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रेडियो

सूची रेडियो

कुछ पुराने रेडियो (रिसिवर) 24 दिसम्बर 1906 की शाम कनाडाई वैज्ञानिक रेगिनाल्ड फेसेंडेन ने जब अपना वॉयलिन बजाया और अटलांटिक महासागर में तैर रहे तमाम जहाजों के रेडियो ऑपरेटरों ने उस संगीत को अपने रेडियो सेट पर सुना, वह दुनिया में रेडियो प्रसारण की शुरुआत थी। इससे पहले जगदीश चन्द्र बसु ने भारत में तथा गुल्येल्मो मार्कोनी ने सन 1900 में इंग्लैंड से अमरीका बेतार संदेश भेजकर व्यक्तिगत रेडियो संदेश भेजने की शुरुआत कर दी थी, पर एक से अधिक व्यक्तियों को एक साथ संदेश भेजने या ब्रॉडकास्टिंग की शुरुआत 1906 में फेसेंडेन के साथ हुई। ली द फोरेस्ट और चार्ल्स हेरॉल्ड जैसे लोगों ने इसके बाद रेडियो प्रसारण के प्रयोग करने शुरु किए। तब तक रेडियो का प्रयोग सिर्फ नौसेना तक ही सीमित था। 1917 में प्रथम विश्व युद्ध की शुरुआत के बाद किसी भी गैर फौज़ी के लिये रेडियो का प्रयोग निषिद्ध कर दिया गया। .

109 संबंधों: टार्ज़न, ट्रांसमीटर, टेलिविज़न और रेडियो धारावाहिक, ए एम प्रसारण, एन्टेना, झुमरी तिलैया, डिजिटल फोटोग्राफी, तम्बाकू धूम्रपान, थॉमस ऐल्वा एडीसन, थॉमसन रॉयटर्स, द वॉल्ट डिज़्नी कंपनी, देह परीक्षक यंत्र, दीर्घ तरंग, धातु संसूचक, निहारिका, नौकायन, नॉटिंघम, नीलेश मिश्रा, प्रताप सहगल, फ़्रैंकफ़र्ट, बिग एफएम (रेडियो), ब्लिट्जक्रेग, ब्लैक होल (काला छिद्र), बैटरी एलिमिनेटर, बेतार, बेनेडिक्ट कम्बरबैच, बीबीसी, भारतीय मीडिया, भारतीय राष्ट्रीय उपग्रह प्रणाली, भौतिक विज्ञानी, मनोरंजन, मल्टीमीटर, माय एफएम, माइक्रोफोन, मिल्वौकी, विस्कॉन्सिन, मुक्त स्रोत सॉफ्टवेयर पैकेजों की सूची, मॉन्स्टर ट्रक, मोबाइल फ़ोन, यूनाइटेड किंगडम, रसेल पीटर्स, राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी, अमेरिका, रिलायंस इंटरटेनमेंट, रेड एफएम (रेडियो), रेडियो दूरदर्शक, रेडियो मिर्ची, रेडियो सिटी, रेगिनाल्ड फेसेंडेन, रीडिफ.कॉम, लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम, लघु तरंग, ..., शक्ति एलेक्ट्रॉनिकी, शुष्क सेल, श्रव्य प्रवर्धक, शीतयुद्ध, समाचार संस्था, समाजभाषाविज्ञान, समुद्रीय एलेक्ट्रानिकी, सर्च फॉर एक्स्ट्रा टेरेस्ट्रियल इन्टेलीजेन्स, सलमान ख़ान, सामुदायिक रेडियो, संचार का इतिहास, संचार उपग्रह, स्वतः लब्धि नियंत्रण, हाइनरिख़ हर्ट्ज़, हिन्दी के संचार माध्यम, हेडफ़ोन, जनरल इलेक्ट्रिक, जनसंचार, जगदीश चन्द्र बसु, जगदीशचंद्र माथुर, जेम्स क्लर्क मैक्सवेल, जॉर्ज कार्लिन, वर्ल्ड स्पेस, वायरलेस उर्जा हस्तांतरण, विण्डोज़ फोन 7, विद्युत इंजीनियरी का इतिहास, विनित गर्ग, विशाल मीटरतरंग रेडियो दूरबीन, विविध भारती, विकास स्वरुप, वृहत मीटरवेव रेडियो दूरबीन, वॅस्टर्न (शैली), वीओआर, खेल कमेंटेटर, इलैक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रॉनिक इंजिनीयरी का इतिहास, इंटरनेट रेडियो, क्विज़, अधिप्रचार, अधिकतम शक्ति का प्रमेय, अन्तराल, अन्तरिक्ष, अफ़्रीकान्स भाषा, अर्धचालक युक्ति, अंग्रेज़ी भाषा, अंकीय इलेक्ट्रॉनिकी, उत्तरी सागर बाढ़ १९५३, उत्पादकता वृद्धि करने वाली प्रौद्योगिकियाँ, उपग्रह, १४ नवम्बर, १४ जून, १९२१, १९२२, १९२४, १९३५, २२ फ़रवरी, ३ मार्च, ५ फ़रवरी, ६ नवम्बर सूचकांक विस्तार (59 अधिक) »

टार्ज़न

टार्जन एक काल्पनिक चरित्र है, वह एक आदिरूप जंगली बच्चा है जिसे अफ्रीका के जंगलों में मंगानी "महान वानरों" के द्वारा पाल पोस कर बड़ा किया जाता है; बाद में वह सामाजिक जीवन में लौट आता है, लेकिन इसे स्वीकार नहीं कर पाता है और एक साहसी वीर के रूप में फिर से जंगल में लौट आता है। टार्ज़न एक ऐसा पात्र है जिसे एडगर राईस बरोज के द्वारा बनाया गया, सबसे पहले इस पात्र को उपन्यास टार्ज़न ऑफ़ द एप्स (मैगजीन प्रकाशन 1912, पुस्तक प्रकाशन 1914) में देखा गया और इसके बाद इसके 25 सिक्वल्स में, अन्य लेखकों की तीन अधिकृत पुस्तकों में और मीडिया के असंख्य अधिकृत या अनाधिकृत कामों में भी देखा गया। .

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ट्रांसमीटर

लन्दन के क्रिस्टल पैलेस ट्रान्समिटर का एन्टेना टावर प्रेषित्र, प्रेषी या ट्रान्समीटर (Transmitter) एक ऐसी प्रणाली है जो रेडियो, दूरदर्शन या संचार के विद्युतचुम्बकीय संकेतों को प्रसारित करता है। इसके लिये प्राय: उपयुक्त प्रकार के एन्टेना की मदद ली जाती है। .

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टेलिविज़न और रेडियो धारावाहिक

१९५६ में अमेरिकी टेलिविज़न पर चल रहे 'वैलियंट लेडी' (बहादुर महिला) धारावाहिक का एक दृश्य टेलिविज़न धारावाहिक या रेडियो धारावाहिक ऐसी नाटकीय कथा को कहते हैं जिसे किश्तों में विभाजित कर के उन किश्तों को टेलिविज़न या रेडियो पर एक-एक करके दैनिक, साप्ताहिक, मासिक या किसी अन्य क्रम के अनुसार प्रस्तुत किया जाता है। इन्हें अंग्रेज़ी व कई अन्य भाषाओं में साबुन नाटक या सोप ऑपेरा (soap opera) कहा जाता है क्योंकि ऐसे रेडियो धारावाहिकों को शुरू में प्रॉक्टर एंड गैम्बल, कोलगेट-पामोलिव और लीवर ब्रदर्स जैसी साबुन बनाने वाली कम्पनियों के सौजन्य से पेश किया जाता था।, A. Lopez, pp.

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ए एम प्रसारण

ए एम प्रसारण एक प्रकार का रेडियो प्रसारण है, जिसमें कैरियर के आयाम को प्रसारण ध्वनि के आयाम के अनुसार मॉड्यूलेट किया जाता है। इस प्रक्रिया को आयाम माड्यूलेशन या आया मॉड्यूलन कहते हैं। इस प्रक्रिया द्वारा मॉड्यूलन कर जब रेडियो प्रसारण होता है, उसे ए एम प्रसारण कहते हैं। एएम- जिस प्रकार रेडियो के लिए ऑडियो सिग्नल आते है उसी प्रकार दूरदर्शन के लिए ऑडियो तथा वीडियो दोनों की फ्रीक्वैंसी को एक साथ मिक्स कर दिया जाता है। इस मिक्सिंग की प्रकिया को कैरियर फ्रीक्वैंसी या मोड्यूलेशन के नाम से जाना जाता है। फ्रीक्वैंसी के दो प्रकार माने गये है- कैरियर फ्रीक्वैंसी और सिग्नल फ्रीक्वैंसी। इन दोनों को मिलाने के दो तरीके अपनाए गये है- 1- ए एम अर्थात् एम्प्लीट्यूड मोड्यूलेशन, 2- एफ एम अर्थात फ्रीक्वैंसी मोड्यूलेशन। जब सिग्नल को कैरियर के साथ इस प्रकार मिक्स किया जाता है कि कैरियर की फ्रीक्वैंसी वही रहे परन्तु एम्प्लीट्यूड सिग्नल के एम्प्लीट्यूड के अनुसार बदलना शुरु हो जाए तो इस वेव को ए एम वेव कहते है। इस वेव की कमी यह है कि इसमें वातावरण का शोर शामिल हो जाता है तथा आवाज स्पष्ट सुनाई नही देती। सामान्यत आकाशवाणी पर ए एम का ही प्रसारण किया जाता है। श्रेणी:रेडियो.

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एन्टेना

शॉर्ट वेव की "कर्टेन" एन्टेना तकनीकी रूप से, एन्टेना (antenna) एक प्रकार का ट्रान्सड्यूसर है जो विद्युतचुम्बकीय तरंगों को प्रसारित करने या ग्रहण करने के काम आता है। दूसरे शब्दों में, एन्टेना विद्युतचुम्बकीय संकेतों को विद्युत संकेतों में बदल देता है। एन्टेना रेडियो, दूरदर्शन, राडार एवं अन्य संचार कार्य-प्रणालियों का प्रथम या अन्तिम अवयव होता है। एन्टेना प्राय: हवा में या अंतरिक्ष में काम करने के लिये बनाये जाते हैं किन्तु इन्हें पानी के भीतर या जमीन के भीतर काम करने के निमित्त भी बनाया जा सकता है। (प्राय: कम दूरी के लिये) बनावट की दृष्टि से, एन्टेना चालकों का विशिष्ट विन्यास (अरेंजमेन्ट) होता है जिन पर प्रत्यावर्ती विभव लगाने से वे विद्युतचुम्बकीय तरंगे पैदा करता है। .

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झुमरी तिलैया

झुमरी तिलैया भारत के पूर्वांचल में स्थित झारखंड प्रांत के कोडरमा जिले का एक छोटा लेकिन मशहूर कस्‍बा है। झुमरी तिलैया को झुमरी तलैया के नाम से भी जाना जाता है। यहां की आबादी करीब 70 हजार है और स्‍थानीय निवासी मूलत: मगही बोलते हैं। झुमरी तलैया कोडरमा जिला मुख्‍यालय से करीब छ: किमी दूर स्थित है। झुमरी तलैया में करीब दो दर्जन स्‍कूल और कॉलेज हैं। इनमें से एक तलैया सैनिक स्‍कूल भी है। दामोदर नदी में आने वाली विनाशकारी बाढ़ को रोकने के लिए बनाए गए तलैया बांध के कारण इसके नाम के साथ तलैया जुड़ा है। इस बांध की ऊंचाई करीब 100 फीट और लंबाई 1200 फीट है। इसका रिजरवायर करीब 36 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला हुआ है। काफी हरा-भरा क्षेत्र होने के कारण यह एक अच्‍छे पिकनिक स्‍थल के रूप में भी जाना जाता है। झरना कुंड, तलैया बांध और ध्‍वजाधारी पर्वत सहित यहां कई पर्यटन स्‍थल भी हैं। इसके अलावा राजगिर, नालंदा और हजारीबाग राष्‍ट्रीय पार्क अन्‍य नजदीकी पर्यटन स्‍थल हैं। झुमरी तलैया पहुंचने के लिए नजदीकी रेलवे स्‍टेशन कोडरमा है जो नई दिल्‍ली-कोलकाता रेलमार्ग पर स्थित है। झुमरी तलैया को अक्‍सर एक काल्‍पनिक स्‍थान समझने की भूल कर दी जाती है लेकिन इसकी ख्‍याति की प्रमुख वजह एक जमाने में यहां की अभ्रक खदानों के अलावा यहां के रेडियो प्रेमी श्रोताओं की बड़ी संख्‍या भी है। झुमरी तलैया के रेडियो प्रेमी श्रोता विविध भारती के फरमाइशी कार्यक्रमों में सबसे ज्‍यादा चिट्ठियां लिखने के लिए जाने जाते हैं। .

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डिजिटल फोटोग्राफी

डिजिटल फोटोग्राफी.

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तम्बाकू धूम्रपान

तम्बाकू धूम्रपान एक ऐसा अभ्यास है जिसमें तम्बाकू को जलाया जाता है और उसका धुआं या तो चखा जाता है या फिर उसे सांस में खींचा जाता है। इसका चलन 5000-3000 ई.पू.के प्रारम्भिक काल में शुरू हुआ। कई सभ्यताओं में धार्मिक अनुष्ठानों के दौरान इसे सुगंध के तौर पर जलाया गया, जिसे बाद में आनंद प्राप्त करने के लिए या फिर एक सामाजिक उपकरण के रूप में अपनाया गया। पुरानी दुनिया में तम्बाकू 1500 के दशक के अंतिम दौर में प्रचलित हुआ जहां इसने साझा व्यापारिक मार्ग का अनुसरण किया। हालांकि यह पदार्थ अक्सर आलोचना का शिकार बनता रहा है, लेकिन इसके बावज़ूद वह लोकप्रिय हो गया। जर्मन वैज्ञानिकों ने औपचारिक रूप से देर से 1920 के दशक के अन्त में धूम्रपान और फेफड़े के कैंसर के बीच के संबंधों की पहचान की जिससे आधुनिक इतिहास में पहले धूम्रपान विरोधी अभियान की शुरुआत हुई। आंदोलन तथापि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान दुश्मनों की सीमा में पहुंचने में नाकाम रहा और उसके बाद जल्द ही अलोकप्रिय हो गया। 1950 में स्वास्थ्य अधिकारियों ने फिर से धूम्रपान और कैंसर के बीच के सम्बंध पर चर्चा शुरू की। वैज्ञानिक प्रमाण 1980 के दशक में प्राप्त हुए, जिसने इस अभ्यास के खिलाफ राजनीतिक कार्रवाई पर जोर दिया। 1965 से विकसित देशों में खपत या तो क्षीण हुई या फिर उसमें गिरावट आयी। हालांकि, विकासशील दुनिया में बढ़त जारी है। तम्बाकू के सेवन का सबसे आम तरीका धूम्रपान है और तम्बाकू धूम्रपान किया जाने वाला सबसे आम पदार्थ है। कृषि उत्पाद को अक्सर दूसरे योगज के साथ मिलाया जाता है और फिर सुलगाया जाता है। परिणामस्वरूप भाप को सांस के जरिये अंदर खींचा जाता है फिर सक्रिय पदार्थ को फेफड़ों के माध्यम से कोशिकाओं से अवशोषित कर लिया जाता है। सक्रिय पदार्थ तंत्रिका अंत में रासायनिक प्रतिक्रियाओं को शुरू करती है जिससे हृदय गति, स्मृति और सतर्कता और प्रतिक्रिया की अवधि बढ़ जाती है। डोपामाइन (Dopamine) और बाद में एंडोर्फिन(endorphin) का रिसाव होता है जो अक्सर आनंद से जुड़े हुए हैं। 2000 में धूम्रपान का सेवन कुछ 1.22 बिलियन लोग करते थे। पुरुषों में महिलाओं की तुलना में धूम्रपान की संभावना अधिक होती हैं तथापि छोटे आयु वर्ग में इस लैंगिक अंतर में गिरावट आती है। गरीबों में अमीरों की तुलना में और विकसित देशों के लोगों में अमीर देशों की तुलना में धूम्रपान की संभावना अधिक होती है। धूम्रपान करने वाले कई किशोरावस्था में या आरम्भिक युवावस्था के दौरान शुरू करते हैं। आम तौर पर प्रारंभिक अवस्था में धूम्रपान सुखद अनुभूतियां प्रदान करता है, सकारात्मक सुदृढीकरण के एक स्रोत के रूप में कार्य करता है। एक व्यक्ति में कई वर्षों के धूम्रपान के बाद परिहार के लक्षण और नकारात्मक सुदृढीकरण उसे जारी रखने का प्रमुख उत्प्रेरक बन जाता है। .

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थॉमस ऐल्वा एडीसन

थॉमस एल्वा एडिसन (११ फ़रवरी १८४७ - १८ अक्टूबर १९३१) महान अमरीकी आविष्कारक एवं व्यवसायी थे। एडिसन ने फोनोग्राफ एवं विद्युत बल्ब सहित अनेकों युक्तियाँ विकसित कीं जिनसे संसार भर में लोगों के जीवन में भारी बदलाव आये। "मेन्लो पार्क के जादूगर" के नाम से प्रख्यात, भारी मात्रा में उत्पादन के सिद्धान्त एवं विशाल टीम को लगाकर अन्वेषण-कार्य को आजमाने वाले वे पहले अनुसंधानकर्ता थे। इसलिये एडिसन को ही प्रथम औद्योगिक प्रयोगशाला स्थापित करने का श्रेय दिया जाता है। अमेरिका में अकेले १०९३ पेटेन्ट कराने वाले एडिसन विश्व के सबसे महान आविष्कारकों में गिने जाते हैं। .

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थॉमसन रॉयटर्स

टाइम्स स्क्वायर पर थॉमसन रॉयटर्स बिल्डिंग, मिडटाउन मैनहट्टन थॉमसन रॉयटर्स एक सूचना कंपनी है जिसे थॉमसन कॉर्पोरेशन द्वारा 17 अप्रैल 2008 को रॉयटर्स को खरीद कर बनाया गया था। थॉमसन रॉयटर्स के शेयर टोरंटो स्टॉक एक्सचेंज (TSX: TRI) और न्यू यार्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE: TRI) में नामित हैं। इसका मुख्य कार्यालय मिडटाउन मैनहट्टन, न्यू यार्क सिटी, अमेरिका में है। 100 शहरों में कामकाज और 55000 कर्मचारियों वाली वुडब्रिज कंपनी, जो कनाडा में थॉमसन परिवार नियंत्रक कंपनी है, इस समूह का 53% मालिकाना रखती है। .

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द वॉल्ट डिज़्नी कंपनी

द वॉल्ट डिज़्नी स्टूडियोज़, द वॉल्ट डिज़्नी कंपनी का मुख्यालय द वॉल्ट डिज़्नी कंपनी (सामान्यतः डिज़्नी नाम से संदर्भित) राजस्व के मामले में विश्व का सबसे बड़ा मीडिया और मनोरंजन समूह है। इसे 16 अक्टूबर 1923 को वॉल्ट डिज़्नी और रॉय डिज़्नी भाइयों द्वारा डिज़्नी ब्रदर्स कार्टून स्टूडियो के नाम से स्थापित किया गया था, जिसे 1923 में वॉल्ट डिज़्नी प्रोडक्शंस के नाम से पुनर्गठित किया गया। वॉल्ट डिज़्नी प्रोडक्शंस ने अपने आप को अमेरिकी एनीमेशन उद्योग में एक अगुवा के रूप में स्थापित किया जिसके बाद उसने खुद को लाइव-एक्शन फिल्म निर्माण, टेलीविजन और यात्रा के क्षेत्र में विस्तारित किया। अपने वर्तमान नाम को 1986 में अपनाते हुए, द वॉल्ट डिज़्नी कंपनी ने अपने मौजूदा कार्यकलापों का विस्तार किया और थिएटर, रेडियो, प्रकाशन और ऑनलाइन मीडिया पर केंद्रित विभागों को भी शुरू किया। इसके अलावा, इसने कंपनी में नए प्रभागों का गठन किया ताकि वह आम तौर पर अपने परिवार-उन्मुख प्रमुख ब्रांडों के अलावा अधिक परिपक्व सामग्री का विपणन कर सके.

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देह परीक्षक यंत्र

यह रेडियो तरंगों के जरिए कपड़ों के भीतर शरीर का चित्र ले सकने और छिपाये गये किसी भी संदिग्ध वस्तु का पता लगा सकने में सक्षम यंत्र है। इसका उपयोग हवाई अड्डे पर सुरक्षा जाँच के लिए किया जाता है। .

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दीर्घ तरंग

The दीर्घ तरंग रेडियो प्रसारण पट्टी 148.5 से 283.5 kHz (तदनुसार 1000 and 2000 मीटर के तरंग दैर्घ्य के बीच) के बीच पङने वाली सभी आवृत्तियाँ होतीं हैं। यह समूह निम्न आवृत्ति (LF) पट्टी के अन्तर्गत आता है, जबकि यह पट्टी दीर्घ तरंग प्रसारण से अधिक आवृत्ति-रेंज तक होती है। .

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धातु संसूचक

अमरीकी सैनिक ईराक में धातु संसूचक के प्रयोग से हथियार आदि ढूंढते हुए धातु संसूचक से जमीन पर खोज करते हुए धातु संसूचक (अंग्रेज़ी:मेटल डिटेक्टर) का प्रयोग धातु से जुड़े सामानों का पता लगाने में किया जाता है। इसके अलावा लैंड माइंस का पता लगाने, हथियारों, बम, विस्फोटक आदि का पता लगाने जैसे कई कामों में भी किया जाता है।। हिन्दुस्तान लाइव।१६ नवंबर, २००९ एक सरलतम धातु संसूचक में एक विद्युत दोलक होता है जो प्रत्यावर्ती धारा उत्पन्न करता है। यह धारा एक तार की कुंडली में से प्रवाहित होकर अलग चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न करती है। इसमें एक कुंडली का प्रयोग चुंबकीय क्षेत्र को मापने के लिए किया जाता है। चुंबकीय पदार्थ के होने पर चुंबकीय क्षेत्र में होने वाले परिवर्तन के आधार पर इसको मापा जाता है। इसमें लगे माइक्रोप्रोसेसर धातु की प्रकार का पता लगाते हैं। धातु संसूचक वैद्युत चुंबकत्व के सिद्धांत पर काम करते हैं। अलग-अलग कार्यो के प्रयोग के अनुसार धातु संसूचकों की संवेदनशीलता अलग होती है। उन्नीसवीं शताब्दी में वैज्ञानिक ऐसे यंत्र की खोज करने में लगे थे जिससे धातुओं को खोजा जा सके। आरंभ में धातुओं की खोज के लिए जो उपकरण बनाए गए, उनकी क्षमता सीमित थी और वह ऊर्जा का प्रयोग अधिक करते थे। ऐसे में वे हर जगह कारगर नहीं होते थे। १८८१ में ग्राहम बेल ने इस प्रकार के यंत्र की मूल खोज की थी।। समय लाइव। २ मार्च २००९। रमेश चंद्र १९३७ में जेरार्ड फिशर ने इस प्रकार की युक्ति का विकास कर धातु वेक्षक या संसूचक का अन्वेषण किया जिसमें यदि रेडियो किसी धातु को खोजने में खराब हो जाए तो उसे उसकी रेडियो आवृत्ति के आधार पर खोज सकने की क्षमता थी। वह सफल हुए और उन्होंने इसका पेटेंट करवा लिया। .

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निहारिका

चील नॅब्युला का वह भाग जिसे "सृजन के स्तम्भ" कहा जाता है क्योंकि यहाँ बहुत से तारे जन्म ले रहे हैं। त्रिकोणीय उत्सर्जन गैरेन नीहारिका (द ट्रेंगुलम एमीशन गैरन नॅब्युला) ''NGC 604'' नासा द्वारा जारी क्रैब नॅब्युला (कर्कट नीहारिका) वीडियो निहारिका या नॅब्युला अंतरतारकीय माध्यम (इन्टरस्टॅलर स्पेस) में स्थित ऐसे अंतरतारकीय बादल को कहते हैं जिसमें धूल, हाइड्रोजन गैस, हीलियम गैस और अन्य आयनीकृत (आयोनाइज़्ड) प्लाज़्मा गैसे उपस्थित हों। पुराने जमाने में "निहारिका" खगोल में दिखने वाली किसी भी विस्तृत वस्तु को कहते थे। आकाशगंगा (हमारी गैलेक्सी) से परे कि किसी भी गैलेक्सी को नीहारिका ही कहा जाता था। बाद में जब एडविन हबल के अनुसन्धान से यह ज्ञात हुआ कि यह गैलेक्सियाँ हैं, तो नाम बदल दिए गए। उदाहरण के लिए एंड्रोमेडा गैलेक्सी (देवयानी मन्दाकिनी) को पहले एण्ड्रोमेडा नॅब्युला के नाम से जाना जाता था। नीहारिकाओं में अक्सर तारे और ग्रहीय मण्डल जन्म लेते हैं, जैसे कि चील नीहारिका में देखा गया है। यह नीहारिका नासा द्वारा खींचे गए "पिलर्स ऑफ़ क्रियेशन" अर्थात् "सृष्टि के स्तम्भ" नामक अति-प्रसिद्ध चित्र में दर्शाई गई है। इन क्षेत्रों में गैस, धूल और अन्य सामग्री की संरचनाएं परस्पर "एक साथ जुड़कर" बड़े ढेरों की रचना करती हैं, जो अन्य पदार्थों को आकर्षित करता है एवं क्रमशः सितारों का गठन करने योग्य पर्याप्त बड़ा आकार ले लेता हैं। माना जाता है कि शेष सामग्री ग्रहों एवं ग्रह प्रणाली की अन्य वस्तुओं का गठन करती है। .

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नौकायन

एक डॉक्ड नौका शौकिया तौर पर या मनोरंजन के लिए अथवा खेल के उद्देश्य से नाव चलाने या अन्य प्रकार के जलयानों के उपयोग को नौकायन कहा जाता है। .

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नॉटिंघम

नॉटिंघम, यूनाइटेड किंगडम के इस्ट मिडलैंड्स क्षेत्र में स्थित एक शहर और एकात्मक प्राधिकरण इलाका है। यह नॉटिंघमशायर के सेरेमोनियल काउंटी में स्थित है और आठ सदस्यों के इंग्लिश कोर सिटीज ग्रुप का एक सदस्य है। हालांकि ऐतिहासिक दृष्टि से नॉटिंघम शहर की सीमा काफी कम है जो अपेक्षाकृत 288,700 की कम जनसंख्या है, व्यापक नॉटिंघम शहरी क्षेत्र की आबादी 667,000 है और यह यूनाइटेड किंगडम शहरी क्षेत्र का सातवां सबसे बड़ा क्षेत्र है और लिवरपूल और शेफील्ड के बीच में इसकी रैंकिंग की जाती है। यथा 2004 यूरोस्टेट के लार्जर अर्बन ज़ोन ने इस क्षेत्र की आबादी 825,600 सूचीबद्ध की.

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नीलेश मिश्रा

नीलेश मिश्रा एक भारतीय पत्रकार,लेखक,पटकथा लेखक,बॉलीवुड गीतकार तथा फोटोग्राफर है यह मुख्य रूप से अपने रेडियो कार्यक्रम "यादों का इडियट बॉक्स विद नीलेश मिश्रा" जो बिग फम पर आता था ' इनके अलावा ये भारतीय क्षेत्रीय समाचार पत्र गांव कनेक्शन के सह-संस्थापक भी है ' इन्होंने एक कंटेंट क्रिएशन कंपनी की भी स्थापना की है जो कंटेंट प्रोजेक्ट के नाम लिए जानी जाती है ' श्रेणी:लेखक श्रेणी:पटकथा लेखक श्रेणी:पत्रकार श्रेणी:फोटोग्राफर श्रेणी:जीवित लोग श्रेणी:1973 में जन्मे लोग श्रेणी:नैनीताल के लोग .

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प्रताप सहगल

प्रताप सहगल हिन्दी के कवि, नाटककार, कहानीकार और आलोचक हैं। .

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फ़्रैंकफ़र्ट

फ्रैंकफर्ट ऐम माइन,, जर्मन राज्य हेस का सबसे बड़ा शहर और जर्मनी का पांचवाँ सबसे बड़ा शहर है। इसे प्रायः केवल फ्रैंकफर्ट के नाम से जाना जाता है। इसकी जनसंख्या 2009 में 667,330 थी। 2010 में शहरी क्षेत्र में 2,296,000 आबादी का अनुमान लगाया गया था। यह शहर फ्रैंकफर्ट-राइन-मैन मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र के हृदयस्थल में है, जिसकी आबाद 5,600,000 है, और जर्मनी का दूसरा सबसे बड़ा मेट्रॅपॉलिटन क्षेत्र है। यह शहर मेन नदी के तट पर पुराने घाट पर अवस्थित है। जर्मन भाषा में मेन नदी को "फर्ट" कहते है। फ्रैंकफर्ट प्राचीन फ्रैंकोनिया का हिस्सा है, जो कि प्राचीन फ्रैंकों का निवास स्थल था। इसलिए फ्रैंको के घाट के रूप में इनकी विरासत के कारण शहर का नाम पड़ा.

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बिग एफएम (रेडियो)

150px बिग एफएम (रेडियो), एक राष्ट्रव्यापी निजी एफएम रेडियो स्टेशन है। इस रेडियो स्टेशन के मालिक प्रसिद्द भारतीय व्यवसायी अनिल अम्बानी हैं। यह रेडियो स्टेशन ९२.७ मेगाहर्ट्स एफएम बैंड फ्रिकुएंसी पर प्रसारित होता है। वर्तमान में यह स्टेशन ४४ विभिन्न शहरों में प्रसारित होता है। यह एकमात्र ऐसा रेडियो स्टेशन है जो कि जम्मू और कश्मीर में भी प्रसारित होता है। १ जुलाई २००८ से बिग एफएम सिंगापूर में भी अपना प्रसारण शुरू कर दिया। सिंगापूर में यह सुबह ५ बजे से रत ८ बजे तक हर रोज़ ९६.३ मेगाहर्ट्स पर प्रसारित होता है। बिग एफएम रेडियो का टैगलाइन है - "सुनो सुनाओ, लाइफ बनाओ" .

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ब्लिट्जक्रेग

शब्द के दूसरे उपयोगों के लिए, इसे देखें: ब्लिट्जक्रेग (अन्य अर्थ) जिसे आम तौर पर ब्लिट्जक्रेग के नाम से जाना जाता है उसकी आदर्श विशेषता पैदल सेना और तोपची सैनिकों के संयुक्त हथियारबंद दलों का अत्यंत गतिशील स्वरुप है। ब्लिट्जक्रेग (जर्मन, "बिजली युद्ध"); एक अंग्रेजीनुमा शब्द है जिसका मतलब टैंकों, पैदल सेना, तोपची सैनिक और वायु शक्ति के सभी यंत्रीकृत सैन्य बलों का संयुक्त प्रहार है, जिसमें शत्रु पंक्तियों पर कामयाबी हासिल करने के लिए संयुक्त रूप से जबरदस्त ताकत और तीव्र गति से हमला किया जाता है और जब एक बार शत्रु पंक्ति छिन्न-भिन्न हो जाती है तो अपने किनारे की फिक्र किये बगैर तेजी से आगे बढ़ा जाता है। एक निरंतर गति से ब्लिट्जक्रेग, अपने दुश्मन को असंतुलित किये रखने की कोशिश करता है, जिससे उसके लिए किसी भी समय प्रभावी ढंग से जवाब देना मुश्किल हो जाता है जब तक कि अगली पंक्ति पहले ही आगे ना बढ़ गयी हो.

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ब्लैक होल (काला छिद्र)

बड़े मैग्लेनिक बादल के सामने में एक ब्लैक होल का बनावटी दृश्य। ब्लैक होल स्च्वार्ज़स्चिल्ड त्रिज्या और प्रेक्षक दूरी के बीच का अनुपात 1:9 है। आइंस्टाइन छल्ला नामक गुरुत्वीय लेंसिंग प्रभाव उल्लेखनीय है, जो बादल के दो चमकीले और बड़े परंतु अति विकृत प्रतिबिंबों का निर्माण करता है, अपने कोणीय आकार की तुलना में. सामान्य सापेक्षता (जॅनॅरल रॅलॅटिविटि) में, एक ब्लैक होल ऐसी खगोलीय वस्तु होती है जिसका गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र इतना शक्तिशाली होता है कि प्रकाश सहित कुछ भी इसके खिंचाव से बच नहीं सकता है। ब्लैक होल के चारों ओर एक सीमा होती है जिसे घटना क्षितिज कहा जाता है, जिसमें वस्तुएं गिर तो सकती हैं परन्तु बाहर कुछ भी नहीं आ सकता। इसे "ब्लैक (काला)" इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह अपने ऊपर पड़ने वाले सारे प्रकाश को अवशोषित कर लेता है और कुछ भी परावर्तित नहीं करता, थर्मोडाइनामिक्स (ऊष्मप्रवैगिकी) में ठीक एक आदर्श ब्लैक-बॉडी की तरह। ब्लैक होल का क्वांटम विश्लेषण यह दर्शाता है कि उनमें तापमान और हॉकिंग विकिरण होता है। अपने अदृश्य भीतरी भाग के बावजूद, एक ब्लैक होल अन्य पदार्थों के साथ अन्तः-क्रिया के माध्यम से अपनी उपस्थिति प्रकट कर सकता है। एक ब्लैक होल का पता तारों के उस समूह की गति पर नजर रख कर लगाया जा सकता है जो अन्तरिक्ष के खाली दिखाई देने वाले एक हिस्से का चक्कर लगाते हैं। वैकल्पिक रूप से, एक साथी तारे से आप एक अपेक्षाकृत छोटे ब्लैक होल में गैस को गिरते हुए देख सकते हैं। यह गैस सर्पिल आकार में अन्दर की तरफ आती है, बहुत उच्च तापमान तक गर्म हो कर बड़ी मात्रा में विकिरण छोड़ती है जिसका पता पृथ्वी पर स्थित या पृथ्वी की कक्षा में घूमती दूरबीनों से लगाया जा सकता है। इस तरह के अवलोकनों के परिणाम स्वरूप यह वैज्ञानिक सर्व-सम्मति उभर कर सामने आई है कि, यदि प्रकृति की हमारी समझ पूर्णतया गलत साबित न हो जाये तो, हमारे ब्रह्मांड में ब्लैक होल का अस्तित्व मौजूद है। सैद्धांतिक रूप से, कोई भी मात्रा में तत्त्व (matter) एक ब्लैक होल बन सकता है यदि वह इतनी जगह के भीतर संकुचित हो जाय जिसकी त्रिज्या अपनी समतुल्य स्च्वार्ज्स्चिल्ड त्रिज्या के बराबर हो। इसके अनुसार हमारे सूर्य का द्रव्यमान ३ कि.

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बैटरी एलिमिनेटर

बैटरी एलिमिनेटर एक एलेक्ट्रानिक युक्ति है जो प्राय: छोटे एलेक्ट्रानिक उपकरणों के लिये डीसी पैदा करता है और इसकी सहायता से बैटरी के बिना भी उस उपकरण को चलाया जा सकता है। इसीलिये इसका नाम "बैटरी एलिमिनेटर" (बैटरी की आवश्यकता को समाप्त करने वाला) पड़ा। यह प्राय: आम घरों में उपलब्ध एसी वोल्टेज से चलता है और अलग-अलग उपकरणों की आवश्यकता के अनुसार अलग-अलग वोल्टेज एवं धारा प्रदान करते हैं। उदाहरण के लियेधिकांश रेडियो को चलाने के लिये ६ वोल्ट का बैटरी एलिमिनेटर लगता है। श्रेणी:शक्ति एलेक्ट्रानिकी.

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बेतार

बेतार (अंग्रेज़ी: wireless) का मतलब बिना किसी तार के सूचना सन्केतों के स्थानान्तरण से है। सूचना प्रौद्योगिकी के आने से पहले बेतार का अर्थ रेडियो माना जाता था। आजकल बेतार का उपयोग कई जगहों पे होता है और इसके कई अभिप्राय हो सकते हैं। जैसे कि कॉर्डलेस(Cordless)- बेतार लॅन(Wireless LAN) - बेतार फोन(Cellular Phone)- बेतार का तार (Wireless Telegraphy)- श्रेणी:आधार *.

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बेनेडिक्ट कम्बरबैच

बेनेडिक्ट कम्बरबेच टिमोथी कार्लट (जन्म 19 जुलाई 1976) एक प्रसिद्ध अंग्रेजी अभिनेता और फिल्म निर्माता हैं, जिन्होंने फिल्म, टी वी, रंगमंच और रेडियो में प्रदर्शन किया है। .

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बीबीसी

बीबीसी या ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोंरेशन (ब्रिटिश प्रसारण निगम) विश्व का सबसे बड़ा प्रसारण संघ है, दर्शकों की संख्या में, जिसके केवल ग्रेट ब्रिटेन में ही २६,००० कार्यकर्ता और बजट जीबी£ ४ अरब यूएस$ ७.८ अरब) से अधिक है। and the motto of the BBC is Nation Shall Speak Peace Unto Nation. The BBC is a quasi-autonomous Public Corporation operating as a public service broadcaster. The Corporation is run by the BBC Trust; however, the BBC is, per its charter, to be "free from both political and commercial influence and answers only to its viewers and listeners". Its domestic programming and broadcasts are primarily funded by levying television licence fees (under the Wireless Telegraphy Act 1949), although money is also raised through commercial activities such as sale of merchandise and programming. The BBC World Service, however, is funded by the Foreign and Commonwealth Office. In order to justify the licence fee the BBC is expected to produce a number of high-rating shows in addition to programmes that commercial broadcasters would not normally broadcast. Quite often domestic audiences affectionately refer to the BBC as the Beeb (coined by Kenny Everett). Auntie was a nickname used during the early years, said to originate in the somewhat old fashioned Auntie knows best attitude back when John Reith was in charge. The two terms have been used together as Auntie Beeb.--> .

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भारतीय मीडिया

भारत के संचार माध्यम (मीडिया) के अन्तर्गत टेलीविजन, रेडियो, सिनेमा, समाचार पत्र, पत्रिकाएँ, तथा अन्तरजालीय पृष्ट आदि हैं। अधिकांश मीडिया निजी हाथों में है और बड़ी-बड़ी कम्पनियों द्वारा नियंत्रित है। भारत में 70,000 से अधिक समाचार पत्र हैं, 690 उपग्रह चैनेल हैं (जिनमें से 80 समाचार चैनेल हैं)। आज भारत विश्व का सबसे बड़ा समाचार पत्र का बाजार है। प्रतिदिन १० करोड़ प्रतियाँ बिकतीं हैं। .

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भारतीय राष्ट्रीय उपग्रह प्रणाली

भारतीय राष्ट्रीय उपग्रह प्रणाली (इन्सैट) का पहला उपग्रह अप्रैल 1982 में छोड़ा गया था। भारतीय राष्ट्रीय उपग्रह प्रणाली (इन्सैट) इसरो द्वारा शुरू बहुउद्देशीय भू स्थिर उपग्रहों की एक श्रृंखला है जो दूरसंचार, प्रसारण, मौसम विज्ञान और खोज और बचाव कार्य के लिए उपयोग होता है। 1983 में शुरु किया हुआ इनसैट, एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सबसे बड़ी देशीय संचार प्रणाली है। यह भारत सरकार के अंतरिक्ष विभाग, दूरसंचार विभाग, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग, आकाशवाणी और दूरदर्शन चैनल के एक संयुक्त उद्यम है। सचिव-स्तर इनसैट समन्वय समिति के ऊपर इनसैट प्रणाली के समग्र समन्वय और प्रबंधन टिकी हुई है। इनसैट उपग्रहों भारत के टीवी और संचार आवश्यकताओं की सेवा करने के लिए विभिन्न बैंड में ट्रांसपोंडर (सी, एस, विस्तारित सी और यू) प्रदान करते हैं। इसरो अंतर्राष्ट्रीय कोसपस-सारसट (Cospas-Sarsat) कार्यक्रम के एक सदस्य के रूप में दक्षिण एशियाई और हिंद महासागर क्षेत्र में खोज और बचाव अभियान के लिए संकट चेतावनी संकेतों को प्राप्त करने के लिए उपग्रहों के ट्रांसपोंडर (ओं) का इस्तेमाल करते है। .

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भौतिक विज्ञानी

अल्बर्ट आइंस्टीन, जिन्होने सामान्य आपेक्षिकता का सिद्धान्त दिया भौतिक विज्ञानी अथवा भौतिक शास्त्री अथवा भौतिकीविद् वो वैज्ञानिक कहलाते हैं जो अपना शोध कार्य भौतिक विज्ञान के क्षेत्र में करते हैं। उप-परवमाणविक कणों (कण भौतिकी) से लेकर सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड तक सभी परिघटनाओं का अध्ययन करने वाले लोग इस श्रेणी में माने जाते हैं। .

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मनोरंजन

मनोरंजन एक ऐसी क्रिया है जिसमें सम्मिलित होने वाले को आनन्द आता है एवं मन श्रान्त होता हैं। मनोरंजन सीधे भाग लेकर हो सकता है या कुछ लोगों को कुछ करते हुए देखने से हो सकता है। .

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मल्टीमीटर

बहुमापी या मल्टीमीटर एक ऐसा उपकरण है जो कई भौतिक राशियों (प्रायः धारा, वोल्टता, प्रतिरोध, निरन्तरता (कान्टिन्युटी) आदि) को मापने के काम में आता है। पहले एनालॉग मल्टीमीटर प्रचलन में आये किन्तु एलेक्ट्रानिक्स के विकास के साथ आजकल डिजिटल मल्टीमीटर (डी एम एम) भी खूब प्रचलन में आ गये हैं। .

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माय एफएम

150px माय एफएम, एक राष्ट्रव्यापी निजी एफएम रेडियो स्टेशन है| यह रेडियो दैनिक भास्कर समूह द्वारा चलाया जा रहा है | यह रेडियो स्टेशन ९४.३ मेगाहर्ट्स एफएम बैंड फ्रिकुएंसी पर प्रसारित होता है| वर्तमान में यह स्टेशन १७ विभिन्न शहरों में प्रसारित होता है | माय एफएम का टैगलाइन है - "जियो दिल से" | .

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माइक्रोफोन

एक माइक्रोफोन (जिसे बोलचाल की भाषा में Mic या Mike कहा जाता है) एक ध्वनिक-से-वैद्युत ट्रांसड्यूसर (en:Transducer) या संवेदक होता है, जो ध्वनि को विद्युतीय संकेत में रूपांतरित करता है। 1876 में, एमिली बर्लिनर (en:Emile Berliner) ने पहले माइक्रोफोन का आविष्कार किया, जिसका प्रयोग टेलीफोन स्वर ट्रांसमीटर के रूप में किया गया। माइक्रोफोनों का प्रयोग अनेक अनुप्रयोगों, जैसे टेलीफोन, टेप रिकार्डर, कराओके प्रणालियों, श्रवण-सहायता यंत्रों, चलचित्रों के निर्माण, सजीव तथा रिकार्ड की गई श्राव्य इंजीनियरिंग, FRS रेडियो, मेगाफोन, रेडियो व टेलीविजन प्रसारण और कम्प्यूटरों में आवाज़ रिकार्ड करने, स्वर की पहचान करने, VoIP तथा कुछ गैर-ध्वनिक उद्देश्यों, जैसे अल्ट्रासॉनिक परीक्षण या दस्तक संवेदकों के रूप में किया जाता है। शॉक माउंट वाला एक न्यूमन U87 कंडेंसर माइक्रोफोन वर्तमान में प्रयोग किये जाने वाले अधिकांश माइक्रोफोन यांत्रिक कंपन से एक विद्युतीय आवेश संकेत उत्पन्न करने के लिये एक विद्युतचुंबकीय प्रवर्तन (गतिज माइक्रोफोन), धारिता परिवर्तन (दाहिनी ओर चित्रित संघनित्र माइक्रोफोन), पाइज़ोविद्युतीय निर्माण (Piezoelectric Generation) या प्रकाश अधिमिश्रण का प्रयोग करते हैं। .

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मिल्वौकी, विस्कॉन्सिन

मिल्वौकी अमेरिकी राज्य विस्कॉन्सिन का सबसे बड़ा शहर, संयुक्त राज्य अमेरिका का 26वां सबसे अधिक आबादी वाला शहर और अमेरिका का 39वां सबसे अधिक आबादी वाला क्षेत्र है। यह मिल्वौकी काउंटी की काउंटी सीट है और यह मिशिगन झील के दक्षिण-पश्चिमी तट पर स्थित है। इसकी 2009 की अनुमानित जनसंख्या थी.

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मुक्त स्रोत सॉफ्टवेयर पैकेजों की सूची

कोई विवरण नहीं।

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मॉन्स्टर ट्रक

एरिजोना में रेसिंग करता हुआ बिगफुट मॉन्स्टर ट्रक मॉन्स्टर ट्रक (दानव ट्रक) एक पिकअप ट्रक है, जिसे आमतौर पर पिकअप ट्रक के ढांचे के अनुरूप बनाया जाता है और अत्यंत विशाल पहिये और विलम्ब के साथ संशोधित या जानबूझ कर निर्मित किया जाता है। इनका इस्तेमाल प्रतियोगिताओं और लोकप्रिय खेल मनोरंजन के लिए किया जाता है और कुछ मामलों में इन्हें मोटोक्रॉस रेस, कीचड़ फंसाव, ट्रैक्टर खींच और कार-ईटिंग रोबोट के साथ प्रस्तुत किया जाता है। मॉन्स्टर ट्रक शो में कभी-कभी ट्रक के विशाल टायर के नीचे छोटे वाहनों को कुचलते प्रदर्शित किया जाता है। ये ट्रक अधिकांश मानव निर्मित बाधाओं पर से गुज़र सकते हैं, इसलिए इन्हें रिमोट शट-ऑफ़ स्विच से लैस किया गया है, जिसे रिमोट इग्निशन इंटरप्टर (RII) कहा जाता है, ताकि चालक द्वारा किसी भी वक्त नियंत्रण खो देने पर किसी दुर्घटना को रोकने में मदद मिल सके। कुछ कार्यक्रमों में, केवल एक ट्रक पथ पर होता है, जबकि अधिकांशतः एक सममित पटरियों पर दो ड्राइवरों को एक दूसरे के साथ रेस करते दिखाया जाता है, जिसमें हारने वाला चालक एकल-उन्मूलन टूर्नामेंट फैशन में बाहर हो जाता है। हाल के वर्षों में, कई मॉन्स्टर ट्रक प्रतियोगिताओं की समाप्ति "फ्री स्टाइल" से हुई। कुछ हद तक फिगर स्केटिंग के सदृश विशाल ट्रकों के ड्राइवर, ट्रैक के आसपास और उसकी बाधाओं के बीच अपने मार्ग का चयन करने के लिए स्वतन्त्र होते हैं। ड्राइवर्स अक्सर "डोनट्स", व्हीलस्टैंड को आजमाते हैं और इस खंड के दौरान छलांग लगाते हैं। ड्राइवरों के लिए कुचलने की खातिर, आमतौर पर मोटर घर सहित अतिरिक्त चीज़ों को ट्रैक पर रखा जाता है विशेष रूप से फ्री स्टाइल कार्यक्रम के लिए। ट्रैक पर राखी जाने वाली बाधाओं में कभी-कभी स्कूल बसें और छोटे हवाई जहाज शामिल होते हैं। .

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मोबाइल फ़ोन

अनु-फ्लिप मोबाइल फोन के कई उदाहरण. मोबाइल फ़ोन या मोबाइल (इसे सेलफोन और हाथफोन भी बुलाया जाता है, या सेल फोन, सेलुलर फोन, सेल, वायरलेस फोन, सेलुलर टेलीफोन, मोबाइल टेलीफोन या सेल टेलीफोन) एक लंबी दूरी का इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जिसे विशेष बेस स्टेशनों के एक नेटवर्क के आधार पर मोबाइल आवाज या डेटा संचार के लिए उपयोग करते हैं इन्हें सेल साइटों के रूप में जाना जाता है। मोबाइल फोन, टेलीफोन, के मानक आवाज कार्य के अलावा वर्तमान मोबाइल फोन कई अतिरिक्त सेवाओं और उपसाधन का समर्थन कर सकते हैं, जैसे की पाठ संदेश के लिए SMS, ईमेल, इंटरनेट के उपयोग के लिए पैकेट स्विचिंग, गेमिंग, ब्लूटूथ, इन्फ़रा रेड, वीडियो रिकॉर्डर के साथ कैमरे और तस्वीरें और वीडियो भेजने और प्राप्त करने के लिए MMS, MP3 प्लेयर, रेडियो और GPS.

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यूनाइटेड किंगडम

वृहत् ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैण्ड का यूनाइटेड किंगडम (सामान्यतः यूनाइटेड किंगडम, यूके, बर्तानिया, UK, या ब्रिटेन के रूप में जाना जाने वाला) एक विकसित देश है जो महाद्वीपीय यूरोप के पश्चिमोत्तर तट पर स्थित है। यह एक द्वीपीय देश है, यह ब्रिटिश द्वीप समूह में फैला है जिसमें ग्रेट ब्रिटेन, आयरलैंड का पूर्वोत्तर भाग और कई छोटे द्वीप शामिल हैं।उत्तरी आयरलैंड, UK का एकमात्र ऐसा हिस्सा है जहां एक स्थल सीमा अन्य राष्ट्र से लगती है और यहां आयरलैण्ड यूके का पड़ोसी देश है। इस देश की सीमा के अलावा, UK अटलांटिक महासागर, उत्तरी सागर, इंग्लिश चैनल और आयरिश सागर से घिरा हुआ है। सबसे बड़ा द्वीप, ग्रेट ब्रिटेन, चैनल सुरंग द्वारा फ़्रांस से जुड़ा हुआ है। यूनाइटेड किंगडम एक संवैधानिक राजशाही और एकात्मक राज्य है जिसमें चार देश शामिल हैं: इंग्लैंड, उत्तरी आयरलैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स. यह एक संसदीय प्रणाली द्वारा संचालित है जिसकी राजधानी लंदन में सरकार बैठती है, लेकिन इसमें तीन न्यागत राष्ट्रीय प्रशासन हैं, बेलफ़ास्ट, कार्डिफ़ और एडिनबर्ग, क्रमशः उत्तरी आयरलैंड, वेल्स और स्कॉटलैंड की राजधानी.जर्सी और ग्वेर्नसे द्वीप समूह, जिन्हें सामूहिक रूप से चैनल द्वीप कहा जाता है और मैन द्वीप (आईल ऑफ मान), यू के की राजत्व निर्भरता हैं और UK का हिस्सा नहीं हैं। इसके इलावा, UK के चौदह समुद्रपार निर्भर क्षेत्र हैं, ब्रिटिश साम्राज्य, जो १९२२ में अपने चरम पर था, दुनिया के तकरीबन एक चौथाई क्षेत्रफ़ल को घेरता था और इतिहास का सबसे बड़ा साम्रज्य था। इसके पूर्व उपनिवेशों की भाषा, संस्कृति और कानूनी प्रणाली में ब्रिटिश प्रभाव अभी भी देखा जा सकता है। प्रतीकत्मक सकल घरेलू उत्पाद द्वारा दुनिया की छठी बड़ी अर्थव्यवस्था और क्रय शक्ति समानता के हिसाब से सातवाँ बड़ा देश होने के साथ ही, यूके एक विकसित देश है। यह दुनिया का पहला औद्योगिक देश था और 19वीं और 20वीं शताब्दियों के दौरान विश्व की अग्रणी शक्ति था, लेकिन दो विश्व युद्धों की आर्थिक लागत और 20 वीं सदी के उत्तरार्ध में साम्राज्य के पतन ने वैश्विक मामलों में उसकी अग्रणी भूमिका को कम कर दिया फिर भी यूके अपने सुदृढ़ आर्थिक, सांस्कृतिक, सैन्य, वैज्ञानिक और राजनीतिक प्रभाव के कारण एक प्रमुख शक्ति बना हुआ है। यह एक परमाणु शक्ति है और दुनिया में चौथी सर्वाधिक रक्षा खर्चा करने वाला देश है। यह यूरोपीय संघ का सदस्य है, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक स्थायी सीट धारण करता है और राष्ट्र के राष्ट्रमंडल, जी8, OECD, नाटो और विश्व व्यापार संगठन का सदस्य है। .

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रसेल पीटर्स

रसेल डोमिनिक पीटर्स (जन्म 29 सितम्बर 1970) एक कनाडाई स्टेन्ड-अप हास्य कलाकार और अभिनेता हैं। .

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राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी, अमेरिका

राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) संयुक्त राज्य अमेरिका की केंद्रीय ख़ुफ़िया जानकारी एजेंसी है। अमेरिकी रक्षा विभाग के क्षेत्राधिकार के अंतर्गत आने वाली इस एजेंसी को कर्मियों और बजट के संदर्भ में अमेरिका का सबसे बड़ा खुफिया संगठन माना जाता है। एनएसए को मुख्य रूप से वैश्विक निगरानी एवं ख़ुफ़िया जानकारी का संग्रह, अनुवाद और विश्लेषण करने की ज़िम्मेदारी सौंपी गयी है। एनएसए का कार्य खुफिया संचार तक सीमित है, अथवा यह क्षेत्रीय या मानवीय गुप्तचर गतिविधियों में शामिल नहीं होता। कानून के अनुसार, एनएसए की खुफ़िया जानकारी विदेशी संचार तक ही सीमित है, हालांकि कई रिपोर्ट दर्शाते हैं कि एजेंसी हमेशा इन कानूनों का पालन नहीं करती। संगठन की गोपनीयता के कारण, एनएसए को समय-समय पर "नो सच एजेंसी" (ऐसी कोई एजेंसी नहीं है) या "नेवर से एनीथिंग" (कभी कुछ नहीं कहने वाली) भी कहा जाता है। एजेंसी में केंद्रीय सुरक्षा सेवा (सेंट्रल सिक्यूरिटी सर्विस) नामक संगठन भी है जिसे एनएसए और अन्य अमेरिकी सैन्य क्रिप्टएनालिसिस घटकों के बीच सहयोग के लिए बनाया गया था। एनएसए के निदेशक, जो अल्पतम लेफ्टिनेंट जनरल या उप एडमिरल रैंक के होते हैं, संयुक्त राज्य अमेरिका साइबर कमान के कमांडर और केंद्रीय सुरक्षा सेवा के चीफ का पद भी संभालते हैं। .

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रिलायंस इंटरटेनमेंट

रिलायंस इंटरटेनमेंट (पहले रिलायंस बिग इंटरटेनमेंट के नाम से जाने जाती थी) रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह की सह कंपनी है जो उसके मिडिया और मनोरंजन व्यवसाय को संभालती है। इसका मुख्य व्यवसाय फ़िल्में, संगीत, खेल, वीडियो गेम, इन्टरनेट व मोबाइल प्रवेशद्वार और और नए उभरते डिजिटल प्लेटफोर्म वितरण को बढ़ावा देना है जिसमें डिजिटल सिनेमा, डीटीएच और मोबाइल टीवी शामिल है। .

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रेड एफएम (रेडियो)

150px रेड एफएम (रेडियो), भारत का एक प्राइवेट रेडियो स्टेशन है | इसका प्रसारण दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में होता है | इस रेडियो स्टेशन का प्रसारण ९३.५ मेगाहर्ट्स एफएम बैंड फ्रिकुएंसी पर होता है | सन् २००२ में प्रारम्भ हुआ यह रेडियो स्टेशन पहले हिन्दी व इंग्लिश दोनों भाषाओँ के मिश्रित गाने सुनाया करता था अब ये पूरी तरह से हिन्दी गानों का प्रसारण करता है | इस रेडियो चैनल का ४८.९% हिस्सेदारी कलानिधि मारन के पास है | रेड एफएम का टैगलाइन है - "बजाते रहो" | .

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रेडियो दूरदर्शक

१०० मीटर का रेडियो दूरदर्शक रेडियो दूरदर्शक या रेडियो दूरदर्शी (Radio telescope) एक प्रकार का दिशिक रेडियो ऐण्टेना (directional radio antenna) है जो रेडियो खगोलिकी के क्षेत्र में काम आता है। प्रायः ये परवलीय (पैराबोलिक) आकार के विशाल ऐण्टेना होते हैं जो अकेले या समूह (array) में प्रयुक्त होते हैं। इसी तरह के ऐण्टेना कृत्रिम उपग्रहों को ट्रैक करने तथा उनसे डेटा प्राप्त करने के लिए भी किया जाता है। रेडियो दूरदर्शक प्रकाशीय दूरदर्शक से इस मामले में अलग हैं कि ये विद्युतचुम्बकीय विकिरण के रेडियो आवृत्ति वाले भाग में काम करते हैं न कि 'ड्रिष्य प्रकाश' वाले भाग में। रेडियो वेधशालाएँ प्रायः आबादी वाले स्थानों से बहुत दूर लगायी जाती हैं ताकि रेडियो, टीवी, रैडार आदि का व्यतिकरण (इंटरफेरेम्स) वहाँ कम से कम हो। .

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रेडियो मिर्ची

रेडियो मिर्ची भारत का एक लोकप्रिय गैर सरकारी एफ.

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रेडियो सिटी

150px रेडियो सिटी भारत का एक गैर शासकीय रेडियो स्टेशन है। इसका प्रसारण ९१.१ मेगाहर्ट्ज़ पर होता है। इस रेडियो स्टेशन कि शुरुआत सबसे पहले मुंबई से २००४ में हुई। अब यह भारत के कई शहरों और महानगरों में एक प्रचलित रेडियो स्टेशन है। इसकीं मुख्य कार्यकारी अधिकारी मिस.

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रेगिनाल्ड फेसेंडेन

रेगिनाल्ड ऑब्रे फेसेंडेन (Reginald Aubrey Fessenden; ६ अक्टूबर १८६६, क्यूबेक - २२ जुलाई १९३२), एक देशीयकृत अमेरिकी नागरिक, एक आविष्कारक थे जिन्होंने रेडियो प्रसारण के क्षेत्र में अग्रणी प्रयोग किए, जिसमें आवाज और संगीत के शुरूआती एवं संभवतः प्रथम रेडियो प्रसारण शामिल है। .

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रीडिफ.कॉम

रीडिफ डॉट कॉम अथवा रीडिफ.कॉम (रीडिफ.कॉम) भारतीय समाचार, सूचना, मनोरंजन और शॉपिंग वेब पोर्टल है। इसकी स्थापना १९९६ में हुई। इसकी स्थापना रीडिफ ऑन द नेट (रीडिफ On The NeT) के रूप में हुई। इसका मुख्य कार्यालय मुम्बई में है जिसके शाखा कार्यालय बंगलौर, नई दिल्ली और न्यूयॉर्क नगर में स्थित हैं। एलेक्सा के अनुसार रीडिफ १७वाँ भारतीय वेब पोर्टल है। इसमें ३१६ से अधिक कर्मचारी नियुक्त हैं। इसके लाखों परिदर्शकों में से 89.1% परिदर्शक भारतीय हैं जबकि अन्यों में मुख्यतः संयुक्त राज्य अमेरिका (3.4%) और चीन शामिल हैं। अप्रैल २००१ में रीडिफ ने इंडिया अब्रॉड आरम्भ किया। फ़रवरी २०११ में अलेक्सा पर इसकी रैंक २९५ थी। रीडिफ डॉट कॉम १९९६ में भारत में पंजीकृत पहला डोमेन नाम है। .

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लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम

कोई विवरण नहीं।

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लघु तरंग

एक लघु तरंग एनालॉग सॉलिड स्टेट अभिग्राही (रिसीवर) लघु तरंगरेडियो होतीं हैं 3 MHz (3,000 kHz) एवं 30 MHz (30,000 kHz) की आवृत्तियों के मध्य। इन्हें पूर्व काल में ऐसा कहा जाने लगा, क्योंकि इन आवृत्तियों से जुड़ी तरंग दैर्घ्य, उस समय प्रयोग होने वाली दीर्घ तरंग से छोटी होती थीं। एक वैकल्पिक नाम है उच्चावृत्ति रेडियो। ऐसा इसलिए होता था क्योंकि, आवृत्ति एवं तरंग दैर्घ्य, विलोम अनुपात में होते हैं। .

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शक्ति एलेक्ट्रॉनिकी

हिताची की J100 परिवर्तनीय आवृत्ति ड्राइव का कार्ड ठोस-अवस्था-एलेक्ट्रानिकी का उपयोग करके विद्युत शक्ति का परिवर्तन एवं नियंत्रण से सम्बन्धित ज्ञान को शक्ति एलेक्ट्रॉनिकी (Power electronics) कहते हैं। यद्यपि शक्ति एलेक्ट्रानिकी में छोटे-मोटे सभी इलेक्ट्रॉनिक अवयव प्रयुक्त होते हैं, किन्तु निम्नलिखित अवयवय शक्ति एलेक्ट्रानिकी के विशिष्टि पहचान हैं-.

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शुष्क सेल

विभिन्न आकार-प्रकार के शुष्क सेल शुष्क सेल का रेखाचित्र (१) पीतल की टोपी (२) प्लास्टिक की सील (३) वृद्धि के लिये स्थान (४) सछिद्र कार्डबोर्ड (५) जस्ते का पात्र (६) कार्बन की छड़ (७) रासायनिक मिश्रण शुष्क सेल (dry cell) एक प्रकार के विद्युतरासायनिक सेल है जो कम बिजली से चल सकने वाले पोर्टेबल विद्युत-युक्तियों (जैसे ट्रांजिस्टर रेडियो, टार्च, कैलकुलेटर आदि) में प्रयुक्त होते हैं। इसके अन्दर जो विद्युत अपघट्य (electrolyte) उपयोग में लाया जाता है वह लेई-जैसा कम नमी वाला होता है। इसमें किसी द्रव का प्रयोग नहीं किया जाता जिसके कारण इसे "शुष्क" सेल कहा जाता है। (कार आदि में प्रयुक्त बैटरियों में प्रयुक्त विद्युत अपघट्य द्रव के रूप में होता है।) चूंकि इसमें कुछ भी चूने (लीक) लायक द्रव नहीं होता, पोर्टेबल युक्तियों में इसका उपयोग सुविधाजनक होता है। सामान्यत: प्रयोग में आने वाला शुष्क सेल वस्तुत: एक जिंक-कार्बन बैटरी होती है जिसे शुष्क लेक्लांची सेल (Leclanché cell) भी कहते हैं। इसकी सामान्य स्थिति (बिना धारा की स्थिति में) में वोल्टता १.५ वोल्ट होती है जो कि अल्कलाइन बैटरी के सामान्य वोल्टता के बराबर ही है। जहाँ १.५ वोल्ट से अधिक वोल्टेज की जरूरत होती है वहाँ कई ऐसे सेल श्रेणी क्रम (series) में जोड़ दिये जाते हैं। (३ सेल श्रेणी क्रम में जोड़ने पर ४.५ वोल्ट देते हैं; ९ वोल्ट की बहुप्रचलित बैटरी में ६ कार्बन-जिंक या अल्कलाइन-सेल सीरीज में जुड़े होते हैं)। इसी तरह जहाँ अधिक धारा की आवश्यकता होती है वहाँ कई सेलों को समान्तर क्रम (parallel) में जोड़ दिया जाता है। .

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श्रव्य प्रवर्धक

एकीकृत परिपथ (आईसी) से बना एक श्रव्य शक्ति प्रवर्धक आईसी के रूप में एक श्रव्य-आवृत्ति प्रवर्धक (Lm3886tf) ऐसे एलेक्ट्रानिक प्रवर्धक को श्रव्य प्रवर्धक या आडियो एम्प्लिफायर (audio amplifier) कहते हैं जो कम शक्ति के श्रव्य संकेतों का प्रवर्धन कर सकें। श्रव्य-आवृत्‍ति शक्ति प्रवर्धक (audio power amplifier) वह एलेक्ट्रॉनिक प्रवर्धक है जो कम शक्ति के श्रव्य आवृत्ति वाले विद्युत संकेतों को प्रवर्धित करके उनको इतना शक्तिशाली बना दे कि वे लाउडस्पीकर को चला सकें। उन संकेतों को श्रव्य संकेत (आडियो सिगनल) कहते हैं जिनकी आवृत्ति २० हर्ट्ज से लेकर २० हजार हर्ट्ज के बीच होती है। इस सीमा के भीतर की आवृत्तियों वाले संकेत ही मानव कर्ण को सुनाई पड़ते हैं, इससे कम या अधिक के नहीं। श्रव्य प्रवर्धकों का निवेश संकेत (इनपुट सिगनल) कुछ सौ माइक्रोवाट के स्तर का होता है जबकि आउटपुट दस, सौ या हजार वाट के स्तर का हो सकता है। श्रव्य प्रवर्धक, रेडियो, टीवी, टेलीफोन, सेलफोन आदि के आवश्यक अंग है। .

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शीतयुद्ध

नाटो तथा वार्सा संधि के देश द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद के काल में संयुक्त राज्य अमेरिका और सोवियत रूस के बीच उत्पन्न तनाव की स्थिति को शीत युद्ध के नाम से जाना जाता है। कुछ इतिहासकारों द्वारा इसे 'शस्त्र सज्जित शान्ति' का नाम भी दिया गया है। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन और रूस ने कंधे से कन्धा मिलाकर धूरी राष्ट्रों- जर्मनी, इटली और जापान के विरूद्ध संघर्ष किया था। किन्तु युद्ध समाप्त होते ही, एक ओर ब्रिटेन तथा संयुक्त राज्य अमेरिका तथा दूसरी ओर सोवियत संघ में तीव्र मतभेद उत्पन्न होने लगा। बहुत जल्द ही इन मतभेदों ने तनाव की भयंकर स्थिति उत्पन्न कर दी। रूस के नेतृत्व में साम्यवादी और अमेरिका के नेतृत्व में पूँजीवादी देश दो खेमों में बँट गये। इन दोनों पक्षों में आपसी टकराहट आमने सामने कभी नहीं हुई, पर ये दोनों गुट इस प्रकार का वातावरण बनाते रहे कि युद्ध का खतरा सदा सामने दिखाई पड़ता रहता था। बर्लिन संकट, कोरिया युद्ध, सोवियत रूस द्वारा आणविक परीक्षण, सैनिक संगठन, हिन्द चीन की समस्या, यू-2 विमान काण्ड, क्यूबा मिसाइल संकट कुछ ऐसी परिस्थितियाँ थीं जिन्होंने शीतयुद्ध की अग्नि को प्रज्वलित किया। सन् 1991 में सोवियत रूस के विघटन से उसकी शक्ति कम हो गयी और शीतयुद्ध की समाप्ति हो गयी। .

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समाचार संस्था

समाचार संस्था (news agency) ऐसे संगठन को कहते हैं जो समाचार एकत्रित करता है और फिर उसे समाचारपत्रों, पत्रिकाओं और रेडियो व टेलीविज़न प्रसारकों को बेचता है। समाचार संस्थाओं को कभी-कभी समाचार सेवा (news service) भी कहा जाता है। विश्व में बहुत सारी समाचार संस्थाएँ हैं, जैसे कि रॉयटर्स, इत्यादि। .

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समाजभाषाविज्ञान

समाजभाषाविज्ञान (Sociolinguistics) के अन्तर्गत समाज का भाषा पर एवं भाषा के समाज पर प्रभाव का अध्ययन किया जाता है। यह भाषावैज्ञानिक अध्ययन का वह क्षेत्र है जो भाषा और समाज के बीच पाये जानेवाले हर प्रकार के सम्बंधों का अध्ययन विश्लेषण करता है। अर्थात समाजभाषाविज्ञान वह है जो भाषा की संरचना और प्रयोग के उन सभी पक्षों एवं संदर्भों का अध्ययन करता है जिनका सम्बंध सामाजिक एवं सांस्कृतिक प्रकार्य के साथ होता है अत: इसके अध्ययन क्षेत्र के भीतर विभिन्न सामाजिक वर्गों की भाषिक अस्मिता, भाषा के प्रति सामाजिक दृष्टिकोण एवं अभिवृत्ति, भाषा की सामाजिक शैलियाँ, बहुभाषिकता का सामाजिक आधार, भाषा नियोजन आदि भाषा-अध्ययन के वे सभी संदर्भ आ जाते है, जिनका संबंध सामाजिक संस्थान से रहता है। .

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समुद्रीय एलेक्ट्रानिकी

समुद्रीय एलेक्ट्रॉनिकी (Marine electronics) एलेक्ट्रानिकी की वह शाखा है जिसमें समुद्री वातावरण के अनुरूप काम करने वाली एलेक्ट्रानिक प्रणालियों के डिजाइन एवं विकास का अध्ययन किया जाता है। चूँकि नमकीन जल की एक छोटी बूँद भी किसी सामान्य एलेक्ट्रानिक परिपथ को भ्रष्ट कर सकती है, इसलिये समुद्री माहौल में काम करने के लिये डिजाइन की जाने वाली प्रणालियाँ या तो जल-रोधी (water resistant) होतीं हैं या जलरक्षित (waterproof.)। समुद्री चार्टप्लॉटर, कृत्रिम-पाइलॉट (आटोपाइलॉट), वीएचएफ रेडियो, मीनान्वेषी (फिश-फाइण्डर) आदि समुद्री एलेक्ट्रानिक प्रणालियों के कुछ उदाहरण हैं। श्रेणी:इलेक्ट्रॉनिक्स.

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सर्च फॉर एक्स्ट्रा टेरेस्ट्रियल इन्टेलीजेन्स

SETI@home, के लिये बने एक स्क्रीनसेवर का स्क्रीनशॉट। ये एक वितरित संगणन परियोजना थी, जिसमें लोगों ने स्वेच्छा से अपने खाली पड़े कंप्यूटरों को परा-पार्थिव बुद्धिमता चिह्नों की खोज हेतु दान किये थे। सेटी (अंग्रेज़ी:सर्च फॉर एक्स्ट्रा-टेरेस्ट्रियल इंटेलीजेंस) अमरीका में सुदूर ब्रह्मांड में जीवन की खोज करने की सामूहिक क्रिया-कलापों को कहते हैं। तलाशने के काम में लगा है। इस कार्य के लिए सेटी रेडियो संकेतों का प्रयोग करता है। इसके अलावा, ऑप्टीकल दूरदर्शी और अन्य विधियों को प्रयोग किए जाने की भी सिफारिशें की गई हैं। सेटी अपने प्रयासों में व्यस्त रहता है और किसी अन्य ग्रह पर बौद्धिक जीवन के बारे में सूचनाओं की खोज करता रहता है। विश्व की शक्तिशाली वेधशालाओं और दूरदर्शियों की मदद से सेटी ब्रह्मांड के कोने कोने से आने वाले रेडियो संप्रेषणों को एकत्रित कर उनका विश्लेषण करती है। अभी तक अभी तक की गणना के अनुसार ब्रह्मांड में हम अकेले हैं।। हिन्दुस्तान लाईव। १८ अप्रैल २०१० एक पृथ्वी स्थित सिस्टम से दिखती माइक्रोवेव विंडो। स्रोत:नासा रिपोर्ट: SP-419: अंतरिक्ष में निर्वात होने के कारण वह अपने आप में कोई विशेष शक्तिशाली रेडियो संकेतवाहक नहीं है। सेटी के वैज्ञानिकों के अनुसार यदि सुदूर अंतरिक्ष में कोई अनजान सभ्यता पृथ्वी से भेजे गए रेडियो संकेतों को पकड़ती है तो उसे उत्तर में अंतरिक्ष में सूचनाएं छोड़नी चाहिए जैसे कि हम रेडियो और टीवी स्टेशनों के माध्यम से सूचनाएं छोड़ते हैं। यदि अंतरिक्ष में कोई सभ्यता है तो उनके लिए इन संदेशों को पकड़ना भी अच्छा-खासा चुनौतीपूर्ण कार्य होगा। इनका मानना है कि जिस तरह से हमारे पास कई लाख प्रकाश वर्ष की दूरी तक अपने संदेश पहुंचाने की क्षमता और तकनीक है वैसी ही तकनीक किसी दूसरे ग्रह के लोगों (यदि कोई हैं तो) के पास भी हो सकती है। जैसे पृथ्वी से रेडियो, टीवी, राडार के संकेत निकलकर अंतरिक्ष में फैलते हैं वैसे ही अन्य ग्रहों के रेडियो संकेत भी अंतरिक्ष में होंगे। इन संकेतों को पकड़कर दूसरी दुनिया के बारे में काफी कुछ जान सकते हैं। सेटी द्वारा हो रहे इस अध्ययन को आरंभ में अमरीका ने वित्तीय मदद दी लेकिन बाद में इसे बन्द कर दिया। सेटी के अनेक शोधकर्ता यह भी मानते हैं कि किसी बाहरी सभ्यता की खोज के लिए हमें मध्यम आवृत्ति भेजी जानी चाहिए और सौरमंडल से बाहर भेजा जाने वाला कोई भी संदेश अंतरिक्ष में किसी एक स्थान पर स्थित ही रहना चाहिए। इसके लिए सेटी के खगोलविदों ने विशालकाय सुपरकंप्यूटरों द्वारा संदेशों को स्कैन करने का काम किया है, जिसके बाद अंतत:यह कार्य एक विकेंद्रीकृत कंप्यूटिंग नेटवर्क, SETI@home को दे दिया गया। वैसे अभी तक किसी अन्य खगोलीय सभ्यता के कोई लक्षण सामने नहीं आए हैं। अनेक खगोलविदों के अनुसार कोई भी बाहरी सभ्यता रेडियो संदेशों का आदान-प्रदान नहीं करेगी, चूंकि बहुत संभव है कि वह पृथ्वी की सभ्यता से कहीं आगे होगी। इसलिए खगोलविद् अंतरिक्ष में लेजर किरणों की भी खोज कर रहे हैं। यदि अंतरिक्ष में सूचनाएं भेजने का यह प्रयास अंतत: विफल रहता है तो सेटी को कोई यान ही भेजना पड़ेगा, जो इससे भी कहीं कठिन कार्य होगा। .

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सलमान ख़ान

अब्दुल रशीद सलीम सलमान खान (سلمان خان. उच्चारण:, जन्म: २७ दिसम्बर १९६५) एक भारतीय फ़िल्म अभिनेता हैं, जो बॉलीवुड की फिल्मों में दिखाई देते हैं। इन्होंने सन १९८८ में अभिनय की दुनिया में अपनी पहली फिल्म बीवी हो तो ऐसी से शुरूआत की। सलमान को अपनी पहली बड़ी व्यावसायिक सफलता १९८९ में रिलीज़ हुई मैंने प्यार किया से मिली, जिसके लिए इन्हें फिल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ नवीन पुरूष अभिनेता पुरस्कार भी दिया गया। वे बॉलीवुड की कुछ सफल फिल्मों में स्टार कलाकार की भूमिका करते रहे, जैसे साजन (१९९१), हम आपके हैं कौन (१९९४) व बीवी नं. १ (१९९९) और ये ऐसी फिल्में थीं जिन्होंने उनके करियर में पाँच अलग सालों में सबसे अधिक कमाई की। १९९९ में खान ने १९९८ की फिल्म कुछ कुछ होता है में उनकी अतिथि-भूमिका के लिए फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार जीता और तब से इन्होंने कई आलोचनात्मक और व्यावसायिक फिल्मों में स्टार के रूप में सफलता प्राप्त की है, जिनमें हम दिल दे चुके सनम (१९९९), तेरे नाम (२००३), नो एन्ट्री (२००५) और पार्टनर (२००७) शामिल हैं। २०१७ में टाईगर जिंदा ने कमाई के मामले मे नया इतिहास बनाया इस तरह खान ने खुद को हिंदी सिनेमा के प्रमुख अभिनेताओं में सबसे महान अभिनेता की छवि बनाई। बाद में बनी फ़िल्में, वांटेड (२००९), दबंग (२०१०), रेड्डी (२०११) और बॉडीगार्ड (२०११) उनकी हिन्दी सिने जगत में सर्वाधिक कमाई वाली फ़िल्में रही। किक (२०१४ फिल्म) सलमान की पहली फिल्म है जो 200 करोड़ के क्लब में शामिल हुई है। किक सलमान की सातवीं फिल्म है जो 100 करोड़ से ज्यादा का बिजनेस कर चुकी है। इससे पहले 6 फिल्में 100 करोड़ क्लब में शामिल हो चुकी हैं एक था टाइगर - 198 करोड़, दबंग-2 - 158 करोड़, बॉडीगार्ड - 142 करोड़, दबंग - 145 करोड़, Ready (2011 film) - 120 करोड़, जय हो (फ़िल्म) - 111 करोड़ है। (मुख्य सूचना सलमान खान एक भारतीय अभिनेता के साथ एक गायक भी है. जिन्होंने कई सुरीली आवाजो में गाने भी गाए हैं।) .

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सामुदायिक रेडियो

रेडियो सेवा का एक प्रकार है सामुदायिक रेडियो, जो वाणिज्यिक और सार्वजनिक सेवा से परे रेडियो प्रसारण का एक तीसरा मॉडल प्रदान करता है। समुदाय स्टेशन भौगोलिक समुदायों और अभिरुचि के समुदायों की सेवा कर सकते हैं। वे ऎसी सामग्री का प्रसारण करते हैं जो कि किन्हीं स्थानीय/विशिष्ट श्रोताओं में लोकप्रिय है, जिनकी अनदेखी वाणिज्यिक या जन-माध्यम प्रसारकों द्वारा की जा सकती है। सामुदायिक रेडियो स्टेशन ऐसे समुदायों द्वारा परिचालित और संचालित होते हैं और उनका स्वामित्व भी उनका ही होता है, जिनके लिए वे सेवा प्रदान करते हैं। सामुदायिक रेडियो लाभ कमाने के लिए नहीं होते और यह व्यक्ति विशेष, समूह और समुदायों की अपनी विविध कहानियों को कहने, अनुभवों को बांटने की प्रक्रिया को सुगम बनाते हैं और संचार माध्यम से संपन्न दुनिया में सक्रिय स्रष्टा और संचार माध्यम के सहयोगी बनते हैं। दुनिया के कई हिस्सों में, स्वयंसेवी क्षेत्र, नागरिक समाज, एजेंसियों, गैर-सरकारी संगठनों और नागरिकों के लिए सामुदायिक रेडियो और अधिक सामुदायिक विकास तथा प्रसारण उद्देश्यों के कार्य में भागीदारी के माध्यम के रूप में काम करता है। फ्रांस, अर्जेंटीना, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और आयरलैंड जैसे कई देशों में एक विशिष्ट प्रसारण क्षेत्र के रूप में सामुदायिक रेडियो की महत्वपूर्ण कानूनी परिभाषा की गयी है। परिभाषा के भाग के रूप में ज्यादातर कानूनों में सामाजिक लाभ, सामाजिक उद्देश्य, सामाजिक प्राप्ति जैसे वाक्यांश शामिल किये गये हैं। सामुदायिक रेडियो ऐतिहासिक रूप से विभिन्न देशों में विभिन्न ढंग से विकसित हुआ और इसलिए यूनाइटेड किंगडम, आयरलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में इस शब्दावली का कुछ अलग-अलग अर्थ होता है। आयरलैंड में, सामुदायिक रेडियो १९७० के दशक के अंत से सक्रिय है; हालांकि आयरिश सन्दर्भ में सामुदायिक प्रसारण द्वारा पेश किये गये सामुदायिक रेडियो के 18 महीने के पायलट प्रोजेक्ट की संभाव्यता का पता लगाने और मूल्यांकन करने में स्वतंत्र रेडियो व टेलीविजन आयोग को १९९४ तक का समय लग गया। यह परियोजना १९९५ में परिचालन में चली गयी जब देश भर के ग्यारह समुदायों और अभिरुचि समूहों के समुदायों को लाइसेंस जारी किये गये। आयरलैंड के समुदाय रेडियो में प्रक्रिया (कार्यक्रम निर्माण में समुदायों द्वारा भागीदारी) और उत्पाद (कार्यक्रम निर्माण की आपूर्ति के जरिये समुदाय को सेवा प्रदान करना) दोनों को शामिल किया गया है। समुदाय की आवश्यकताओं द्वारा प्रक्रिया और उत्पाद का मिश्रण निर्धारित होता है और समुदाय द्वारा नियंत्रित एक प्रबंधन संरचना के माध्यम से इसे कार्यान्वित किया जाता है। आयरलैंड के स्टेशन भौगोलिक रूप और अभिरुचि या हित के समूह दोनों पर आधारित हैं। ब्रिटेन में, सामुदाय-आधारित सेवाओं के विचार के चिह्न कम से कम १९६० के दशक के आरंभ में बीबीसी (BBC) स्थानीय रेडियो की मूल अवधारणा के समय में पाए जा सकते हैं। इसके बाद भूमि-स्थित विभिन्न गैर-लाइसेंसी चोर रेडियो स्टेशनों (जैसे कि ईस्ट लंदन रेडियो और रेडियो एएमवाई: ऑल्टरनेटिव मीडिया फॉर यू) ने इस विचार को और विकसित किया। जैसे-जैसे ये चोर रेडियो १९७० के दशक के अंत में और १९८० के दशक के आरंभ में बड़ी तादाद में पैदा होने लगे, तब खासकर लंदन, बर्मिंघम, ब्रिस्टल और मैनचेस्टर जैसे शहरों में इन स्टेशनों के साथ अल्पसंख्यक आप्रवासी समुदायों (अफ्रीकी-कैरिबियाई और एशियाई आदि) के प्रसारण जुड़ने लगे.

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संचार का इतिहास

संचार का इतिहास प्रागैतिहासिक काल से आरम्भ होता है। संचार के अन्तर्गत तुच्छ विचार-विनिमय से लेकर शास्त्रार्थ एवं जनसंचार (mass communication) सब आते हैं। कोई २००,००० वर्ष पूर्व मानव-वाणी के प्रादुर्भाव के साथ मानव संचार में एक क्रान्ति आयी थी। लगभग ३०,००० वर्ष पूर्व प्रतीकों का विकास हुआ एवं लगभग ७००० ईसापूर्व लिपि और लेखन का विकास हुआ। इनकी तुलना में पिछली कुछ शताब्दियों में ही दूरसंचार के क्षेत्र में बहुत अधिक विकास हुआ है। .

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संचार उपग्रह

U.स सैन्य MILSTAR संचार उपग्रह दूरसंचार के प्रयोजनों के लिए संचार उपग्रह (कभी-कभी संक्षेप में SATCOM प्रयुक्त) अंतरिक्ष में तैनात एक कृत्रिम उपग्रह है। आधुनिक संचार उपग्रह भू-स्थिर कक्ष, मोलनीय कक्ष, अन्य दीर्घवृत्ताकार कक्ष और पृथ्वी के निचले (ध्रुवीय और ग़ैर-ध्रुवीय) कक्ष सहित विभिन्न प्रकार के परिक्रमा-पथों का उपयोग करते हैं। निश्चित (बिंदु-दर-बिंदु) सेवाओं के लिए, संचार उपग्रह पनडुब्बी संचार केबल के पूरक माइक्रोवेव रेडियो प्रसारण तकनीक उपलब्ध कराते हैं। उनका इस्तेमाल मोबाइल अनुप्रयोगों, जैसे जहाज, वाहनों, विमानों और हस्तचालित टर्मिनलों तथा टी.वी.

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स्वतः लब्धि नियंत्रण

एनालॉग टेलीफोन नेटवर्क में प्रयुक्त AGC का योजनामूलक चित्र। लब्धि को बदलने के लिये आउटपुट से फीडबैक एक Vactrol resistive opto-isolator से लिया गया है। स्वतः लब्धि नियंत्रण (Automatic gain control (AGC)) एक ऐसा परिपथ या नियंत्रण प्रणाली है जो इन्पुट संकेत के घटने-बढने के बावजूद आउटपुट को एक नियत मान पर बनाये रखती है। बहुत सी इलेक्ट्रानिक युक्तियों (जैसे रेडियो, टीवी, रडार आदि) में यह प्रयुक्त होती है। आउटपुट के स्तर को नियत बनाये रखने के लिये आउटपुट संकेत का औसत मान या शिखर मान (पीक वैलू) सेंस किया जाता है और इसे निगेटिव फीडबैक कर दिया जाता है। स्वतः लब्धि नियंत्रण से लाभ यह है कि इसके रहने से प्रवर्धक इनपुट संकेत के बहुत छोटे से लेकर बहुत बड़े मान के लिये भी संतोषजनक ढंग से काम करता है और संतृप्त (सैचुरेट) नहीं होता। उदाहरण के लिये यदि AGC न हो तो AM रेडियो रिसीवर से निकलने वाली आवाज कभी धीमी सुनाई पड़ेगी और कभी बहुत तेज। किन्तु AGC के काम करने के कारण यदि आवाज एक सीमा से अधिक होने लगे तो स्वतः इसको कम कर दिया जाता है। रेडियो अभिग्राही में काम में आने वाला एजीसी एक प्रकार का एलेक्ट्रानीय परिपथ होता है जिसका उपयोग अभिग्राही की निर्गम प्रबलता को नियत बनाये रखने के लिये किया जाता है चाहे अभिग्राही के निवेश को प्राप्त होने वाला संकेत में कितना भी घट-बढ़ क्यों न हो। .

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हाइनरिख़ हर्ट्ज़

कार्ल्सरूह प्रौद्योगिकी संस्थान में हाइनरिख़ हर्ट्ज़ का स्मारक हाइनरिख़ रूडॉल्फ़ हर्ट्ज़ (जर्मन: Heinrich Rudolf Hertz, जन्म: २२ फ़रवरी १८५७, देहांत: १ जनवरी १८९४) एक जर्मन भौतिक विज्ञानी थे जिन्होंने जेम्स क्लर्क माक्सवेल द्वारा खोजे गए प्रकाश के मूल विद्युतचुम्बकीय विकिरण (इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन) की तरंगों के सिद्धांत को और आगे विकसित किया। वे पहले वैज्ञानिक थे जिन्होंने प्रयोगशाला में रेडियो की तरंगों को प्रसारित करने और पकड़ने के यंत्र बनाये। उनके इस महत्वपूर्ण काम के लिए रडियो की आवृत्ति (फ़्रीक्वॅन्सी) के माप का नाम "हर्ट्ज़" (Hertz) रखा गया जिसे छोटे रूप में "Hz" लिखा जाता है। .

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हिन्दी के संचार माध्यम

जनसंचार के सभी माध्यमों में हिन्दी ने मजबूत पकड़ बना ली है। चाहे वह हिन्दी के समाचार पत्र हो, रेडियो हो, दूरदर्शन हो, हिन्दी सिनेमा हो, या विज्ञापन हो - सर्वत्र हिन्दी छायी हुई है। वर्तमान समय में हिन्दी को वैश्विक संदर्भ प्रदान करने में उसके बोलने वालों की संख्या, हिदी फिल्में, पत्र पत्रिकाएँ, विभिन्न हिन्दी चैनल, विज्ञापन एजेंसियाँ, हिन्दी का विश्वस्तरीय साहित्य तथा साहित्यकार आदि का विशेष योगदान है। इसके अतिरिक्त हिन्दी को विश्वभाषा बनाने में इंटरनेट की भूमिका भी अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। आज हिंदी अभिव्यक्ति का सब से सशक्त माध्यम बन गई है। हिंदी चैनलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बाजार की स्पर्धा के कारण ही सही, अंग्रेजी चैनलों का हिंदी में रूपांतरण हो रहा है। इस समय हिंदी में भी एक लाख से ज्यादा ब्लॉग सक्रिय हैं। अब सैकड़ों पत्र-पत्रिकाएं इंटरनेट पर उपलब्ध हैं। हिंदी के वैश्विक स्वरूप को संचार माध्यमों में भी देखा जा सकता है। संचार माध्यमों ने हिंदी के वैश्विक रूप को गढ़ने में पर्याप्त योगदान दिया है। भाषाएं संस्कृति की वाहक होती हैं और संचार माध्यमों पर प्रसारित कार्यक्रमों से समाज के बदलते सच को हिंदी के बहाने ही उजागर किया गया। डिजिटल दुनिया में हिंदी की मांग अंग्रेजी की तुलना में पांच गुना ज्यादा तेज है। अंग्रेजी की तुलना में हिंदी 5 गुना तेजी से बढ़ रही है। भारत में हर पांचवा इंटरनेट प्रयोगकर्ता हिंदी का उपयोग करता है। देश में जहाँ हिंदी सामग्री की डिजिटल मीडिया में खपत 94 फीसद की दर से बढ़ी है, वहीँ अंग्रेजी सामग्री की खपत केवल 19 फीसद की दर से ही बढ़ी है। आज स्मार्टफोन के रूप में हर हाथ में एक तकनीकी डिवाइस मौजूद है और उसमें हिंदी। सभी आपरेटिंग सिस्टमों में हिंदी में संदेश भेजना, हिंदी की सामग्री को पढ़ना, सुनना या देखना लगभग उतना ही आसान है जितना अंग्रेजी की सामग्री को। हालांकि कंप्यूटरों पर भी हिंदी का व्यापक प्रयोग हो रहा है और इंटरनेट पर भी, लेकिन मोबाइल ने हिंदी के प्रयोग को अचानक जो गति दे दी है उसकी कल्पना अभी पांच साल पहले तक किसी ने नहीं की थी। इंटरनेट पर भारतीय भाषाओं की सामग्री की वृद्धि दर प्रभावशाली है। अंग्रेजी के 19 फीसद सालाना के मुकाबले भारतीय भाषाओं की सामग्री 90फीसद की रफ्तार से बढ़ रही है। दूसरी ओर भारतीयों में हिंदी के प्रति रुझान बढ़ा है। भारत में 50 करोड़ से ज्यादा लोग हिंदी बोलते हैं। जबकि करीब 21 प्रतिशत भारतीय हिंदी में इंटरनेट का प्रयोग करना चाहते हैं। भारतीय युवाओं के स्मार्टफोन में औसतन 32 एप होते हैं, जिसमें 8-9 हिंदी के होते हैं। भारतीय युवा यूट्यूब पर 93 फीसद हिंदी वीडियो देखते हैं। हिंदी मीडिया के निम्न घटक हैं - 1.

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हेडफ़ोन

सेन्नहेइसेर HD555 हेडफ़ोन, का इस्तेमाल ऑडियो प्रोडक्शन माहौल में होता है. हेडफ़ोन छोटे लाउडस्पीकरों की एक जोड़ी है, या आमतौर पर कम से कम एक स्पीकर होता है, इन्हें उपयोगकर्ता के कान के पास लगाया जाता है और यह ऑडियो ऐम्प्लीफायर, रेडियो या सीडी प्लेयर जैसे एकल स्रोत को इससे जोड़ने का साधन है.

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जनरल इलेक्ट्रिक

जनरल इलेक्ट्रिक कंपनी, या GE, न्यूयॉर्क राज्य में निगमित एक बहुराष्ट्रीय अमेरिकी प्रौद्योगिकी और सेवा समूह है। 2009 में, फोर्ब्स ने GE को दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी के रूप में स्थान दिया। दुनिया भर में कंपनी के 323,000 कर्मचारी हैं। .

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जनसंचार

लोकसम्पर्क या जनसम्पर्क या जनसंचार (Mass communication) से तात्पर्य उन सभी साधनों के अध्ययन एवं विश्लेषण से है जो एक साथ बहुत बड़ी जनसंख्या के साथ संचार सम्बन्ध स्थापित करने में सहायक होते हैं। प्रायः इसका अर्थ सम्मिलित रूप से समाचार पत्र, पत्रिकाएँ, रेडियो, दूरदर्शन, चलचित्र से लिया जाता है जो समाचार एवं विज्ञापन दोनो के प्रसारण के लिये प्रयुक्त होते हैं। जनसंचार माध्यम में संचार शब्द की उत्पति संस्कृत के 'चर' धातु से हुई है जिसका अर्थ है चलना। .

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जगदीश चन्द्र बसु

डॉ॰ (सर) जगदीश चन्द्र बसु (बंगाली: জগদীশ চন্দ্র বসু जॉगोदीश चॉन्द्रो बोशु) (30 नवंबर, 1858 – 23 नवंबर, 1937) भारत के प्रसिद्ध वैज्ञानिक थे जिन्हें भौतिकी, जीवविज्ञान, वनस्पतिविज्ञान तथा पुरातत्व का गहरा ज्ञान था। वे पहले वैज्ञानिक थे जिन्होंने रेडियो और सूक्ष्म तरंगों की प्रकाशिकी पर कार्य किया। वनस्पति विज्ञान में उन्होनें कई महत्त्वपूर्ण खोजें की। साथ ही वे भारत के पहले वैज्ञानिक शोधकर्त्ता थे। वे भारत के पहले वैज्ञानिक थे जिन्होंने एक अमरीकन पेटेंट प्राप्त किया। उन्हें रेडियो विज्ञान का पिता माना जाता है। वे विज्ञानकथाएँ भी लिखते थे और उन्हें बंगाली विज्ञानकथा-साहित्य का पिता भी माना जाता है। ब्रिटिश भारत के बंगाल प्रांत में जन्मे बसु ने सेन्ट ज़ैवियर महाविद्यालय, कलकत्ता से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। ये फिर लंदन विश्वविद्यालय में चिकित्सा की शिक्षा लेने गए, लेकिन स्वास्थ्य की समस्याओं के चलते इन्हें यह शिक्षा बीच में ही छोड़ कर भारत वापिस आना पड़ा। इन्होंने फिर प्रेसिडेंसी महाविद्यालय में भौतिकी के प्राध्यापक का पद संभाला और जातिगत भेदभाव का सामना करते हुए भी बहुत से महत्त्वपूर्ण वैज्ञानिक प्रयोग किये। इन्होंने बेतार के संकेत भेजने में असाधारण प्रगति की और सबसे पहले रेडियो संदेशों को पकड़ने के लिए अर्धचालकों का प्रयोग करना शुरु किया। लेकिन अपनी खोजों से व्यावसायिक लाभ उठाने की जगह इन्होंने इन्हें सार्वजनिक रूप से प्रकाशित कर दिया ताकि अन्य शोधकर्त्ता इनपर आगे काम कर सकें। इसके बाद इन्होंने वनस्पति जीवविद्या में अनेक खोजें की। इन्होंने एक यन्त्र क्रेस्कोग्राफ़ का आविष्कार किया और इससे विभिन्न उत्तेजकों के प्रति पौधों की प्रतिक्रिया का अध्ययन किया। इस तरह से इन्होंने सिद्ध किया कि वनस्पतियों और पशुओं के ऊतकों में काफी समानता है। ये पेटेंट प्रक्रिया के बहुत विरुद्ध थे और मित्रों के कहने पर ही इन्होंने एक पेटेंट के लिए आवेदन किया। हाल के वर्षों में आधुनिक विज्ञान को मिले इनके योगदानों को फिर मान्यता दी जा रही है। .

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जगदीशचंद्र माथुर

जगदीशचंद्र माथुर (जन्म १६ जुलाई, १९१७ -- १९७८) हिंदी के लेखक एवं नाटककार थे। वे उन साहित्यकारों में से हैं जिन्होंने आकाशवाणी में काम करते हुए हिन्दी की लोकप्रयता के विकास में महत्वपूर्ण योगदान किया। रंगमंच के निर्माण, निर्देशन, अभिनय, संकेत आदि के सम्बन्ध में आपको विशेष सफलता मिली है। परिवर्तन और राष्ट्र निर्माण के ऐसे ऐतिहासिक समय में जगदीशचंद्र माथुर, आईसीएस, ऑल इंडिया रेडियो के डायरेक्टर जनरल थे। उन्होंने ही 'एआईआर' का नामकरण आकाशवाणी किया था। टेलीविज़न उन्हीं के जमाने में वर्ष १९५९ में शुरू हुआ था। हिंदी और भारतीय भाषाओं के तमाम बड़े लेखकों को वे ही रेडियो में लेकर आए थे। सुमित्रानंदन पंत से लेकर दिनकर और बालकृष्ण शर्मा नवीन जैसे दिग्गज साहित्यकारों के साथ उन्होंने हिंदी के माध्यम से सांस्कृतिक पुनर्जागरण का सूचना संचार तंत्र विकसित और स्थापित किया था। जगदीश चंद्र माथुर- उपन्यास --- यादों का पहाड़,आधा पुल,मुठ्ठी भर कांकर,कभी न छोड़ें खेत,धरती धन न अपना .

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जेम्स क्लर्क मैक्सवेल

जेम्स क्लर्क माक्सवेल जेम्स क्लार्क मैक्सवेल (James Clerk Maxwell) स्कॉटलैण्ड (यूके) के एक विख्यात गणितज्ञ एवं भौतिक वैज्ञानिक थे। इन्होंने 1865 ई. में विद्युत चुम्बकीय सिद्धान्त का प्रतिपादन किया जिससे रेडियो और टेलीविजन का आविष्कार सम्भव हो सका। क्लासिकल विद्युत चुंबकीय सिद्धांत, चुंबकत्व और प्रकाशिकी के क्षेत्र में दिए गए सिद्धांतों के लिए उन्हें प्रमुखता से याद किया जाता है। मैक्सवेल ने क्रांतिकारी विचार रखा कि प्रकाश विद्युत चुंबकीय तरंग है और यह माध्यम से स्वतंत्र है। स्कॉटिश भौतिकविद जेम्स क्लार्क मैक्सवेल ने इस सिद्धांत से क्रांति ला दी। न्यूटन के बाद विद्युतचुंबकत्व के क्षेत्र में मैक्सवेल द्वारा किए गए कार्य को भौतिकी के क्षेत्र में दूसरा सबसे बड़ा एकीकरण कार्य माना जाता है। यह कई क्षेत्रों से जुड़ा है। .

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जॉर्ज कार्लिन

जॉर्ज डेनिस पैट्रिक कार्लिन (12 मई 1937 - 22 जून 2008) एक अमेरिकी मान्य हास्य अभिनेता, सामाजिक आलोचक, अभिनेता और लेखक थे, जिन्होंने अपने हास्य एल्बमों के लिए पांच ग्रैमी अवार्ड्स जीते.

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वर्ल्ड स्पेस

1worldspace (NASDAQ: WRSP) एक उपग्रह रेडियो नेटवर्क है कि पूर्वी और दक्षिणी अफ्रीका में 170,000 से अधिक ग्राहकों को सेवा प्रदान करता है, मध्य पूर्व और एशिया के बहुत 96% भारत से आ रही.

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वायरलेस उर्जा हस्तांतरण

वायरलेस उर्जा हस्तांतरण (WPT) या वायरलेस ऊर्जा संचरण विद्युत् उर्जा का प्रवाह है उर्जा के स्तोर्त से विद्युत् से विद्यतभार या फिर उर्जा खर्च करने वाले यन्त्र पर इस संचरण में मानव निर्मित सुचालकों का इस्तेमाल नहीं होता ताररहित उर्जा संचरण उन सभी मामलों में बहुत उपयोगी होता है जहाँ बहुत सारे तारों के चलते दुर्घटना की सम्भावना बहुत रहती है वायरलेस उर्जा हस्तांतरण की तन्किन दो प्रकार की होती हैं- गैर विकिरण और विकिरण। .

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विण्डोज़ फोन 7

विण्डोज़ फोन 7, विण्डोज़ फोन संचालन प्रणाली का पहला संस्करण है। इसे 12 अक्टूबर 2010 को दुनिया भर में और 8 नवम्बर 2010 को संयुक्त राज्य अमेरिका में रिलीज़ किया गया। विण्डोज़ फोन 7 का एक अद्यतन, मैंगो (जिसे भी विण्डोज़ फोन 7.5 भी कहा जाता है) मई 2011 में जारी किया गया था। इसके बाद जनवरी 2013 में, विंडोज फोन 7.8 जारी किया गया। इस अद्यतन में विण्डोज़ फोन 8 की कुछ विशेषताएँ इसमें जोड़ी गयी थी। .

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विद्युत इंजीनियरी का इतिहास

Blathy wattmeter विद्युत के संबन्ध में प्राचीन काल से ही कुछ काम हुए थे किन्तु इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण विकास उन्नीसवीं शदी में ही आरम्भ हुआ। .

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विनित गर्ग

विनित गर्ग एक क्रिकेट के कमेंटेटर है जिन्होंने ज्यादातर रेडियो पर कमेंट्री की है। इन्होंने लगभग 200 से 250 मैचों में कमेंट्री की हैं। श्रेणी:कमेंटेटर.

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विशाल मीटरतरंग रेडियो दूरबीन

विशाल मीटरतरंग रेडियो दूरबीन (जीएमआरटी) भारत में पुणे के पास स्थित है, जो विश्व में मीटर तरंगदैर्घ्य रेडियो दूरबीनों का सबसे बड़ा सरणी है।, यह राष्ट्रीय रेडियो खगोल भौतिकी केन्द्र द्वारा संचालित है जो टाटा मूलभूत अनुसंधान संस्थान, मुंबई का एक हिस्सा है। .

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विविध भारती

आकाशवाणी मुख्यालय, नई दिल्ली विविध भारती भारत मे सार्वजनिक क्षेत्र के रेडियो चैनल आकाशवाणी की एक प्रमुख प्रसारण सेवा है। भारत में रेडियो के श्रोताओं के बीच ये सर्वाधिक सुनी जाने वाली और बहुत लोकप्रिय सेवा है। इस पर मुख्यत: हिन्दी फ़िल्मी गीत सुनवाये जाते हैं। इसकी शुरुआत 3 अक्टूबर 1957 को हुई थी। वर्ष 2006-2007, विविध भारती के स्वर्ण जयंती वर्ष के रूप मे भी मनाया। प्रारम्भ मे इसका प्रसारण केवल दो केन्द्रों, बम्बई तथा मद्रास से होता था। बाद मे धीरे धीरे लोकप्रियता के चलते आकाशवाणी के और भी केन्द्र इसका प्रसारण करने लगे। वर्तमान मे अनेकानेक केन्द्र आकाशवाणी की विज्ञापन प्रसारण सेवा के रूप मे अपने श्रोताओं को विविध भारती के कार्यक्रम सुनवाते हैं। यह भारत के असंख्य हिन्दी भाषियों का चहेता रेडियो चैनल वर्षों तक रहा। तब भी जब कि ना तो दूरदर्शन भारत आया था, या आने के बाद भी इतना चहेता नहीं बना था, जितना कि यह चैनल रहा है। अब भी यह चैनल अखिल भारत में प्रसारित होता है। .

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विकास स्वरुप

अकेडेमी पुरस्कार (ऑस्कर पुरस्कार) में धूम मचाने वाली फिल्‍म 'स्लमडॉग मिलियनेयर' के लेखक विकास स्‍वरूप भारतीय विदेश सेवा के १९८६ बैच के अधिकारी हैं। ब्रिटेन, अमरीका और तुर्की में काम कर चुके विकास स्‍वरूप वर्तमान में दक्षिण अफ़्रीका में भारतीय उप उच्चायुक्त हैं। .

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वृहत मीटरवेव रेडियो दूरबीन

वृहत मीटरवेव रेडियो टेलिस्कोप भारत के पुणे शहर से ८० किलोमीटर उत्तर में खोडाड नामक स्थान पर स्थित रेडियो दूरबीनों की विश्व की सबसे विशाल सारणी है।, इसकी स्थिति १९° ५'४७.४६" उत्तरी अक्षांश रेखा तथा ७४° २'५९.०७" पूर्वी देशान्तर रेखा पर है। यह टेलिस्कोप दुनिया की सबसे संवेदनशील दूरबीनों में से एक है। इसका संचालन पुणे विश्वविद्यालय परिसर में स्थित राष्ट्रीय खगोल भौतिकी केन्द्र (एनसीआरए) करता है जो टाटा मूलभूत अनुसंधान संस्थान (टी आइ एफ़ आर) का एक हिस्सा है। इस दूरबीन के केन्द्र में वर्ग रूप से १४ डिश हैं तथा तीन भुजाओं का निर्माण १६ डिश से हुआ है, जनमें से प्रत्येक का व्यास ४५ मीटर है। इस प्रकार २५ किलोमीटर क्षेत्र में फैला यह जायंट मीटरवेव रेडियो टेलिस्कोप ३० दूरबीनों का समूह है। इसका कोई सलग पृष्ठभाग नहीं है क्योंकि यह दूरबीन पॅराबोलिक आकार में तारों का एक जाल है। पृष्ठभाग न रखकर इसका वजन कम किया गया है और कम पावर की मोटरों को लगाकर उनकी जगह बदलने की व्यवस्था भी की गई है। सभी डिशों को अत्यन्त सूक्ष्मता पूर्वक सभी दिशाओं में घुमाया जा सकता है। इस रचना का पेटंट है और खगोलशास्त्रज्ञ डॉ॰ गोविंद स्वरूप इसके जनक हैं। वृहत मीटरवेव रेडियो टेलिस्कोप की विशेष और स्वाभिमानवाली बात यह है कि इसका डिश एंटीना ही नहीं बल्कि संपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक्स भी भारत में भारतीय वैज्ञानिकों ने तैयार किया है। वृहत मीटरवेव रेडियो टेलिस्कोप मुख्यतः कम ऊर्जा वाली लहरों के लिए बनाया गया है। इसमें ५० मेगॅहर्टज़ से १४२० मेगॅहर्टज़ फ्रिक्वेंसी मापक है। इस स्पेक्ट्रम में जितनी लहरें हैं उनका अभ्यास हो सकता है। वृहत मीटरवेव रेडियो टेलिस्कोप से दुनिया का हाइड्रोजन देखा जा सकता है। बहुत करीब का यानि आकाशगंगा और बहुत दूर का मतलब अभी तक हम जितनी दूर का देख सकते हैं वहाँ का हाइड्रोजन देखने के लिए यह दूरबीन बहुत उपयुक्त साबित हुई है। इससे गुरु ग्रह के बारे में भी जाना जा सकता है क्योंकि गुरु में बहुत हाइड्रोजन भरा हुआ है और उसके तापमान को रेडिओ लहरी पर पढ़ा जा सकता है। जब तारे टूटने के बाद पल्सर की जानकारी भी वृहत मीटरवेव रेडियो टेलिस्कोप की सहायता से हो सकती है। एनसीआरए में छात्रों के लिए खगोल विज्ञान तथा खगोल भौतिकी में अनुसंधान की उन्नत केंद्रीयकृत सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसमें संचालित की जाने वाली प्रमुख गतिविधियों में ब्रह्माण्डविज्ञान, संस्थापित एवं प्रमात्रा गुरुत्व, गुरुत्वाकर्षण तरंग खगोल विज्ञान तथा उच्च ऊर्जा भौतिक विज्ञान सम्मिलित है। अनन्त से जवाब की प्रतिक्षा मेंइसका आकार अमेरिक के वीएलए दूरबीन की ही तरह Y आकार का है। ब्रहांड के विभिन्न जगहों (सितारों, निहारिकाओं, पल्सार आदि) को देखने के लिए पूरी दुनिया के खगोलविद् इस दूरबीन का नियमित उपयोग करते हैं। भारत के राष्ट्रीय विज्ञान दिवस को यह दूरबीन आमजनता के दर्शन के लिए खोल दी जाती हैं एवं इस दिन कोई भी इसके दर्शन कर सकता है। अन्य दिवसों में इस अंतर्राष्ट्रीय दूरबीन के प्रयोग के लिए लिखित अनुमति लेनी होती है। जिसे इसके प्रयोग की आवश्यकता होती है उसे एक पत्र लिखना होता है। उसमें दूरबीन से क्या देखना चाहते हैं, क्यों देखना चाहते हैं, क्या सीखना चाहते हैं, कितने समय के लिए चाहिए आदि बातों का उल्लेख करना आवश्यक होता है। एक समिति, जिसमें वृहत मीटरवेव रेडियो टेलिस्कोप और अन्य संस्थाओं के विशेषज्ञ हैं, इस विषय में निर्णय लेती है। यह पत्र दुनिया में कोई भी इंसान लिख सकता है, चाहे वह खगोलशास्त्र का पंडित हो चाहे न हो, उससे कुछ पूछा नहीं जाता। रेडिओ दूरबीन होने के कारण वहाँ मोबाईल सेवा सख्ती से बंद है। .

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वॅस्टर्न (शैली)

१९५६ में निर्मित वॅस्टर्न फ़िल्म 'द सरचर्स' में मशहूर अभिनेता जॉन वेन वॅस्टर्न (अंग्रेज़ी: Western), जिसका हिन्दी में अर्थ 'पश्चिमी' है, कला की एक शैली या विधा है, जो अक्सर रेडियो, टेलीविज़न, सिनेमा, साहित्य सहित अनेक रूपों में अपनायी जाती है। वॅस्टर्न शैली की कहानियां अक्सर उन्नीसवीं सदी के अंतिम वर्षों में संयुक्त राज्य अमेरिका के पश्चिमी भाग के माहौल पर आधारित होती हैं। .

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वीओआर

अत्योच्चावृत्ति सर्वदिष्ट रेडियो रेंज (जिसे वीओआर भी कहते हैं, विमान यातायात सेवा हेतु एक लघु-परिधि की रेडियो दिक्चालन प्रणाली है। इसके द्वारा रिसीविंग इकाई से सज्ज विमान को अपने वायु मार्ग में रेडियो संकेत द्वारा अपनी स्थिति का ज्ञान होता है। ये संकेत एक भूमि-स्थित जड़ बीकन से प्रसारित किये जाते हैं। श्रेणी:विमान यातायात नियँत्रण श्रेणी:विमान सेवा श्रेणी:संचार दिक्चालन निगरानी सुविधा en:VHF omnidirectional range.

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खेल कमेंटेटर

खेलों का सीधा-सीधा विवरण देने वालों को खेल कमेंटेटर कहा जाता है। कमेंटेटर दो प्रकार के होते हैं, एक रेडियो की कमेंट्री करता है तथा एक टेलिविज़न पर कमेंट्री करता है। क्रिकेट कमेंटेटर यह बताता है कि कौन खेल रहा है कितने रन बने है।खेल कॉमेंटेटर को हिंदी में टीकाकार,समीक्षक अथवा समीक्षाकर्ता भी कहते है। समान्यतः कमेंट्री वर्तमान काल मे कि जाती है। .

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इलैक्ट्रॉनिक्स

तल पर जुड़ने वाले (सरफेस माउंट) एलेक्ट्रानिक अवयव विज्ञान के अन्तर्गत इलेक्ट्रॉनिक्स या इलेक्ट्रॉनिकी विज्ञान और प्रौद्योगिकी का वह क्षेत्र है जो विभिन्न प्रकार के माध्यमों (निर्वात, गैस, धातु, अर्धचालक, नैनो-संरचना आदि) से होकर आवेश (मुख्यतः इलेक्ट्रॉन) के प्रवाह एवं उन पर आधारित युक्तिओं का अध्ययन करता है। प्रौद्योगिकी के रूप में इलेक्ट्रॉनिकी वह क्षेत्र है जो विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक युक्तियों (प्रतिरोध, संधारित्र, इन्डक्टर, इलेक्ट्रॉन ट्यूब, डायोड, ट्रान्जिस्टर, एकीकृत परिपथ (IC) आदि) का प्रयोग करके उपयुक्त विद्युत परिपथ का निर्माण करने एवं उनके द्वारा विद्युत संकेतों को वांछित तरीके से बदलने (manipulation) से संबंधित है। इसमें तरह-तरह की युक्तियों का अध्ययन, उनमें सुधार तथा नयी युक्तियों का निर्माण आदि भी शामिल है। ऐतिहासिक रूप से इलेक्ट्रॉनिकी एवं वैद्युत प्रौद्योगिकी का क्षेत्र समान रहा है और दोनो को एक दूसरे से अलग नही माना जाता था। किन्तु अब नयी-नयी युक्तियों, परिपथों एवं उनके द्वारा सम्पादित कार्यों में अत्यधिक विस्तार हो जाने से एलेक्ट्रानिक्स को वैद्युत प्रौद्योगिकी से अलग शाखा के रूप में पढाया जाने लगा है। इस दृष्टि से अधिक विद्युत-शक्ति से सम्बन्धित क्षेत्रों (पावर सिस्टम, विद्युत मशीनरी, पावर इलेक्ट्रॉनिकी आदि) को विद्युत प्रौद्योगिकी के अन्तर्गत माना जाता है जबकि कम विद्युत शक्ति एवं विद्युत संकेतों के भांति-भातिं के परिवर्तनों (प्रवर्धन, फिल्टरिंग, मॉड्युलेश, एनालाग से डिजिटल कन्वर्शन आदि) से सम्बन्धित क्षेत्र को इलेक्ट्रॉनिकी कहा जाता है। .

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इलेक्ट्रॉनिक इंजिनीयरी का इतिहास

इलेक्ट्रॉनिकी का आधुनिक रूप रेडियो एवं दूरदर्शन के विकास के रूप में सामने आया। साथ ही द्वितीय विश्व युद्ध में प्रयुक्त रक्षा उपकरणों एवं रक्षा-तन्त्रों से भी इसका महत्व उभरकर सामने आया। किन्तु इलेक्ट्रॉनिकी की नीव बहुत पहले ही रखी जा चुकी थी। इलेक्ट्रॉनिकी के विकास की मुख्य घटनायें एवं चरण संक्षेप में इस प्रकार हैं.

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इंटरनेट रेडियो

इंटरनेट रेडियो रिसीवर इंटरनेट रेडियो (जिसे वेब रेडियो, नेट रेडियो, स्ट्रीमिंग रेडियो और ई-रेडियो के नाम से भी जाना जाता है) इंटरनेट के द्वारा प्रसारित एक ध्वनि सेवा है। इंटरनेट पर संगीत की स्ट्रीमिंग को सामान्यतः वेबकास्टिंग कहा जाता है क्योंकि इसे मोटे तौर पर बेतार की मदद से प्रसारित नहीं किया जाता है। इंटरनेट रेडियो में मीडिया की स्ट्रीमिंग होती है, सुनने वालों को अनवरत ध्वनि का प्रवाह मिलता है जिसे रोका या पुनः बजाया नहीं जा सकता है; ये इस तरह से मांग पर फाइल की प्रस्तुतीकरण की सेवा से भिन्न होता है। इंटरनेट रेडियो पॉडकास्टिंग से भी भिन्न है, जिसमे स्ट्रीमिंग के बजाय डाउनलोडिंग होती है। कई इंटरनेट रेडियो सेवाएं समरूपी पारंपरिक (स्थलीय) रेडियो स्टेशन रेडियो तंत्र से जुडी होती हैं। सिर्फ इंटरनेट रेडियो स्टेशन इस तरह के जुड़ावों से स्वतंत्र हैं। सामान्यतः इंटरनेट रेडियो सेवाएं दुनिया में किसी भी स्थान से सुगम हैं उदाहरण के लिए, एक व्यक्ति ऑस्ट्रेलिया के स्टेशन को अमेरिका या यूरोप से सुन सकता हैं। कुछ प्रमुख नेटवर्क जैसे अमेरिका के क्लिअर चैनलऔरसीबीएस रेडियो ब्रिटेन में क्रायसालिस अपने देश में ही सीमित हैं क्योकि बाहर उन्हें संगीत के लाइसेंस और विज्ञापन की समस्या होती है। इंटरनेट रेडियो प्रवासियों और उन सुनने वालों के बीच लोकप्रिय बना रहा जिनकी चाहत (यूरो नृत्य, प्रोग्रेसिव रॉक, एम्बिएंट संगीत, लोक संगीत, शास्त्रीय संगीत और स्टैंड-अप कॉमेडी) स्थानीय रेडियो सेवा द्वारा पर्याप्त रूप पूरी नहीं हो पाती है। इंटरनेट रेडियो सेवाएं समाचार, खेल और संगीत की विभिन्न शैलियाँ और हर वो स्वरुप उपलब्ध करता है, जो पारंपरिक रेडियो स्टेशनों पर उपलब्ध है। .

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क्विज़

क्विज़ एक प्रकार का खेल अथवा दिमागी कसरत है जिसमें खिलाड़ी (अकेले या टीम में) सवालों के सही उत्तर देने का प्रयास करते हैं। क्विज़ एक प्रकार के संक्षिप्त मूल्यांकन को भी कहते हैं जिसका प्रयोग शिक्षा या इसी प्रकार के अन्य क्षेत्रों में ज्ञान, योग्यता और/या कौशल में वृद्धि को मापने के लिए किया जाता है। आमतौर पर प्रश्नोत्तारियों में उत्तरों के लिए अंक दिए जाते हैं और कई प्रश्नोत्तरियों का उद्देश्य प्रतिभागियों के एक समूह में से सबसे ज्यादा अंक पाने वाले विजेता का चुनाव करना होता है। .

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अधिप्रचार

सैम चाचा के बाहों में बाहें डाले ब्रितानिया: प्रथम विश्वयुद्ध में अमेरिकी-ब्रितानी सन्धि का प्रतीकात्मक चित्रण अधिप्रचार (Propaganda) उन समस्त सूचनाओं को कहते हैं जो कोई व्यक्ति या संस्था किसी बड़े जन समुदाय की राय और व्यवहार को प्रभावित करने के लिये संचारित करती है। सबसे प्रभावी अधिप्रचार वह होता है जिसकी सामग्री प्रायः पूर्णतः सत्य होती है किन्तु उसमें थोडी मात्रा असत्य, अर्धसत्य या तार्किक दोष से पूर्ण कथन की भी हो। अधिप्रचार के बहुत से तरीके हैं। दुष्प्रचार का उद्देश्य सूचना देने के बजाय लोगों के व्यवहार और राय को प्रभावित करना (बदलना) होता है। .

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अधिकतम शक्ति का प्रमेय

विद्युत प्रौद्योगिकी में विद्युत परिपथ सम्बन्धी यह महत्त्वपूर्ण प्रमेय है। इसके अनुसार यदि स्रोत का इम्पीडेन्स (प्रतिबाधा) नियत हो और लोड की प्रतिबाधा बदलने की स्वतन्त्रता हो तो स्रोत से लोड को अधिकतम शक्ति उस दशा में हस्तानान्तरित होगी जब लोड का इम्पीडेन्स स्रोत के इम्पीडेन्स का समिश्र युगल (complex conjugate) के बराबर हो। इसे ही अधिकतम शक्ति (हस्तानान्तरण) प्रमेय (maximum power (transfer) theorem) कहते हैं। ऐसा दावा किया जाता है कि जैकोबी (Moritz von Jacobi) ने सबसे पहले इसका आविष्कार किया।; विशेष.

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अन्तराल

अन्तराल एक तत्सम शब्द है, जिसका मूल अर्थ है, किसी निरंतर, अविरल, सतत चली आ रही घटना, वस्तु, कार्य, इत्यादि में एक क्षणिक निरंतरता या असततता। अर्थात किसी भी विशेष काल, स्थान या वस्तु की निरंतरता को लघुकाल या क्षणिक तौरपर भांग करने वाली चीज़ को अन्तराल कहते हैं। अंतराल शब्द का प्रयोग कई सन्दर्भों में अनेक चेज़ों के लिए किया जाता है, मसलन: वास्तुशास्त्र, गणित, रसायन शास्त्र, भौतिकी, जीवविज्ञान, अंतरिक्ष विज्ञान, समाजशास्त्र, तर्कशास्त्र, मासकॉम, टीवी प्रसारण, इत्यादि अनेक क्षेत्रों में, इस शब्द के, विभिन्न सन्दर्भों में विस्तृत अर्थ हैं। .

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अन्तरिक्ष

अन्तरिक्ष (स्पेस) असीम, तीन-आयामी विस्तार है जिसमें वस्तुएं और घटनाएं होती है और उनकी सापेक्ष स्थिति और दिशा होती है। भौतिक अन्तरिक्ष अक्सर तीन रैखिक आयाम की तरह समझा जाता है, हालांकि आधुनिक भौतिकविद आमतौर पर इसे, समय के साथ, असीम चार-आयामी सातत्यक जिसे स्पेस टाइम कहते है, का एक भाग समझते हैं। गणित में 'अन्तरिक्ष' को विभिन्न आधारभूत संरचनाओं और आयामों की विभिन्न संख्या के साथ समझा जाता है। भौतिक ब्रह्मांड को समझने के लिए अन्तरिक्ष की अवधारणा को बहुत महत्त्वपूर्ण माना जाता है हालांकि दार्शनिकों के मध्य इस तथ्य को लेकर असहमति जारी है कि यह स्वयं एक इकाई है, या इकाइयों के मध्य एक सम्बन्ध है, या वैचारिक ढांचे का एक हिस्सा है। पारम्परिक यांत्रिकी के प्रारंभिक विकास के दौरान, 17 वीं शताब्दी में कई दार्शनिक प्रश्न उजागर हुए थे। इसाक न्यूटन के अनुसार, अन्तरिक्ष निरपेक्ष था - अर्थात् यह स्थायी रूप से अस्तित्व में है और इस बात पर निर्भर नहीं करता है कि क्या अन्तरिक्ष में कोई विषयवस्तु थी या नहीं। अन्य प्राकृतिक दार्शनिक, विशेष रूप से गोटफ्राइड लेबनिज़, ने इसके बजाय सोचा कि अन्तरिक्ष वस्तुओं के बीच संबंधों का एक संग्रह था, जो एक दूसरे से उनकी दूरी और दिशा के द्वारा दिया जाता है। 18वीं सदी में, इम्मानुएल काण्ट ने अन्तरिक्ष और समय को संरचनात्मक ढांचे के तत्वों के रूप में वर्णित किया है जिसको मनुष्य अपने अनुभव के निर्माण हेतु उपयोग करते है। 19वीं और 20वीं सदी में गणितज्ञों ने गैर इयूक्लिडियन रेखागणित का परीक्षण करना शुरू कर दिया था जिसमें अन्तरिक्ष को समतल के बजाय वक्रित कह सकते है। अल्बर्ट आइंस्टाइन का सामान्य सापेक्षता सिद्धांत के अनुसार गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र के आसपास का अन्तरिक्ष इयूक्लिडियन अन्तरिक्ष से विसामान्य होता है। सामान्य सापेक्षता के प्रायोगिक परीक्षण ने यह पुष्टि की है कि गैर इयूक्लिडियन अन्तरिक्ष प्रकाशिकी और यांत्रिकी के और मौजूदा सिद्धांतो की व्याख्या हेतु एक बेहतर मॉडल उपलब्ध कराता है। .

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अफ़्रीकान्स भाषा

अफ़्रीकांस भाषा स्मारक अफ़्रीकांस भाषा एक दक्षिणी फ़्रांकोनीयाई भाषा है जो दक्षिण अफ़्रीका में बोली जाती है। .

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अर्धचालक युक्ति

अर्धचालक युक्तियाँ (Semiconductor devices) उन एलेक्ट्रानिक अवयवों को कहते हैं जो अर्धचालक पदार्थों के गुण-धर्मों का उपयोग करके बनाये जाते हैं। सिलिकॉन, जर्मेनियम और गैलिअम आर्सेनाइड मुख्य अर्धचालक पदार्थ हैं। अधिकांश अनुप्रयोगों में अब उन सभी स्थानों पर अर्धचालक युक्तियाँ प्रयोग की जाने लगी हैं जहाँ पहले उष्मायनिक युक्तियाँ (निर्वात ट्यूब) प्रयोग की जाती थीं। अर्धचालक युक्तियाँ, ठोस अवस्था में एलेक्ट्रानिक संचलन पर आधारित हैं जबकि ट्यूब युक्तियाँ उच्चा निर्वात या गैसीय अवस्था में उष्मायनों के चालन पर आधारित थीं। निर्माण के आधार पर अर्धचालक युक्तियाँ मुख्यतः दो प्रकार की होती हैं - अकेली युक्तियाँ और एकीकृत परिपथ (IC) .

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अंग्रेज़ी भाषा

अंग्रेज़ी भाषा (अंग्रेज़ी: English हिन्दी उच्चारण: इंग्लिश) हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार में आती है और इस दृष्टि से हिंदी, उर्दू, फ़ारसी आदि के साथ इसका दूर का संबंध बनता है। ये इस परिवार की जर्मनिक शाखा में रखी जाती है। इसे दुनिया की सर्वप्रथम अन्तरराष्ट्रीय भाषा माना जाता है। ये दुनिया के कई देशों की मुख्य राजभाषा है और आज के दौर में कई देशों में (मुख्यतः भूतपूर्व ब्रिटिश उपनिवेशों में) विज्ञान, कम्प्यूटर, साहित्य, राजनीति और उच्च शिक्षा की भी मुख्य भाषा है। अंग्रेज़ी भाषा रोमन लिपि में लिखी जाती है। यह एक पश्चिम जर्मेनिक भाषा है जिसकी उत्पत्ति एंग्लो-सेक्सन इंग्लैंड में हुई थी। संयुक्त राज्य अमेरिका के 19 वीं शताब्दी के पूर्वार्ध और ब्रिटिश साम्राज्य के 18 वीं, 19 वीं और 20 वीं शताब्दी के सैन्य, वैज्ञानिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक प्रभाव के परिणाम स्वरूप यह दुनिया के कई भागों में सामान्य (बोलचाल की) भाषा बन गई है। कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों और राष्ट्रमंडल देशों में बड़े पैमाने पर इसका इस्तेमाल एक द्वितीय भाषा और अधिकारिक भाषा के रूप में होता है। ऐतिहासिक दृष्टि से, अंग्रेजी भाषा की उत्पत्ति ५वीं शताब्दी की शुरुआत से इंग्लैंड में बसने वाले एंग्लो-सेक्सन लोगों द्वारा लायी गयी अनेक बोलियों, जिन्हें अब पुरानी अंग्रेजी कहा जाता है, से हुई है। वाइकिंग हमलावरों की प्राचीन नोर्स भाषा का अंग्रेजी भाषा पर गहरा प्रभाव पड़ा है। नॉर्मन विजय के बाद पुरानी अंग्रेजी का विकास मध्य अंग्रेजी के रूप में हुआ, इसके लिए नॉर्मन शब्दावली और वर्तनी के नियमों का भारी मात्र में उपयोग हुआ। वहां से आधुनिक अंग्रेजी का विकास हुआ और अभी भी इसमें अनेक भाषाओँ से विदेशी शब्दों को अपनाने और साथ ही साथ नए शब्दों को गढ़ने की प्रक्रिया निरंतर जारी है। एक बड़ी मात्र में अंग्रेजी के शब्दों, खासकर तकनीकी शब्दों, का गठन प्राचीन ग्रीक और लैटिन की जड़ों पर आधारित है। .

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अंकीय इलेक्ट्रॉनिकी

अंकीय इलेक्ट्रॉनिकी या डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स इलेक्ट्रॉनिक्स की एक शाखा है जिसमें विद्युत संकेत अंकीय होते हैं। अंकीय संकेत बहुत तरह के हो सकते हैं किन्तु बाइनरी डिजिटल संकेत सबसे अधिक उपयोग में आते हैं। शून्य/एक, ऑन/ऑफ, हाँ/नहीं, लो/हाई आदि बाइनरी संकेतों के कुछ उदाहरण हैं। जबसे एकीकृत परिपथों (इन्टीग्रेटेड सर्किट) का प्रादुर्भाव हुआ है और एक छोटी सी चिप में लाखों करोंड़ों इलेक्ट्रॉनिक युक्तियाँ भरी जाने लगीं हैं तब से डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक बहुत महत्वपूर्ण हो गयी है। आधुनिक व्यक्तिगत कम्प्यूटर (पीसी) तथा सेल-फोन, डिजिटल कैमरा आदि डिजिटल इलेक्ट्रॉनिकी की देन हैं। लकडी की तख्ती पर हाथ से बुनी हुई एक द्विआधारी घड़ी एक औद्योगिक अंकीय नियंत्रक इनटेल 80486DX2 माइक्रोप्रोसेसर अंकीय इलेक्ट्रॉनिकी, या सूक्ष्माड़विक आंकिक पद्धति ऐसी प्रणाली है जो विद्युत संकेतों को, रेखीय स्तर के एक निरंतर पट्टियों के बजाए एक अलग अलग पट्टियों की श्रृंखला के रूप में दर्शाती है। इस पट्टी के सभी स्तर संकेतों की एक ही अवस्था को दर्शाते हैं। संकेतो की इस पृथकता की वजह से निर्माण सहनशीलता के काऱण रेखीय संकेतो के स्तर में आये अपेक्षाकृत छोटे बदलाव अलग आवरण नहीं छोड़ते है। जिसके परिणाम स्वरुप संकेतो की अवस्था को महसूस करने वाला परिपथ इन्हे नजरअंदाज कर देता है। ज्यादातर मामलों में संकेतो की अवस्था की संख्या दो होती है और इन दो अवस्थाओं को दो वोल्टेज स्तरों द्वारा दर्शाया जाता है: प्रयोग में आपूर्ति वोल्टेज के आधार पर एक व दूसरा (आमतौर पर "जमीनी" या शून्य वोल्ट के रूप में कहा जाता है)| 1 उच्च स्तर पर होता है व 0 निम्न स्तर पर। अक्सर ये दोनों स्तर "लो" और "हाई" के रूप में प्रतिनिधित्व करते हैं। आंकिक तकनीक का मूल लाभ इस तथ्य पर आधारित है कि संकेतो की एक सतत श्रृंखला को पुनरुत्पादित करने के बजाए, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को संकेतो की ० या १ जैसे किसी ज्ञात अवस्था में भेजना ज्यादा आसान होता है। डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स आम तौर पर लॉजिक गेट्स के वृहद संयोजन व बूलियन तर्क प्रकार्य के सरल इलेक्ट्रोनिक्स से बनाया जाता है। .

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उत्तरी सागर बाढ़ १९५३

उत्तरी सागर बाढ़, ३१ जनवरी से १ फरवरी, १९५३ को आया एक विनाशकारी तूफ़ान है जिससे तटीय यूरोपीय देशों जैसे इंग्लैंड, नीदरलैंड और बेल्जियम में हजारों लोग बाढ़ की चपेट में आकर मारे गए। डेनमार्क और फ्रांस में भी बाढ़ का प्रभाव देखा गया। ज्वार भाटे और तेज़ हवाओं के चलते समुद्र में ५.६ मीटर ऊँची लहरें उठीं जो तटीय देशों के सभी बाढ़ सुरक्षा प्रबंधों को तोड़ती हुई भीतर तक घुस गयी। आधिकारिक आँकड़ों के अनुसार नीदरलैंड में १,८३५ और ब्रिटेन में ३०७ लोग मारे गए। २८ पश्चिमी फ़्लैंडर्स, बेल्जियम में मारे गए थे। २३० से अधिक की क्षति उत्तरी यूरोपीय तटों के सामानांतर वाटरक्राफ्ट पर हुई और साथ ही उत्तरी सागर के गहरे जल में भी जब फैरी एम वी प्रिंसेस विक्टोरिया बेलफास्ट के पूर्व में स्थित उत्तरी चैनल में डूब गयी जिसमे १३३ लोग मारे गए और बहुत से जालदार जहाज़ भी डूब गए। .

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उत्पादकता वृद्धि करने वाली प्रौद्योगिकियाँ

औद्योगिक क्रान्ति से लेकर अब तक उत्पादकता की वृद्धि में मुख्यतः निम्नलिखित प्रौद्योगिकियों की प्रमुख भूमिका रही है-.

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उपग्रह

ERS 2) अन्तरिक्ष उड़ान (spaceflight) के संदर्भ में, उपग्रह एक वस्तु है जिसे मानव (USA 193) .

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१४ नवम्बर

१४ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३१८वॉ (लीप वर्ष मे ३१९ वॉ) दिन है। साल मे अभी और ४७ दिन बाकी है। .

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१४ जून

14 जून ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 165वाँ (लीप वर्ष में 166 वाँ) दिन है। साल में अभी और 200 दिन बाकी हैं। .

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१९२१

1921 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९२२

1922 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९२४

1924 ग्रेगोरी कैलंडर का एक अधिवर्ष है। .

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१९३५

1935 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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२२ फ़रवरी

22 फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 53वॉ दिन है। साल में अभी और 312 दिन बाकी है (लीप वर्ष में 313)। .

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३ मार्च

3 मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 62वॉ (लीप वर्ष में 63 वॉ) दिन है। साल में अभी और 303 दिन बाकी है। .

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५ फ़रवरी

5 फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 36वॉ दिन है। साल में अभी और 329 दिन बाकी है (लीप वर्ष में 330)। .

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६ नवम्बर

६ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३१०वाँ (लीप वर्ष मे 311 वॉ) दिन है। साल मे अभी और ५५ दिन बाकी है। .

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