4 संबंधों: दीर्घवृत्त कक्षा, औसत अनियमितता, कक्षीय राशियाँ, कक्षीय विकेन्द्रता।
दीर्घवृत्त कक्षा
खगोलशास्त्र में दीर्घवृत्त कक्षा (elliptic orbit) एक ऐसी केप्लर कक्षा होती है जिसकी कक्षीय विकेन्द्रता १ से कम है। वृत्ताकार कक्षा इसमें शामिल है, क्योंकि वह एक विशेष प्रकार का दीर्घवृत्त आकार है। .
नई!!: वृत्ताकार कक्षा और दीर्घवृत्त कक्षा · और देखें »
औसत अनियमितता
खगोलीय यांत्रिकी में औसत अनियमितता (mean anomaly) दो-वस्तु समस्या के सन्दर्भ में किसी दीर्घवृत्त कक्षा में परिक्रमा करती वस्तु की स्थिति का अनुमान लगाने के लिये प्रयोग होने वाले एक कोण (ऐंगल) है। यह उस कक्षा के उपकेन्द्र (pericenter) के दृष्टिकोण से दीर्घवृत्त कक्षा में इस वास्तविक वस्तु और ठीक उस के बराबर कक्षीय अवधि की एक काल्पनिक वृत्ताकार कक्षा में स्थित एक काल्पनिक वस्तु के बीच की कोणीय दूरी को कहते हैं। .
नई!!: वृत्ताकार कक्षा और औसत अनियमितता · और देखें »
कक्षीय राशियाँ
खगोलशास्त्र और भौतिकी में कक्षीय राशियाँ (Orbital elements) वह प्राचल (पैरामीटर) होते हैं जिन्हें निर्धारित करने से किसी वस्तु की किसी और वस्तु के इर्द-गिर्द करने वाली कक्षा (ऑरबिट) पूरी तरह निर्धारित हो जाती है। किसी भी कक्षा को कई प्राचल के साथ समझा जा सकता है लेकिन कुछ विधियाँ (जिसमें प्रत्येक में छह प्राचल प्रयोग होते हैं) खगोलशास्त्रियों द्वारा आम प्रयोग होती हैं। .
नई!!: वृत्ताकार कक्षा और कक्षीय राशियाँ · और देखें »
कक्षीय विकेन्द्रता
एक अण्डाकार केपलर कक्षा (लाल) एक ०.७ की विकेन्द्रता के साथ, एक परवलयिक केपलर कक्षा (हरा) और एक अतिपरवलयिक केपलर कक्षा (नीला) १.३ की विकेन्द्रता के साथ. किसी खगोलीय पिंड की कक्षीय विकेन्द्रता (Orbital eccentricity) वह राशि है जिसके द्वारा उसकी कक्षा एक पूर्ण वृत्त से विचलित हो जाती है। जहां शून्य एक पूर्ण वृत्त है और १.० एक परवलय है। इसे अंग्रेजी अक्षर e से प्रदर्शित किया जाता है। विकेन्द्रता निम्न मान ले सकती है.