लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

१९७६

सूची १९७६

१९७६ ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

179 संबंधों: चेस्टर बेनिंगटन, टिम बर्नर्स ली, टुन हुसेन ओन, एदुआर्द सौमा, एन्नकल चांडी जॉ्ज सुदर्शन, एक से बढ़कर एक (1976 फ़िल्म), ठाकुरघर, डिएगो माराडोना, डैनवर नगेट्स, तमिल नाडु के राज्यपालों की सूची, तंजावूर बृंदा, दस नम्बरी (1976 फ़िल्म), दूरदर्शन, देवुलपल्ली वेंकट के शास्त्री, देवेंद्र सेन, दो लड़कियाँ (1976 फ़िल्म), दो अनजाने (1976 फ़िल्म), न हन्यते, नन्दा देवी पर्वत, नाच उठे संसार (1976 फ़िल्म), नारोजी फीरोजा गोदरेज, नागिन (1976 फ़िल्म), नवकांत बरुआ, नेनाद ज़िमोन्विक, नेहले पे देहला (1976 फ़िल्म), पद्म भूषण, पाकिस्तानी संविधान का पाँचवाँ संशोधन, पाकिस्तानी संविधान का छठा संशोधन, पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो, प्रभा खेतान, प्रभु लाल भटनागर, पूजा बत्रा, पॉल न्युमैन, पॉलीमर, पी॰ टी॰ उषा, फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार, फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार, फ़ॉर्मूला वन, फकीरा (1976 फ़िल्म), फेरारी, बदनामी दी छां, बा मुलाहज़ा होशिआर, बारूद (1976 फ़िल्म), बाला (१९७६ फ़िल्म), बालकृष्ण राव, बिल गेट्स, बिहार के राज्यपालों की सूची, बजरंगबली (1976 फ़िल्म), बुलेट (1976 फ़िल्म), बेगम ज़ोहरा अली यावर जंग, ..., बीसवीं शताब्दी, भँवर (1976 फ़िल्म), भारत के अभयारण्य, भारतीय इतिहास तिथिक्रम, भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, भोगीलाल पांड्या, मचामा, मन मंथन, ममांग लीकाई थंबाल शातले, मल्लिकार्जुन बी मंसूर, महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय, रोहतक, महाराष्ट्र के राज्यपालों की सूची, माँ (1976 फ़िल्म), मिलवॉकी बक्स, मिज़ूरी, मंथन (1976 फ़िल्म), मुखम्मस, मुकेश, मैनहटन, मैल्कम सत्यनाथन आदिशेशैया, मेरी तेरी उसकी बात, यशपाल, यशपाल (वैज्ञानिक), युवा दिवस (दक्षिण अफ्रिका), राम मेहता, रायबहादुर गूजर मल मोदी, रजनीकान्त, रंग पट्टिकाओं की सूची, रंगीला रतन (1976 फ़िल्म), लगाम (1976 फ़िल्म), लक्ष्मण शास्त्री जोशी, लक्ष्मी (अभिनेत्री), लैला मज़नू (1976 फ़िल्म), लीलटांस, शराफत छोड़ दी मैंने (1976 फ़िल्म), शाद खान, शंकर दादा (1976 फ़िल्म), शंकर शंभु (1976 फ़िल्म), शक (1976 फ़िल्म), श्याम बेनेगल, श्रृंखल, श्रीनारायण चतुर्वेदी, श्रीलंकाई गृहयुद्ध का इतिहास, श्रीकांत वर्मा, शैलेश मटियानी, समकालीन, साहिर लुधियानवी, सिमरन, सिंडरेला, संतान (1976 फ़िल्म), संजीव कुमार, संविधान, सुभद्रा कुमारी चौहान, स्मरणगाथा, सोमी अली, सीतायन, हेरा फेरी (1976 फ़िल्म), जन अरण्य (१९७६ फ़िल्म), जानेमन (1976 फ़िल्म), जवाहर लाल नेहरू (1889–1947), जगत मेहता, जुडास प्रीस्ट, जूली (1975 फ़िल्म), जीवन ज्योति (1976 फिल्म), जीवितप्पाता, जी–आ–झरोको, ईशा कोपिकर, विश्व हिन्दी सम्मेलन, विश्व के आश्चर्य, वेद प्रताप वैदिक, वेंकटरामन रामकृष्णन, ख़ान दोस्त (1976 फ़िल्म), गुमराह (1976 फ़िल्म), गुजरात के मुख्यमंत्रियों की सूची, ग्रैंड स्लैम टेनिस विजेताओं की सूची, गोल्डन स्टेट वॉरियर्स, ओड़िशा का इतिहास, ओडिआ चलचित्र सूची, आप बीती (1976 फ़िल्म), आशापूर्णा देवी, कन्नड साहित्य सम्मेलन, कभी कभी (1976 फ़िल्म), कमल हासन, कादम्बरी (1976 फ़िल्म), कालंबुर शिवरामामूर्ति, कुँवर नारायण, क्लीवलैंड कवैलियर्स, कृष्णस्वामी श्रीनिवास संजीवी, के. कामराज, अदालत (1976 फ़िल्म), अन्वेषणों की समय-रेखा, अभिषेक बच्चन, अमान्य देशों की सूची, अमजद साबरी, अमेरिकी ओपन टेनिस के पुरुष एकल विजेताओं की सूची, अहमद फ़राज़, उडिपी रामचंद्र राव, उधार का सिंदूर (1976 फ़िल्म), १ फ़रवरी, १ जनवरी, ११ दिसम्बर, ११ मार्च, ११ मई, १२ जनवरी, १४ सितम्बर, १५ दिसम्बर, १६ जून, १८ सितम्बर, १९ जुलाई, १९२२, २ दिसम्बर, २ अक्तूबर, २१ नवम्बर, २३ मार्च, २३ जुलाई, २४ मार्च, २६ फरवरी, २७ जुलाई, २७ अगस्त, २९ अगस्त, ३ सितम्बर, ४ अप्रैल, ५ नवम्बर, ५ फ़रवरी, ५०० होम रन दल, ६ फ़रवरी, ८ दिसम्बर, ८ जनवरी सूचकांक विस्तार (129 अधिक) »

चेस्टर बेनिंगटन

चेस्टर चार्ल्स बेनिंगटन (जन्म 20 मार्च 1976 - 20 july 2017) एक अमेरिकी संगीतकार और गायक-गीतकार है। वे रॉक बैंड लिंकिन पार्क के विख्यात प्रमुख गायक और गीतकार हैं। बेनिंगटन 2000 में लिंकिन पार्क की पहली एल्बम हाइब्रिड थिअरी की भारी वाणिज्यिक सफलता के साथ गायक के रूप में पहचाने जाने लगे.

नई!!: १९७६ और चेस्टर बेनिंगटन · और देखें »

टिम बर्नर्स ली

टिम बर्नर्स ली टिम बर्नर्स ली (जन्म: 8 जून, 1955) विश्व व्यापी वेब के अविष्कारक, विश्व व्यापी वेब संघ के वर्तमान निर्देशक और एक शोधकर्त्ता है। .

नई!!: १९७६ और टिम बर्नर्स ली · और देखें »

टुन हुसेन ओन

टुन हुसेन ओन (12 फरवरी, 1922 - 29 मई, 1990) मलेशिया के प्रधान मन्त्री 1976-1981 थे.

नई!!: १९७६ और टुन हुसेन ओन · और देखें »

एदुआर्द सौमा

एदुआर्द सौमा फूड एंड एग्रीकल्चरल आर्गनाइज़ेशन के सातवें महानिदेशक थे। इनका कार्यकाल जनवरी १९७६ से दिसंबर १९९३ तक था। ये लेबनान से थे। श्रेणी:एफ ए ओ.

नई!!: १९७६ और एदुआर्द सौमा · और देखें »

एन्नकल चांडी जॉ्ज सुदर्शन

एन्नकल चांडी जॉ्ज सुदर्शन को भारत सरकार द्वारा सन १९७६ में साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये संयुक्त राज्य अमेरिका से हैं। श्रेणी:१९७६ पद्म भूषण.

नई!!: १९७६ और एन्नकल चांडी जॉ्ज सुदर्शन · और देखें »

एक से बढ़कर एक (1976 फ़िल्म)

एक से बढ़कर एक 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और एक से बढ़कर एक (1976 फ़िल्म) · और देखें »

ठाकुरघर

ठाकुरघर ओड़िया भाषा के विख्यात साहित्यकार किशोरीचरण दास द्वारा रचित एक कहानी–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1976 में ओड़िया भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९७६ और ठाकुरघर · और देखें »

डिएगो माराडोना

डिएगो आर्मैन्ड़ो माराडोना (30 अक्टूबर 1960 को लानुस, ब्यूनस आयर्स में जन्म) अर्जेन्टीना के एक पूर्व फ़ुटबॉल खिलाड़ी और अर्जेन्टीना के राष्ट्रीय टीम के वर्तमान प्रबंधक हैं। उन्हें व्यापक रूप से आज तक का सबसे बेहतरीन फ़ुटबॉल खिलाड़ी माना जाता है। FIFA प्लेयर ऑफ़ दी सेंचुरी पुरस्कार के लिए उन्हें इंटरनेट मतदान में सर्वप्रथम स्थान मिला और उन्होंने पेले के साथ पुरस्कार में साझेदारी की। अंतिम बार 30 मई 2006 को पुनः प्राप्त अपने पेशेवर क्लब कॅरियर के दौरान माराडोना ने अर्जेंटिनोस जूनियर, बोका जूनियर्स, बार्सिलोना, सेविला, नेवेल्स ओल्ड बॉय और नापोली के लिए खेलते हुए अनुबंध शुल्क लेने में विश्व रिकोर्ड कायम किया। अपने अंतर्राष्ट्रीय कॅरियर में, अर्जेन्टीना के लिए खेलते हुए, उन्होंने 91 कैप्स अर्जित किए और 34 गोल किए। उन्होंने चार FIFA विश्व कप टूर्नामेंटों में खेला, जिसमें 1986 का विश्व कप शामिल था, इसमें उन्होंने अर्जेन्टीना की कप्तानी की और टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ट खिलाड़ी होने का गोल्डन बॉल पुरस्कार जीता और निर्णायक मुकाबले में वेस्ट जर्मनी पर जीत हासिल की। उसी टूर्नामेंट के क्वार्टर-फाइनल दौर में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ़ 2-1 की जीत में 2 गोल दागे, जो फ़ुटबॉल के इतिहास में दर्ज हो गए, हालांकि दो बिल्कुल ही अलग कारणों के लिए। पहला गोल एक दंड मुक्त हैंडबॉल था जिसे "हैंड ऑफ़ गॉड" के नाम से जाना जाता है, जबकि दूसरा गोल एक शानदार 6 मीटर की दूरी से और छह इंग्लैंड के खिलाड़ियों के बीच से निकाला गया एक गोल था, जो आम तौर पर "दी गोल ऑफ़ दी सेंचुरी" के नाम से जाना जाता है। विभिन्न कारणों से, माराडोना को खेल जगत का एक सर्वाधिक विवादास्पद और समाचार-योग्य व्यक्तित्व माना जाता है। इटली में कोकीन के लिए डोपिंग परीक्षण में विफल होने के कारण 1991 में उन्हें 15 महीनों के लिए निलंबित कर दिया गया और USA में चल रहे 1994 के वर्ल्ड कप के दौरान एफेड्रीन का उपयोग करने के कारण उन्हें घर भेज दिया गया। 1997 में अपने 37वें जन्मदिन पर खेल से रिटायर होने के बाद www.vivadiego.com.

नई!!: १९७६ और डिएगो माराडोना · और देखें »

डैनवर नगेट्स

श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन.

नई!!: १९७६ और डैनवर नगेट्स · और देखें »

तमिल नाडु के राज्यपालों की सूची

यह सूची सन् १९४६ से भारत के तमिल नाडु राज्य के राज्यपालों की है। तमिल नाडु के राज्यपाल का आधिकारिक आवास राजभवन राज्य की राजधानी चेन्नई में है। .

नई!!: १९७६ और तमिल नाडु के राज्यपालों की सूची · और देखें »

तंजावूर बृंदा

शास्त्रीय संगीतकार श्रीमती तंजावूर बृंदा (1912-1996) कर्णाटक संगीत के वीणा धन्नम्माल शैली की सर्वश्रेष्ठ प्रतिनिधि मानी जाती हैं। आप न केवल गायन, बल्कि वीणा वादन में भी निपुण थीं। आपके प्रशंसक आपको आदर से 'बृंदम्मा' पुकारते थे। श्रीमती बृंदा अपने परिवार सदस्यों द्वारा वीणा धन्नम्माल गायन शैली में शिक्षित हुईं। आपके शिक्षक थे आपकी माता कामाक्षी, मौसी लक्ष्मीरत्नम और स्वयं आपकी विख्यात दादी वीणा धन्नम्माल। इसके पश्चात आपने कांचीपुरम नैना पिल्लै के निरीक्षण में संगीत का अध्ययन किया। आपने वीणा धन्नम्माल शैली के मंद, मोहनीय और गमकयुक्त संगीत तथा नैना पिल्लै के स्फूर्तिमान और लयपूर्वक संगीत को सराहनीय ढंग से अपने गायन में सम्मिश्रित किया। संगीतकार एवं संगीत प्रेमी श्रीमती बृंदा के पाण्डित्य को आज भी सराहते हैं। आपके संगीत कार्यक्रमों में गमकपूर्ण राग (उदाहरणतया बेगडा, मुखारि, सुरुटि, सहाना, वराली) हमेशा शामिल रहते थे। कर्णाटक संगीत के कई प्रसिद्ध गायक, जैसे शेम्मंगुडी श्रीनिवास अय्यर, एम. एस. सुब्बुलक्ष्मी, आर. के. श्रीकंठन, राम्नाड कृष्णन, अरुणा साईराम और चित्रवीणा रविकिरण ने आपसे गायन सीखा। श्रीमती बृंदा ने कई सम्मान प्राप्त किए जिन्में अग्रगण्य है संगीत कलानिधि (कर्णाटक संगीत का सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार), जो आपने 1976 में हासिल किया। .

नई!!: १९७६ और तंजावूर बृंदा · और देखें »

दस नम्बरी (1976 फ़िल्म)

दस नम्बरी 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और दस नम्बरी (1976 फ़िल्म) · और देखें »

दूरदर्शन

दूरदर्शन या टेलीविजन (या संक्षेप में, टीवी) एक ऐसी दूरसंचार प्रणाली है जिसके द्वारा चलचित्र व ध्वनि को दो स्थानों के बीच प्रसारित व प्राप्त किया जा सके। यह शब्द दूरदर्शन सेट, दूरदर्शन कार्यक्रम तथा प्रसारण के लिये भी प्रयुक्त होता है। दूरदर्शन का अंग्रेजी शब्द 'टेलिविज़न' लैटिन तथा यूनानी शब्दों से बनाया गया है जिसका अर्थ होता है दूर दृष्टि (यूनानी - टेली .

नई!!: १९७६ और दूरदर्शन · और देखें »

देवुलपल्ली वेंकट के शास्त्री

देवुलपल्ली वेंकट के शास्त्री को भारत सरकार द्वारा सन १९७६ में साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये आंध्र प्रदेश से हैं। श्रेणी:१९७६ पद्म भूषण.

नई!!: १९७६ और देवुलपल्ली वेंकट के शास्त्री · और देखें »

देवेंद्र सेन

देवेंद्र सेन को भारत सरकार द्वारा सन १९७६ में प्रशासकीय सेवा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:१९७६ पद्म भूषण.

नई!!: १९७६ और देवेंद्र सेन · और देखें »

दो लड़कियाँ (1976 फ़िल्म)

दो लड़कियाँ 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और दो लड़कियाँ (1976 फ़िल्म) · और देखें »

दो अनजाने (1976 फ़िल्म)

दो अनजाने 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और दो अनजाने (1976 फ़िल्म) · और देखें »

न हन्यते

न हन्यते बंगाली भाषा के विख्यात साहित्यकार मैत्रेयी देवी द्वारा रचित एक उपन्यास है जिसके लिये उन्हें सन् 1976 में बंगाली भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९७६ और न हन्यते · और देखें »

नन्दा देवी पर्वत

नन्दा देवी पर्वत भारत की दूसरी एवं विश्व की २३वीं सर्वोच्च चोटी है।। हिन्दुस्तान लाइव। १४ अक्टूबर २००९ इससे ऊंची व देश में सर्वोच्च चोटी कंचनजंघा है। नन्दा देवी शिखर हिमालय पर्वत शृंखला में भारत के उत्तरांचल राज्य में पूर्व में गौरीगंगा तथा पश्चिम में ऋषिगंगा घाटियों के बीच स्थित है। इसकी ऊंचाई ७८१६ मीटर (२५,६४३ फीट) है। इस चोटी को उत्तरांचल राज्य में मुख्य देवी के रूप में पूजा जाता है।। नवभारत टाइम्स। हरेन्द्र सिंह रावत इन्हें नन्दा देवी कहते हैं। नन्दादेवी मैसिफ के दो छोर हैं। इनमें दूसरा छोर नन्दादेवी ईस्ट कहलाता है। इन दोनों के मध्य दो किलोमीटर लम्बा रिज क्षेत्र है। इस शिखर पर प्रथम विजय अभियान में १९३६ में नोयल ऑडेल तथा बिल तिलमेन को सफलता मिली थी। पर्वतारोही के अनुसार नन्दादेवी शिखर के आसपास का क्षेत्र अत्यंत सुंदर है। यह शिखर २१००० फुट से ऊंची कई चोटियों के मध्य स्थित है। यह पूरा क्षेत्र नन्दा देवी राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया जा चुका है। इस नेशनल पार्क को १९८८ में यूनेस्को द्वारा प्राकृतिक महत्व की विश्व धरोहर का सम्मान भी दिया जा चुका है। .

नई!!: १९७६ और नन्दा देवी पर्वत · और देखें »

नाच उठे संसार (1976 फ़िल्म)

नाच उठे संसार 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और नाच उठे संसार (1976 फ़िल्म) · और देखें »

नारोजी फीरोजा गोदरेज

नारोजी फीरोजा गोदरेज को भारत सरकार द्वारा सन १९७६ में उद्योग एवं व्यापार के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये महाराष्ट्र से हैं। श्रेणी:१९७६ पद्म भूषण.

नई!!: १९७६ और नारोजी फीरोजा गोदरेज · और देखें »

नागिन (1976 फ़िल्म)

नागिन 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। सुनील दत्त जंगल में शिकार करते हुए एक मानवरुपधारी नाग को गरुड के शिकंजे से बचाता है। नाग उसे अपना रूप बताता है और अमावस्या की रात को मिलने आने को कहता है। सुनील दत्त अपने सात दोस्तो के साथ वहाँ जाता है जहाँ इच्छाधारी नाग और नागिन नृत्य गान में लीन होते हैं। देखिए, वहाँ क्या होता है जिससे नागिन उन सातोँ दोस्तो से बदला लेने को उतारू होती है। .

नई!!: १९७६ और नागिन (1976 फ़िल्म) · और देखें »

नवकांत बरुआ

नवकांत बरुआ को भारत सरकार द्वारा सन १९७६ में साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये असम से हैं। श्रेणी:१९७६ पद्म भूषण.

नई!!: १९७६ और नवकांत बरुआ · और देखें »

नेनाद ज़िमोन्विक

नेनाद ज़िमोन्विक (जन्म: 4 जून, 1976) एक सर्बिया के टेनिस खिलाड़ी हैं। श्रेणी:पुरुष टेनिस खिलाड़ी.

नई!!: १९७६ और नेनाद ज़िमोन्विक · और देखें »

नेहले पे देहला (1976 फ़िल्म)

नेहले पे देहला 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और नेहले पे देहला (1976 फ़िल्म) · और देखें »

पद्म भूषण

पद्म भूषण सम्मान भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जो देश के लिये बहुमूल्य योगदान के लिये दिया जाता है। भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले अन्य प्रतिष्ठित पुरस्कारों में भारत रत्न, पद्म विभूषण और पद्मश्री का नाम लिया जा सकता है। पद्म भूषण रिबन .

नई!!: १९७६ और पद्म भूषण · और देखें »

पाकिस्तानी संविधान का पाँचवाँ संशोधन

पाकिस्तानी संविधान के पांचवें संशोधन द्वारा पाकिस्तान के सभी प्रांतीय न्यायालय से वे सभी विकल्प वापस ले लिए गए जिनकी मदद से कोई भी अदालत किसी व्यक्ति के बारे में बुनियादी मानव अधिकार तय कर सकते थे। इस संशोधन पाकिस्तानन के संविधान के अध्याय (1) घटक (2) में गईं। इन संशोधनों को पाकिस्तान में 5 सितंबर 1976 को लागू कर दिया गया। .

नई!!: १९७६ और पाकिस्तानी संविधान का पाँचवाँ संशोधन · और देखें »

पाकिस्तानी संविधान का छठा संशोधन

पाकिस्तानी संविधान का छठा संशोधन द्वारा पाकिस्तान उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश प्रधानमंत्री के हवाले से यह बिंदुओं सम्मिलित किए गए कि 65 साल की उम्र में रिटायर हुए प्रांतीय अदालत सदा के न्यायाधीश को 62 साल की उम्र में अवश्य रिटायर हो जाना चाहिए। पाकिस्तान के एनए में यह संशोधन 22 दिसंबर 1976 को पारित किए गए। .

नई!!: १९७६ और पाकिस्तानी संविधान का छठा संशोधन · और देखें »

पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो

पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो (अंग्रेज़ी:ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एण्ड डवलपमेंट, लघु:बी.पी.आर एण्ड डी) की स्थापना पुलिस बलों के आधुनिकीकरण के बारे में भारत सरकार के उद्देश्य को पूरा करने के लिए २८ अगस्त, १९७० को की गई थी।- पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो अब यह बहुआयामी एवं परामर्शदाता संगठन है और इसके चार प्रभाग हैं। मूल रूप से संस्थान में दो प्रभाग होते थे: अनुसंधान एवं विकास प्रभाग। बाद में १९७३ में प्रशिक्षण प्रभाग जोड़ा गया। इसके बाद १९८३ में फॉरेन्ज़िक विज्ञान प्रभाग और १९९५ में दिष-सुधार प्रशासन प्रभाग जुड़े। इसके साथ साथ कुछ अन्य विभागों ने संस्थान के कुछ कार्य संभाले, जैसे १९७६ में अपराध विज्ञान एवं फॉरेन्ज़िक विज्ञान ने कुछ संबंधित कार्य संभाला। इस विभाग को बाद में लोक नायक जय प्रकाश नारायण राष्ट्रीय अपराध विज्ञान एवं फॉरेन्ज़िक विज्ञान नाम दिया गया। १९८६ में राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो और २००२ में फॉरेन्ज़िक विज्ञान निदेशालय ने संभाला। .

नई!!: १९७६ और पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो · और देखें »

प्रभा खेतान

डॉ प्रभा खेतान डॉ॰ प्रभा खेतान (१ नवंबर १९४२ - २० सितंबर २००८) प्रभा खेतान फाउन्डेशन की संस्थापक अध्यक्षा, नारी विषयक कार्यों में सक्रिय रूप से भागीदार, फिगरेट नामक महिला स्वास्थ्य केन्द्र की स्थापक, १९६६ से १९७६ तक चमड़े तथा सिले-सिलाए वस्त्रों की निर्यातक, अपनी कंपनी 'न्यू होराईजन लिमिटेड' की प्रबंध निदेशिका, हिन्दी भाषा की लब्ध प्रतिष्ठित उपन्यासकार, कवयित्री तथा नारीवादी चिंतक तथा समाज सेविका थीं। उन्हें कलकत्ता चैंबर ऑफ कॉमर्स की एकमात्र महिला अध्यक्ष होने का गौरव प्राप्त था। वे केन्द्रीय हिन्दी संस्थान की सदस्या थीं। .

नई!!: १९७६ और प्रभा खेतान · और देखें »

प्रभु लाल भटनागर

प्रभुलाल भटनागर, (8 अगस्त, 1912 - 5 अक्टूबर, 1976) विश्वप्रसिद्ध भारतीय गणितज्ञ थे। इन्हें गणित के लैटिस-बोल्ट्ज़मैन मैथड में प्रयोग किये गए भटनागर-ग्रॉस-क्रूक (बी.जी.के) कोलीज़न मॉडल के लिये जाना जाता है।। इंडियन मैथ सोसायटी। ऑब्सोल्यूट एस्ट्रॉनोमी .

नई!!: १९७६ और प्रभु लाल भटनागर · और देखें »

पूजा बत्रा

पूजा बत्रा (जन्म: 27 अक्टूबर, 1976) हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। .

नई!!: १९७६ और पूजा बत्रा · और देखें »

पॉल न्युमैन

पॉल लियोनार्ड न्युमैन (26 जनवरी 1925 - 26 सितंबर 2008) एक अमेरिकी अभिनेता, फिल्म निर्देशक, उद्यमी, मानवतावादी और ऑटो रेसिंग के शौक़ीन व्यक्ति थे। उन्होंने कई पुरस्कार जीते, जिनमें 1986 की मार्टिन स्कौर्सेसे की फिल्म द कलर ऑफ मनी में उनके अभिनय के लिए दिया गया सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का अकादमी पुरस्कार और आठ अन्य नामांकन, तीन गोल्डन ग्लोब पुरस्कार, एक बाफ्टा (BAFTA) पुरस्कार, एक स्क्रीन एक्टर्स गिल्ड पुरस्कार, एक कान फिल्म समारोह पुरस्कार, एक एमी पुरस्कार और कई मानद पुरस्कार शामिल थे। उन्होंने स्पोर्ट्स कार क्लब ऑफ अमेरिका की रोड रेसिंग में एक ड्राइवर के रूप में कई राष्ट्रीय चैंपियनशिप भी जीते और उनकी रेसिंग टीमों ने ओपन व्हील इंडीकार रेसिंग में कई प्रतियोगिताओं में जीत हासिल की। न्युमैन अपनी खुद की एक फ़ूड कंपनी के सह-संस्थापक भी थे, जहां से उन्होंने अपने समस्त कर पश्चात लाभ एवं रॉयल्टी चैरिटी को दान कर दिया। Newman's Own.com.

नई!!: १९७६ और पॉल न्युमैन · और देखें »

पॉलीमर

रिअल लीनिअर पॉलीमर कड़ियां, जो परमाणिव्क बल सूक्ष्मदर्शी द्वारा तरल माध्यम के अधीन देखी गयी हैं। इस बहुलक की चेन लंबाई ~२०४ नैनो.मीटर; मोटाई is ~०.४ नै.मी.वाई.रोइटर एवं एस.मिंको, http://dx.doi.org/10.1021/ja0558239 ईफ़एम सिंगल मॉलिक्यूल एक्स्पेरिमेंट्स ऐट सॉलिड-लिक्विड इंटरफ़ेस, अमरीकन कैमिकल सोसायटी का जर्नल, खण्ड १२७, ss. 45, pp. 15688-15689 (2005) वहुलक या पाॅलीमर बहुत अधिक अणु मात्रा वाला कार्बनिक यौगिक होता है। यह सरल अणुओं जिन्हें मोनोमर कहा जाता; के बहुत अधिक इकाईयों के पॉलीमेराइजेशन के फलस्वरूप बनता है।। नैनोविज्ञान। वर्ल्डप्रेस पर पॉलीमर में बहुत सारी एक ही तरह की आवर्ती संरचनात्मक इकाईयाँ यानि मोनोमर संयोजी बन्ध (कोवैलेन्ट बॉण्ड) से जुड़ी होती हैं। सेल्यूलोज, लकड़ी, रेशम, त्वचा, रबर आदि प्राकृतिक पॉलीमर हैं, ये खुली अवस्था में प्रकृति में पाए जाते हैं तथा इन्हें पौधों और जीवधारियों से प्राप्त किया जाता है। इसके रासायनिक नामों वाले अन्य उदाहरणों में पालीइथिलीन, टेफ्लान, पाॅली विनाइल क्लोराइड प्रमुख पाॅलीमर हैं। कृत्रिम या सिंथेटिक पॉलीमर मानव निर्मित होते हैं। इन्हें कारखानों में उत्पादित किया जा सकता है। प्लास्टिक, पाइपों, बोतलों, बाल्टियों आदि के निर्माण में प्रयुक्त होने वाली पोलीथिन सिंथेटिक पॉलीमर है। बिजली के तारों, केबलों के ऊपर चढ़ाई जाने वाली प्लास्टिक कवर भी सिंथेटिक पॉलीमर है। फाइबर, सीटकवर, मजबूत पाइप एवं बोतलों के निर्माण में प्रयुक्त होने वाली प्रोपाइलीन भी सिंथेटिक पॉलीमर है। वाल्व सील, फिल्टर क्लॉथ, गैस किट आदि टेफलॉन से बनाए जाते हैं। सिंथेटिक रबर भी पॉलीमर है जिससे मोटरगाड़ियों के टायर बनाए जाते हैं। हॉलैंड के वैज्ञानिकों के अनुसार मकड़ी में उपस्थित एक डोप नामक तरल पदार्थ उसके शरीर से बाहर निकलते ही एकप प्रोटीनयुक्त पॉलीमर के रूप में जाला बनाता है। पॉलीमर शब्द का प्रथम प्रयोग जोंस बर्जिलियस ने १८३३ में किया था। १९०७ में लियो बैकलैंड ने पहला सिंथेटिक पोलीमर, फिनोल और फॉर्मएल्डिहाइड की प्रक्रिया से बनाया। उन्होंने इसे बैकेलाइट नाम दिया। १९२२ में हर्मन स्टॉडिंगर को पॉलीमर के नए सिद्धांत को प्रतिपादित करने के लिए नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इससे पहले यह माना जाता था कि ये छोटे अणुओं का क्लस्टर है, जिन्हें कोलाइड्स कहते थे, जिसका आण्विक भार ज्ञात नहीं था। लेकिन इस सिद्धांत में कहा गया कि पाॅलीमर एक शृंखला में कोवेलेंट बंध द्वारा बंधे होते हैं। पॉलीमर शब्द पॉली (कई) और मेरोस (टुकड़ों) से मिलकर बना है। एक ही प्रकार की मोनोमर इकाईयों से बनने वाले बहुलक को होमोपॉलीमर कहते हैं। जैसे पॉलीस्टायरीन का एकमात्र मोनोमर स्टायरीन ही है। भिन्न प्रकार की मोनोमर इकाईयों से बनने वाले बहुलक को कोपॉलीमर कहते हैं। जैसे इथाइल-विनाइल-एसीटेट भिन्न प्रकार के मोनोमरों से बनता है। भौतिक व रासायनिक गुणों के आधार पर इन्हें दो वर्गों में बांटा जा सकता है: right.

नई!!: १९७६ और पॉलीमर · और देखें »

पी॰ टी॰ उषा

पिलावुळ्ळकण्टि तेक्केपरम्पिल् उषा (मलयालम: പിലാവുളളകണ്ടി തെക്കേപറമ്പില്‍ ഉഷ) (जन्म २७ जून १९६४), जो आमतौर पर पी॰ टी॰ उषा के नाम से जानी जाती हैं, भारत के केरल राज्य की एथलीट हैं। "भारतीय ट्रैक ऍण्ड फ़ील्ड की रानी" माने जानी वाली पी॰ टी॰ उषा भारतीय खेलकूद में १९७९ से हैं। वे भारत के अब तक के सबसे अच्छे खिलाड़ियों में से हैं। केरल के कई हिस्सों में परंपरा के अनुसार ही उनके नाम के पहले उनके परिवार/घर का नाम है। उन्हें "पय्योली एक्स्प्रेस" नामक उपनाम दिया गया था। पी॰ टी॰ उषा का जन्म केरल के कोज़िकोड जिले के पय्योली ग्राम में हुआ था। १९७६ में केरल राज्य सरकार ने महिलाओं के लिए एक खेल विद्यालय खोला और उषा को अपने जिले का प्रतिनिधि चुना गया। .

नई!!: १९७६ और पी॰ टी॰ उषा · और देखें »

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। .

नई!!: १९७६ और फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार · और देखें »

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। .

नई!!: १९७६ और फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार · और देखें »

फ़ॉर्मूला वन

The formula was defined in 1946; the first Formula One race was in 1947; the first World Championship season was 1950.

नई!!: १९७६ और फ़ॉर्मूला वन · और देखें »

फकीरा (1976 फ़िल्म)

फकीरा 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और फकीरा (1976 फ़िल्म) · और देखें »

फेरारी

फेरारी S.p. A., इटली के मैरानेलो स्थित एक स्पोर्ट्स कार निर्माता है। इसकी स्थापना, 1929 में स्क्यूडेरिया फेरारी के रूप में एंज़ो फेरारी द्वारा की गई। 1947 में फेरारी S.p. के रूप में कानूनी तौर पर चलने वाले वाहनों का उत्पादन करने से पहले इस कंपनी ने चालकों को प्रायोजित किया और दौड़ में भाग लेने वाली गाड़ियों का उत्पादन किया।A. अपने सम्पूर्ण इतिहास के दौरान,दौड़ प्रतियोगिता, खास करके फ़ॉर्मूला वन Formula One में अपनी निरंतर भागीदारी के लिए यह कंपनी प्रसिद्ध रहा है जहां इसे अपार सफलता मिली.

नई!!: १९७६ और फेरारी · और देखें »

बदनामी दी छां

बदनामी दी छां डोगरी भाषा के विख्यात साहित्यकार रामनाथ शास्त्री द्वारा रचित एक कहानी–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1976 में डोगरी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९७६ और बदनामी दी छां · और देखें »

बा मुलाहज़ा होशिआर

बा मुलाहज़ा होशिआर पंजाबी भाषा के विख्यात साहित्यकार नरेन्द्रपाल सिंह द्वारा रचित एक उपन्यास है जिसके लिये उन्हें सन् 1976 में पंजाबी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९७६ और बा मुलाहज़ा होशिआर · और देखें »

बारूद (1976 फ़िल्म)

बारूद 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और बारूद (1976 फ़िल्म) · और देखें »

बाला (१९७६ फ़िल्म)

बाला 1976 में बनी बांग्ला भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और बाला (१९७६ फ़िल्म) · और देखें »

बालकृष्ण राव

बालकृष्ण राव (जन्म १९१३, निधन १९७६) हिन्दी के कवि एवं संपादक थें। ये हिंदी साहित्य सम्मेलन, इलाहाबाद की माध्यम पत्रिका के पहले सम्पादक बने एवं भारत सरकार के आकाशवाणी विभाग में रहकर हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए अनेक महत्त्वपूर्ण कार्य किए। इनकी अनेक आलोचनाएँ विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई। १९५३ में कवि भारती के सह सम्पादक रहे। श्रेणी:हिन्दी साहित्यकार.

नई!!: १९७६ और बालकृष्ण राव · और देखें »

बिल गेट्स

विलियम हेनरी गेट्स III बिल गेट्स (विलियम हेनरी गेट्स III) माइक्रोसॉफ्ट नामक कम्पनी के सह संस्थापक तथा अध्यक्ष है। इनका जन्म 28 अक्टूबर, 1955 को वाशिंगटन के एक उच्च-मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ। इनके पिता का नाम विलियम एच.

नई!!: १९७६ और बिल गेट्स · और देखें »

बिहार के राज्यपालों की सूची

कोई विवरण नहीं।

नई!!: १९७६ और बिहार के राज्यपालों की सूची · और देखें »

बजरंगबली (1976 फ़िल्म)

जय बजरंग बली 1976 में बनी हिन्दी फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और बजरंगबली (1976 फ़िल्म) · और देखें »

बुलेट (1976 फ़िल्म)

बुलेट 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और बुलेट (1976 फ़िल्म) · और देखें »

बेगम ज़ोहरा अली यावर जंग

बेगम ज़ोहरा अली यावर जंग को भारत सरकार द्वारा सन १९७६ में समाज सेवा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये आंध्र प्रदेश से हैं। श्रेणी:१९७६ पद्म भूषण.

नई!!: १९७६ और बेगम ज़ोहरा अली यावर जंग · और देखें »

बीसवीं शताब्दी

ग्रेगरी पंचांग (कलेंडर) के अनुसार ईसा की बीसवीं शताब्दी 1 जनवरी 1901 से 31 दिसम्बर 2000 तक मानी जाती है। कुछ इतिहासवेत्ता 1914 से 1992 तक को संक्षिप्त बीसवीं शती का नाम भी देते हैं। (उन्नीसवी शताब्दी - बीसवी शताब्दी - इक्कीसवी शताब्दी - और शताब्दियाँ) दशक: १९०० का दशक १९१० का दशक १९२० का दशक १९३० का दशक १९४० का दशक १९५० का दशक १९६० का दशक १९७० का दशक १९८० का दशक १९९० का दशक ---- समय के गुज़रने को रेकोर्ड करने के हिसाब से देखा जाये तो बीसवी शताब्दी वह शताब्दी थी जो १९०१ - २००० तक चली थी। मनुष्य जाति के जीवन का लगभग हर पहलू बीसवी शताब्दी में बदल गया।.

नई!!: १९७६ और बीसवीं शताब्दी · और देखें »

भँवर (1976 फ़िल्म)

भँवर 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और भँवर (1976 फ़िल्म) · और देखें »

भारत के अभयारण्य

भारत में 500 से अधिक प्राणी अभयारण्य हैं, जिन्हें वन्य जीवन अभयारण्य (IUCN श्रेणी IV सुरक्षित क्षेत्र) कहा जाता है। इनमें से 28 बाघ अभयारण्य बाघ परियोजना द्वारा संचालित हैं, जो बाघ-संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण हैं। कुछ वन्य अभयारण्यों को पक्षी-अभयारण्य कहा जाता रहा है, (जैसे केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान) जब तक कि उन्हें राष्ट्रीय उद्यान का दर्ज़ा नहीं मिल गया। कई राष्ट्रीय उद्यान पहले वन्य जीवन अभयारण्य ही थे। कुछ वन्य जीवन अभयारण्य संरक्षण हेतु राष्ट्रीय महत्व रखते हैं, अपनी कुछ मुख्य प्राणी प्रजातियों के कारण। अतः उन्हें राष्ट्रीय वन्य जीवन अभयारण्य कहा जाता है, जैसे.

नई!!: १९७६ और भारत के अभयारण्य · और देखें »

भारतीय इतिहास तिथिक्रम

भारत के इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाएं तिथिक्रम में।;भारत के इतिहास के कुछ कालखण्ड.

नई!!: १९७६ और भारतीय इतिहास तिथिक्रम · और देखें »

भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम

भारतीय अन्तरिक्ष कार्यक्रम डॉ विक्रम साराभाई की संकल्पना है, जिन्हें भारतीय अन्तरिक्ष कार्यक्रम का जनक कहा गया है। वे वैज्ञानिक कल्पना एवं राष्ट्र-नायक के रूप में जाने गए। वर्तमान प्रारूप में इस कार्यक्रम की कमान भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के हाथों में है। .

नई!!: १९७६ और भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम · और देखें »

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, (संक्षेप में- इसरो) (Indian Space Research Organisation, ISRO) भारत का राष्ट्रीय अंतरिक्ष संस्थान है जिसका मुख्यालय बेंगलुरू कर्नाटक में है। संस्थान में लगभग सत्रह हजार कर्मचारी एवं वैज्ञानिक कार्यरत हैं। संस्थान का मुख्य कार्य भारत के लिये अंतरिक्ष संबधी तकनीक उपलब्ध करवाना है। अन्तरिक्ष कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्यों में उपग्रहों, प्रमोचक यानों, परिज्ञापी राकेटों और भू-प्रणालियों का विकास शामिल है। 1969 में स्थापित, इसरो अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए तत्कालीन भारतीय राष्ट्रीय समिति (INCOSPAR) स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और उनके करीबी सहयोगी और वैज्ञानिक विक्रम साराभाई के प्रयासों से 1962 में स्थापित किया गया। भारत का पहला उपग्रह, आर्यभट्ट, जो 19 अप्रैल 1975 सोवियत संघ द्वारा शुरू किया गया था यह गणितज्ञ आर्यभट्ट के नाम पर रखा गया था बनाया।इसने 5 दिन बाद काम करना बंद कर दिया था। लेकिन ये अपने आप में भारत के लिये एक बड़ी उपलब्धि थी। 7 जून 1979 को भारत ने दूसरा उपग्रह भास्कर 445 किलो का था, पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किया गया। 1980 में रोहिणी उपग्रह पहला भारतीय-निर्मित प्रक्षेपण यान एसएलवी -3 बन गया जिस्से कक्षा में स्थापित किया गया। इसरो ने बाद में दो अन्य रॉकेट विकसित किये। ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान उपग्रहों शुरू करने के लिए ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी),भूस्थिर कक्षा में उपग्रहों को रखने के लिए ध्रुवीय कक्षाओं और भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान (जीएसएलवी) भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान। ये रॉकेट कई संचार उपग्रहों और पृथ्वी अवलोकन गगन और आईआरएनएसएस तरह सैटेलाइट नेविगेशन सिस्टम तैनात किया उपग्रह का शुभारंभ किया।जनवरी 2014 में इसरो सफलतापूर्वक जीसैट -14 का एक जीएसएलवी-डी 5 प्रक्षेपण में एक स्वदेशी क्रायोजेनिक इंजन का इस्तेमाल किया गया। इसरो के वर्तमान निदेशक ए एस किरण कुमार हैं। आज भारत न सिर्फ अपने अंतरिक्ष संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति करने में सक्षम है बल्कि दुनिया के बहुत से देशों को अपनी अंतरिक्ष क्षमता से व्यापारिक और अन्य स्तरों पर सहयोग कर रहा है। इसरो एक चंद्रमा की परिक्रमा, चंद्रयान -1 भेजा, 22 अक्टूबर 2008 और एक मंगल ग्रह की परिक्रमा, मंगलयान (मंगल आर्बिटर मिशन) है, जो सफलतापूर्वक मंगल ग्रह की कक्षा में प्रवेश पर 24 सितंबर 2014 को भारत ने अपने पहले ही प्रयास में सफल होने के लिए पहला राष्ट्र बना। दुनिया के साथ ही एशिया में पहली बार अंतरिक्ष एजेंसी में एजेंसी को सफलतापूर्वक मंगल ग्रह की कक्षा तक पहुंचने के लिए इसरो चौथे स्थान पर रहा। भविष्य की योजनाओं मे शामिल जीएसएलवी एमके III के विकास (भारी उपग्रहों के प्रक्षेपण के लिए) ULV, एक पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण यान, मानव अंतरिक्ष, आगे चंद्र अन्वेषण, ग्रहों के बीच जांच, एक सौर मिशन अंतरिक्ष यान के विकास आदि। इसरो को शांति, निरस्त्रीकरण और विकास के लिए साल 2014 के इंदिरा गांधी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मंगलयान के सफल प्रक्षेपण के लगभग एक वर्ष बाद इसने 29 सितंबर 2015 को एस्ट्रोसैट के रूप में भारत की पहली अंतरिक्ष वेधशाला स्थापित किया। जून 2016 तक इसरो लगभग 20 अलग-अलग देशों के 57 उपग्रहों को लॉन्च कर चुका है, और इसके द्वारा उसने अब तक 10 करोड़ अमेरिकी डॉलर कमाए हैं।http://khabar.ndtv.com/news/file-facts/in-record-launch-isro-flies-20-satellites-into-space-10-facts-1421899?pfrom.

नई!!: १९७६ और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन · और देखें »

भोगीलाल पांड्या

भोगीलाल पांड्या को भारत सरकार द्वारा सन १९७६ में समाज सेवा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये राजस्थान से हैं। श्रेणी:१९७६ पद्म भूषण.

नई!!: १९७६ और भोगीलाल पांड्या · और देखें »

मचामा

मचामा कश्मीरी भाषा के विख्यात साहित्यकार पुष्कर भान द्वारा रचित एक नाटक है जिसके लिये उन्हें सन् 1976 में कश्मीरी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९७६ और मचामा · और देखें »

मन मंथन

मन मंथन कन्नड़ भाषा के विख्यात साहित्यकार एम. शिवराम द्वारा रचित एक मनोवैज्ञानिक अध्ययन है जिसके लिये उन्हें सन् 1976 में कन्नड़ भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९७६ और मन मंथन · और देखें »

ममांग लीकाई थंबाल शातले

ममांग लीकाई थंबाल शातले मणिपुरी भाषा के विख्यात साहित्यकार एल. समरेन्द्र सिंह द्वारा रचित एक कविता–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1976 में मणिपुरी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९७६ और ममांग लीकाई थंबाल शातले · और देखें »

मल्लिकार्जुन बी मंसूर

मल्लिकार्जुन भीमारयप्पा मंसूर (कन्नड़:ಮಲ್ಲಿಕಾರ್ಜುನ ಮನ್ಸೂರ್) (१९१०-१९९२) हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत में जयपुर-अतरौली घराने के खयाल शैली के गायक थे। इनको भारत सरकार द्वारा सन १९७६ में कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये कर्नाटक से हैं। .

नई!!: १९७६ और मल्लिकार्जुन बी मंसूर · और देखें »

महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय, रोहतक

'''महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय, रोहतक''' का मुख्य द्वार महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय, भारत का एक सार्वजनिक विश्वविद्यालय है। यह हरियाणा के रोहतक में स्थित है। इसकी स्थापना सन १९७६ में हुई थी। यह विश्वविद्यालय तथा भारतीय प्रबन्धन संस्थान, रोहतक दोनों एक ही परिसर में स्थित हैं। .

नई!!: १९७६ और महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय, रोहतक · और देखें »

महाराष्ट्र के राज्यपालों की सूची

यह सूची भारत के भूतपूर्व बॉम्बे राज्य और वर्तमान महाराष्ट्र राज्य के राज्यपालों की है। राज्यपाल का आधिकारिक आवास राजभवन है जो राजधानी मुम्बई में स्थित है। .

नई!!: १९७६ और महाराष्ट्र के राज्यपालों की सूची · और देखें »

माँ (1976 फ़िल्म)

माँ 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और माँ (1976 फ़िल्म) · और देखें »

मिलवॉकी बक्स

श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन.

नई!!: १९७६ और मिलवॉकी बक्स · और देखें »

मिज़ूरी

अमेरिका के मानचित्र पर मिज़ूरी (Missouri) आयोवा, इलिनॉय, केन्टकी, टेनेसी, अर्कन्सास, ओक्लाहोमा, केन्सास और नेब्रास्का से घिरा संयुक्त राज्य अमेरिका के मध्य-पश्चिम क्षेत्र का एक राज्य है। मिसौरी सबसे अधिक जनसंख्या वाला 18वां राज्य है जिसकी 2009 में अनुमानित जनसंख्या 5,987,580 थी। यह 114 प्रान्तों और एक स्वतंत्र शहर से मिलकर बना है। मिसौरी की राजधानी जेफ़रसन शहर है। तीन सबसे बड़े शहरी क्षेत्र सेंट लुई, कन्सास शहर और स्प्रिंगफील्ड हैं। मिसौरी को मूल रूप से लुइसियाना खरीद के भाग के रूप में फ्रांस से अधिग्रहण किया गया था। मिसौरी राज्य क्षेत्र के भाग को 10 अगस्त 1821 में 24वें राज्य के रूप में संघ में शामिल कर लिया गया। मिसौरी में राष्ट्र के जनसांख्यिकीय, आर्थिक और राजनैतिक क्षेत्र में शहरी और ग्रामीण संस्कृति का मिश्रण देखने को मिलता है। इसे लंबे समय से एक राजनीतिक कसौटी राज्य माना जाता रहा है। 1956 और 2008 को छोड़कर, मिसौरी के U.S. राष्ट्रपति के पद के चुनाव के परिणाम ने 1904 से प्रत्येक चुनाव में संयुक्त राज्य अमेरिका के अगले राष्ट्रपति की सही-सही भविष्यवाणी की है। यह मध्य पश्चिमी और दक्षिणी दोनों संस्कृतियों से प्रभावित है और अपने इतिहास में एक सीमा राज्य के रूप में प्रदर्शित है। यह पूर्वी और पश्चिमी संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच एक अवस्थांतर भी है क्योंकि सेंट लुई को अक्सर "सुदूर-पश्चिमी पूर्वी शहर" और कन्सास शहर को "सुदूर-पूर्वी पश्चिमी शहर" कहते हैं। मिसौरी के भूगोल में अत्यधिक विविधता है। राज्य का उत्तरी भाग विच्छेदित गोल मैदानों में पड़ता है जबकि दक्षिणी भाग ओज़ार्क पर्वतों (विच्छेदित पठार) में पड़ता है जिसे मिसोरी नदी दो भागों में बांटती है। मिसिसिपी और मिसौरी नदियों का संगम सेंट लुई के पास स्थित है। .

नई!!: १९७६ और मिज़ूरी · और देखें »

मंथन (1976 फ़िल्म)

मंथन 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और मंथन (1976 फ़िल्म) · और देखें »

मुखम्मस

मुखम्मस (अंग्रेजी: Mukhammas) (उर्दू:مخمس) उर्दू कविता का एक प्रारूप है। इसकी उत्पत्ति फ़ारसी भाषा से हुई है ऐसा माना जाता है। इसमें प्रत्येक बन्द या चरण 5-5 पंक्ति का होता है पहले चरण की सभी पंक्तियों में एक-सी लयबद्धता होती है। जबकि बाद के सभी बन्द अपनी अन्तिम पंक्ति में शुरुआती बन्द की आखिरी बन्दिश लय में आबद्ध होते रहते हैं। निम्न उद्धरण में दिये गये शुरुआती बन्द से यह बात एकदम स्पष्ठ हो जाती है। (शेष अंश नीचे उदाहरण वाले अनुभाग में देखें): .

नई!!: १९७६ और मुखम्मस · और देखें »

मुकेश

मुकेश चंद माथुर (जुलाई २२, १९२३, दिल्ली, भारत - अगस्त २७, १९७६), लोकप्रिय तौर पर सिर्फ़ मुकेश के नाम से जाने वाले, हिन्दी सिनेमा के एक प्रमुख पार्श्व गायक थे। मुकेश की आवाज़ बहुत खूबसूरत थी पर उनके एक दूर के रिश्तेदार मोतीलाल ने उन्हें तब पहचाना जब उन्होंने उसे अपनी बहन की शादी में गाते हुए सुना। मोतीलाल उन्हें बम्बई ले गये और अपने घर में रहने दिया। यही नहीं उन्होंने मुकेश के लिए रियाज़ का पूरा इन्तजाम किया। इस दौरान मुकेश को एक हिन्दी फ़िल्म निर्दोष (१९४१) में मुख्य कलाकार का काम मिला। पार्श्व गायक के तौर पर उन्हें अपना पहला काम १९४५ में फ़िल्म पहली नज़र में मिला। मुकेश ने हिन्दी फ़िल्म में जो पहला गाना गाया, वह था दिल जलता है तो जलने दे जिसमें अदाकारी मोतीलाल ने की। इस गीत में मुकेश के आदर्श गायक के एल सहगल के प्रभाव का असर साफ़-साफ़ नज़र आता है। 1959 में अनाड़ी फ़िल्म के ‘सब कुछ सीखा हमने न सीखी होशियारी’ गाने के लिए बेस्ट प्लेबैक सिंगर का फिल्म फेयर अवॉर्ड मिला था। १९७४ में मुकेश को रजनीगन्धा फ़िल्म में कई बार यूँ भी देखा है गाना गाने के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। १९७६ में जब वे अमेरीका के डेट्रॉयट शहर में दौरे पर थे, तब उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनकी मृत्यु हो गयी। .

नई!!: १९७६ और मुकेश · और देखें »

मैनहटन

न्यू जर्सी के हैमिल्टन पार्क से मैनहटन. मैनहटन न्यूयॉर्क शहर के नगरों में से एक है। हडसन नदी के मुंहाने पर मुख्य रूप से मैनहटन द्वीप पर स्थित, इस नगर की सीमाएं न्यूयॉर्क राज्य के न्यूयॉर्क प्रान्त नामक एक मूल प्रान्त की सीमाओं के समान हैं। इसमें मैनहटन द्वीप और कई छोटे-छोटे समीपवर्ती द्वीप: रूज़वेल्ट द्वीप, रंडाल्स द्वीप, वार्ड्स द्वीप, गवर्नर्स द्वीप, लिबर्टी द्वीप, एलिस द्वीप, 523 यू.एस.

नई!!: १९७६ और मैनहटन · और देखें »

मैल्कम सत्यनाथन आदिशेशैया

मैल्कम सत्यनाथन आदिशेशैया को भारत सरकार द्वारा सन १९७६ में प्रशासकीय सेवा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये तमिलनाडु से हैं। श्रेणी:१९७६ पद्म भूषण.

नई!!: १९७६ और मैल्कम सत्यनाथन आदिशेशैया · और देखें »

मेरी तेरी उसकी बात

मेरी तेरी उसकी बात हिन्दी के विख्यात साहित्यकार यशपाल द्वारा रचित एक उपन्यास है जिसके लिये उन्हें सन् 1976 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मेरी तेरी उसकी बात हिंदी उपन्यासकार यशपाल द्वारा लिखा गया उपन्यास है। इसकी पृष्ठभूमि अगस्त १९४२ का ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ का विस्फोट है। यह दो पीड़ियों से क्रान्ति की वेदना को अदम्य बनाते वैयक्तिक, पारिवारिक, सामाजिक और साम्रप्रदायिक विषमताओं की कहानी कहता है। इसमें जीवन में जीर्ण रूढ़ियों की सड़ांध से उत्पन्न व्याधियों और सभी प्रकार की असह्य बातों का विरोध भी मिलता है। .

नई!!: १९७६ और मेरी तेरी उसकी बात · और देखें »

यशपाल

---- यशपाल (३ दिसम्बर १९०३ - २६ दिसम्बर १९७६) का नाम आधुनिक हिन्दी साहित्य के कथाकारों में प्रमुख है। ये एक साथ ही क्रांतिकारी एवं लेखक दोनों रूपों में जाने जाते है। प्रेमचंद के बाद हिन्दी के सुप्रसिद्ध प्रगतिशील कथाकारों में इनका नाम लिया जाता है। अपने विद्यार्थी जीवन से ही यशपाल क्रांतिकारी आन्दोलन से जुड़े, इसके परिणामस्वरुप लम्बी फरारी और जेल में व्यतीत करना पड़ा। इसके बाद इन्होने साहित्य को अपना जीवन बनाया, जो काम कभी इन्होने बंदूक के माध्यम से किया था, अब वही काम इन्होने बुलेटिन के माध्यम से जनजागरण का काम शुरु किया। यशपाल को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९७० में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। .

नई!!: १९७६ और यशपाल · और देखें »

यशपाल (वैज्ञानिक)

प्रोफेसर यशपाल (जन्म: २६ नवंबर १९२६, मृत्यु: २४ जुलाई २०१७) भारतीय शिक्षाविद व वैज्ञानिक थे। .

नई!!: १९७६ और यशपाल (वैज्ञानिक) · और देखें »

युवा दिवस (दक्षिण अफ्रिका)

16 जून 1976 को दक्षिण अफ्रिका के टोएटा में दस हजार काले स्कूली छात्रों द्वारा अपनी खराब गुणवत्ता वाली शिक्षा के खिलाफ तथा अपनी भाषा में बात करने के अधिकार के लिए किए गए प्रदर्शन की याद में यह दिवस मनाया जाता है। लगभग आधे मील लंबे इस प्रदर्शन में सैंकड़ों छात्रों को गोली मार दी गई तथा हजारों व्यक्ति घायल हो गए। .

नई!!: १९७६ और युवा दिवस (दक्षिण अफ्रिका) · और देखें »

राम मेहता

राम मेहता को भारत सरकार द्वारा सन १९७६ में प्रशासकीय सेवा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये दिल्ली से हैं। श्रेणी:१९७६ पद्म भूषण.

नई!!: १९७६ और राम मेहता · और देखें »

रायबहादुर गूजर मल मोदी

गूजर मल मोदी (९ अगस्त, १९०२ - २२ जनवरी, १९७६) भारत के एक उद्योगपति थे। इन्होंने मोदी उद्योग गृह की स्थापना की। इन्होंने ही उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में बेगमाबाद गाँव को मोदीनगर नामक एक औद्योगिक टाउनशिप का रूप दिया। इनको उद्योग एवं व्यापार के क्षेत्र में सन १९६८ में भारत सरकार ने पद्म भूषण से सम्मानित किया था। ये उत्तर प्रदेश राज्य से हैं। गूजरमल मोदी के नाम का शिलालेख, गूजरमल मोदी अस्पताल, साकेत, नई दिल्ली में स्थित .

नई!!: १९७६ और रायबहादुर गूजर मल मोदी · और देखें »

रजनीकान्त

रजनीकान्त;(मराठी:शिवाजीराव गायकवाड) एक तमिल एवं हिन्दी फिल्म अभिनेता हैं। इन्‍हे दक्षिण भारत मे भगवान की तरह पूजा जाता है। उन्होने अभिनेता के रूप में अपनी शुरुआत राष्ट्रीय फ़िल्म अवार्ड विजेता फ़िल्म अपूर्व रागंगल (१९७५) से की, जिसके निर्देशक के.

नई!!: १९७६ और रजनीकान्त · और देखें »

रंग पट्टिकाओं की सूची

यह एक लेख है, जो कम्प्यूटर ग्राफिक्स्, टर्मिनल एवं वीडियो गेम्स के प्रदर्शकों हेतु बना है। रंग पट्टिका, जिसे रंग पैलेट भी कहते हैं, उसका केवल मात्र एक एक नमूना ही यहाँ दिया है। नमूना परिक्षण सारणी, दी गई है। |- || चित्र:RGB 24bits palette sample image.jpg || चित्र:RGB 24bits palette color test chart.png | .

नई!!: १९७६ और रंग पट्टिकाओं की सूची · और देखें »

रंगीला रतन (1976 फ़िल्म)

रंगीला रतन 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और रंगीला रतन (1976 फ़िल्म) · और देखें »

लगाम (1976 फ़िल्म)

लगाम 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और लगाम (1976 फ़िल्म) · और देखें »

लक्ष्मण शास्त्री जोशी

लक्ष्मणशास्त्री बाळाजी जोशी (२७ जनवरी १९०१ - २७ मई १९९४) एक संस्कृतवादी, वैदिक विद्वान, विचारक और महाराष्ट्र राज्य से मराठी लेखक थे। उन्हे भारत सरकार द्वारा सन १९७६ में साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से और १९९२ में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। जोशी का जन्म २७ जनवरी १९०१ को पिम्पलनेर, महाराष्ट्र में हुआ। .

नई!!: १९७६ और लक्ष्मण शास्त्री जोशी · और देखें »

लक्ष्मी (अभिनेत्री)

लक्ष्मी नारायण हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। .

नई!!: १९७६ और लक्ष्मी (अभिनेत्री) · और देखें »

लैला मज़नू (1976 फ़िल्म)

लैला मज़नू 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और लैला मज़नू (1976 फ़िल्म) · और देखें »

लीलटांस

लीलटांस राजस्थानी भाषा के विख्यात साहित्यकार कन्हैयालाल सेठिया द्वारा रचित एक कविता–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1976 में राजस्थानी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९७६ और लीलटांस · और देखें »

शराफत छोड़ दी मैंने (1976 फ़िल्म)

शराफत छोड़ दी मैंने 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और शराफत छोड़ दी मैंने (1976 फ़िल्म) · और देखें »

शाद खान

शाद खान (जन्म: 30 मई, 1976) एक अभिनेता हैं। .

नई!!: १९७६ और शाद खान · और देखें »

शंकर दादा (1976 फ़िल्म)

शंकर दादा 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और शंकर दादा (1976 फ़िल्म) · और देखें »

शंकर शंभु (1976 फ़िल्म)

शंकर शंभु 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और शंकर शंभु (1976 फ़िल्म) · और देखें »

शक (1976 फ़िल्म)

शक 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और शक (1976 फ़िल्म) · और देखें »

श्याम बेनेगल

श्याम बेनेगल (जन्म 14 दिसंबर, 1934) हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध निर्देशक हैं। अंकुर, निशांत, मंथन और भूमिका जैसी फिल्मों के लिये चर्चित बेनेगल समानांतर सिनेमा के अग्रणी निर्देशकों में शुमार किये जाते हैं। श्याम को 1976 में पद्मश्री और 1961 में पद्मभूषण सम्मान दिये गये। 2007 में वे अपने योगदान के लिये भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च पुरस्कार दादा साहब फाल्के पुरस्कार से नवाज़े गये। सर्वश्रेष्ठ हिन्दी फीचर फिल्म के लिये राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार पाँच बार जीतने वाले वे एकमात्र फिल्म निर्देशक हैं। श्याम बेनेगल को भारत सरकार द्वारा सन १९९१ में कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया था। ये महाराष्ट्र से हैं। .

नई!!: १९७६ और श्याम बेनेगल · और देखें »

श्रृंखल

श्रृंखल असमिया भाषा के विख्यात साहित्यकार भवेन्द्रनाथ सइकीया द्वारा रचित एक कहानी–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1976 में असमिया भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९७६ और श्रृंखल · और देखें »

श्रीनारायण चतुर्वेदी

पं॰ श्रीनारायण चतुर्वेदी (१८९५ -- १८ अगस्त १९९०) हिन्दी के साहित्यकार, प्रचारक, सर्जक तथा पत्रकार थे जो आजीवन हिन्दी के लिये समर्पित रहे। वे सरस्वती पत्रिका के सम्पादक रहे। उन्होने राष्ट्र को हिन्दीमय बनाने के लिये जनता में भाषा की जीवन्त चेतना को उकसाया। अपनी अमूल्य हिन्दी सेवा द्वारा उन्होने भारतरत्न मदन मोहन मालवीय तथा पुरुषोत्तम दास टंडन की योजनाओं और लक्ष्यों को आगे बढ़ाया। .

नई!!: १९७६ और श्रीनारायण चतुर्वेदी · और देखें »

श्रीलंकाई गृहयुद्ध का इतिहास

श्रीलंकाई गृहयुद्ध श्रीलंका में बहुसंख्यक सिंहला और अल्पसंख्यक तमिलो के बीच २३ जुलाई, १९८३ से आरंभ हुआ गृहयुद्ध है। मुख्यतः यह श्रीलंकाई सरकार और अलगाववादी गुट लिट्टे के बीच लड़ा जाने वाला युद्ध है। ३० महीनों के सैन्य अभियान के बाद मई २००९ में श्रीलंकाई सरकार ने लिट्टे को परास्त कर दिया। लगभग २५ वर्षों तक चले इस गृहयुद्ध में दोनों ओर से बड़ी संख्या में लोग मारे गए और यह युद्ध द्वीपीय राष्ट्र की अर्थव्यस्था और पर्यावरण के लिए घातक सिद्ध हुआ। लिट्टे द्वारा अपनाई गई युद्ध-नीतियों के चलते ३२ देशों ने इसे आतंकवादी गुटो की श्रेणी में रखा जिनमें भारत, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, यूरोपीय संघ के बहुत से सदस्य राष्ट्र और अन्य कई देश हैं। एक-चौथाई सदी तक चले इस जातीय संघर्ष में सरकारी आँकड़ों के अनुसार ही लगभग ८०,००० लोग मारे गए हैं। .

नई!!: १९७६ और श्रीलंकाई गृहयुद्ध का इतिहास · और देखें »

श्रीकांत वर्मा

श्रीकांत वर्मा (Shrikant verma) (१८ नवंबर १९३१- १९८६) का जन्म बिलासपुर (bilaspur), मध्य प्रदेश में हुआ। वे गीतकार, कथाकार तथा समीक्षक के रूप में जाने जाते हैं। ये राजनीति से भी जुडे थे तथा लोकसभा के सदस्य रहे। १९५७ में प्रकाशित भटका मेघ, १९६७ में प्रकाशित मायादर्पण और दिनारम्भ, १९७३ में प्रकाशित जलसाघर और १९८४ में प्रकाशित मगध इनकी काव्य-कृतियाँ हैं। 'झाडियाँ तथा 'संवाद इनके कहानी-संग्रह है। 'बीसवीं शताब्दी के अंधेरे में एक आलोचनात्मक ग्रंथ है। उनकी प्रारंभिक शिक्षा बिलासपुर(bilaspur) तथा रायपुर(raipur) में हुई तथा नागपुर विश्वविद्यालय से १९५६ में उन्होंने हिन्दी साहित्य में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त की। इसके बाद वे दिल्ली चले गए और वहाँ विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में लगभग एक दशक तक पत्रकार के रूप में कार्य किया। १९६६ से १९७७ तक वे दिनमान के विशेष संवाददाता रहे। १९७६ में काँग्रेस के के टिकट पर चुनाव जीतकर वे राज्य सभा के सदस्य बने। और सत्तरवें दशक के उत्तरार्ध से ८०वें दशक के पूर्वार्ध तक पार्टी के प्रवक्ता के रूप में कार्य करते रहे। १९८० में वे इंदिरा गांधी के राष्ट्रीय चुनाव अभियान के प्रमुख प्रबंधक रहे और १९८४ में राजीव गांधी के परामर्शदाता तथा राजनीतिक विश्लेषक के रूप में कार्य करते रहे। कांग्रेस को अपना "गरीबी हटाओ" का अमर स्लोगन दिया.

नई!!: १९७६ और श्रीकांत वर्मा · और देखें »

शैलेश मटियानी

शैलेश मटियानी (१४ अक्टूबर १९३१ - २४ अप्रैल २००१) आधुनिक हिन्दी साहित्य-जगत् में नयी कहानी आन्दोलन के दौर के कहानीकार एवं प्रसिद्ध गद्यकार थे। उन्होंने 'बोरीवली से बोरीबन्दर' तथा 'मुठभेड़', जैसे उपन्यास, चील, अर्धांगिनी जैसी कहानियों के साथ ही अनेक निबंध तथा प्रेरणादायक संस्मरण भी लिखे हैं। उनके हिन्दी साहित्य के प्रति प्रेरणादायक समर्पण व उत्कृष्ट रचनाओं के फलस्वरूप आज भी उत्तराखण्ड सरकार द्वारा उत्तराखण्ड राज्य में पुरस्कार का वितरण होता है। .

नई!!: १९७६ और शैलेश मटियानी · और देखें »

समकालीन

समकालीन इतिहास के उस अवधि के बारे में बताता है जो आज के लिए एकदम प्रासंगिक है तथा आधुनिक इतिहास के कुछ निश्चित परिप्रेक्ष्य से संबंधित है। हाल के समकालीन इतिहास की कमजोर परिभाषा विश्व युद्ध-II जैसी घटनाओं को शामिल करती है, लेकिन उन घटनाओं को शामिल नहीं करती जिनके प्रभाव को समाप्त किया जा चुका है। .

नई!!: १९७६ और समकालीन · और देखें »

साहिर लुधियानवी

साहिर लुधियानवी (८ मार्च १९२१ - २५ अक्टूबर १९८०) एक प्रसिद्ध शायर तथा गीतकार थे। इनका जन्म लुधियाना में हुआ था और लाहौर (चार उर्दू पत्रिकाओं का सम्पादन, सन् १९४८ तक) तथा बंबई (१९४९ के बाद) इनकी कर्मभूमि रही। .

नई!!: १९७६ और साहिर लुधियानवी · और देखें »

सिमरन

सिमरन (जन्म: 4 अप्रैल, 1976) हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। .

नई!!: १९७६ और सिमरन · और देखें »

सिंडरेला

सिंडरेला या, द लिटिल ग्लास स्लिपर (फ्रांसीसी: सेनड्रीलॉन, ओऊ ला पेटाईट पैनटोफल डी वेरे) एक विख्यात पारंपरिक लोक कथा है, जिसमें अन्याय का दमन/विजय रुपी एक मिथक तत्व का वर्णन है। दुनिया भर में इसके हज़ारों मित प्रचलित हैं। इसकी मुख्य चरित्र दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थितियों में रहती एक युवा लड़की है, जिसकी किस्मत का सितारा अचानक बदल जाता है। "सिंडरेला" शब्द का तात्पर्य सादृश्य के आधार पर उस व्यक्ति से है जिसकी विशेषताओं को कोई मोल नहीं देता या वह जो एक अवधि तक दुःख और उपेक्षा भरा जीवन बिताने के बाद अनपेक्षित रूप से पहचान या सफलता हासिल कर लेती है। सिंडरेला की यह लोकप्रिय कहानी अभी भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय संस्कृतियों को प्रभावित करती है और विभिन्न प्रकार की मीडिया को कथानक के तत्व, प्रसंग, संकेत आदि उधार देती है। .

नई!!: १९७६ और सिंडरेला · और देखें »

संतान (1976 फ़िल्म)

संतान 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और संतान (1976 फ़िल्म) · और देखें »

संजीव कुमार

संजीव कुमार (मूल नाम: हरीभाई जरीवाला; जन्म: 9 जुलाई 1938, मृत्यु: 6 नवम्बर 1985) हिन्दी फ़िल्मों के एक प्रसिद्ध अभिनेता थे। उनका पूरा नाम हरीभाई जरीवाला था। वे मूल रूप से गुजराती थे। इस महान कलाकार का नाम फ़िल्मजगत की आकाशगंगा में एक ऐसे धुव्रतारे की तरह याद किया जाता है जिनके बेमिसाल अभिनय से सुसज्जित फ़िल्मों की रोशनी से बॉलीवुड हमेशा जगमगाता रहेगा। उन्होंने नया दिन नयी रात फ़िल्म में नौ रोल किये थे। कोशिश फ़िल्म में उन्होंने गूँगे बहरे व्यक्ति का शानदार अभिनय किया था। शोले फ़िल्म में ठाकुर का चरित्र उनके अभिनय से अमर हो गया। उन्हें श्रेष्ठ अभिनेता के लिए राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार के अलावा फ़िल्मफ़ेयर क सर्वश्रेष्ठ अभिनेता व सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार दिया गया। वे आजीवन कुँवारे रहे और मात्र 47 वर्ष की आयु में सन् 1984 में हृदय गति रुक जाने से बम्बई में उनकी मृत्यु हो गयी। 1960 से 1984 तक पूरे पच्चीस साल तक वे लगातार फ़िल्मों में सक्रिय रहे। उन्हें उनके शिष्ट व्यवहार व विशिष्ट अभिनय शैली के लिये फ़िल्मजगत में हमेशा याद किया जायेगा। .

नई!!: १९७६ और संजीव कुमार · और देखें »

संविधान

संविधान, मूल सिद्धान्तों या स्थापित नज़ीरों का एक समुच्चय है, जिससे कोई राज्य या अन्य संगठन अभिशासित होते हैं। वह किसी संस्था को प्रचालित करने के लिये बनाया हुआ संहिता (दस्तावेज) है। यह प्रायः लिखित रूप में होता है। यह वह विधि है जो किसी राष्ट्र के शासन का आधार है; उसके चरित्र, संगठन, को निर्धारित करती है तथा उसके प्रयोग विधि को बताती है, यह राष्ट्र की परम विधि है तथा विशेष वैधानिक स्थिति का उपभोग करती है सभी प्रचलित कानूनों को अनिवार्य रूप से संविधान की भावना के अनुरूप होना चाहिए यदि वे इसका उल्लंघन करेंगे तो वे असंवैधानिक घोषित कर दिए जाते है। भारत का संविधान विश्व के किसी भी सम्प्रभु देश का सबसे लम्बा लिखित संविधान है, जिसमें, उसके अंग्रेज़ी-भाषी संस्करण में १४६,३८५ शब्दों के साथ, २२ भागों में ४४४ अनुच्छेद, १२ अनुसूचियाँ और १०१ संशोधन हैं, जबकि मोनाको का संविधान सबसे छोटा लिखित संविधान है, जिसमें ९७ अनुच्छेदों के साथ १० अध्याय, और कुल ३,८१४ शब्द हैं। .

नई!!: १९७६ और संविधान · और देखें »

सुभद्रा कुमारी चौहान

सुभद्रा कुमारी चौहान (१६ अगस्त १९०४-१५ फरवरी १९४८) हिन्दी की सुप्रसिद्ध कवयित्री और लेखिका थीं। उनके दो कविता संग्रह तथा तीन कथा संग्रह प्रकाशित हुए पर उनकी प्रसिद्धि झाँसी की रानी कविता के कारण है। ये राष्ट्रीय चेतना की एक सजग कवयित्री रही हैं, किन्तु इन्होंने स्वाधीनता संग्राम में अनेक बार जेल यातनाएँ सहने के पश्चात अपनी अनुभूतियों को कहानी में भी व्यक्त किया। वातावरण चित्रण-प्रधान शैली की भाषा सरल तथा काव्यात्मक है, इस कारण इनकी रचना की सादगी हृदयग्राही है। .

नई!!: १९७६ और सुभद्रा कुमारी चौहान · और देखें »

स्मरणगाथा

स्मरणगाथा मराठी भाषा के विख्यात साहित्यकार जी. एन. दांडेकर द्वारा रचित एक आत्मकथात्मक उपन्यास है जिसके लिये उन्हें सन् 1976 में मराठी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९७६ और स्मरणगाथा · और देखें »

सोमी अली

सोमी अली (سومی علی; जन्म: 25 मार्च, 1976) हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। .

नई!!: १९७६ और सोमी अली · और देखें »

सीतायन

सीतायन मैथिली भाषा के विख्यात साहित्यकार वैद्यनाथ मल्लिक ‘विधु’ द्वारा रचित एक महाकाव्य है जिसके लिये उन्हें सन् 1976 में मैथिली भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९७६ और सीतायन · और देखें »

हेरा फेरी (1976 फ़िल्म)

हेरा फेरी 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और हेरा फेरी (1976 फ़िल्म) · और देखें »

जन अरण्य (१९७६ फ़िल्म)

जन अरण्य 1976 में बनी बांग्ला भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और जन अरण्य (१९७६ फ़िल्म) · और देखें »

जानेमन (1976 फ़िल्म)

जानेमन 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और जानेमन (1976 फ़िल्म) · और देखें »

जवाहर लाल नेहरू (1889–1947)

जवाहर लाल नेहरू (1889–1947) अंग्रेज़ी भाषा के विख्यात साहित्यकार एस. गोपाल द्वारा रचित एक जीवनी है जिसके लिये उन्हें सन् 1976 में अंग्रेज़ी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९७६ और जवाहर लाल नेहरू (1889–1947) · और देखें »

जगत मेहता

जगत मेहता एक प्रबुद्ध समाजकर्मी और सेवानिवृत्त भारतीय विदेश सेवा अधिकारी थे। 17 जुलाई 1922 को प्रख्यात शिक्षाविद् डॉ॰ मोहन सिंह मेहता तथा विद्यादेवी के घर जन्मे जगत मेहता की प्रारंभिक शिक्षा विद्या भवन स्कूल में हुई। मेहता की उच्च शिक्षा इलाहाबाद विश्वविद्यालय तथा कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में हुई। मेहता मार्च 1947 में भारतीय विदेश सेवा में चयनित हुए तथा विदेश नीति आयोजना विभाग के पहले प्रमुख बने। इससे पूर्व, जगत सिंह मेहता इलाहाबाद विश्वविद्यालय में प्राध्यापक तथा भारतीय नौसेना में भी कार्यरत रहे थे। जगत मेहता की 1960 में भारत चीन सीमा-विवाद सुलझाने, 1975 में युगाण्डा से निकाले गये भारतीयों के मुद्दे का निराकरण करने, 1976 में पाकिस्तान के साथ सामान्य संबंधों की बहाली, भारत पाकिस्तान के मध्य 1976 में सलाल बांध एवं 1977 में फरक्का बांध विवाद निपटाने तथा नेपाल के साथ 1978 में व्यापारिक रिश्तों संबंधी समझौतों में ऐतिहासिक भूमिका रही। जगत मेहता ने अपने विदेश सेवा काल में 50 से अधिक देशों के साथ भारत के बहुपक्षीय संबंधों पर नेतृत्व किया। कॉमनवैल्थ प्रधानमंत्रियों तथा संयुक्त राष्ट्र संघ के विभिन्न सम्मेलनों व बैठकों में मेहता की उपस्थिति व योगदान भारत की वैदेशिक कूटनीति के इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जगत मेहता 1976 से 1979 के मध्य, देश के विदेश-सचिव रहे। वे टेक्सास विश्वविद्यालय में विजिटिंग प्रोफेसर भी रहे। जगत सिंह मेहता अपने पिता द्वारा संस्थापित संस्था सेवा मन्दिर से पूरी उम्र जुड़े रहे तथा समाज-कार्यों के माध्यम से इन्होंने उदयपुर के लगभग 400 गांवों के समेकित विकास में प्रमुख भूमिका निभाई। 1985 से 94 तक वे सेवा मन्दिर के अध्यक्ष भी रहे तथा 1993 से 2000 तक उदयपुर की ही एक प्रतिष्ठित शिक्षण संस्था विद्या भवन के अध्यक्ष रहे। 1985 से अंत तक डॉ॰ मोहन सिंह मेहता मेमोरियल ट्रस्ट के प्रन्यासी भी रहे। जगत मेहता उदयपुर स्थित झील संरक्षण समिति के अध्यक्ष भी थे तथा उदयपुर की झीलों के लिये चिंता करते रहे। उनके परिवार में तीन पुत्र विक्रम मेहता, अजय मेहता तथा उदय मेहता एवं एक पुत्री विजया हैं। विदेश नीति के क्षेत्र में सम्पूर्ण विश्व में विशिष्ट पहचान रखने वाले तथा प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से लेकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तक को विदेश नीति के मसलों पर सारगर्भित सलाह देने वाले, पूर्व विदेश सचिव पद्मभूषण जगत मेहता का 6 मार्च 2014 गुरूवार को उदयपुर में निधन हुआ। .

नई!!: १९७६ और जगत मेहता · और देखें »

जुडास प्रीस्ट

जुडास प्रीस्ट बर्मिंघम के ग्रेमी पुरस्कार विजेता एक इग्लिश हैवी मेटल बैंड हैं, जिनका गठन 1969 में हुआ था। जुडास प्रीस्ट की मुख्य लाइन अप में गायक रोब हलफोर्ड, गिटारवादक ग्लेन टिपटान, के.के. डाउनिंग और बासिस्ट इयान हिल शामिल हैं। हालांकि बैंड के पिछले वर्षों में कई ड्रमर आए, फिर भी स्कोट ट्रेविस 1989 से अपने स्थान को बनाए हुए हैं। उन्हें, कई हैवी मेटल संगीतकारों और बैंड के ऊपर एक प्रभाव के रूप में उद्धृत किया जाता है। एक निश्चित हैवी मेटल बैंड के रूप में उनकी लोकप्रियता और स्तर के कारण उन्हें "मेटल गॉड्स" का उपनाम दिया गया, जो उनके इसी नाम के एक गीत से प्रेरित है। उन्होंने 35 लाख से भी अधिक एल्बमों को दुनिया भर में बेचा है। .

नई!!: १९७६ और जुडास प्रीस्ट · और देखें »

जूली (1975 फ़िल्म)

जूली 1975 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और जूली (1975 फ़िल्म) · और देखें »

जीवन ज्योति (1976 फिल्म)

जीवन ज्योति 1976 में मुरुगन कुमारन द्वारा निर्मित हिन्दी भाषा की फिल्म है। यह पारिवारिक कथा प्रमुख तेलुगु फिल्म मुत्याल मुग्गू का हिंदी रूपांतर है। .

नई!!: १९७६ और जीवन ज्योति (1976 फिल्म) · और देखें »

जीवितप्पाता

जीवितप्पाता मलयालम भाषा के विख्यात साहित्यकार सी. गोविन्द पिशारिटि चेरुकाट द्वारा रचित एक आत्मकथा है जिसके लिये उन्हें सन् 1976 में मलयालम भाषा के लिए मरणोपरांत साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९७६ और जीवितप्पाता · और देखें »

जी–आ–झरोको

जी–आ–झरोको सिन्धी भाषा के विख्यात साहित्यकार लक्ष्मण भाटिया ‘कोमल’ द्वारा रचित एक कविता–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1976 में सिन्धी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९७६ और जी–आ–झरोको · और देखें »

ईशा कोपिकर

ईशा कोपिकर ईशा कोपिकर (जन्म: 19 सितंबर, 1976) हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। .

नई!!: १९७६ और ईशा कोपिकर · और देखें »

विश्व हिन्दी सम्मेलन

विश्व हिन्दी सम्मेलन हिन्दी भाषा का सबसे बड़ा अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन है, जिसमें विश्व भर से हिन्दी विद्वान, साहित्यकार, पत्रकार, भाषा विज्ञानी, विषय विशेषज्ञ तथा हिन्दी प्रेमी जुटते हैं। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर हिन्दी के प्रति जागरुकता पैदा करने, समय-समय पर हिन्दी की विकास यात्रा का आकलन करने, लेखक व पाठक दोनों के स्तर पर हिन्दी साहित्य के प्रति सरोकारों को और दृढ़ करने, जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में हिन्दी के प्रयोग को प्रोत्साहन देने तथा हिन्दी के प्रति प्रवासी भारतीयों के भावुकतापूर्ण व महत्त्वपूर्ण रिश्तों को और अधिक गहराई व मान्यता प्रदान करने के उद्देश्य से १९७५ में विश्व हिन्दी सम्मेलनों की शृंखला शुरू हुई। इस बारे में पूर्व प्रधानमन्त्री स्व० श्रीमती इन्दिरा गान्धी ने पहल की थी। पहला विश्व हिन्दी सम्मेलन राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा के सहयोग से नागपुर में सम्पन्न हुआ जिसमें प्रसिद्द हिंदी साहित्यकार विनोबा भावे ने अपना विवेक सन्देश भेजा। प्रारंभ में इसका आयोजन हर चौथे वर्ष आयोजित किया जाता था लेकिन अब यह अंतराल घटाकर ३ वर्ष कर दिया गया है। अब तक दस विश्व हिन्दी सम्मेलन हो चुके हैं- मारीशस, नई दिल्ली, पुन: मारीशस, त्रिनिडाड व टोबेगो, लन्दन, सूरीनाम न्यूयार्क और जोहांसबर्ग में। दसवाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन २०१५ में भोपाल में आयोजित हुआ। २०१८ संस्करण का आयोजन मॉरीशस में प्रस्तावित है। .

नई!!: १९७६ और विश्व हिन्दी सम्मेलन · और देखें »

विश्व के आश्चर्य

समय-समय पर विश्व के आश्चर्य सबसे शानदार मानव निर्मित निर्माण और दुनिया में प्राकृतिक धरोहर की सूची को सदियों से संकलित किया गया है। प्राचीन विश्व के सात आश्चर्य,प्राचीन पुरातनता के सबसे उल्लेखनीय मानव निर्मित कृतियों की पहली ज्ञात सूची है, और उनपर किताबें यूनानी दृष्टि-संत के बीच लोकप्रिय आधारित था और केवल भूमध्य के आसपास स्थित निर्माण शामिल है। जो सात की संख्या में चुना गया था क्योंकि यूनानियों ने इसे माना और बहुतो द्वारा इसे प्रतिनिधित्व किया गाया। इसी तरह के कई सूचियाँ मध्ययुगीन दुनिया और आधुनिक दुनिया के लिए बनायीं गयीं है .

नई!!: १९७६ और विश्व के आश्चर्य · और देखें »

वेद प्रताप वैदिक

डॉ॰ वेद प्रताप वैदिक (जन्म: 30 दिसम्बर 1944, इंदौर, मध्य प्रदेश) भारतवर्ष के वरिष्ठ पत्रकार, राजनैतिक विश्लेषक, पटु वक्ता एवं हिन्दी प्रेमी हैं। हिन्दी को भारत और विश्व मंच पर स्थापित करने की दिशा में सदा प्रयत्नशील रहते हैं। भाषा के सवाल पर स्वामी दयानन्द सरस्वती, महात्मा गांधी और डॉ॰ राममनोहर लोहिया की परम्परा को आगे बढ़ाने वालों में डॉ॰ वैदिक का नाम अग्रणी है। वैदिक जी अनेक भारतीय व विदेशी शोध-संस्थानों एवं विश्वविद्यालयों में ‘विजिटिंग प्रोफेसर’ रहे हैं। भारतीय विदेश नीति के चिन्तन और संचालन में उनकी भूमिका उल्लेखनीय है। अपने पूरे जीवन काल में उन्होंने लगभग 80 देशों की यात्रायें की हैं। अंग्रेजी पत्रकारिता के मुकाबले हिन्दी में बेहतर पत्रकारिता का युग आरम्भ करने वालों में डॉ॰ वैदिक का नाम अग्रणी है। उन्होंने सन् 1958 से ही पत्रकारिता प्रारम्भ कर दी थी। नवभारत टाइम्स में पहले सह सम्पादक, बाद में विचार विभाग के सम्पादक भी रहे। उन्होंने हिन्दी समाचार एजेन्सी भाषा के संस्थापक सम्पादक के रूप में एक दशक तक प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया में काम किया। सम्प्रति भारतीय भाषा सम्मेलन के अध्यक्ष तथा नेटजाल डाट काम के सम्पादकीय निदेशक हैं। .

नई!!: १९७६ और वेद प्रताप वैदिक · और देखें »

वेंकटरामन रामकृष्णन

वेंकटरामन "वेंकी" रामकृष्णन (வெங்கட்ராமன் ராமகிருஷ்ணன்) (जन्म: १९५२, तमिलनाडु) एक जीव वैज्ञानिक हैं। इनको २००९ के रसायन विज्ञान के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इन्हें यह पुरस्कार कोशिका के अंदर प्रोटीन का निर्माण करने वाले राइबोसोम की कार्यप्रणाली व संरचना के उत्कृष्ट अध्ययन के लिए दिया गया है। इनकी इस उपलब्धि से कारगर प्रतिजैविकों को विकसित करने में मदद मिलेगी। इसराइली महिला वैज्ञानिक अदा योनोथ और अमरीका के थॉमस स्टीज़ को भी संयुक्त रूप से इस सम्मान के लिए चुना गया। तीनों वैज्ञानिकों ने त्रि-आयामी चित्रों के ज़रिए दुनिया को समझाया कि किस तरह राइबोसोम अलग-अलग रसायनों के साथ प्रतिक्रिया करते हैं, इसके लिए उन्होंने एक्स-रे क्रिस्टलोग्राफ़ी का सहारा लिया जो राइबोसोम्ज़ की हज़ारों गुना बड़ी छवि सामने लाता है। वर्तमान में श्री वेंकटरामन् रामकृष्णन् ब्रिटेन के प्रतिष्ठित कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से जुड़े हैं एवं विश्वविद्यालय की एमआरसी लेबोरेट्रीज़ ऑफ़ म्यलूकुलर बायोलोजी (पेशीय जीवविज्ञान की एमआरसी प्रयोगशाला) के स्ट्रकचरल स्टडीज़ (संरचनात्मक अध्ययन) विभाग के प्रमुख वैज्ञानिक हैं। वेंकी के नाम से मशहूर वेंकटरामन सातवें भारतीय एवं तीसरे तमिल मूल के व्यक्ति हैं जिनको नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इनकी प्रारंभिक शिक्षा तमिलनाडु के चिदंबरम में हुई .

नई!!: १९७६ और वेंकटरामन रामकृष्णन · और देखें »

ख़ान दोस्त (1976 फ़िल्म)

ख़ान दोस्त 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और ख़ान दोस्त (1976 फ़िल्म) · और देखें »

गुमराह (1976 फ़िल्म)

गुमराह 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और गुमराह (1976 फ़िल्म) · और देखें »

गुजरात के मुख्यमंत्रियों की सूची

गुजरात के मुख्यमंत्रियों की क्रमवार सूची ** resumed office श्रेणी:गुजरात की राजनीति श्रेणी:गुजरात श्रेणी:मुख्यमंत्री श्रेणी:भारतीय राज्यों के मुख्यमंत्रियों की सूचियाँ.

नई!!: १९७६ और गुजरात के मुख्यमंत्रियों की सूची · और देखें »

ग्रैंड स्लैम टेनिस विजेताओं की सूची

List of Men's Singles Grand Slam tournaments tennis champions: .

नई!!: १९७६ और ग्रैंड स्लैम टेनिस विजेताओं की सूची · और देखें »

गोल्डन स्टेट वॉरियर्स

श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन - पैसिफिक डिवीज़न श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन - पश्चिमी कांफ्रेंस श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन.

नई!!: १९७६ और गोल्डन स्टेट वॉरियर्स · और देखें »

ओड़िशा का इतिहास

प्राचीन काल से मध्यकाल तक ओडिशा राज्य को कलिंग, उत्कल, उत्करात, ओड्र, ओद्र, ओड्रदेश, ओड, ओड्रराष्ट्र, त्रिकलिंग, दक्षिण कोशल, कंगोद, तोषाली, छेदि तथा मत्स आदि नामों से जाना जाता था। परन्तु इनमें से कोई भी नाम सम्पूर्ण ओडिशा को इंगित नहीं करता था। अपितु यह नाम समय-समय पर ओडिशा राज्य के कुछ भाग को ही प्रस्तुत करते थे। वर्तमान नाम ओडिशा से पूर्व इस राज्य को मध्यकाल से 'उड़ीसा' नाम से जाना जाता था, जिसे अधिकारिक रूप से 04 नवम्बर, 2011 को 'ओडिशा' नाम में परिवर्तित कर दिया गया। ओडिशा नाम की उत्पत्ति संस्कृत के शब्द 'ओड्र' से हुई है। इस राज्य की स्थापना भागीरथ वंश के राजा ओड ने की थी, जिन्होने अपने नाम के आधार पर नवीन ओड-वंश व ओड्र राज्य की स्थापना की। समय विचरण के साथ तीसरी सदी ई०पू० से ओड्र राज्य पर महामेघवाहन वंश, माठर वंश, नल वंश, विग्रह एवं मुदगल वंश, शैलोदभव वंश, भौमकर वंश, नंदोद्भव वंश, सोम वंश, गंग वंश व सूर्य वंश आदि सल्तनतों का आधिपत्य भी रहा। प्राचीन काल में ओडिशा राज्य का वृहद भाग कलिंग नाम से जाना जाता था। सम्राट अशोक ने 261 ई०पू० कलिंग पर चढ़ाई कर विजय प्राप्त की। कर्मकाण्ड से क्षुब्द हो सम्राट अशोक ने युद्ध त्यागकर बौद्ध मत को अपनाया व उनका प्रचार व प्रसार किया। बौद्ध धर्म के साथ ही सम्राट अशोक ने विभिन्न स्थानों पर शिलालेख गुदवाये तथा धौली व जगौदा गुफाओं (ओडिशा) में धार्मिक सिद्धान्तों से सम्बन्धित लेखों को गुदवाया। सम्राट अशोक, कला के माध्यम से बौद्ध धर्म का प्रचार करना चाहते थे इसलिए सम्राट अशोक ने बौद्ध धर्म को और अधिक विकसित करने हेतु ललितगिरि, उदयगिरि, रत्नागिरि व लगुन्डी (ओडिशा) में बोधिसत्व व अवलोकेतेश्वर की मूर्तियाँ बहुतायत में बनवायीं। 232 ई०पू० सम्राट अशोक की मृत्यु के पश्चात् कुछ समय तक मौर्य साम्राज्य स्थापित रहा परन्तु 185 ई०पू० से कलिंग पर चेदि वंश का आधिपत्य हो गया था। चेदि वंश के तृतीय शासक राजा खारवेल 49 ई० में राजगद्दी पर बैठा तथा अपने शासन काल में जैन धर्म को विभिन्न माध्यमों से विस्तृत किया, जिसमें से एक ओडिशा की उदयगिरि व खण्डगिरि गुफाऐं भी हैं। इसमें जैन धर्म से सम्बन्धित मूर्तियाँ व शिलालेख प्राप्त हुए हैं। चेदि वंश के पश्चात् ओडिशा (कलिंग) पर सातवाहन राजाओं ने राज्य किया। 498 ई० में माठर वंश ने कलिंग पर अपना राज्य कर लिया था। माठर वंश के बाद 500 ई० में नल वंश का शासन आरम्भ हो गया। नल वंश के दौरान भगवान विष्णु को अधिक पूजा जाता था इसलिए नल वंश के राजा व विष्णुपूजक स्कन्दवर्मन ने ओडिशा में पोडागोड़ा स्थान पर विष्णुविहार का निर्माण करवाया। नल वंश के बाद विग्रह एवं मुदगल वंश, शैलोद्भव वंश और भौमकर वंश ने कलिंग पर राज्य किया। भौमकर वंश के सम्राट शिवाकर देव द्वितीय की रानी मोहिनी देवी ने भुवनेश्वर में मोहिनी मन्दिर का निर्माण करवाया। वहीं शिवाकर देव द्वितीय के भाई शान्तिकर प्रथम के शासन काल में उदयगिरी-खण्डगिरी पहाड़ियों पर स्थित गणेश गुफा (उदयगिरी) को पुनः निर्मित कराया गया तथा साथ ही धौलिगिरी पहाड़ियों पर अर्द्यकवर्ती मठ (बौद्ध मठ) को निर्मित करवाया। यही नहीं, राजा शान्तिकर प्रथम की रानी हीरा महादेवी द्वारा 8वीं ई० हीरापुर नामक स्थान पर चौंसठ योगनियों का मन्दिर निर्मित करवाया गया। 6वीं-7वीं शती कलिंग राज्य में स्थापत्य कला के लिए उत्कृष्ट मानी गयी। चूँकि इस सदी के दौरान राजाओं ने समय-समय पर स्वर्णाजलेश्वर, रामेश्वर, लक्ष्मणेश्वर, भरतेश्वर व शत्रुघनेश्वर मन्दिरों (6वीं सदी) व परशुरामेश्वर (7वीं सदी) में निर्माण करवाया। मध्यकाल के प्रारम्भ होने से कलिंग पर सोमवंशी राजा महाशिव गुप्त ययाति द्वितीय सन् 931 ई० में गद्दी पर बैठा तथा कलिंग के इतिहास को गौरवमयी बनाने हेतु ओडिशा में भगवान जगन्नाथ के मुक्तेश्वर, सिद्धेश्वर, वरूणेश्वर, केदारेश्वर, वेताल, सिसरेश्वर, मारकण्डेश्वर, बराही व खिच्चाकेश्वरी आदि मन्दिरों सहित कुल 38 मन्दिरों का निर्माण करवाया। 15वीं शती के अन्त तक जो गंग वंश हल्का पड़ने लगा था उसने सन् 1038 ई० में सोमवंशीयों को हराकर पुनः कलिंग पर वर्चस्व स्थापित कर लिया तथा 11वीं शती में लिंगराज मन्दिर, राजारानी मन्दिर, ब्रह्मेश्वर, लोकनाथ व गुन्डिचा सहित कई छोटे व बड़े मन्दिरों का निर्माण करवाया। गंग वंश ने तीन शताब्दियों तक कलिंग पर अपना राज्य किया तथा राजकाल के दौरान 12वीं-13वीं शती में भास्करेश्वर, मेघेश्वर, यमेश्वर, कोटी तीर्थेश्वर, सारी देउल, अनन्त वासुदेव, चित्रकर्णी, निआली माधव, सोभनेश्वर, दक्क्षा-प्रजापति, सोमनाथ, जगन्नाथ, सूर्य (काष्ठ मन्दिर) बिराजा आदि मन्दिरों को निर्मित करवाया जो कि वास्तव में कलिंग के स्थापत्य इतिहास में अहम भूमिका का निर्वाह करते हैं। गंग वंश के शासन काल पश्चात् 1361 ई० में तुगलक सुल्तान फिरोजशाह तुगलक ने कलिंग पर राज्य किया। यह वह दौर था जब कलिंग में कला का वर्चस्व कम होते-होते लगभग समाप्त ही हो चुका था। चूँकि तुगलक शासक कला-विरोधी रहे इसलिए किसी भी प्रकार के मन्दिर या मठ का निर्माण नहीं हुअा। 18वीं शती के आधुनिक काल में ईस्ट इण्डिया कम्पनी का सम्पूर्ण भारत पर अधिकार हो गया था परन्तु 20वीं शती के मध्य में अंग्रेजों के निगमन से भारत देश स्वतन्त्र हुआ। जिसके फलस्वरूप सम्पूर्ण भारत कई राज्यों में विभक्त हो गया, जिसमें से भारत के पूर्व में स्थित ओडिशा (पूर्व कलिंग) भी एक राज्य बना। .

नई!!: १९७६ और ओड़िशा का इतिहास · और देखें »

ओडिआ चलचित्र सूची

ओड़िआ चलचित्र की सारणी ओड़िआ भाषा .

नई!!: १९७६ और ओडिआ चलचित्र सूची · और देखें »

आप बीती (1976 फ़िल्म)

आप बीती 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और आप बीती (1976 फ़िल्म) · और देखें »

आशापूर्णा देवी

आशापूर्णा देवी (बांग्ला: আশাপূর্ণা দেবী, 8 जनवरी 1909-13 जुलाई 1995) भारत से बांग्ला भाषा की कवयित्री और उपन्यासकार थीं, जिन्होंने 13 वर्ष की अवस्था से लेखन प्रारम्भ किया और आजीवन साहित्य रचना से जुड़ीं रहीं। गृहस्थ जीवन के सारे दायित्व को निभाते हुए उन्होंने लगभग दो सौ कृतियाँ लिखीं, जिनमें से अनेक कृतियों का भारत की लगभग सभी भाषाओं में अनुवाद हो चुका है। उनके सृजन में नारी जीवन के विभिन्न पक्ष, पारिवारिक जीवन की समस्यायें, समाज की कुंठा और लिप्सा अत्यंत पैनेपन के साथ उजागर हुई हैं। उनकी कृतियों में नारी का वयक्ति-स्वातन्त्र्य और उसकी महिमा नई दीप्ति के साथ मुखरित हुई है। उनकी प्रमुख रचनाएँ हैं स्वर्णलता, प्रथम प्रतिश्रुति, प्रेम और प्रयोजन, बकुलकथा, गाछे पाता नील, जल, आगुन आदि। उन्हें 1976 में ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।यह पुरस्कार प्राप्त करने वाली वे पहली महिला हैं। .

नई!!: १९७६ और आशापूर्णा देवी · और देखें »

कन्नड साहित्य सम्मेलन

कन्नड साहित्य सम्मेलन कन्नड साहित्यकारों, लेखकों तथा कननाडिगारु लोगों का सम्मेलन है। इसका लक्षय कन्नड भाषा, कन्नड साहित्य, कला, संगीत और संस्कृति का विकास करना है। इसका आरम्भ १९१५ में एच वी नान्जुनैया ने किया था। पहला सम्मेलन बंगलुरु में हुआ था। १९४८ तक इसका उद्घाटन किसी सुप्रसिद्ध कवि या लेखक द्वारा किया जाता था कि्न्तु १९४८ के बाद से कर्नाटक के मुख्यमंत्री इसका उद्घाटन करते हैं। इस सम्मेलन का आयोजन कन्नड साहित्य परिषद करती है। .

नई!!: १९७६ और कन्नड साहित्य सम्मेलन · और देखें »

कभी कभी (1976 फ़िल्म)

कभी कभी 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और कभी कभी (1976 फ़िल्म) · और देखें »

कमल हासन

कमल हासन (जन्म 7 नवम्बर 1954 को परमकुडी, मद्रास राज्य, भारत में) एक भारतीय फ़िल्म अभिनेता, पटकथा लेखक और फ़िल्म निर्माता, भारतीय सिनेमा के प्रमुख, किरदार को जीने वाले अभिनेताओं में से एक माने जाते हैं। कमल हासन, राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार और फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार सहित कई भारतीय फ़िल्म पुरस्कारों के विजेता के तौर पर जाने जाते हैं और उन्हें सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फ़िल्म के लिए अकादमी पुरस्कार प्रतियोगिता में भारत द्वारा प्रस्तुत सर्वाधिक फिल्मों वाले अभिनेता होने का गौरव प्राप्त है। अभिनय और निर्देशन के अलावा, वे एक पटकथा लेखक, गीतकार, पार्श्वगायक और कोरियोग्राफर हैं। उनकी फ़िल्म निर्माण कंपनी, राजकमल इंटरनेशनल ने उनकी कई फ़िल्मों का निर्माण किया। कमल हासन ने अपने 63वें जन्मदिन पर एक ऐप लॉन्च किया, जिसका नाम है 'मय्यम व्हिसल'.

नई!!: १९७६ और कमल हासन · और देखें »

कादम्बरी (1976 फ़िल्म)

कादम्बरी 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और कादम्बरी (1976 फ़िल्म) · और देखें »

कालंबुर शिवरामामूर्ति

कालंबुर शिवरामामूर्ति को भारत सरकार द्वारा सन १९७६ में प्रशासकीय सेवा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये दिल्ली से हैं। श्रेणी:१९७६ पद्म भूषण.

नई!!: १९७६ और कालंबुर शिवरामामूर्ति · और देखें »

कुँवर नारायण

कुँवर नारायण का जन्म १९ सितंबर १९२७ को हुआ। नई कविता आंदोलन के सशक्त हस्ताक्षर कुँवर नारायण अज्ञेय द्वारा संपादित तीसरा सप्तक (१९५९) के प्रमुख कवियों में रहे हैं। कुँवर नारायण को अपनी रचनाशीलता में इतिहास और मिथक के जरिये वर्तमान को देखने के लिए जाना जाता है। कुंवर नारायण का रचना संसार इतना व्यापक एवं जटिल है कि उसको कोई एक नाम देना सम्भव नहीं। यद्यपि कुंवर नारायण की मूल विधा कविता रही है पर इसके अलावा उन्होंने कहानी, लेख व समीक्षाओं के साथ-साथ सिनेमा, रंगमंच एवं अन्य कलाओं पर भी बखूबी लेखनी चलायी है। इसके चलते जहाँ उनके लेखन में सहज संप्रेषणीयता आई वहीं वे प्रयोगधर्मी भी बने रहे। उनकी कविताओं-कहानियों का कई भारतीय तथा विदेशी भाषाओं में अनुवाद भी हो चुका है। ‘तनाव‘ पत्रिका के लिए उन्होंने कवाफी तथा ब्रोर्खेस की कविताओं का भी अनुवाद किया है। 2009 में कुँवर नारायण को वर्ष 2005 के लिए देश के साहित्य जगत के सर्वोच्च सम्मान ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

नई!!: १९७६ और कुँवर नारायण · और देखें »

क्लीवलैंड कवैलियर्स

श्रेणी:नेशनल बास्केटबॉल असोसिएशन.

नई!!: १९७६ और क्लीवलैंड कवैलियर्स · और देखें »

कृष्णस्वामी श्रीनिवास संजीवी

कृष्णस्वामी श्रीनिवास संजीवी को भारत सरकार द्वारा सन १९७६ में चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये तमिलनाडु से हैं। श्रेणी:१९७६ पद्म भूषण.

नई!!: १९७६ और कृष्णस्वामी श्रीनिवास संजीवी · और देखें »

के. कामराज

के.

नई!!: १९७६ और के. कामराज · और देखें »

अदालत (1976 फ़िल्म)

अदालत 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और अदालत (1976 फ़िल्म) · और देखें »

अन्वेषणों की समय-रेखा

यहाँ ऐतिहासिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण तकनीकी खोजों की समय के सापेक्ष सूची दी गयी है। .

नई!!: १९७६ और अन्वेषणों की समय-रेखा · और देखें »

अभिषेक बच्चन

अभिषेक बच्चन (जन्म: ५ फ़रवरी १९७६, मुंबई), एक भारतीय हिन्दी फिल्मो के अभिनेता हैं। वह भारतीय अभिनेता अमिताभ बच्चन और जया बच्चन के बेटे हैं। उनकी पत्नी पूर्व मिस वर्ल्ड एवं अभिनेत्री ऐश्वर्या राय हैं। बच्चन ने अपने अभिनय कैरियर की शुरुआत जे पि दत्ता की रिफ्यूजी (२०००) से की.

नई!!: १९७६ और अभिषेक बच्चन · और देखें »

अमान्य देशों की सूची

देश जिन्हें मान्यता नहीं मिली है, की सूची में उन भू-राजनैतिक अस्तित्वों के नाम हैं, जिनको किसी रूप में राजनयिक मान्यता का अभाव है, परंतु माँटवीडियो सम्मेलन के अन्तर्गत सार्वभौमिक राष्ट्र की भांति विश्वव्यापक मान्यता की इच्छा रखते हैं। भूतपूर्व ऐसे देशों की सूची हेतु देखें ऐतिहासिक अमान्य देशों की सूची .

नई!!: १९७६ और अमान्य देशों की सूची · और देखें »

अमजद साबरी

अमजद फ़रीद साबरी (1970-2016) एक पाकिस्तानी सूफ़ी क़व्वाल थे। ईशनिंदा के इलज़ामात पर पाकिस्तनी तालिबान ने उनको क़त्ल कर दिया। .

नई!!: १९७६ और अमजद साबरी · और देखें »

अमेरिकी ओपन टेनिस के पुरुष एकल विजेताओं की सूची

* 1881 - रिचर्ड सीअर्स.

नई!!: १९७६ और अमेरिकी ओपन टेनिस के पुरुष एकल विजेताओं की सूची · और देखें »

अहमद फ़राज़

अहमद फ़राज़ (१४ जनवरी १९३१- २५ अगस्त २००८), असली नाम सैयद अहमद शाह, का जन्म पाकिस्तान के नौशेरां शहर में हुआ था। वे आधुनिक उर्दू के सर्वश्रेष्ठ रचनाकारों में गिने जाते हैं। .

नई!!: १९७६ और अहमद फ़राज़ · और देखें »

उडिपी रामचंद्र राव

उडिपी रामचंद्र राव (कन्नड: ಉಡುಪಿ ರಾಮಚಂದ್ರ ರಾವ್, जन्म:१० मार्च १९३२, निधन: २४ जुलाई २०१७) भारत के एक अंतरिक्ष वैज्ञानिक तथा भारतीय उपग्रह कार्यक्रम के वास्तुकार थे। उन्होने भारत में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के विकास तथा प्राकृतिक संसाधनों के क्षेत्र में संचार एवं सुदूर संवेदन के विस्तृत अनुप्रयोग के लिये मौलिक योगदान दिया है। वे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के भूतपूर्व अध्यक्ष थे। उनके नेतृत्व में ही वर्ष १९७५ में भारत का पहला उपग्रह ‘आर्यभट्ट’ को अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया था। वे भारत के प्रथम अंतरिक्ष वैज्ञानिक थे जिन्हें वर्ष २०१३ में ‘सैटेलाइट हाल ऑफ द फेम’ में तथा वर्ष २०१६ में ‘आईएएफ हाल ऑफ फेम’ में सम्मिलित किया गया था। निधन से पूर्व वे तिरुवनंतपुरम में स्थित भारतीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान के कुलपति के रूप में कार्यरत थे। उनको भारत सरकार द्वारा सन १९७६ में विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में पद्म भूषण से तथा वर्ष २०१७ में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। .

नई!!: १९७६ और उडिपी रामचंद्र राव · और देखें »

उधार का सिंदूर (1976 फ़िल्म)

उधार का सिंदूर 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: १९७६ और उधार का सिंदूर (1976 फ़िल्म) · और देखें »

१ फ़रवरी

1 फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 32वां दिन है। साल मे अभी और 333 दिन बाकी है (लीप वर्ष मे 334)। .

नई!!: १९७६ और १ फ़रवरी · और देखें »

१ जनवरी

१ जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का पहला दिन है। वर्ष में अभी और ३६४ दिन बाकी है (लीप वर्ष में ३६५)। .

नई!!: १९७६ और १ जनवरी · और देखें »

११ दिसम्बर

11 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 345वॉ (लीप वर्ष में 346 वॉ) दिन है। साल में अभी और 20 दिन बाकी है। .

नई!!: १९७६ और ११ दिसम्बर · और देखें »

११ मार्च

11 मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 70वॉ (लीप वर्ष मे 71 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 295 दिन बाकी है। .

नई!!: १९७६ और ११ मार्च · और देखें »

११ मई

11 मई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 131वॉ (लीप वर्ष मे 132 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 234 दिन बाकी है। .

नई!!: १९७६ और ११ मई · और देखें »

१२ जनवरी

12 जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 12वाँ दिन है। साल में अभी और 353 दिन बाकी है (लीप वर्ष में 354)। .

नई!!: १९७६ और १२ जनवरी · और देखें »

१४ सितम्बर

14 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 257वॉ (लीप वर्ष मे 258 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 108 दिन बाकी है। भारत में राजभाषा हिंदी दिवस .

नई!!: १९७६ और १४ सितम्बर · और देखें »

१५ दिसम्बर

१५ दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३४९वॉ (लीप वर्ष मे ३५० वॉ) दिन है। साल में अभी और १६ दिन बाकी है। .

नई!!: १९७६ और १५ दिसम्बर · और देखें »

१६ जून

16 जून ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 167वाँ (लीप वर्ष में 168 वाँ) दिन है। साल में अभी और 198 दिन बाकी हैं। .

नई!!: १९७६ और १६ जून · और देखें »

१८ सितम्बर

18 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 261वॉ (लीप वर्ष मे 262 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 104 दिन बाकी है। .

नई!!: १९७६ और १८ सितम्बर · और देखें »

१९ जुलाई

१९ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २००वॉ (लीप वर्ष में २०१वॉ) दिन है। साल में अभी और १६५ दिन बाकी है। .

नई!!: १९७६ और १९ जुलाई · और देखें »

१९२२

1922 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

नई!!: १९७६ और १९२२ · और देखें »

२ दिसम्बर

2 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 336वॉ (लीप वर्ष मे 337 वॉ) दिन है। साल में अभी और 29 दिन बाकी है। .

नई!!: १९७६ और २ दिसम्बर · और देखें »

२ अक्तूबर

2 अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 275वॉ (लीप वर्ष में 276 वॉ) दिन है। साल में अभी और 90 दिन बाकी है। .

नई!!: १९७६ और २ अक्तूबर · और देखें »

२१ नवम्बर

२१ नवम्बर ग्रीगोरी पंचाग का ३२५वां (लीप वर्ष में ३२६वां) दिन है। इसके बाद वर्षान्त तक ४० दिन और बचते हैं। .

नई!!: १९७६ और २१ नवम्बर · और देखें »

२३ मार्च

23 मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 82वॉ (लीप वर्ष मे 83 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 283 दिन बाकी है। .

नई!!: १९७६ और २३ मार्च · और देखें »

२३ जुलाई

२३ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २०४वॉ (लीप वर्ष मे २०५वॉ) दिन है। वर्ष मे अभी और १६१ दिन बाकी है। .

नई!!: १९७६ और २३ जुलाई · और देखें »

२४ मार्च

24 मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 83वॉ (लीप वर्ष मे 84 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 282 दिन बाकी है। .

नई!!: १९७६ और २४ मार्च · और देखें »

२६ फरवरी

२६ फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ५७वॉ दिन है। साल में अभी और ३०८ दिन बाकी है (लीप वर्ष में ३०९)। .

नई!!: १९७६ और २६ फरवरी · और देखें »

२७ जुलाई

२७ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २०८वॉ (लीप वर्ष में २०९ वॉ) दिन है। साल में अभी और १५७ दिन बाकी है। .

नई!!: १९७६ और २७ जुलाई · और देखें »

२७ अगस्त

27 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 239वॉ (लीप वर्ष मे 240 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 126 दिन बाकी है। .

नई!!: १९७६ और २७ अगस्त · और देखें »

२९ अगस्त

29 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 241वॉ (लीप वर्ष मे 242 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 124 दिन बाकी है। .

नई!!: १९७६ और २९ अगस्त · और देखें »

३ सितम्बर

3 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 246वॉ (लीप वर्ष मे 247 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 119 दिन बाकी है। .

नई!!: १९७६ और ३ सितम्बर · और देखें »

४ अप्रैल

4 अप्रैल ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 94वॉ (लीप वर्ष मे 95 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 271 दिन बाकी है। .

नई!!: १९७६ और ४ अप्रैल · और देखें »

५ नवम्बर

५ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३०९वॉ (लीप वर्ष मे ३१० वॉ) दिन है। साल मे अभी और ५६ दिन बाकी है। .

नई!!: १९७६ और ५ नवम्बर · और देखें »

५ फ़रवरी

5 फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 36वॉ दिन है। साल में अभी और 329 दिन बाकी है (लीप वर्ष में 330)। .

नई!!: १९७६ और ५ फ़रवरी · और देखें »

५०० होम रन दल

In मेजर लीग बेसबॉल, the ५०० होम रन क्लब is an informal term applied to the group of players who have hit 500 or more career home runs.

नई!!: १९७६ और ५०० होम रन दल · और देखें »

६ फ़रवरी

6 फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 37वॉ दिन है। साल मे अभी और 328 दिन बाकी है (लीप वर्ष मे 329)। .

नई!!: १९७६ और ६ फ़रवरी · और देखें »

८ दिसम्बर

८ दिसम्बर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३४२वॉ (लीप वर्ष मे ३४३वॉ) दिन है। साल में अभी और २३ दिन बाकी है। .

नई!!: १९७६ और ८ दिसम्बर · और देखें »

८ जनवरी

8 जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 8वाँ दिन है। साल में अभी और 357 दिन बाकी हैं (लीप वर्ष में 358)।.

नई!!: १९७६ और ८ जनवरी · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

1976

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »