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दुपट्टा

सूची दुपट्टा

अंगूठाकार दुपट्टा भारतीय परिधान सलवार कुरता का एक अभिन्न अंग है। सलवार कुर्ते के तीसरे वस्त्र को दुपट्टा कहा जाता है। दुपट्टा 'चुन्नी', 'ओढ़नी', 'शाल' एवं अन्य नामों से जाना जाता है। दुपट्टे का प्रयोग प्राचीन काल से घाघरे, साड़ी अथवा सलवार सूट के साथ किया जाता रहा है। ग्रामीण भारतीय महिलाएं दुपट्टे को सर पर इस तरह से ढकती हैं ताकि उनके सर व चेहरे का अधिकतर भाग दुपट्टे से ढका रहे। यह प्रथा भारत के उत्तरी हिस्सों में खास तौर पर देखने को मिलती है। नए ज़माने में दुपट्टे ने अलग रूप ले लिया है और बहुत से फैशन डिज़ाइनर दुपट्टे को परिवर्तित करके अंतर्राष्ट्रीय फैशन में इसे वरीयता दिला चुके हैं। दुपट्टा भारतीय एवं पाकिस्तानी फैशन में स्त्री एवं पुरुष दोनों के बीच लोकप्रिय है। हिन्दू और मुस्लिम विवाह में जहाँ एक और दुल्हन दुपट्टे से अपना सर ढकती है वहीँ दूसरी ओर दूल्हा दुपट्टे का प्रयोग शेरवानी के साथ करता है। .

7 संबंधों: पाकिस्तानी पोशाक, पगड़ी, बीकानेर की संस्कृति, भारत की संस्कृति, भारतीय पोशाक, जॉय मुखर्जी, ग़रारा

पाकिस्तानी पोशाक

* पायजामा.

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पगड़ी

पगड़ी पहने हे एक सिख पगड़ी सिर पर बांधा जाने वाला परिधान या पहनावा है। पगड़ी धारण करना सिख लोगों के पाँच चिह्नों में से है। पगड़ी विश्व के अनेक समाजों में प्रचलित थी। भारत में भी पगड़ी का बहुत प्रचलन था और सभी वर्गों के लोग इसे धारण करते थे। अंग्रेजों के आगमन के बाद इसमें धीरे-धीरे कमी आयी। .

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बीकानेर की संस्कृति

कोई विवरण नहीं।

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भारत की संस्कृति

कृष्णा के रूप में नृत्य करते है भारत उपमहाद्वीप की क्षेत्रीय सांस्कृतिक सीमाओं और क्षेत्रों की स्थिरता और ऐतिहासिक स्थायित्व को प्रदर्शित करता हुआ मानचित्र भारत की संस्कृति बहुआयामी है जिसमें भारत का महान इतिहास, विलक्षण भूगोल और सिन्धु घाटी की सभ्यता के दौरान बनी और आगे चलकर वैदिक युग में विकसित हुई, बौद्ध धर्म एवं स्वर्ण युग की शुरुआत और उसके अस्तगमन के साथ फली-फूली अपनी खुद की प्राचीन विरासत शामिल हैं। इसके साथ ही पड़ोसी देशों के रिवाज़, परम्पराओं और विचारों का भी इसमें समावेश है। पिछली पाँच सहस्राब्दियों से अधिक समय से भारत के रीति-रिवाज़, भाषाएँ, प्रथाएँ और परंपराएँ इसके एक-दूसरे से परस्पर संबंधों में महान विविधताओं का एक अद्वितीय उदाहरण देती हैं। भारत कई धार्मिक प्रणालियों, जैसे कि हिन्दू धर्म, जैन धर्म, बौद्ध धर्म और सिख धर्म जैसे धर्मों का जनक है। इस मिश्रण से भारत में उत्पन्न हुए विभिन्न धर्म और परम्पराओं ने विश्व के अलग-अलग हिस्सों को भी बहुत प्रभावित किया है। .

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भारतीय पोशाक

* धोती.

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जॉय मुखर्जी

जॉय मुखर्जी (জয় মুখার্জী; २४ फ़रवरी १९३९ – ९ मार्च २०१२) एक भारतीय फिल्म अभिनेता थे। .

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ग़रारा

लखनवी शादी ग़रारा उत्तरी भारत के हिन्दी बोलने वाले क्षेत्रों की मुसलमान औरतों द्वारा पहना जाने वाला एक रिवायती लखनवी लिबास है। यह लिबास कुर्ती, दुपट्टा और चौड़े पैंटों से बना हुआ है। घुटने के क्षेत्र, जिसे गोटा कहा जाता है, अक्सर ज़री और ज़रदोज़ी की कढ़ाई से सजाया जाता है। रिवायती ग़राराओं का प्रत्येक चरण 12 मीटर से अधिक कपड़ों, अक्सर रेशम ब्रोकैड, से बना हुआ है। उत्तर प्रदेश के अवध क्षेत्र के नवाबों के ज़माने में ग़रारों की व्युत्पत्ति हुई। 19वीं सदी के उत्तरार्ध और 20वीं सदी की शुरुआत में, ग़रारा लिबास हिन्दी-उर्दू बोलने वाले क्षेत्रों की मुसलमान औरतों के दरम्यान रोज़मर्रा का लिबास था। हालांकि अब ये रोज़मर्रा पहनावे के रूप में नहीं पहने जाते हैं, फिर भी ये हिन्दी-उर्दू बोलने वाले क्षेत्रों की मुसलमान औरतों और पाकिस्तान और बांग्लादेश में उर्दू-भाषी आप्रवासियों के दरम्यान शादी के लिबास के रूप में लोकप्रिय हैं। .

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