआत १९६१ में हुई और आगे चलकर इसने फैंटास्टिक फोर व स्टेन ली, जैक किर्बी और स्टीव डीटको द्वारा बनाए गए अन्य सुपरहीरो के शीर्षकों वाले कॉमिक्स जारी किए। मार्वल में स्पाइडर-मैन, द एक्स मैन, आयरन मैन, द हल्क, द फैंटास्टिक फोर, थॉर, कैप्टन अमेरिका जैसे सुपरहीरो व डॉक्टर डूम, ग्रीन गोब्लिन, मैगनेटो, गलैकटस और रेड स्कल जैसे खलनायक शामिल है। इसके अधिकतर पात्र एक काल्पनिक विश्व मार्वल ब्रह्मांड में वास्तविक शहरों जैसे न्यूयॉर्क, लॉस ऐन्जेलिस और शिकागो में स्थित है। .

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लॉस एंजिल्स टाइम्स

यह् एक प्रमुख दैनिक समाचार पत्र है। .

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समलैंगिकता

समलैंगिकता समलैंगिकता का अर्थ किसी व्यक्ति का समान लिंग के लोगों के प्रति यौन और रोमांसपूर्वक रूप से आकर्षित होना है। वे पुरुष, जो अन्य पुरुषों के प्रति आकर्षित होते है उन्हें "पुरुष समलिंगी" या गे और जो महिला किसी अन्य महिला के प्रति आकर्षित होती है उसे भी गे कहा जा सकता है लेकिन उसे आमतौर पर "महिला समलिंगी" या लैस्बियन कहा जाता है। जो लोग महिला और पुरुष दोनो के प्रति आकर्षित होते हैं उन्हें उभयलिंगी कहा जाता है। कुल मिलाकर समलैंगिक, उभयलैंगिक और लिंगपरिवर्तित लोगो को मिलाकर एल जी बी टी (LGBT) समुदाय बनता है। यह कहना कठिन है कि कितने लोग समलैंगिक हैं। समलैंगिकता का अस्तित्व सभी संस्कृतियों और देशों में पाया गया है, यद्यपि कुछ देशों की सरकारें इस बात का खण्डन करती है। .

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स्वर

यह लेख संगीत से सम्बन्धित 'स्वर' के बारे में है। मानव एवं अन्य स्तनपोषी प्राणियों के आवाज के बारे में जानकारी के लिए देखें - स्वर (मानव का) ---- संगीत में वह शब्द जिसका कोई निश्चित रूप हो और जिसकी कोमलता या तीव्रता अथवा उतार-चढ़ाव आदि का, सुनते ही, सहज में अनुमान हो सके, स्वर कहलाता है। भारतीय संगीत में सात स्वर (notes of the scale) हैं, जिनके नाम हैं - षड्ज, ऋषभ, गांधार, मध्यम, पंचम, धैवत व निषाद। यों तो स्वरों की कोई संख्या बतलाई ही नहीं जा सकती, परंतु फिर भी सुविधा के लिये सभी देशों और सभी कालों में सात स्वर नियत किए गए हैं। भारत में इन सातों स्वरों के नाम क्रम से षड्ज, ऋषभ, गांधार, मध्यम, पंचम, धैवत और निषाद रखे गए हैं जिनके संक्षिप्त रूप सा, रे ग, म, प, ध और नि हैं। वैज्ञानिकों ने परीक्षा करके सिद्ध किया है कि किसी पदार्थ में २५६ बार कंप होने पर षड्ज, २९८ २/३ बार कंप होने पर ऋषभ, ३२० बार कंप होने पर गांधार स्वर उत्पन्न होता है; और इसी प्रकार बढ़ते बढ़ते ४८० बार कंप होने पर निषाद स्वर निकलता है। तात्पर्य यह कि कंपन जितना ही अधिक और जल्दी जल्दी होता है, स्वर भी उतना ही ऊँचा चढ़ता जाता है। इस क्रम के अनुसार षड्ज से निषाद तक सातों स्वरों के समूह को सप्तक कहते हैं। एक सप्तक के उपरांत दूसरा सप्तक चलता है, जिसके स्वरों की कंपनसंख्या इस संख्या से दूनी होती है। इसी प्रकार तीसरा और चौथा सप्तक भी होता है। यदि प्रत्येक स्वर की कपनसंख्या नियत से आधी हो, तो स्वर बराबर नीचे होते जायँगे और उन स्वरों का समूह नीचे का सप्तक कहलाएगा। भारत में यह भी माना गया है कि ये सातों स्वर क्रमशः मोर, गौ, बकरी, क्रौंच, कोयल, घोड़े और हाथी के स्वर से लिए गए हैं, अर्थात् ये सब प्राणी क्रमशः इन्हीं स्वरों में बोलते हैं; और इन्हीं के अनुकरण पर स्वरों की यह संख्या नियत की गई है। भिन्न भिन्न स्वरों के उच्चारण स्थान भी भिन्न भिन्न कहे गए हैं। जैसे,—नासा, कंठ, उर, तालु, जीभ और दाँत इन छह स्थानों में उत्पन्न होने के कारण पहला स्वर षड्ज कहलाता है। जिस स्वर की गति नाभि से सिर तक पहुँचे, वह ऋषभ कहलाता है, आदि। ये सब स्वर गले से तो निकलते ही हैं, पर बाजों से भी उसी प्रकार निकलते है। इन सातों में से सा और प तो शुद्ध स्वर कहलते हैं, क्योंकि इनका कोई भेद नहीं होता; पर शेष पाचों स्वर दो प्रकार के होते हैं - कोमल और तीव्र। प्रत्येक स्वर दो दो, तीन तीन भागों में बंटा रहता हैं, जिनमें से प्रत्येक भाग 'श्रुति' कहलाता है। .

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वृन्दगान

बर्लिन में बच्चों का वृंदगान (सन् १९३२) वृन्दगान या कोरस (Chorus या Choir) दो अथवा दो से अधिक व्यक्तियों का सामूहिक रूप से गान अथवा सहगान मंडली। यह शब्द मूलत: यूनानी है और अंगरेजी के माध्यम से भारतीय भाषाओं में प्रविष्ट हुआ है तथा नाटक अथवा सार्वजनिक स्टेज पर सामूहिक रूप में किए जानेवाले गायन के लिये प्रयुक्त होता है। यूनानी भाषा में इस शब्द का प्रयोग संगीतयुक्त ऐसे धार्मिक नृत्यों के लिये होता था जो विशेष अवसरों अथवा त्योहारों पर किए जाते थे। शास्त्रीय संगीत में वृन्दगान की परंपरा प्राचीनकाल से ही चली आ रही है। ब्राह्मणों द्वारा मन्त्रों का सामूहिक उच्चारण, देवालय में सामूहिक प्रार्थना, कीर्तन, भजन, अथवा लोक में विभिन्न अवसरों पर गाये जाने वाले लोकगीत समूह गान या समवेत गान के अंतर्गत आते हैं।सभी वृन्दगानों का विषय प्रायः राष्ट्रीय, सामाजिक अथवा सांस्कृतिक होता है। पारंपरिक एकता, राष्ट्र के प्रति प्रेम, समाज की गौरवशाली परम्पराओं का उद्घोष वृन्दगान के द्वारा ही उद्घाटित होता है। .

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गिटार

एक क्लासीकल गिटार गिटार (अंग्रेज़ी: Guitar) एक लोकप्रिय वाद्य यन्त्र जिसमें तार (जो कि आमतौर पर छह होते हैं) के बजाने से ध्वनि उत्पन्न होती है। इलेक्ट्रिक गिटार में विद्युत प्रवर्धन (इलेक्ट्रिकल एम्पलीफिकेशन) की मदद से ध्वनि उत्पन्न होती है। .

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कहानी

कथाकार (एक प्राचीन कलाकृति)कहानी हिन्दी में गद्य लेखन की एक विधा है। उन्नीसवीं सदी में गद्य में एक नई विधा का विकास हुआ जिसे कहानी के नाम से जाना गया। बंगला में इसे गल्प कहा जाता है। कहानी ने अंग्रेजी से हिंदी तक की यात्रा बंगला के माध्यम से की। कहानी गद्य कथा साहित्य का एक अन्यतम भेद तथा उपन्यास से भी अधिक लोकप्रिय साहित्य का रूप है। मनुष्य के जन्म के साथ ही साथ कहानी का भी जन्म हुआ और कहानी कहना तथा सुनना मानव का आदिम स्वभाव बन गया। इसी कारण से प्रत्येक सभ्य तथा असभ्य समाज में कहानियाँ पाई जाती हैं। हमारे देश में कहानियों की बड़ी लंबी और सम्पन्न परंपरा रही है। वेदों, उपनिषदों तथा ब्राह्मणों में वर्णित 'यम-यमी', 'पुरुरवा-उर्वशी', 'सौपणीं-काद्रव', 'सनत्कुमार- नारद', 'गंगावतरण', 'श्रृंग', 'नहुष', 'ययाति', 'शकुन्तला', 'नल-दमयन्ती' जैसे आख्यान कहानी के ही प्राचीन रूप हैं। प्राचीनकाल में सदियों तक प्रचलित वीरों तथा राजाओं के शौर्य, प्रेम, न्याय, ज्ञान, वैराग्य, साहस, समुद्री यात्रा, अगम्य पर्वतीय प्रदेशों में प्राणियों का अस्तित्व आदि की कथाएँ, जिनकी कथानक घटना प्रधान हुआ करती थीं, भी कहानी के ही रूप हैं। 'गुणढ्य' की "वृहत्कथा" को, जिसमें 'उदयन', 'वासवदत्ता', समुद्री व्यापारियों, राजकुमार तथा राजकुमारियों के पराक्रम की घटना प्रधान कथाओं का बाहुल्य है, प्राचीनतम रचना कहा जा सकता है। वृहत्कथा का प्रभाव 'दण्डी' के "दशकुमार चरित", 'बाणभट्ट' की "कादम्बरी", 'सुबन्धु' की "वासवदत्ता", 'धनपाल' की "तिलकमंजरी", 'सोमदेव' के "यशस्तिलक" तथा "मालतीमाधव", "अभिज्ञान शाकुन्तलम्", "मालविकाग्निमित्र", "विक्रमोर्वशीय", "रत्नावली", "मृच्छकटिकम्" जैसे अन्य काव्यग्रंथों पर साफ-साफ परिलक्षित होता है। इसके पश्‍चात् छोटे आकार वाली "पंचतंत्र", "हितोपदेश", "बेताल पच्चीसी", "सिंहासन बत्तीसी", "शुक सप्तति", "कथा सरित्सागर", "भोजप्रबन्ध" जैसी साहित्यिक एवं कलात्मक कहानियों का युग आया। इन कहानियों से श्रोताओं को मनोरंजन के साथ ही साथ नीति का उपदेश भी प्राप्त होता है। प्रायः कहानियों में असत्य पर सत्य की, अन्याय पर न्याय की और अधर्म पर धर्म की विजय दिखाई गई हैं। .

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कुञ्जीपटल

कम्प्यूटर का एक कुंजीपटल संगणक की भाषा में कुंजीपटल (की-बोर्ड) एक इनपुट युक्ति है जो की टाइपराइटर के कुंजीपटल में कुछ आवश्यक परिवर्तन करके बनायी गयी है। कुंजीपटल में बहुत से (सैकड़ों) कुंजियाँ या बटन होते हैं जो किसी विशेष तरीके से विन्यस्त (arranged) होते हैं। ये बटन इलेक्ट्रानिक स्विच का काम करते हैं और दबाने पर कम्प्यूटर को एक विशेष डिजिटल संकेत (बाइट) प्रेषित करते हैं जो कि दबायी गयी कुंजी की पहचान होती है। कूजियाँ यांत्रिक हो सकते हैं या इलेक्ट्रानिक। कुंजियों के उपर एक या अधिक संकेत/अक्षर लिखे रहते हैं। हिन्दी भाषा के लिये दो कीबोर्ड होते हैं - इनस्क्रिप्ट जो कि सभी भारतीय भाषाओं का मानक कीबोर्ड है तथा रेमिंगटन जो कि पुराने जमाने के टाइपराइटर पर प्रयोग होता था। .

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50 सॅण्ट

कर्टिस जेम्स जैक्सन III (Curtis James Jackson III, जन्म ६ जुलाई १९७५) जिन्हें उनके मंच के नाम 50 सेंट (उच्चारण फिफ्टी सेंट) से जाना जाता है, एक अमेरिकी रैपर, रेकॉर्ड निर्माता, उद्योगपति व अभिनेता है। उन्हें प्रसिद्धी अपने एल्बमों गेट रिच ऑर डाय ट्राइंग (२००३) और द मसेकर (२००५) से मिली। उनका अल्बम गेट रिच ऑर डाय ट्राइंग छः बार प्लैटिनम प्रमाणित रह चूका है। दक्षिण जमैका, कुइंस में जन्मे जैक्सन ने बारह की उम्र में १९८० में ड्रग्स बेचने शुरू किए।Campion, Chris (August 21, 2005).

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