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आतंकवाद

सूची आतंकवाद

विभाग राज्य Department of State) आतंकवाद एक प्रकार के erहौल को कहा जाता है। इसे एक प्रकार के हिंसात्मक गतिविधि के रूप में परिभाषित किया जाता है, जो कि अपने आर्थिक, धार्मिक, राजनीतिक एवं विचारात्मक लक्ष्यों की प्रतिपूर्ति के लिए गैर-सैनिक अर्थात नागरिकों की सुरक्षा को भी निशाना बनाते हैं। गैर-राज्य कारकों द्वारा किये गए राजनीतिक, वैचारिक या धार्मिक हिंसा को भी आतंकवाद की श्रेणी का ही समझा जाता है। अब इसके तहत गैर-क़ानूनी हिंसा और युद्ध को भी शामिल कर लिया गया है। अगर इसी तरह की गतिविधि आपराधिक संगठन द्वारा चलाने या को बढ़ावा देने के लिए करता है तो सामान्यतः उसे आतंकवाद नहीं माना जाता है, यद्यपि इन सभी कार्यों को आतंकवाद का नाम दिया जा सकता है। गैर-इस्लामी संगठनों या व्यक्तित्वों को नजरअंदाज करते हुए प्रायः इस्लामी या जिहादी के साथ आतंकवाद की अनुचित तुलना के लिए इसकी आलोचना भी की जाती है। .

90 संबंधों: चेतन चीता, टाइगर मैनन, टैंगो चार्ली (2005 फ़िल्म), डेल्टा फ़ोर्स (Delta Force), डेसमंड टूटू, डेविड हेडली, तटरक्षक, थाना, दरगाह-ए-अला हज़रत, धनबाद, नताली पोर्टमैन, पशु बीमा, पाकिस्तान सरकार, पाकिस्तान का सर्वोच्च न्यायालय, पॉल वुल्फोवित्ज़, फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन, बहुसंस्कृतिवाद, बालबंधु योजना, भारत में आतंकवाद, भारत के 500 और 1000 रुपये के नोटों का विमुद्रीकरण, भारत के सामाजिक-आर्थिक मुद्दे, भारत-पाकिस्तान सम्बन्ध, भारतीय थलसेना, भारतीय शांति रक्षा सेना, महमूद मदनी, महावीर, मार्क ज्यर्गंसमेयेर, म्यांमार में भारतीय सैन्य अभियान 2015, मौलाना मसूद अज़हर, मोगम्मा, रामास्वामी परमेश्वरन, राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी, अमेरिका, राष्ट्रीय जाँच एजेंसी विधेयक, राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण, राजबहादुर 'विकल', रवि पॉल, रुखसाना कौसर, श्रीलंका का जातीय संघर्ष, समकालीन, सामाजिक समस्या, साइबर-आतंकवाद, साकेत बहुगुणा, सिंगापुर का इतिहास, संदीप उन्नीकृष्णन, संकट मोचन हनुमान मंदिर, सक्रियतावाद, सक्षम, सुज्जन सिंह, हाल की घटनाएँ नवंबर २००७, हिन्दी पुस्तकों की सूची/अ, ..., जनवरी 2016 जकार्ता में आतंकी हमला, जर्सी अवरोध, जुलाई २०१६ बगदाद आतंकी हमला, जॉन रॉबर्ट्स, जोकर (चित्रकथा), ईसाई आतंकवाद, वित्तीय कार्रवाई कार्यदल, विश्व हास्य दिवस, वेलुपिल्लई प्रभाकरन, वी फॉर वेंडेट्टा, खाड़ी युद्ध, गूगल धरती, आतंकवाद, आत्मघाती हमला, आपदा, इस्लाम की आलोचना, इस्लामी सैन्य गठबंधन, इज़राइल में आतंक स्मारक के अधिनियमों के पीड़ितों, करनैल सिंह, कश्मीर, कार्गो, काश्मीरी पण्डित, कु क्लुल्स क्लान, क्लेफेस, केट विंसलेट, अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्ध, अर्थिक आतंकवाद, अजमल क़साब, अजीत सिंह (पुलिस अधिकारी), अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय, ११ (संख्या), २००१ संसद भवन हमला, २००७ उत्तर प्रदेश बम धमाके, २००९, २०१४ पेशावर स्कूल नरसंहार, २०१६ पठानकोट हमले, २०१७ अमरनाथ यात्रा आक्रमण, 11 सितम्बर 2001 के हमले, 2016 इस्तांबुल अतातुर्क हवाईअड्डा हमला, 2016 उड़ी हमला सूचकांक विस्तार (40 अधिक) »

चेतन चीता

चेतन चीता सीआरपीएफ कीर्ति चक्र विजेता केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल के कमांडिंग ऑफिसर है जो कश्मीर में बांदीपुरा में हुई मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल हुए थे, एनकाउंटर में एक आतंकवादी ढेर हुआ था और सेना के तीन जवान शहीद हुए थे । दो महीने कोमा में रहने के बाद स्‍वस्‍थ हुए। चेतन चीता कोटा के रहने वाले हैं। उनके पिता रिटायर्ड आरएएस अफसर हैं, जो कोटा में ही रहते हैं। चेतन की पत्नी और दोनों बच्चें दिल्ली रहते हैं। .

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टाइगर मैनन

टाइगर मैनन भारत का एक आतंकवादी है। यह याकूब मेनन का भाई है। .

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टैंगो चार्ली (2005 फ़िल्म)

टैंगो चार्ली (अंग्रेजी; Tango Charlie) वर्ष २००५ की हिंदी भाषा में बनी, युद्ध आधारित फ़िल्म है जिसका लेखन एवं निर्देशन मणि शंकर ने किया है। फ़िल्म में कई अदाकर जैसे अजय देवगन, बाॅबी द्योल, संजय दत्त, सुनील शेट्टी, तनीषा, नंदना सेन, तथा सुदेश बैरी आदि शामिल है। फ़िल्म का सार तरुण चौहान (द्योल) नामक अर्द्धसैनिक से भारतीय सीमा सुरक्षा बल में बतौर नव नियुक्त सिपाही के तथाकथित युद्ध में कठोर अनुभवों पर केंद्रित है। फ़िल्म में प्रस्तुत किया गया है कि सच्चे सिपाही जन्म नहीं लेते, बस बन जाते हैं। फ़िल्म में भारत के विभिन्न भागों में पनपते आंतरिक द्रोह एवं अतिवाद को दिखाया गया है, तथा बीबीसी पत्रकार जसप्रीत पांडोहर के वर्णन में यह "यह भारत में फैले आतंकवाद, हिंसा और उनसे जुझते लोगों की वीरता को जानने का नया रुचिकर अध्याय खोलती है।" अंग्रेजी अखबार द हिन्दू ने फ़िल्म के विषय में लिखते है "इस कठोर विषय को सामना करने के लिए पर्याप्त साहस की जरूरत है" तथा "यह एक साहसिक कदम है जहाँ भारतीय पत्रकारिता जाने से बचती है।" .

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डेल्टा फ़ोर्स (Delta Force)

सामान्यतः डेल्टा, डेल्टा फ़ोर्स या संयुक्त राज्य अमेरिका के सुरक्षा विभाग द्वारा कॉम्बैट एप्लिकेशन्स ग्रुप (CAG) के रूप में विख्यात 1st Special Forces Operational Detachment-Delta (1st SFOD-D) एक विशिष्ट अभियान सेना (SOF) है और संयुक्त विशेष अभियान कमान (JSOC) का अभिन्न अंग है। यह संयुक्त राज्य अमेरिका की मुख्य आतंकवाद विरोधी इकाई है। डेल्टा फ़ोर्स के प्रमुख कार्य हैं आतंकवाद का विरोध करना, विद्रोह को दबाना और राष्ट्रीय हस्तक्षेप वाले अभियान, हालांकि यह कई गुप्त मिशन संभालने में सक्षम एक अत्यंत बहुमुखी समूह है जो बंधकों को बचाने और छापों सहित बहुत कुछ करता है। .

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डेसमंड टूटू

डेसमंड टूटू डेसमंड्आ मपीलो टूटू (जन्म ७ अक्टूबर १९३१) दक्षिण अफ्रीकी समाजसेवी, राजनेता एवं केप टाउन शहर के आर्चबिशप हैं। इन्हें २००५५ में भारत सरकार द्वारा गाँधी शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। .

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डेविड हेडली

डेविड कॉलमेन हेडली (जन्म दाऊद सैयद गिलानी ३० जून १९६०) जन्म से एक अमेरिकी नागरिक और पाकिस्तान से संबन्धित एक आतंकवादी है। लश्कर-ए-तैयबा के लिये काम करने वाले हेडली ने २००८ के मुंबई हमले की योजना बनाने और अंजाम देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उस पर कई बार पाकिस्तान जाकर लश्कर से प्रशिक्षण लेने के आरोप लगे जिसे उसने अमेरिकी अदालत में कबूला। उसने मुंबई के कई स्थानों के मानचित्र, चित्र लेने हमले की जगहों को चुनने में मदद करने व योजना बनाने की बात भी कबूली। मुंबई हमलों के लिये ५ से अधिक बार जासूसी करने जैसे ही काम उसने कोपेनहेगन में भी किये जहाँ उसे एक डेनिश समाचार पत्र जाइलान्ड्स पोस्टेन के कार्यालय पर हमले की योजना बनानी थी। इस समाचार पत्र ने पैगंबर मोहम्मद का चित्र बना के छापा था जो इस्लाम के नियमों के खिलाफ है। हेडली को २००९ में पाकिस्तान जाते हुए शिकागो के अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर गिरफ्तार कर लिया गया और मुंबई हमलों में भूमिका सिद्ध करने के लिये मुकदमा चलाया गया। इस मुकदमें में मौत की सजा से बचने के लिये वो सरकारी गवाह बन गया और अपना जुर्म कबूल लिया। मुकदमे की गवाही के दौरान उसने बताया कि मुंबई हमला पाकिस्तान की गुप्तचर संस्था इंटर सर्विसेज़ इंटेलीजेंस ने प्रायोजित किया था। सरकारी गवाह बनाने के बाद हेडली ने अमेरिकी व भारतीय जांच अधिकारियों के साथ सहयोग किया। मुंबई हमलों में संलिप्तता के मामले में २४ जनवरी २०१३ को एक अमेरिकी न्यायालय ने हेडली को ३५ वर्षों के कारावास की सजा सुनाई। .

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तटरक्षक

तटरक्षक या तटरक्षक बल एक नौसेना के समान सैन्य या अर्द्ध-सैन्य संगठन होता है, परन्तु इसका मुख्य कर्तव्य आतंकवाद और अपराध से एक देश के समुद्री क्षेत्रों की रक्षा करना है, इसके अतिरिक्त यह खतरे में पड़े पोतों और नौकाओं को बचाने का कार्य भी करते हैं। भारत का बल भारतीय तटरक्षक कहलाता है। कई देशों मे तटरक्षक बल एक कानून प्रवर्तन संगठन की भूमिका भी निभाते हैं। .

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थाना

थाना (अंग्रेजी:Prison) एक ऐसी जगह होती है जहाँ पर चोर, डकैत, आतंक करने वालों को रखा जाता है। समाज में शांति स्थापित रहे इसके लिए हर देश का एक कानून होता है। कानून का उलंघन करने वालो को कानून का रखवाला यानि प्रहरी अथवा पुलिस पकड़ती है और जब तक उस पर न्यायालय से कोई सुनवाई नही हो जाता तब तक पुलिस उस आतंकी या दोषी को अपने गिरफ्त में रखती है। जेल, कारागार, कारावास आदी सभी एक ही शब्द थाना के पर्यायवाची हैं। .

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दरगाह-ए-अला हज़रत

दरगाह-ए-अला हज़रत अहमद रजा खान (1856-1921) की दरगाह है,जो 19वीं शताब्दी के हनीफी विद्वान, जो भारत में वहाबी विचारधारा के कट्टर विरोध के लिए जाने जाते हैं ।दरगाह उत्तर प्रदेश के भारतीय राज्य के बरेली में स्थित है। दरगाह का गुंबद हजारात अल्लामा शाह महमूद जान कादरी द्वारा मैचस्टिक्स के उपयोग के साथ तैयार किया गया था दरगाह-ए-अला हजरत में अहमद रजा खान (उर्स-ए-राज्वी) की पुण्यतिथि के दौरान 2014 में, मुस्लिम मौलवियों ने तालिबान द्वारा प्रचलित आतंकवाद और वहाबी संप्रदाय की विचारधारा की निंदा की थी। हालांकि दरगाह एक बार उर्स-ए-रज़ावी के लिए मुख्य साइट थी, आधिकारिक उर्स भी अब एक दर्जन से अधिक देशों में मनाई गई है। यह बड़ी भीड़ और कई विद्वानों के आगमन की वजह से है। .

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धनबाद

धनबाद भारत के झारखंड में स्थित एक शहर है जो कोयले की खानों के लिये मशहूर है। यह शहर भारत में कोयला व खनन में सबसे अमीर है। पुर्व मैं यह मानभुम जिला के अधीन था। यहां कई ख्याति प्राप्त औद्योगिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और अन्य संस्थान हैं। यह नगर कोयला खनन के क्षेत्र में भारत में सबसे प्रसिद्ध है। कई ख्याति प्राप्त औद्योगिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और अन्य संसथान यहाँ पाए जाते हैं। यहां का वाणिज्य बहुत व्यापक है। झारखंड में स्थित धनबाद को भारत की कोयला राजधानी के नाम से भी जाना जाता है। यहां पर कोयले की अनेक खदानें देखी जा सकती हैं। कोयले के अलावा इन खदानों में विभिन्न प्रकार के खनिज भी पाए जाते हैं। खदानों के लिए धनबाद पूरे विश्‍व में प्रसिद्ध है। यह खदानें धनबाद की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। पर्यटन के लिहाज से भी यह खदानें काफी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि पर्यटक बड़ी संख्या में इन खदानों को देखने आते हैं। खदानों के अलावा भी यहां पर अनेक पर्यटक स्थल हैं जो पर्यटकों को बहुत पसंद आते हैं। इसके प्रमुख पर्यटक स्थलों में पानर्रा, चारक, तोपचांची और मैथन प्रमुख हैं। पर्यटकों को यह पर्यटक स्थल और खदानें बहुत पसंद आती है और वह इनके खूबसूरत दृश्यों को अपने कैमरों में कैद करके ले जाते हैं। कम्बाइन्ड बिल्डिंग चौक .

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नताली पोर्टमैन

नताली पोर्टमैन (נטלי פורטמן, जन्म नताली हर्शलैग, 9 जून 1981) एक इज़रायली अमेरिकी अभिनेत्री हैं। 1994 की स्वतंत्र फ़िल्म लीयॉन (संयुक्त राज्य अमेरिका में द प्रोफेशनल के नाम से जाना जाता है) में निभाई गई भूमिका उनकी पहली भूमिका थी। ''स्टार वॉर्स'' की तीन कड़ियों में पदमे अमिडाला की भूमिका निभाने के बाद उन्हें व्यापक प्रसिद्धि प्राप्त हुई। पोर्टमैन, जिन्होंने कहा है "मैं एक फ़िल्म स्टार की अपेक्षा स्मार्ट होती," ने स्टार वॉर्स फ़िल्मों में काम करने के दौरान हार्वर्ड कॉलेज से मनोविज्ञान में स्नातक की डिग्री पूरी की। सन् 2001 में, पोर्टमैन ने मेरील स्ट्रीप, केविन क्लीन और फिलिप सेमूर हॉफमैन के साथ चेक्होव के द सीगल के न्यूयॉर्क शहर के पब्लिक थिएटर के निर्माण कार्य का उद्घाटन किया। 2005 में, पोर्टमैन को ड्रामा क्लोज़र में सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री के रूप में एक गोल्डन ग्लोब अवार्ड प्राप्त हुआ। मई 2008 में, उन्होंने 61वें वार्षिक कान फ़िल्म समारोह के जूरी के सबसे कम उम्र वाले सदस्य के रूप में काम किया। पोर्टमैन के निर्देशन में बनी पहली फ़िल्म, ईव, ने 2008 में 65वें वेनिस अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म समारोह के शॉर्ट्स प्रतियोगिता का उद्घाटन किया। .

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पशु बीमा

परवरिश पशुओ और बेचने के लिए पोल्ट्री अप्रत्याशित और जोखिम भरा हो सकता है। यही कारण है कि एक ठोस और पशुधन या मुर्गी बीमा पॅलिसी एक आवश्यकता है वह है। यह बीमा उन अप्रत्याशित घटनाओं और दुर्घटनाओं कि अपने जानवरों और अपनी आजीविका तबाह कर सकते हैं से अपने निवेश की सुरक्षा करता है। फ़ार्म पशु बीमा अपने विशेष पशु समूह को कवर के लिए अनुकूलित किया जा सकता है, तो पशु, सूअर, भेड, एमु, बकरी, मुर्गी या अपने खेत पर इनमें से किसी भी संयोजन है या नहीं। भारतीय कृषि उद्योग, एक और हरित क्रांति कि इसे और अधिक आकर्षक और लाभदायक बनाता के कगार पर भारत में कुल कृषि उत्पादन के रूप में अगले दस साल में दोगुना होने की संभावना है और वह भी एक जैविक तरीके से| पशु बीमा पॉलिसी अपने मवेशियों है, जो एक ग्रामीण समुदाय की सबसे मूल्यवान संपत्ति है कि मृत्यु के कारण वित्तीय नुकसान से भारतीय ग्रामीन लोगों की सुरक्षा के लिए प्रदान की जाती है। नीति होने गाय, बैल या तो सेक्स एक पशु चिकित्सक/ सर्जन द्वारा ध्वनि और उत्तम स्वास्थ्य और चोट या रोग से मुक्त होने के रूप में प्रमाणित की भैंस और जो माइक्रो फ़ाइनेंस संस्थानों, गैर सरकारी संगठनों के सदस्य कर रहे हैं व्यक्तियों को शामिल किया, सरकार प्रायोजित संगठनों और इस तरह के संबंध समूहों/ ग्रामीण और सामाजिक क्षेत्र में संस्थानों| पशु बीमा .

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पाकिस्तान सरकार

पाकिस्तान सरकार (حکومتِ پاکستان.;हुक़ूमत-ए पाकिस्तान) वफ़ाक़ी संसदीय प्रणाली के तहत काम करति है जिस में राष्ट्रपति राज्य और प्रधानमंत्री सरकर के नेता होते हैं। पाकिस्तान सरकार संघीय संसदीय प्रणाली है। जिसमें राष्ट्रपति का चयन जनता की बजाय संसद अथवा निर्वाचन समिति करता है। इस्लामी गणराज्य पाकिस्तान के प्रमुख राष्ट्रपति होते हैं जो पाकिस्तान की सेना के सर्वोच्च आदेशकर्ता भी होता है। प्रधानमंत्री, प्रशासनिक मामलों का प्रमुख होता है, वह संसदीय बहुमत से चुना जाता है। पाकिस्तान में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री का चयन और पदग्रहण बिल्कुल भिन्न पहलू हैं और उनके शासनकाल का संवैधानिक रूप से आपस में कोई संबंध नहीं होता है। 6 सितंबर 2008 को पाकिस्तान की निर्वाचन समिति कि सेनेट(उच्चसदन), क़ौमी असेम्ब्ली (निम्नसदन) और चारों प्रांतीय विधानसभाओं से मिल कर बनता है। आम तौर पर प्रधानमंत्री निचले सदन के बहुमत दल के अंतर्गत आते हैं और देश की व्यवस्था संघीय मंत्रीमंडल की मदद से चलती है जो मजलिस-ए शूरा के दोनों सदनों, उच्च और निम्न से चुने जाते हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय विधानसभा सदस्यों और प्रांतीय विधायिका के सदस्य, जनता के मतदान के माध्यम से चुने जाते हैं। प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति उस पार्टी के चुने जाते हैं जिनका क़ौमी असेम्ब्ली में बहूमत हो। सभापति भी बहुल पार्टी का ही होता है, हालांकि विपक्षी दलों को भी बड़े उदय दी जा सकते हैं। संसदीय प्रणाली में दो पार्टियां महत्व होता है एक वह पार्टी जो सभी पार्टियों से ज़्यादा सीटें हासिल कर इसे बहुल या सरकार बनाने वाली पार्टी और दूसरी वह पार्टी जो दूसरे नंबर पे सबसे निशतें प्राप्त करे उसे विपक्षी पार्टी कहा जाता हेमतला पाकिस्तान 2013 के चुनाव में मुस्लिम लीग की सबसे ज्यादा सीटें थीं तो वह सरकार बना लिया और दूसरे नंबर पे पपल्स पार्टी थी जो विपक्ष में खड़ी होई.ागर सरकारी पार्टी कोई फैसला लिया और विपक्ष इस फैसले का विरोध किया तो सरकारी पार्टी का वह फैसला खारिज किया जाएगा। .

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पाकिस्तान का सर्वोच्च न्यायालय

पाकिस्तान का सर्वोच्च न्यायालय (عدالت عظمیٰ پاکستان; अदालत-ए उज़्मा पाकिस्तान), इस्लामी गणराज्य पाकिस्तान की सर्वोच्च अदालत है और पाकिस्तान की न्यायिक व्यवस्था का शीर्ष हिस्सा है और पाकिस्तानी न्यायिक क्रम का शिखर बिन्दु है। पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय, पाकिस्तान कानूनी और संवैधानिक मामलों में फैसला करने वाली अंतिम मध्यस्थ भी है। सर्वोच्च न्यायालय का स्थायी कार्यालय पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में स्थित है, जबकि इस अदालत की कई उप-शाखाएं, पाकिस्तान के महत्वपूर्ण शहरों में कार्यशील हैं जहां मामलों की सुनवाई की जाती है। सर्वोच्च न्यायालय, पाकिस्तान को कई संवैधानिक व न्यायिक विकल्प प्राप्त होते हैं, जिनकी व्याख्या पाकिस्तान के संविधान में की गई है। देश में कई सैन्य सरकारों और असंवैधानिक तानाशाही सरकारों के कार्यकाल में भी सर्वोच्च न्यायालय ने स्वयं को स्थापित कर रखा है। साथ ही, इस अदालत ने सैन्य शक्ति पर एक वास्तविक निरीक्षक के रूप में स्वयं को स्थापित किया है और कई अवसरों में सरकारों की निगरानी की है। इस अदालत के पास, सभी उच्च न्यायालयों(प्रांतीय उच्च न्यायालयों, जिला अदालतों, और विशेष अदालतों सहित) और संघीय अदालत के ऊपर अपीलीय अधिकार है। इसके अलावा यह कुछ प्रकार के मामलों पर मूल अधिकार भी रखता है। सुप्रीम कोर्ट एक मुख्य न्यायाधीश और एक निर्धारित संख्या के वरिष्ठ न्यायाधीशों द्वारा निर्मित होता है, जो प्रधानमंत्री से परामर्श के बाद राष्ट्रपति द्वारा नामित किया जाता है। एक बार नियुक्त न्यायाधीश को, एक निर्दिष्ट अवधि को पूरा करने और उसके बाद ही रिटायर होने की उम्मीद की जाती है, जब तक कि वे दुराचार के कारण सर्वोच्च न्यायिक परिषद द्वारा निलंबित नहीं किये जाते हैं। .

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पॉल वुल्फोवित्ज़

पॉल वुल्फोवित्ज़ पॉल वुल्फोवित्ज़ ने अमरीका और दुनिया के सार्वजनिक जीवन मे तीस से भी ज्यादा साल एक अध्यापक और अन्य दूसरे रूपों में गुज़ारे हैं जिसमें छ: अमरीकी राष्ट्रपतियों के अधीन चौबीस साल की सरकारी सेवा भी शामिल है। मार्च 2001 में एक बार फिर अमरीका के अट्ठाइसवें रक्षा सचिव के रूप में उनकी वापसी हुई। पेंटागन के इस दूसरे सबसे महत्वपूर्ण पद के लिये वुल्फोवित्ज़ डोनाल्ड रम्सफील्ड के साथ वे अमरीकी सेना के लिये महत्वपूर्ण नीति निर्माण की प्रक्रिया को अंज़ाम देते हैं। ग्यारह सितंबर के हमलों के बाद पॉल वुल्फोवित्ज़ ने पूरे विश्व में आतंकवाद के खिलाफ़ अमरीकी रणनीति तैयार करने से लेकर ईराक़ और अफ़गानिस्तान के हमलों के लिये नीति तैयार करने में अति विशिष्ट भूमिका निभाई है। 1989 में राष्ट्रपति बुश ने उन्हें पेंटागन में वापिस बुलाया और उन्होंने तत्कालीन रक्षा सचिव डिक चेनी को खाड़ी युद्ध के संचालन एवं उसके लिये पैसे का जुगाड़ करने में काफी मदद की। राष्ट्रपति रीगन के शासनकाल में वुल्फोवित्ज़ ने तीन साल तक इंडोनेशिया में अमरीका के राजदूत की भूमिका भी अदा की। इस दौरना श्री वुल्फोवित्ज़ की छवि काफी अच्छी रही थी और इस्लामी दुनिया से सार्थक संवाद में उन्होंने काफी अच्छी भूमिका निभाई। इंडोनेशिया जाने से पहले वुल्फोवित्ज़ केन्द्रीय सरकार के नीति निर्धाण एवं योजना कार्यान्वयन विभाग के प्रमुख पद पर तीन साल तक और लगभग ढाई साल तक पूर्वी एशिया और प्रशांत महासगरीय देशों के मामले के समीति के सचिव पद पर कार्य कर चुके थे। चीन के साथ अमरीका के संबंध सुधारने मे वुल्फोवित्ज़ काफी आगे रहे थे और जापान तथा कोरिया के मामलों में भी अमरीकी सरकार उनपर काफी निर्भ रही थी। कोरिया और फिलिपींस में लोकतंत्र संबंधी आंदोलोनों में भी वे काफी प्रभावी साबित हुये। पॉल वुल्फोवित्ज़ के सराकारी दायरों से बाहर की भूमिका मुख्य रूप से एक प्राध्यापक के रूप में रही है। 1994 से 2001 के बीच वे जान हापकिन्स विश्वविद्यालय में डीन एवं प्रोफ़ेसर के रूप में उन्होंने काम किया। प्राध्यापक के रूप में उन्होंने अमरीका की रक्षा नीति से संबंधित बहसों में जमकर भाग लिया और कई बहसों के आयोजक बने। इससे पहले श्री पॉल वुल्फोवित्ज़ येल विश्वविद्यालय में 1970 से 1973 के बीच राजनीति शास्त्र के प्राध्यापक भी रह चुके थे। श्री पॉल वुल्फोवित्ज़ ने सुरक्षा संबंधी मामलों पर काफी कुछ लिखा भी है। उन्होंने गणित में अपने स्नातक की उपाधि 1965 में कोर्नेल विश्वविद्यालय से प्राप्त की और 1972 में शिकागो विश्वविद्यालय से डाक्टरेट की उपाधि हासिल की। श्रेणी:अमेरीका के अर्थशास्त्री श्रेणी:आधार श्रेणी:व्यक्तिगत जीवन.

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फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन

फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) संयुक्त राज्य अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस की एक एजेंसी है जो एक संघीय आपराधिक जाँच निकाय और एक आंतरिक खुफिया एजेंसी दोनों के रूप में कार्य करती है। एफबीआई के पास संघीय अपराध की 200 से अधिक श्रेणियों के उल्लंघन की जाँच का अधिकार है। इसका नारा (मोटो) एफबीआई का बैक्रोनिम, "ईमानदारी, बहादुरी, अखंडता" है। एफबीआई का मुख्यालय जे.

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बहुसंस्कृतिवाद

बहुसंस्कृतिवाद, बहु जातीय संस्कृति की स्वीकृति देना या बढ़ावा देना होता है, एक विशिष्ट स्थान के जनसांख्यिकीय बनावट पर यह लागू होती है, आमतौर पर यह स्कूलों, व्यापारों, पड़ोस, शहरों या राष्ट्रों जैसे संगठनात्मक स्तर पर होते हैं। इस संदर्भ में, बहुसंस्कृतिवादी, केन्द्र के रूप में कोई विशेष जातीय, धार्मिक समूह और/ या सांस्कृतिक समुदाय को बढ़ावा देने के बिना विशिष्ट जातीय और धार्मिक समूहों के लिए विस्तारित न्यायसम्मत मूल्य स्थिति की वकालत करते हैं। बहुसंस्कृतिवाद की नीति अक्सर आत्मसातकरण और सामाजिक एकीकरण अवधारणाओं के साथ विपरीत होती है। .

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बालबंधु योजना

बालबंधु योजना भारत सरकार द्वारा आतंकवाद, अलगाववाद तथा नक्सलवाद से प्रभावित बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और आवास की व्यवस्था के लिए २0१0 में प्रारंभ की गई योजना है। इस योजना के लिए वित्तिय आवंटन प्रधान मंत्री राहत कोष से किया जाता है। .

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भारत में आतंकवाद

भारत बहुत समय से आतंकवाद का शिकार हो रहा है। भारत के काश्मीर, नागालैंड, पंजाब, असम, बिहार आदि विशेषरूप से आतंक से प्रभावित रहे हैं। यहाँ कई प्रकार के आतंकवादी जैसे पाकिस्तानी, इस्लामी, माओवादी, नक्सली, सिख, ईसाई आदि हैं। जो क्षेत्र आज आतंकवादी गतिविधियों से लम्बे समय से जुड़े हुए हैं उनमें जम्मू-कश्मीर, मुंबई, मध्य भारत (नक्सलवाद) और सात बहन राज्य (उत्तर पूर्व के सात राज्य) (स्वतंत्रता और स्वायत्तता के मामले में) शामिल हैं। अतीत में पंजाब में पनपे उग्रवाद में आंतकवादी गतिविधियां शामिल हो गयीं जो भारत देश के पंजाब राज्य और देश की राजधानी दिल्ली तक फैली हुई थीं। 2006 में देश के 608 जिलों में से कम से कम 232 जिले विभिन्न तीव्रता स्तर के विभिन्न विद्रोही और आतंकवादी गतिविधियों से पीड़ित थे। अगस्त 2008 में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एम.के.

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भारत के 500 और 1000 रुपये के नोटों का विमुद्रीकरण

भारत के 500 और 1000 रुपये के नोटों के विमुद्रीकरण, जिसे मीडिया में छोटे रूप में नोटबंदी कहा गया, की घोषणा 8 नवम्बर 2016 को रात आठ बजे (आईएसटी) भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अचानक राष्ट्र को किये गए संबोधन के द्वारा की गयी। यह संबोधन टीवी के द्वारा किया गया। इस घोषणा में 8 नवम्बर की आधी रात से देश में 500 और 1000 रुपये के नोटों को खत्म करने का ऐलान किया गया। इसका उद्देश्य केवल काले धन पर नियंत्रण ही नहीं बल्कि जाली नोटों से छुटकारा पाना भी था। - नवभारत टाइम्स - 9 नवम्बर 2016 .

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भारत के सामाजिक-आर्थिक मुद्दे

भारत विश्व का क्षेत्रफल अनुसार सातवाँ सबसे बड़ा और जनसंख्या अनुसार दूसरा सबसे बड़ा एक दक्षिण एशियाई राष्ट्र है। इसकी विकासशील अर्थव्यवस्था वर्तमान समय में विश्व की दस सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। 1991 के बड़े आर्थिक सुधारों के पश्चात भारत सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन गया तथा इसे नव औद्योगीकृत देशों में से एक माना जाता है। आर्थिक सुधारों के पश्चात भी भारत के समक्ष अभी भी कई सामाजिक चुनौतियाँ है जिनमें से प्रमुख सामाजार्थिक मुद्दे हैं: गरीबी, भ्रष्टाचार, नक्सलवाद व आतंकवाद, कुपोषण और अपर्याप्त सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा। भारत में सामाजार्थिक मुद्दों से सम्बन्धित आँकड़ों का अभिलेख भारत सरकार का सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय रखता है। 1999 में स्थापित इस मंत्रालय का राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण कार्यालय हर वर्ष सामाजार्थिक सर्वेक्षण करता है जो कि दौरों के रूप में किया जाता है। इस सर्वेक्षण में थोड़े बहुत क्षेत्रों को छोड़ कर सम्पूर्ण भारत को शामिल किया जाता है। जिन क्षेत्रों को इस सर्वेक्षण से बहार रखा जाता है उनमें सम्मिलित हैं नागालैंड के वे आंतरिक गाँव जो बस मार्ग से पाँच किलोमीटर से अधिक दूरी पर स्‍थित हैं व अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह के वे गाँव जो पूर्ण रूप से अगम्‍य हैं। .

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भारत-पाकिस्तान सम्बन्ध

वाघा सीमा के पास शाम के वक्त झण्डा नीचे करने का समारोह राष्ट्रपति भवन में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा पाकिस्तान के प्रधनमंत्री नवाज शरीफ भारत और पाकिस्तान में संबंध हमेशा से ही ऐतिहासिक और राजनैतिक मुद्दों कि वजह से तनाव में रहे हैं। इन देशों में इस रिश्ते का मूल वजह भारत के विभाजन को देखा जाता है। कश्मीर विवाद इन दोनों देशों को आज तक कई उलझाए है और दोनों देश कई बार इस विवाद को लेकर सैनिक कार्रवाई कर चुके हैं। इन देशों में तनाव मौजूद है जबकि दोनों ही देश एक दूजे के इतिहास, सभ्यता, भूगोल और अर्थव्यवस्था से जुड़े हुए हैं। .

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भारतीय थलसेना

भारतीय थलसेना, सेना की भूमि-आधारित दल की शाखा है और यह भारतीय सशस्त्र बल का सबसे बड़ा अंग है। भारत का राष्ट्रपति, थलसेना का प्रधान सेनापति होता है, और इसकी कमान भारतीय थलसेनाध्यक्ष के हाथों में होती है जो कि चार-सितारा जनरल स्तर के अधिकारी होते हैं। पांच-सितारा रैंक के साथ फील्ड मार्शल की रैंक भारतीय सेना में श्रेष्ठतम सम्मान की औपचारिक स्थिति है, आजतक मात्र दो अधिकारियों को इससे सम्मानित किया गया है। भारतीय सेना का उद्भव ईस्ट इण्डिया कम्पनी, जो कि ब्रिटिश भारतीय सेना के रूप में परिवर्तित हुई थी, और भारतीय राज्यों की सेना से हुआ, जो स्वतंत्रता के पश्चात राष्ट्रीय सेना के रूप में परिणत हुई। भारतीय सेना की टुकड़ी और रेजिमेंट का विविध इतिहास रहा हैं इसने दुनिया भर में कई लड़ाई और अभियानों में हिस्सा लिया है, तथा आजादी से पहले और बाद में बड़ी संख्या में युद्ध सम्मान अर्जित किये। भारतीय सेना का प्राथमिक उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्रवाद की एकता सुनिश्चित करना, राष्ट्र को बाहरी आक्रमण और आंतरिक खतरों से बचाव, और अपनी सीमाओं पर शांति और सुरक्षा को बनाए रखना हैं। यह प्राकृतिक आपदाओं और अन्य गड़बड़ी के दौरान मानवीय बचाव अभियान भी चलाते है, जैसे ऑपरेशन सूर्य आशा, और आंतरिक खतरों से निपटने के लिए सरकार द्वारा भी सहायता हेतु अनुरोध किया जा सकता है। यह भारतीय नौसेना और भारतीय वायुसेना के साथ राष्ट्रीय शक्ति का एक प्रमुख अंग है। सेना अब तक पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ चार युद्धों तथा चीन के साथ एक युद्ध लड़ चुकी है। सेना द्वारा किए गए अन्य प्रमुख अभियानों में ऑपरेशन विजय, ऑपरेशन मेघदूत और ऑपरेशन कैक्टस शामिल हैं। संघर्षों के अलावा, सेना ने शांति के समय कई बड़े अभियानों, जैसे ऑपरेशन ब्रासस्टैक्स और युद्ध-अभ्यास शूरवीर का संचालन किया है। सेना ने कई देशो में संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशनों में एक सक्रिय प्रतिभागी भी रहा है जिनमे साइप्रस, लेबनान, कांगो, अंगोला, कंबोडिया, वियतनाम, नामीबिया, एल साल्वाडोर, लाइबेरिया, मोज़ाम्बिक और सोमालिया आदि सम्मलित हैं। भारतीय सेना में एक सैन्य-दल (रेजिमेंट) प्रणाली है, लेकिन यह बुनियादी क्षेत्र गठन विभाजन के साथ संचालन और भौगोलिक रूप से सात कमान में विभाजित है। यह एक सर्व-स्वयंसेवी बल है और इसमें देश के सक्रिय रक्षा कर्मियों का 80% से अधिक हिस्सा है। यह 1,200,255 सक्रिय सैनिकों और 909,60 आरक्षित सैनिकों के साथ दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी स्थायी सेना है। सेना ने सैनिको के आधुनिकीकरण कार्यक्रम की शुरुआत की है, जिसे "फ्यूचरिस्टिक इन्फैंट्री सैनिक एक प्रणाली के रूप में" के नाम से जाना जाता है इसके साथ ही यह अपने बख़्तरबंद, तोपखाने और उड्डयन शाखाओं के लिए नए संसाधनों का संग्रह एवं सुधार भी कर रहा है।.

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भारतीय शांति रक्षा सेना

भारतीय शांति रक्षा सेना (IPKF; भारतीय शान्ति सेना) भारतीय सेना दल था जो 1987 से 1990 के मध्य श्रीलंका में शांति स्थापना ऑपरेशन क्रियान्वित कर रहा था। इसका गठन भारत-श्रीलंका संधि के अधिदेश के अंतर्गत किया गया था जिस पर भारत और श्रीलंका ने 1987 में हस्ताक्षर किये थे जिसका उद्देश्य युद्धरत श्रीलंकाई तमिल राष्ट्रवादियों जैसे लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (LTTE) और श्रीलंकाई सेना के मध्य श्रीलंकाई गृहयुद्ध को समाप्त करना था। IPKF का मुख्य कार्य केवल LTTE ही नहीं बल्कि विभिन्न उग्रवादी गुटों को निःशस्त्र करना था। इसके शीघ्र बाद एक अंतरिम प्रशासनिक परिषद का गठन किया जाना था। ये भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आज्ञा से भारत और श्रीलंका के बीच हस्ताक्षरित समझौते की शर्तों के अनुसार था। श्रीलंका में संघर्ष के स्तर में वृद्धि को देखते हुए और भारत में शरणार्थियों की घनघोर भीड़ उमड़ पड़ने पर, राजीव गांधी, ने इस समझौते को बढाने के लिए निर्णायक कदम उठाया.

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महमूद मदनी

महमूद मदनी एक भारतीय राजनीतिज्ञ और इस्लामी विद्वान हैं। वे 2006 से 2012 तक राज्य सभा के सदस्य रहे। वे जमीयत उलेमा-ए-हिन्द नामक मुसलमान संगठन के महासचिव भी हैं। वे शब्द जिहाद के कट्टपंथी दुरुपयोग का सख़्त विरोध करते हैं। उनका मानना है कि इस्लाम में आतंकवाद का कोई स्थान नहीं है। .

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महावीर

भगवान महावीर जैन धर्म के चौंबीसवें (२४वें) तीर्थंकर है। भगवान महावीर का जन्म करीब ढाई हजार साल पहले (ईसा से 599 वर्ष पूर्व), वैशाली के गणतंत्र राज्य क्षत्रिय कुण्डलपुर में हुआ था। तीस वर्ष की आयु में महावीर ने संसार से विरक्त होकर राज वैभव त्याग दिया और संन्यास धारण कर आत्मकल्याण के पथ पर निकल गये। १२ वर्षो की कठिन तपस्या के बाद उन्हें केवलज्ञान प्राप्त हुआ जिसके पश्चात् उन्होंने समवशरण में ज्ञान प्रसारित किया। ७२ वर्ष की आयु में उन्हें पावापुरी से मोक्ष की प्राप्ति हुई। इस दौरान महावीर स्वामी के कई अनुयायी बने जिसमें उस समय के प्रमुख राजा बिम्बिसार, कुनिक और चेटक भी शामिल थे। जैन समाज द्वारा महावीर स्वामी के जन्मदिवस को महावीर-जयंती तथा उनके मोक्ष दिवस को दीपावली के रूप में धूम धाम से मनाया जाता है। जैन ग्रन्थों के अनुसार समय समय पर धर्म तीर्थ के प्रवर्तन के लिए तीर्थंकरों का जन्म होता है, जो सभी जीवों को आत्मिक सुख प्राप्ति का उपाय बताते है। तीर्थंकरों की संख्या चौबीस ही कही गयी है। भगवान महावीर वर्तमान अवसर्पिणी काल की चौबीसी के अंतिम तीर्थंकर थे और ऋषभदेव पहले। हिंसा, पशुबलि, जात-पात का भेद-भाव जिस युग में बढ़ गया, उसी युग में भगवान महावीर का जन्म हुआ। उन्होंने दुनिया को सत्य, अहिंसा का पाठ पढ़ाया। तीर्थंकर महावीर स्वामी ने अहिंसा को सबसे उच्चतम नैतिक गुण बताया। उन्होंने दुनिया को जैन धर्म के पंचशील सिद्धांत बताए, जो है– अहिंसा, सत्य, अपरिग्रह, अचौर्य (अस्तेय) और ब्रह्मचर्य। उन्होंने अनेकांतवाद, स्यादवाद और अपरिग्रह जैसे अद्भुत सिद्धांत दिए।महावीर के सर्वोदयी तीर्थों में क्षेत्र, काल, समय या जाति की सीमाएँ नहीं थीं। भगवान महावीर का आत्म धर्म जगत की प्रत्येक आत्मा के लिए समान था। दुनिया की सभी आत्मा एक-सी हैं इसलिए हम दूसरों के प्रति वही विचार एवं व्यवहार रखें जो हमें स्वयं को पसंद हो। यही महावीर का 'जीयो और जीने दो' का सिद्धांत है। .

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मार्क ज्यर्गंसमेयेर

मार्क ज्यर्गंसमेयेर समाजशास्त्र और वैश्विक अध्ययन के प्रोफेसर हैं, धार्मिक अध्ययन के संबद्ध प्रोफेसर हैं और कैलीफोर्निया यूनीवर्सिटी, सांता बारबरा में वैश्विक और अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन केंद्र के निदेशक हैं। उनकी प्राथमिक शोध रुचि के विषय हैं धर्म, धार्मिक आतंकवाद, राष्ट्रवाद और सामाजिक नैतिकता.

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म्यांमार में भारतीय सैन्य अभियान 2015

म्यांमार में भारतीय सैन्य अभियान 201510 जून को भारत ने भारत-म्यांमार की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर आतंकवादी शिविरों के खिलाफ शल्य-क्रियात्मक हमलों का आयोजन किया।4 जून 2015 को एनएससीएन-खापलांग ने मणिपुर के चंदेल जिले में 6 डोगरा रेजिमेंट के एक भारतीय सेना के काफिले पर हमला किया और 18 सेना के जवानों को मार दिया। भारतीय मीडिया ने बताया कि इस सफल सीमापार ऑपरेशन में हताहत आतंकिओं की संख्या 158 तक है। .

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मौलाना मसूद अज़हर

मसूद अज़हर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का स्थापक और नेता है। जैश-ए-मोहम्मद जिसे संक्षेप में जैश भी कहते हैं पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सक्रिय एक आतंकी संगठन है। पाकिस्तानी अधिकारियों ने भारत में हुए पठानकोट हमले के बाद उसे हिरासत में ले लिया था। भारत ने मसूद अजहर को उसकी आतंकी गतिविधियों की वजह से उसे अपने सबसे वांक्षित आतंकवादियों की सूची में रखा हुआ है। .

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मोगम्मा

मोगम्मा (Arabic: مجمع التحرير, जिसे मुगम्मा भी कहा जाता है) काहिरा मिस्र में स्थित एक सरकारी भवन है। यह तहरीर चौक बनाने के लिये बनाई गयी ढेर सारी परियोजनओं का एक हिस्सा है। यहाँ पहले ब्रितानी सेना के बैरक़ हुआ करते थे। १९४५ में अंग्रेजों के जाने के बाद जब राजा फ़ारूख ने इन बैरकों को नष्ट करने का आदेश दिया तब नया शहर और क्षेत्र बनाने के लिये कई सारी परियोजनाओं के प्रस्ताव मंगाए गये। १९४५ के इन्हीं परियोजनाओं में से एक केन्द्रीकृत, सर्व शक्ति संपन्न प्रशासकीय भवन बनाने का विचार था। इसका निर्माण १९४६ में शुरु हुआ और १९४९ में यह बन कर तैयार हो गया। भवन की स्थापत्य शैली १९४० के आधुनिकता दर्शाती हैं इस प्रकार के सरकारी भवन न्यूयॉर्क, बुफैलो, पेरिस में पाये जाते हैं। यह भवन सोवियत संघ से प्रभावित नहीं है जैसा की अधिकतर लोग समझते हैं। साथ ही यह भवन मिस्र के दूसरे राष्ट्रपति गमाल अब्दल नासीर के द्वारा नहीं बनवाई गयी थी। क्यूंकि नासीर भवन के बनने के कई सालों बाद नवंबर १९५४ तक मिस्र के नेता नहीं बने थे। मोगम्मा काहिरा नगर क्षेत्र में तहरीर चौक के दक्षिण में स्थित है जो कि उस समय नया नया बना था। .

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रामास्वामी परमेश्वरन

मेजर रामास्वामी परमेश्वरन, (13 सितंबर 1946, मुंबई - 25 नवंबर 1987, श्रीलंका) भारतीय सेना के एक अधिकारी थे जिन्होंने श्रीलंका सिविल वॉर के दौरान अपनी बहादुरी के लिए मरणोपरांत भारत का सर्वोच्च सैन्य अलंकरण परमवीर चक्र प्राप्त किया। मेजर परमेश्वरन को 16 जनवरी 1972 को लघु सेवा आयोग द्वारा सेना की महार रेजिमेंट में सम्मिलित किया गया था। .

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राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी, अमेरिका

राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) संयुक्त राज्य अमेरिका की केंद्रीय ख़ुफ़िया जानकारी एजेंसी है। अमेरिकी रक्षा विभाग के क्षेत्राधिकार के अंतर्गत आने वाली इस एजेंसी को कर्मियों और बजट के संदर्भ में अमेरिका का सबसे बड़ा खुफिया संगठन माना जाता है। एनएसए को मुख्य रूप से वैश्विक निगरानी एवं ख़ुफ़िया जानकारी का संग्रह, अनुवाद और विश्लेषण करने की ज़िम्मेदारी सौंपी गयी है। एनएसए का कार्य खुफिया संचार तक सीमित है, अथवा यह क्षेत्रीय या मानवीय गुप्तचर गतिविधियों में शामिल नहीं होता। कानून के अनुसार, एनएसए की खुफ़िया जानकारी विदेशी संचार तक ही सीमित है, हालांकि कई रिपोर्ट दर्शाते हैं कि एजेंसी हमेशा इन कानूनों का पालन नहीं करती। संगठन की गोपनीयता के कारण, एनएसए को समय-समय पर "नो सच एजेंसी" (ऐसी कोई एजेंसी नहीं है) या "नेवर से एनीथिंग" (कभी कुछ नहीं कहने वाली) भी कहा जाता है। एजेंसी में केंद्रीय सुरक्षा सेवा (सेंट्रल सिक्यूरिटी सर्विस) नामक संगठन भी है जिसे एनएसए और अन्य अमेरिकी सैन्य क्रिप्टएनालिसिस घटकों के बीच सहयोग के लिए बनाया गया था। एनएसए के निदेशक, जो अल्पतम लेफ्टिनेंट जनरल या उप एडमिरल रैंक के होते हैं, संयुक्त राज्य अमेरिका साइबर कमान के कमांडर और केंद्रीय सुरक्षा सेवा के चीफ का पद भी संभालते हैं। .

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राष्ट्रीय जाँच एजेंसी विधेयक

राष्ट्रीय जांच एजेंसी विधेयक (एनआईए विधेयक), भारत सरकार का एक कानून है जो आतंकवाद से लड़ने के निमित्त बनाया गया था। यह दिसम्बर, २००८, में भारतीय लोकसभा में पारित हुआ था। इस कानून में कई कड़े प्रावधान देने की बात कही गई। .

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राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (National Investigation Agency, एनआईए) भारत में आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए भारत सरकार द्वारा स्थापित एक संघीय जाँच एजेंसी है। यह केन्द्रीय आतंकवाद विरोधी कानून प्रवर्तन एजेंसी के रूप में कार्य करती है। एजेंसी राज्यों से विशेष अनुमति के बिना राज्यों में आतंक संबंधी अपराधों से निपटने के लिए सशक्त है। एजेंसी 31 दिसम्बर 2008 को भारत की संसद द्वारा पारित अधिनियम राष्ट्रीय जाँच एजेंसी विधेयक 2008 के लागू होने के साथ अस्तित्व में आई थी। राष्ट्रीय जाँच एजेंसी को 2008 के मुंबई हमले के पश्चात स्थापित किया गया, क्योंकि इस घटना के पश्चात आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए एक केंद्रीय एजेंसी की जरूरत महसूस की गई। इसके संस्थापक महानिदेशक राधा विनोद राजू थे जिनका कार्यकाल 31 जनवरी 2010 को समाप्त हुआ। इन के पश्चात यह कार्यभार शरद चंद्र सिन्हा ने संभाला। आतंकी हमलों की घटनाओं, आतंकवाद को धन उपलब्ध कराने एवं अन्य आतंक संबंधित अपराधों का अन्वेषण के लिए एनआईए का गठन किया गया जबकि सीबीआई आतंकवाद को छोड़ भ्रष्टाचार, आर्थिक अपराधों एवं गंभीर तथा संगठित अपराधों का अन्वेषण करती है। .

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राजबहादुर 'विकल'

काव्यपाठ करते हुए विकल जी की एक भावमुद्रा राजबहादुर 'विकल' (जन्म: 2 जुलाई 1924 - म्रत्यु: 15 अक्टूबर 2009) वीर रस के सिद्धहस्त कवियों में थे। विकल उनका उपनाम था जिसका शाब्दिक अर्थ होता है बेचैन आत्मा। निस्संदेह उनके शरीर में किसी शहीद की बेचैन आत्मा प्रविष्ट हो गयीं थी। काकोरी शहीद इण्टर कालेज जलालाबाद (शाहजहाँपुर) में काफी समय तक अध्यापन करते रहने के कारण उन्हें विकल जलालाबादी के नाम से भी जाना जाता था। "दुनिया मत पन्थ बने, इसका, अपने हाथों निपटारा है। रणभेरी के स्वर में गरजो, पूरा कश्मीर हमारा है।" इन पंक्तियों से अवाम को झकझोर कर रख देने वाले आग्नेय कवि राजबहादुर 'विकल' का जीवन-दीप सन् 2009 की दीपावली को उस समय बुझ गया जब पूरा देश रोशनी में नहा रहा था। उन्होंने 85 वर्ष का यशस्वी जीवन पाया। .

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रवि पॉल

हवलदार रवि पॉल, 18 सितम्बर 2016 को जम्मू और कश्मीर के उडी सेक्टर में एलओसी के पास स्थित भारतीय सेना के स्थानीय मुख्यालय पर हुए एक आतंकी हमले में शहीद जवान है इस हमले में 18 जवान शहीद हो गए। सैन्य बलों की कार्रवाई में सभी चार आतंकी मारे गए। यह भारतीय सेना पर किया गया, लगभग 20 सालों में सबसे बड़ा हमला है। उरी हमले में सीमा पार बैठे आतंकियों का हाथ बताया गया है। इनकी योजना के तहत ही सेना के कैंप पर फिदायीन हमला किया गया। हमलावरों के द्वारा निहत्थे और सोते हुए जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गयी ताकि ज्यादा से ज्यादा जवानों को मारा जा सके। अमेरिका ने उड़ी हमले को "आतंकवादी" हमला करार दिया। .

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रुखसाना कौसर

रुखसाना कौसर, भारतीय राज्य जम्मू और कश्मीर के कश्मीर के राजौरी जिले के अंतर्गत स्थित कलसियां गांव की एक बहादुर लड़की है। उसने 27 सितंबर 2009 की रात को अपने घर में घुसे लश्कर-ए-तैयबा के एक शीर्ष पाकिस्तानी आतंकवादी को मार गिराया, तथा एक अन्य को घायल कर दिया था। उसने और उसके भाई बहनों ने मिलकर आतंकवादियों से जमकर टक्कर ली थी। रुखसाना ने एक आतंकवादी की राइफल छीनकर उसे घटनास्थल पर ही ढेर कर दिया था। इस घटना में रुखसाना के माता-पिता राशिदा और नूर हुसैन घायल हो गए थे। 27 सितंबर की इस घटना से पहले रुखसाना ने कभी बंदूक नहीं पकड़ी थी, लेकिन उस दिन उसने बहादुरी की मिसाल कायम की। भारत की राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल तथा गृहमंत्री पी चिदंबरम ने भी उसके बहादुरी की तारीफ की। .

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श्रीलंका का जातीय संघर्ष

मृत विद्रोहियों के शरीर कचरे में फेंक दिए गए है, 1989 श्रीलंका के कई अल्पसंख्यक तमिलों को गृहयुद्ध के अंत में बहुत काम शांति मिली है। .

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समकालीन

समकालीन इतिहास के उस अवधि के बारे में बताता है जो आज के लिए एकदम प्रासंगिक है तथा आधुनिक इतिहास के कुछ निश्चित परिप्रेक्ष्य से संबंधित है। हाल के समकालीन इतिहास की कमजोर परिभाषा विश्व युद्ध-II जैसी घटनाओं को शामिल करती है, लेकिन उन घटनाओं को शामिल नहीं करती जिनके प्रभाव को समाप्त किया जा चुका है। .

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सामाजिक समस्या

वस्तुतः एक नवीन विषय के रूप में समाजशास्त्र के उद्भव, विकास एवं परिवर्तन की पृष्ठभूमि में सामाजिक समस्या (सामाजिक मुद्दा या सामाजिक समस्या) की अवधारणा ने महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है। समाजशास्त्र का विकास समस्यामूलक परिवेश एवं परिस्थितियों का अध्ययन करने एवं इनका निराकरण करने के प्रयासों के रूप में हुआ है। सामाजिक समस्याओं के अध्ययन में सामाजिक विचारकों का ध्यान सहज रूप से इसलिए आकर्षित हुआ है क्योंकि ये सामाजिक जीवन का अविभाज्य अंग है। मानव समाज न तो कभी सामाजिक समस्याओं से पूर्ण मुक्त रहा है और न ही रहने की सम्भावना निकट भविष्य में नजर आती है, परन्तु इतना तो निश्चित है कि आधुनिक समय में विद्यमान संचार की क्रान्ति तथा शिक्षा के प्रति लोगों की जागरूकता के फलस्वरूप मनुष्य इन समस्याओं के प्रति संवेदनशील एवं सजग हो गया है। सामाजिक समस्याओं के प्रति लेगों का ध्यान आकर्षित करने में जन संचार के माध्यम, यथा-टेलीविजन, अखबार एवं रेडियो ने अति महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है। मुख्यतः टेलीविजन पर प्रसारित विभिन्न चेनलों के कार्यक्रमों तथा स्थानीय, प्रादेशिक एवं अन्तर्राज्यीय अखबारों की भूमिका प्रशंसनीय है। मानव समाज में संरचनात्मक एवं सांस्कृतिक भिन्नताएं पाई जाती है। परन्तु भिन्न भिन्न समाजों में इनका स्वरूप, प्रकृति एवं गहनता अलग-अलग होती है। सामाजिक समस्याओं का सम्बन्ध समाजशास्त्र विषय के अन्तर्गत विद्यमान गत्यात्मक एवं परिवर्तन विषय से सम्बद्ध रहा है। जो समाज जितना अधिक गत्यात्मक एवं परिवर्तनशील होगा उसमें उतनी ही अधिक समस्याएं विद्यमान होंगी। समाज का ताना-बाना इतना जटिल है कि इसकी एक इकाई में हेने वाला परिवर्तन अन्य इकाईयों को भी प्रभावित करता है। इस परिवर्तन का स्वरूप क्या होगा? एवं इसके प्रभाव क्या होंगे?, यह समाज की प्रकष्ति पर निर्भर करता है। विभिन्न युगों में सामाजिक परिवर्तन की गति अलग-अलग रही है। इसलिए भिन्न-भिन्न समाजों में सामाजिक समस्याओं की प्रकृति एवं स्वरूप भी अलग-अलग पाये जाते हैं। वर्तमान समय में सामाजिक परिवर्तन अति तीव्र गति से हो रहा है। इस तरह बदलते आधुनिक समाज के स्वरूप ने सामाजिक समस्याओं में बेतहाशा वृद्धि की है। मानव समाज इन सामाजिक समस्याओं का उन्मूलन करने के लिए सदैव प्रयासरत रहा है, क्योंकि सामाजिक समस्याएं सामाजिक व्यवस्था में विघटन पैदा करती हैं जिससे समाज के अस्तित्व को खतरा पैदा हो जाता है। समाजशास्त्र मानव समाज को निर्मित करने वाली इकाईयों एवं इसे बनाए रखने वाली संरचनाओ तथा संस्थाओं का अध्ययन अनेक रूपों से करता है। समाजशास्त्रियों एवं सामाजिक विचारकों ने अपनी रूचि के अनुसार समाज के स्वरूपों, संरचनाओ, संस्थाओं एवं प्रक्रियाओं का अध्ययन किया है। समस्या विहीन समाज की कल्पना करना असम्भव सा प्रतीत होता है। वर्तमान समय में भारतीय समाज अनेक सामाजिक समस्याओं से पीड़ित है जिनके निराकरण के लिए राज्य एवं समाज द्वारा मिलकर प्रयास किये जा रहे हैं। भारतीय समाज की प्रमुख समस्याओं में जनसंख्या मे़ बढ़ौत्तरी, निर्धनता, बेरोजगारी, असमानता, अशिक्षा, गरीबी, आतंकवाद, घुसपैठ, बाल श्रमिक, श्रमिक असंतोष, छात्र असंतोष, भ्रष्टाचार, नषाखोरी, जानलेवा बीमारियां, दहेज प्रथा, बाल विवाह, भ्रूण बालिका हत्या, विवाह-विच्छेद की समस्या, बाल अपराध, मद्यपान, जातिवाद, अस्पृश्यता की समस्या ये सभी समाजिक समस्याअें के अन्तर्गत आती है। सामाजिक समस्याओं के निराकरण के लिए यह अत्यावश्यक है कि इनकी प्रकृति को समझा जाए एवं स्वरूपों की व्याख्या की जाए। भिन्न-भिन्न सामाजिक समस्याओं के मध्य पाए जाने वाले परस्पर सम्बन्धों का विष्लेशण एवं अनुशीलन कर हम इन समस्याओं के व्यावहारिक निराकरण के लिए एक नई सोच प्रस्तुत कर सकते हैं। श्रेणी:समाज श्रेणी:सामाजिक समस्याएँ.

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साइबर-आतंकवाद

साइबरआतंकवाद एक वाक्यांश है जिसका उपयोग आतंकवादी गतिविधियों में इंटरनेट आधारित हमलों का वर्णन करने के लिए किया जाता है, जिसमें शामिल है कंप्यूटर वायरस जैसे साधनों के माध्यम से कंप्यूटर नेटवर्क में जानबूझकर, बड़े पैमाने पर किया गया व्यवधान,विशेष रूप से इंटरनेट से जुड़े निजी कंप्यूटर में.

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साकेत बहुगुणा

साकेत बहुगुणा एक छात्र कार्यकर्ता और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक हैं। .

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सिंगापुर का इतिहास

सिंगापुर के इतिहास का विवरण 11वीं सदी से उपलब्ध है। 14वीं सदी के दौरान श्रीविजयन राजकुमार परमेश्वर के शासनकाल में इस द्वीप का महत्त्व बढ़ना शुरु हुआ और यह एक महत्वपूर्ण बंदरगाह बन गया, लेकिन दुर्भाग्यवश 1613 में पुर्तगाली हमलावरों द्वारा इसे नष्ट कर दिया गया। आधुनिक सिंगापुर के इतिहास की शुरुआत 1819 में हुई, जब एक अंग्रेज सर थॉमस स्टैमफोर्ड रैफल्स द्वारा इस द्वीप पर एक ब्रिटिश बंदरगाह की स्थापना की गयी। ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के तहत दक्षिण-पूर्व एशिया में भारत-चीन व्यापार और भंडारगृह (एंट्रीपोट) व्यापार, दोनों के एक केंद्र के रूप में इसका महत्त्व काफी बढ़ गया और यह बड़ी तेजी से एक प्रमुख बंदरगाह शहर में तब्दील हो गया। द्वितीय विश्व युद्घ के समय जापानी साम्राज्य ने सिंगापुर को अपने अधीन कर लिया और 1942 से 1945 तक इसे अपने अधीन रखा। युद्ध समाप्त होने के बाद सिंगापुर वापस अंग्रेजों के नियंत्रण में चला गया और स्व-शासन के अधिकार के स्तर को वढ़ाया गया और अंततः 1963 में फेडरेशन ऑफ मलाया के साथ सिंगापुर का विलय कर मलेशिया का निर्माण किया गया। हालांकि, सामाजिक अशांति और सिंगापुर की सत्तारूढ़ पीपुल्स एक्शन पार्टी तथा मलेशिया की एलायंस पार्टी के बीच विवादों के परिणाम स्वरूप सिंगापुर को मलेशिया से अलग कर दिया गया। 9 अगस्त 1965 को सिंगापुर एक स्वतंत्र गणतंत्र बन गया। गंभीर बेरोजगारी और आवासीय संकट का सामना करने के कारण, सिंगापुर ने एक आधुनिकीकरण कार्यक्रम पर काम करना शुरू कर दिया जिसमें विनिर्माण उद्योग की स्थापना, बड़े सार्वजनिक आवासीय एस्टेट के विकास और सार्वजनिक शिक्षा पर भारी निवेश करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। आजादी के बाद से सिंगापुर की अर्थव्यवस्था में प्रति वर्ष औसतन नौ प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है। 1990 के दशक तक यह एक अत्यंत विकसित मुक्त बाजार अर्थव्यवस्था, सुदृढ़ अंतरराष्ट्रीय व्यावसायिक संबंध और जापान के बाहर एशिया में सर्वोच्च प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद के साथ दुनिया के सबसे समृद्ध देशों में से एक बन गया था। .

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संदीप उन्नीकृष्णन

संदीप उन्नीकृष्णन (സന്ദീപ് ഉണ്ണിക്കൃഷ്ണന്‍, ಸಂದೀಪ್ ಉನ್ನೀಕೃಷ್ಣನ್, संदीप उन्नीकृष्णन) (15 मार्च 1977 -28 नवम्बर 2008) भारतीय सेना में एक मेजर थे, जिन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड्स (एनएसजी) के कुलीन विशेष कार्य समूह में काम किया। वे नवम्बर 2008 में मुंबई के हमलों में आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए। उनकी बहादुरी के लिए उन्हें 26 जनवरी 2009 को भारत के सर्वोच्च शांति समय बहादुरी पुरस्कार, अशोक चक्र से सम्मानित किया गया। "उपर मत आना, मैं उन्हें संभाल लूंगा", ये संभवतया ऑपरेशन ब्लैक टोरनेडो के दौरान उनके द्वारा आदमियों को कहे गए अंतिम शब्द थे। ऐसा कहते ही वे मुंबई के ताज होटल के अन्दर सशस्त्र आतंकवादियों की गोलियों का शिकार हो गए। बाद में, एनएसजी के सूत्रों ने स्पष्ट किया कि जब ऑपरेशन के दौरान एक कमांडो घायल हो गया, मेजर उन्नीकृष्णन ने उसे बाहर निकालने की व्यवस्था की और खुद ही आतंकवादियों से निपटना शुरू कर दिया.

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संकट मोचन हनुमान मंदिर

संकट मोचन हनुमान मंदिर हिन्दू भगवन हनुमान के पवित्र मंदिरों में से एक हैं। यह वाराणसी, उत्तर प्रदेश, भारत में स्थित है। यह बनारस हिंदू विश्वविद्यालय कॆ नजदीक दुर्गा मंदिर और नयॆ विश्वनाथ मंदिर के रास्ते में स्थित हैं। संकट मोचन का अर्थ है परेशानियों अथवा दुखों को हरने वाला। इस मंदिर की रचना बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के स्थापक श्री मदन मोहन मालवीय जी द्वारा १९०० ई० में हुई थी। यहाँ हनुमान जयंती बड़े धूमधाम से मनायी जाती है, इस दौरान एक विशेष शोभा यात्रा निकाली जाती है जो दुर्गाकुंड से सटे ऐतिहासिक दुर्गा मंदिर से लेकर संकट मोचन तक चलायी जाती है। भगवान हनुमान को प्रसाद के रूप में शुद्ध घी के बेसन के लड्डू चढ़ाये जाते हैं। भगवान हनुमान के गले में गेंदे के फूलों की माला सुशोभित रहती हैं। इस मंदिर की एक अद्भुत विशेषता यह हैं कि भगवान हनुमान की मूर्ति की स्थापना इस प्रकार हुई हैं कि वह भगवान राम की ओर ही देख रहे हैं, जिनकी वे निःस्वार्थ श्रद्धा से पूजा किया करते थे। भगवान हनुमान की मूर्ति की विशेषता यह भी है कि मूर्ति मिट्टी की बनी है।संकट मोचन महराज कि मूर्ति के हृदय के ठीक सीध में श्री राम लला की मूर्ति विद्यमान है, ऐसा प्रतीत होता है संकट मोचन महराज के हृदय में श्री राम सीता जी विराज मान है। .

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सक्रियतावाद

सक्रियतावाद सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक, या पर्यावरण परिवर्तन, या ठहराव, को बढ़ावा देने मंं बाधा, या निर्देशित करने का होता हैं। सक्रियतावाद अखबारों या राजनेता, आतंकवाद, राजनीतिक चुनाव प्रचार, इस तरह के बहिष्कार या रियायत के संरक्षण व्यवसायों, रैलियों, सड़क जुलूस, हड़ताल पर बैठने और भूख हड़ताल के रूप में आर्थिक सक्रियता को पत्र लिखने से रूपों की एक विस्तृत श्रृंखला मैं देखा जा सकता है। अमेरिका में रिसर्च की सुरुआत होचुकी है यह जानने के लिए के कैसे कार्यकर्ता समूह अमेरिका और कनाडा मैं नागरिक सगाई और सामूहिक कार्रवाई की सुविधा के लिए सामाजिक मीडिया का उपयोग कर रहे हैं। .

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सक्षम

किसी काम को पूरा करने का सामर्थ रखने वाले को सक्षम कहा जाता है। .

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सुज्जन सिंह

सूबेदार सुज्जन सिंह (30 मार्च, 1 9 53 - सितंबर 26, 1 99 4) भारतीय सेना के कुमाऊं रेजिमेंट के 13 वीं बटालियन के सैन्य अधिकारी थे। वह हरियाणा में कनाना खास में 26 सितंबर 1994 को, पैदा हुए थे। सिंह,जम्मू और कश्मीर के कुपवाड़ा के जलुराह गांव के पास जंगल से आतंकवादियों को खत्म करने के लिए किए गए ऑपरेशन की खोज पार्टी મેં कमांडर थे। उनकी टीम ने आतंकवादी ठिकानों की पहचान की, लेकिन उन्हें ठिकाने से 15 मीटर की दूरी परभारी गोलिबारी का सामना करना पड़ा । अपनी टीम के लिए कवर मुहैया कराने की जरूरत समझते हुए उन्होंने धैर्य और शांति से काम लिया। गोलीबारी में खुद को हुए कई घावों को नज़रअंदाज़ करते हुए उन्होंने आगे बढ़ना जारी रखा, परन्तु एक गोली उनके हेलमेट को भेदती हुई निकली और वे वीरगति को प्राप्त हुए। मरने से पहले सिंह ने कार्रवाई कर यह सुनिश्चित किया कि सभी आतंकवादी मारे जाये ताकि उनके हथियार और गोला-बारूद बरामद किए जा सके और उनकी टीम को बचाया जा सके, और वैसा ही हुआ । .

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हाल की घटनाएँ नवंबर २००७

* गुरुवार, 21 फरवरी, 2008: छत्तीसगढ़ के प्रयागराज राजिम के त्रिवेणी संगम पर कल 21 फ़रवरी माघ पूर्णिमा से पन्द्रह दिवसीय राजिम कुंभ मेला शुरू हो रहा है। छत्तीसगढ़ विधान सभा अध्यक्ष श्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय कल शाम 6 बजे राजिम में राजिम कुंभ मेला का शुभारंभ करेंगे। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल शुभारंभ समारोह की अध्यक्षता करेंगे।.

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हिन्दी पुस्तकों की सूची/अ

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जनवरी 2016 जकार्ता में आतंकी हमला

14 जनवरी 2016 को इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में बड़ा आतंकी हमला हुआ। इस हमले में 10 से 14 आतंकियों के शामिल होने की खबर है। यहाँ, एक के बाद एक, 6 बम धमाके हुए जिसमें अब तक सात की मौत हो चुकी है। मरने वालों में चार फ़िदायीन आतंकी, एक डच नागरिक और एक पुलिसकर्मी शामिल हैं तथा एक अन्य की पहचान नहीं हुई है। ये धमाके संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के पास हुए। इस प्रकार देखा जाय तो बहुत ही सुरक्षित इलाके में ये विस्फोट हुए हैं। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति का निवास और रूस सहित अनेक देशों के दूतावास भी यहाँ से पास ही स्थित हैं। अधिकारियों के अनुसार आतंकियों ने पूरी योजना के साथ इस हमले को अंजाम दिया। आतंकी बाइक से आए थे। उन्होंने धमाके के दौरान ग्रेनेड का इस्तेमाल भी किया गया। इन धमाकों में एक पुलिस पोस्ट के पूरी तरह से तबाह हो जाने की ख़बर है। यह हमला विदेशी पर्यटकों को निशाना बनाकर किया गया। इस इलाके में कई पाँच सितारा होटल, बहुराष्ट्रीय कंपनियों के कार्यालय और दूतावास भी हैं। .

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जर्सी अवरोध

कंक्रीट अवरोध कंक्रीट अवरोध के आयाम कंक्रीट अवरोध या जर्सी अवरोध, प्रमापीय कंक्रीट से निर्मित, व्यापक रूप से प्रयोग होने वाले यातायात अवरोध हैं, जिनका प्रयोग यातायात को, विभिन्न लेनों में निर्देशित करने, रोकने या फिर मार्ग परिवर्तन के लिए किया जाता है। इस अवरोध को संयुक्त राज्य अमेरिका के न्यू जर्सी, स्थित स्टीवेंस प्रौद्योगिकी संस्थान द्वारा, राजमार्ग की विभिन्न लेनों में भेद करने के लिए विकसित किया गया था इसी कारण इसका नाम जर्सी अवरोध पड़ा है। उनके द्वारा विकसित अवरोध कंक्रीट से बना था जिसकी ऊँचाई 90 से 150 सेमी थी और एक अवरोध का वजन एक टन (1000 किग्रा) के लगभग था। इन अवरोधों का प्रयोग मुख्यत: दो कारणों से किया जाता है पहला, विपरीत दिशा से आते वाहन यदि अनियंत्रित होकर सामने की टक्कर मारें तो दोनों के बीच स्थित अवरोध अपने विशेष "उत्तल" डिज़ाइन के कारण उन्हें वापस उनकी यातायात लेन में ढकेल देता है क्योंकि इस अवस्था में सबसे पहले लचीले टायर इनके संपर्क में आते हैं और वाहन एक दूसरे के ऊपर चढ़ने से बच जाते है जिसके कारण वाहन और सवारों दोनों को ही अधिक नुकसान नहीं होता है। दूसरा कारण; यह राजमार्ग निर्माण के समय यातायात के मार्ग को परिवर्तित करने और पैदल यात्रियों को सुरक्षा देने में भी काम आता है। इसके अतिरिक्त इन अवरोधों को आजकल आतंक की घटनाओं का सामना करने में एक सुरक्षा आवरण के रूप में भी प्रयोग किया जा रहा है। आजकल इन अवरोधों को प्लास्टिक से भी बनाया जाता है जो बीच से खोखले होते हैं और इनके बीच रेत और पानी भरकर इन्हें भारी बनाया जाता है। इन प्लास्टिक अवरोधों को उन स्थानों पर प्रयोग किया जाता है जहां यातायात को अस्थायी रूप से निर्देशित करने की आवश्यकता होती है जैसे टोल ब्रिज। अमेरिका में इन्हें के-रेल भी कहा जाता है। .

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जुलाई २०१६ बगदाद आतंकी हमला

इराक़ के बगदाद शहर के कराडा में ०३ जुलाई २०१६ को दो अलग -अलग आतंकवादी हमले हुए। जिसमें लगभग १६७ से ज्यादा लोग मारे गए और २०० से ज्यादा लोग घायल हुए। यह हमले इराक़ के स्थानीय समयानुसार अर्धरात्रि के (२ जुलाई २१:०० यूटीसी) को ईराक के कराडा ज़िले में सुसाइड कार ब्लास्ट हुआ जिसमें १०० से ज्यादा लोग मारे गए और १०० के करीब घायल हुए इन हमलो की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ऑफ़ इराक़ एंड अल-शाम ने ली है। .

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जॉन रॉबर्ट्स

जॉन ग्लोवर रॉबर्ट्स, जूनियर (जन्म 27 जनवरी 1955) संयुक्त राज्य अमेरिका के 17वें और वर्तमान मुख्य न्यायाधीश हैं। मुख्य न्यायाधीश विलियम रैनक्विस्ट की मृत्यु के पश्चात राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश द्वारा नामित किये जाने के बाद से वे वर्ष 2005 से सेवारत हैं। अपने न्यायशास्त्र में वे रूढ़िवादी न्यायिक दर्शन शास्त्र के पक्षधर माने जाते हैं। रॉबर्ट्स उत्तरी इंडियाना में पले-बढ़े हैं एवं हार्वर्ड कॉलेज एवं हार्वर्ड लॉ स्कूल में प्रवेश के पूर्व, जहां वे हार्वर्ड लॉ रिव्यू के प्रबंध संपादक थे, उन्होंने निजी विद्यालय में शिक्षा ग्रहण की है। रीगन प्रशासन के दौरान महान्यायवादी (अटार्नी जनरल) कार्यालय में सेवा के पूर्व बार में प्रवेश लेने के बाद उन्होंने विलियम रेनक्विस्ट के लॉ क्लर्क के रूप में कार्य किया। 14 वर्ष तक निजी रूप से कानून का अभ्यास करने के पूर्व उन्होंने रीगन प्रशासन और जॉर्ज एच.डब्ल्यू.

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जोकर (चित्रकथा)

जोकर एक काल्पनिक पात्र है, डीसी (DC) कॉमिक्स द्वारा प्रकाशित एक चित्रकथा पुस्तक का प्रमुख खलनायक.

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ईसाई आतंकवाद

ईसाई आतंकवाद ईसाई आतंकवादी संगठनों द्वारा फैलाया जाने वाला आतंकवाद है, जिसमें वे ईसाई मंशा या लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु हत्या, लूटपाट, धर्मांतरण आदि कार्य करते हैं। .

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वित्तीय कार्रवाई कार्यदल

वित्तीय कार्रवाई कार्यदल (Financial Action Task Force (on Money Laundering) या FATF) एक अन्तरसरकारी संस्था है जो काले धन को वैध बनाने (मनी लान्डरिंग) को रोकने से सम्बन्धित नीतियाँ बनाने के लिए सन १९८९ में स्थापित की गयी थी। सन २००१ में इसका कार्यक्षेत्र विस्तारित किया गया और आतंकवाद को धन मुहैया कराने के विरुद्ध नीतियाँ बनाना भी इसके कार्यक्षेत्र में सम्मिलित कर लिया गया। इसका सचिवालय पेरिस स्थित आर्थिक सहयोग और विकास संगठन के मुख्यालय में है। .

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विश्व हास्य दिवस

विश्व हास्य दिवस का चिह्न विश्व हास्य दिवस विश्व भर में मई महीने के पहले रविवार को मनाया जाता है। इसका विश्व दिवस के रूप में प्रथम आयोजन ११ जनवरी, १९९८ को मुंबई में किया गया था। विश्व हास्य योग आंदोलन की स्थापना का श्रेय डॉ मदन कटारिया को जाता है।, अभिगमन तिथि:११ अगस्त, २००९ १ मई याहू जागरण हास्य योग के अनुसार, हास्य सकारात्मक और शक्तिशाली भावना है जिसमें व्यक्ति को ऊर्जावान और संसार को शांतिपर्ण बनाने के सभी तत्व उपस्थित रहते हैं। विश्व हास्य दिवस का आरंभ संसार में शांति की स्थापना और मानवमात्र में भाईचारे और सदभाव के उद्देश्य से हुई। विश्व हास्य दिवस की लोकप्रियता हास्य योग आंदोलन के माध्यम से पूरी दुनिया में फैल गई। आज पूरे विश्व में छह हजार से भी अधिक हास्य क्लब हैं। --> इस मौके पर विश्व के बहुत से शहरों में रैलियां, गोष्ठियां एवं सम्मेलन आयोजित किये जाते हैं। .

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वेलुपिल्लई प्रभाकरन

वेलुपिल्लई प्रभाकरन வேலுப்பிள்ளை பிரபாகரன் नवंबर 26, 1954 - मई 19, 2009 लिबरेशन टाइगर्स तमिल ईलम (लिट्टे या तमिल टाइगर्स), आतंकवादी संगठन जिसने श्री लंका के उत्तर और पूर्व प्रांत में एक स्वतंत्र तमिल राज्य बनाने का प्रयास किया, के संस्थापक थे। लगभग 25 साल के लिए, लिट्टे ने एक हिंसक पृथकतावादी अभियान चलने की कोशिश की जिसके के कारण वे 32 देशों द्वारा आतंकवादी संगठन कहलाए.

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वी फॉर वेंडेट्टा

वी फॉर वेंडेट्टा के एलन मूरद्वारा लिखित और डेविड लॉयड द्वारा चित्रों में व्याख्यायित हास्य पुस्तकों की दस अंकों वाली एक श्रृंखला है, जिसमें 1990 के दशकों के बारे में 1980 के दशकों में ही युनाइटेड किंगडम के मनहूस भविष्य की कल्पना सचित्र दर्शायी गई है। एक रहस्यमय क्रांतिकारी जो अपने आपको "वी" कहता है, अधिनायकवादी सरकार को तबाह कर देने के लिए काम करता है और उनलोगों को बुरी तरह प्रभावित करता है जिनसे उसका सामना होता है। यह श्रृंखला एक सीमित परमाणु युद्ध जिसने संसार के लगभग अधिकांश हिस्से को तबाह कर दिया है, के पश्चात् निकट-भविष्य वाले ब्रिटेन का चित्र दर्शाती हैं। इस भविष्य में, "नॉर्सफायर" नामक एक फासीवादी पार्टी सत्तारूढ़ शक्ति के रूप में उभर कर सामने आती है। "वी", एक अराजकतावादी क्रांतिकारी एक गाय फॉक्स के वेश में मुखौटा पहने, सरकार गिरा देने के लिए एक व्यापक, हिंसक, एवं नाटकीय अभियान आरंभ कर देता है। 2006 में वार्नर ब्रदर्स ने इस पर आधारित एक फ़िल्म रिलीज़ की। .

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खाड़ी युद्ध

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गूगल धरती

गूगल अर्थ वास्तविक भूमंडल (virtual globe) चित्रण का एक ऐसा कार्यक्रम है जिसे प्रारम्भ में अर्थ व्यूअर नाम दिया गया, तथा इसे कीहोल, इंक (Keyhole, Inc) द्वारा तैयार किया गया है, जो 2004 में गूगल द्वारा अधिगृहीत की गई एक कंपनी है। यह कार्यक्रम उपग्रह चित्रावली (satellite imagery), हवाई छायांकन (aerial photography) तथा भौगोलिक सूचना प्रणाली (GIS) त्रि आयामी (3D) भूमंडल से प्राप्त चित्रों का अध्यारोपण (superimposition) करते हुए धरती का चित्रण करता है। यह तीन विभिन्न अनुज्ञप्तियों के अधीन उपलब्ध है: गूगल अर्थ, सीमित कार्यात्मकता के साथ एक मुक्त संस्करण; गूगल अर्थ प्लस ($ २० प्रति वर्ष), जो अतिरिक्त विशेषताओं से युक्त है तथा गूगल अर्थ प्रो ($ ४०० प्रति वर्ष), जो कि वाणिज्यिक कार्यों में उपयोग हेतु तैयार किया गया है। २००६ में इस उत्पाद का नाम बदलकर गूगल अर्थ कर दिया गया, जो कि वर्तमान में माइक्रोसॉफ्ट विन्डोज़ (Microsoft Windows) २००० (2000), एक्स पी अथवा विस्ता, मैक ओएस एक्स (Mac OS X) १०.३.९ तथा उससे अधिक, लिनुक्स(१२ जून, २००६ को जारी) तथा फ्री BSD (FreeBSD) से युक्त निजी कंप्यूटरों (personal computer) पर उपयोग के लिए उपलब्ध है। गूगल अर्थ फायरफॉक्स, आई ई 6 (IE6) अथवा आई ई 7 (IE7) के लिए एक ब्राउज़र प्लगइन (02 जून, 2008 को जारी) के रूप में भी उपलब्ध है। एक अद्यतन कीहोल आधारित क्लाइंट को जारी करने के साथ, गूगल ने अपने वेब आधारित प्रतिचित्रण सॉफ़्टवेयर में अर्थ डेटाबेस की चित्रावली भी शामिल की है। वर्ष २००६ के मध्य जनता के लिए गूगल अर्थ जारी होने के साथ २००६ तथा २००७ के बीच आभासी भूमंडल (virtual globes) पर मीडिया कवरेज में दस गुना से भी अधिक की वृद्धि हुई तथा भूस्थानिक (geospatial) तकनीकों तथा अनुप्रयोगों में जनता की रूचि बढ़ गई। .

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आतंकवाद

विभाग राज्य Department of State) आतंकवाद एक प्रकार के erहौल को कहा जाता है। इसे एक प्रकार के हिंसात्मक गतिविधि के रूप में परिभाषित किया जाता है, जो कि अपने आर्थिक, धार्मिक, राजनीतिक एवं विचारात्मक लक्ष्यों की प्रतिपूर्ति के लिए गैर-सैनिक अर्थात नागरिकों की सुरक्षा को भी निशाना बनाते हैं। गैर-राज्य कारकों द्वारा किये गए राजनीतिक, वैचारिक या धार्मिक हिंसा को भी आतंकवाद की श्रेणी का ही समझा जाता है। अब इसके तहत गैर-क़ानूनी हिंसा और युद्ध को भी शामिल कर लिया गया है। अगर इसी तरह की गतिविधि आपराधिक संगठन द्वारा चलाने या को बढ़ावा देने के लिए करता है तो सामान्यतः उसे आतंकवाद नहीं माना जाता है, यद्यपि इन सभी कार्यों को आतंकवाद का नाम दिया जा सकता है। गैर-इस्लामी संगठनों या व्यक्तित्वों को नजरअंदाज करते हुए प्रायः इस्लामी या जिहादी के साथ आतंकवाद की अनुचित तुलना के लिए इसकी आलोचना भी की जाती है। .

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आत्मघाती हमला

आत्मघाती हमला हमले की वह पद्धति है जिसमें हमलावर लक्ष्य को नष्ट करने या नुकसान पहुँचाने की प्रक्रिया को यह समझकर अंजाम देता है कि इसमें उसकी मृत्यु तय है। १९८१ से २००६ के बीच दुनिया भर में लगभग १२०० आत्मघाती हमले हुए जो कुल आतंकवादी हमलों का ४% थे लेकिन इसमें मारे गए लोगों की संख्या कुल आहत लोगों का ३२% थी। इस दौरान आत्मघाती हमलों में १४,५९९ लोगों की मृत्यु हो गई थी। आतंकवादी हमलों में से ९०% इराक, इजराइल, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, में हुए। यद्यपि आत्मघाती हमले इतिहास में पहले भी हुए हैं और द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान जापानी हवाई दस्ते के कमिकाजी उढ़ाके तो इसके लिए प्रसिद्ध हैं किन्तु यह १९८० के दशक के बाद हुए विशेष हमलों के लिए रूढ़ हो गया है जिसमें व्यक्ति जानबूझकर अपने शरीर या वाहन आदि में विस्फोटक भरकर अप्रत्याशित रूप से उसका विस्फोट सार्वजनिक स्थलों या सरकारी प्रतिष्ठानों पर करता है। फ़िदायीन हमला आतंकवादियों द्वारा प्रयोग की जाने वाली एक आत्मघाती रणनीति है। सामान्य: इस तरह के हमलों को विशेष रूप से भारतीय राज्य जम्मू और कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा अंजाम दिया जाता हैं। फ़िदायीन हमले मे एक फ़िदायीन (उग्रवादी, जो सामान्यः एक पुरुष होता है) खुद को हथियारों और गोला बारूद से लैस करता है, फिर वो एक सैन्य आधार, सुरक्षा चौकी या एक सैन्य संस्थापन मे प्रवेश करता है और फिर वो इन कानून के रखवाले, सैन्य अधिकारिओं और जवानों पर अंधाधुंद गोलीबारी शुरु कर देता है। इस गोलीबारी वो जब तक जारी रखता है जब तक उसका सारा असला खत्म नहीं हो जाता और इसके बाद उसे लगभग हमेशा ही सुरक्षा बलों द्वारा मार गिराया जाता है। फ़िदायीन आतंकवादी हमले के बाद हमेशा भागने की कोशिश करते हैं पर लगभग हमेशा ही इन्हें सुरक्षा बलों द्वारा मार गिराया जाता है क्योंकि यह उग्रवादी कभी भी हमले के बाद भागने की योजना नहीं बनाते बस उसके बाद मौका मिलने पर भागने की कोशिश करते हैं। यह आतंकवादी, आत्मघाती हमलावरों (मानव बम) की तरह, हमले के निष्पादन के दौरान मरने के लिए तैयार रहते हैं। .

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आपदा

आपदा एक प्राकृतिक या मानव निर्मित जोखिम का प्रभाव है जो समाज या पर्यावरण को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है आपदाशब्द ज्योतिष विज्ञान से आया है इसका अर्थ होता है कि जब तारे बुरी स्थिति में होते हैं तब बुरी घटनायें होती हैं समकालीन शिक्षा में, आपदा अनुचित प्रबंधित जोखिम के परिणाम के रूप में देखी जाती है, ये खतरे आपदा और जोखिम के उत्पाद हैं। आपदा जो कम जोखिम के क्षेत्र में होते हैं, वे आपदा नहीं कहे जाते हैं, जैसे-निर्जन क्षेत्र मेंQuarantelli E.L.(१९९८).हम कहा रहे हैं और हमें कहाँ जाना है Quarantelli E.L. (ed).आपदा क्या है ?लंदन: Routledge.

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इस्लाम की आलोचना

इस्लाम की आलोचना उसके उद्भव के शुरुआती चरणों से ही अस्तित्व में है। सबसे पहले सन् 1000 ई में भी पहले ईसाइयों के द्वारा इसकी आलोचना शुरू हुई। वो इस्लाम को इसाईयत का एक परिवर्तित रूप या नया सम्प्रदाय के रूप में मानते थे। बाद में इस्लामी दुनिया से भी आलोचना के स्वर निकलने लगे और साथ ही साथ यहूदी लेखक और चर्च से जुड़े इसाई इसकी आलोचना करते पाये गये।De Haeresibus by John of Damascus.

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इस्लामी सैन्य गठबंधन

इस्लामी सैन्य गठबंधन: (आईएमए) (अरबी: التحالف الإسلامي العسكري لمحاربة الإرهاب), और इस्लामी सैन्य काउंटर टेररिज्म कोएलिशन (आईएमसीटीसी) के रूप में भी जाना जाता है, मुस्लिम दुनिया में एक अंतर-सरकारी आतंकवाद विरोधी गठबंधन है, जो सेना के चारों ओर एकजुट है आईएसआईएस और अन्य आतंकवादी गतिविधियों के खिलाफ हस्तक्षेप।.

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इज़राइल में आतंक स्मारक के अधिनियमों के पीड़ितों

इज़राइल में आतंक स्मारक के अधिनियमों के पीड़ितों (Victims of Acts of Terror Memorial in Israel - אנדרטת חללי פעולות האיבה) के बाद से 1851 इज़राइल आतंकवाद के सभी पीड़ितों के लिए एक स्मारक है। स्मारक जेरूसलम में स्थित है। स्मारक में यहूदी और गैर-यहूदी लोगों के नाम शामिल हैं जो आतंक के कृत्यों में मारे गए हैं। .

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करनैल सिंह

सूबेदार करनैल सिंह, 18 सितम्बर 2016 को जम्मू और कश्मीर के उडी सेक्टर में एलओसी के पास स्थित भारतीय सेना के स्थानीय मुख्यालय पर हुए एक आतंकी हमले में शहीद जवान है इस हमले में 18 जवान शहीद हो गए। सैन्य बलों की कार्रवाई में सभी चार आतंकी मारे गए। यह भारतीय सेना पर किया गया, लगभग 20 सालों में सबसे बड़ा हमला है। उरी हमले में सीमा पार बैठे आतंकियों का हाथ बताया गया है। इनकी योजना के तहत ही सेना के कैंप पर फिदायीन हमला किया गया। हमलावरों के द्वारा निहत्थे और सोते हुए जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गयी ताकि ज्यादा से ज्यादा जवानों को मारा जा सके। अमेरिका ने उड़ी हमले को "आतंकवादी" हमला करार दिया। .

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कश्मीर

ये लेख कश्मीर की वादी के बारे में है। इस राज्य का लेख देखने के लिये यहाँ जायें: जम्मू और कश्मीर। एडवर्ड मॉलीनक्स द्वारा बनाया श्रीनगर का दृश्य कश्मीर (कश्मीरी: (नस्तालीक़), कॅशीर) भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे उत्तरी भौगोलिक क्षेत्र है। कश्मीर एक मुस्लिमबहुल प्रदेश है। आज ये आतंकवाद से जूझ रहा है। इसकी मुख्य भाषा कश्मीरी है। जम्मू और कश्मीर के बाक़ी दो खण्ड हैं जम्मू और लद्दाख़। .

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कार्गो

गुजरात, भारत में मुंद्रा बंदरगाह पर एक जहाज माल लदान आमतौर पर वाणिज्यिक लाभ के लिए जहाज, विमान, ट्रेन, वैन या ट्रक के द्वारा माल या उत्पाद को परिवहन करना कार्गो (या फ्रैट) कहलाता है। आधुनिक समय में, परिवहन के लिए बहुत लंबे-माल ढोने वाले इंटरमोडल कन्टेनर का उपयोग किया जाता है। .

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काश्मीरी पण्डित

काश्मीरी पण्डित (१८९५ का फोटो) कश्मीर घाटी के निवासी हिन्दुओं को काश्मीरी पण्डित या काश्मीरी ब्राह्मण कहते हैं। ये सभी ब्राह्मण माने जाते हैं। सदियों से कश्मीर में रह रहे कश्मीरी पंडितों को 1990 में पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद की कारण से घाटी छोड़नी पड़ी या उन्हें जबरन निकाल दिया गया। पनुन कश्मीर काश्मीरी पंडितों का संगठन है। .

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कु क्लुल्स क्लान

कू क्लक्स क्लान, जिसे अक्सर संक्षिप्त रूप से KKK व अनौपचारिक रूप से द क्लान नाम से जाना जाता है, विभिन्न पूर्व तथा वर्तमान अति दक्षिणपंथी घृणा समूहों का नाम है जिसका घोषित उद्देश्य हिंसा और भय के द्वारा संयुक्त राज्य अमरीका में श्वेत अमरीकियों के अधिकारों और हितों की रक्षा करना है। ऐसे शुरुआती संगठनों का उदय दक्षिणी राज्यों में हुआ और अंततः उनका दायरा राष्ट्रीय स्तर तक फैल गया। उन्होंने आदर्श सफेद परिधान विकसित किया, जिसमें मुखौटे, पोशाक और शंक्वाकार टोप शामिल थे। KKK का रिकार्ड आतंकवाद का प्रयोग करने का रहा है, 1999 में, चार्ल्सटन, दक्षिण कैरोलिना की नगर परिषद ने एक प्रस्ताव पारित करके क्लान को एक आतंकवादी संगठन घोषित किया। ऐसा ही एक प्रयास 2004 में किया गया था जब लुईसविल विश्वविद्यालय के एक प्रोफ़ेसर ने क्लान को एक आतंकवादी संगठन घोषित करने के लिये अभियान चलाया ताकि उसे परिसर से प्रतिबंधित किया जा सके.

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क्लेफेस

क्लेफेस यानी मिट्टी के चेहरे, एक तरह का छद्मावरण है जिसे डीसी कॉमिक्स के कई काल्पनिक चरित्रों ने प्रयुक्त किया है इनमें से अधिकांश मिट्टी जैसे शरीर औऱ उनके आकार बदलने की क्षमता रखते हैं। ये सभी बैटमैन के दुश्मन हैं। .

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केट विंसलेट

केट एलिज़ाबेथ विंसलेट (जन्म, 5 अक्टूबर 1975), एक अंग्रेज़ अभिनेत्री और अनियमित गायिका हैं। विंसलेट ने अपने फ़िल्मी-जीवन की शुरूआत उन्नीस वर्ष की उम्र में पीटर जैक्सन की हेवेनली क्रीएचर्स (1994) से की.

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अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्ध

राष्ट्र महल (Palace of Nations): जेनेवा स्थित इस भवन में २०१२ में ही दस हाजार से अधिक अन्तरसरकारी बैठकें हुईं। जेनेवा में विश्व की सर्वाधिक अन्तर्राष्ट्रीय संस्थान हैं। अंतरराष्ट्रीय संबंध (IR) विभिन्न देशों के बीच संबंधों का अध्ययन है, साथ ही साथ सम्प्रभु राज्यों, अंतर-सरकारी संगठनों (IGOs), अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठनों (INGOs), गैर-सरकारी संगठनों (NGOs) और बहुराष्ट्रीय कंपनियों (MNCs) की भूमिका का भी अध्ययन है। अन्तर्राष्ट्रीय सम्बन्ध को कभी-कभी 'अन्तरराष्ट्रीय अध्ययन' (इंटरनेशनल स्टडीज (IS)) के रूप में भी जाना जाता है, हालांकि दोनों शब्द पूरी तरह से पर्याय नहीं हैं। .

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अर्थिक आतंकवाद

किसी समूह द्वारा आर्थिक अस्थिरता उत्पन्न करने का प्रयत्न आर्थिक आतंकवाद (economic terrorism या financial terrorism) कहलाता है।यह अर्थव्यवस्था को हानि पहुँचाता है। श्रेणी:आतंकवाद श्रेणी:चित्र जोड़ें .

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अजमल क़साब

अजमल क़साब (पाकिस्तानी आतंकवादी) अजमल क़साब (पूरा नाम: मुहम्मद अजमल आमिर क़साब, उर्दू: محمد اجمل امیر قصاب‎, जन्म: १३ जुलाई १९८७ ग्राम: फरीदकोट, पाकिस्तान - फांसी: २१ नवम्बर २०१२ यरवदा जेल, पुणे) २६/११/२००८ को ताज़ होटल मुंबई पर वीभत्स हमला करने वाला एक पाकिस्तानी आतंकवादी था। मुहम्मद आमिर क़साब उसके बाप का नाम था। वह कसाई जाति का मुसलमान था। "क़साब" (قصاب‎) शब्द अरबी भाषा का है जिसका हिन्दी में अर्थ कसाई या पशुओं की हत्या करने वाला होता है। साधारणतया लोगबाग उसे अजमल क़साब के नाम से ही जानते थे। क़साब पाकिस्तान में पंजाब प्रान्त के ओकरा जिला स्थित फरीदकोट गाँव का मूल निवासी था और पिछले कुछ साल से आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त था। हमलों के बाद चलाये गये सेना के एक अभियान के दौरान यही एक मात्र ऐसा आतंकी था जो जिन्दा पुलिस के हत्थे चढ़ गया। इस अभियान में इसके सभी नौ अन्य साथी मारे गये थे। इसने और इसके साथियों ने इन हमलों में कुल १६६ निहत्थे लोगों की बर्बरतापूर्ण हत्या कर दी थी। पाकिस्तान सरकार ने पहले तो इस बात से इनकार किया कि क़साब पाकिस्तानी नागरिक है किन्तु जब भारत सरकार द्वारा सबूत पेश किये गये तो जनवरी २००९ में उसने स्वीकार कर लिया कि हाँ वह पाकिस्तान का ही मूल निवासी है। ३ मई २०१० को भारतीय न्यायालय ने उसे सामूहिक ह्त्याओं, भारत के विरुद्ध युद्ध करने तथा विस्फोटक सामग्री रखने जैसे अनेक आरोपों का दोषी ठहराया। ६ मई २०१० को उसी न्यायालय ने साक्ष्यों के आधार पर मृत्यु दण्ड की सजा सुनायी। २६-११-२००८ को मुम्बई में ताज़ होटल पर हुए हमले में ९ आतंकवादियों के साथ कुल १६६ निरपराध लोगों की हत्या में उसके विरुद्ध एक मामले में ४ और दूसरे मामले में ५ हत्याओं का दोषी होना सिद्ध हुआ था। इसके अतिरिक्त नार्को टेस्ट में उसने ८० मामलों में अपनी संलिप्तता भी स्वीकार की थी। २१ फ़रवरी २०११ को मुम्बई उच्च न्यायालय ने उसकी फाँसी की सजा पर मोहर लगा दी। २९ अगस्त २०१२ को भारत के उच्चतम न्यायालय ने भी उसके मृत्यु दण्ड की पुष्टि कर दी। बाद में गृह मंत्रालय, भारत सरकार के माध्यम से उसकी दया याचिका राष्ट्रपति के पास भिजवायी गयी। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा उसे अस्वीकार करने के बाद पुणे की यरवदा केन्द्रीय कारागार में २१ नवम्बर २०१२ को प्रात: ७ बजकर ३० मिनट पर उसे फाँसी दे दी गयी। .

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अजीत सिंह (पुलिस अधिकारी)

अजीत सिंह (पुलिस अधिकारी) (Ajit Singh) (10 अप्रैल 1945 - 7 मई 1991) एक भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी थे जो 1991 में पंजाब, भारत में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में मारे गए। एक 1968 बैच अधिकारी तथा वह अपनी मृत्यु के समय पुलिस उप महानिरीक्षक, सीमा रेंज, अमृतसर थे। उन्हें वीर चक्र से सम्मानित किया गया। .

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अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय

अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (फ्रेंच: Cour Pénale Internationale; प्रायः आईसीसी (ICC) या आईसीसीटी (ICCt) के रूप में संदर्भित) एक स्थायी न्यायाधिकरण है जिसमें जन-संहार, मानवता के खिलाफ अपराध, युद्ध अपराधों और आक्रमण का अपराध (हालांकि वर्तमान में यह आक्रमण के अपराध पर अपने न्यायाधिकार क्षेत्र का प्रयोग नहीं कर सकता है) के लिए अपराधियों के खिलाफ मुकदमा चलाया जाता है। आईसीसी का निर्माण, 1945 के बाद से अंतरराष्ट्रीय कानून का शायद सबसे महत्त्वपूर्ण सुधार रहा है। यह अंतरराष्ट्रीय कानून के दो निकायों को जो व्यक्तियों के साथ होने वाले व्यवहारों पर नज़र रखते हैं ताकत देता है: मानव अधिकार और मानवीय कानून.

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११ (संख्या)

11 (महिला की आवाज में, पुरुष की आवाज में,(उच्चारण: ग्यारह) एक प्राकृतिक संख्या है। इससे पूर्व 10 और इसके पश्चात् 12 आता है अर्थात् ग्यारह 10 से एक अधिक होता है एवं 12 में से एक कम करने पर ग्यारह प्राप्त होता है। इसे शब्दों में ग्यारह से लिखा जाता है। छः और पाँच का योग ग्यारह होता है। .

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२००१ संसद भवन हमला

२००१ संसद भवन हमला एक आतंकवादी हमला था. Indianembassy.org. Retrieved 8 September 2011. जो भारत के दिल्ली में संसद भवन पर १३ दिसंबर २००१ को हुआ था। संसद भवन पर हमला करने वाला लश्कर-ए-तायबा और जैर-ए-मोहम्मद नामक आतंकवादी संगठन थे। इस हमले में कुल १४ लोगों की जानें गई थी।. 2006.. रीडिफ India. 13 December 2001. 2006.. रीडिफ India. 13 December. 2001 The terrorists carried AK47 rifles, grenade launchers, pistols and grenades. .

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२००७ उत्तर प्रदेश बम धमाके

२३ नवम्बर २००७ में उत्तरप्रदेश के तीन शहरों वाराणसी, फैजाबाद और लखनऊ में आतंकवादियों ने २० मिनट के अंतराल पर एक के बाद एक छः धमाके कर डाले, जिसमें १८ लोग मारे गए और लगभग ८६ घायल हो गए। सारे धमाके न्याआलय परिसर में हुए। भारतीय कोर्ट के इतिहास में संभवतः पहली बार ऐसा हुआ है। साफ है कि आतंकियों के निशाने पर वकील ही थे। .

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२००९

२००९ ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। वर्ष २००९ बृहस्पतिवार से प्रारम्भ होने वाला वर्ष है। संयुक्त राष्ट्र संघ, यूनेस्को एवं आइएयू ने १६०९ में गैलीलियो गैलिली द्वारा खगोलीय प्रेक्षण आरंभ करने की घटना की ४००वीं जयंती के उपलक्ष्य में इसे अंतर्राष्ट्रीय खगोलिकी वर्ष घोषित किया है। .

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२०१४ पेशावर स्कूल नरसंहार

२०१४ पेशावर स्कूल नरसंहार .

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२०१६ पठानकोट हमले

2 जनवरी 2016 को तड़के सुबह 3:30 बजे पंजाब के पठानकोट में पठानकोट वायु सेना स्टेशन पर भारी मात्रा में असलहा बारूद से लैस आतंकवादियों ने आक्रमण कर दिया। संभवत: जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों से मुठभेड़ में 2 जवान शहीद हो गये जबकि 3 अन्य घायल सिपाहियों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। सभी आतंकवादी भी मारे गये। हालांकि किसी संभावित बचे हुए आतंकी के छुपे होने की स्थित में खोज अभियान 5 जनवरी को भी चल रहा था। .

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२०१७ अमरनाथ यात्रा आक्रमण

उत्तर भारत के जम्मू एवं कश्मीर राज्य में स्थित हिन्दू तीर्थ गुफ़ा अमरनाथ की श्रावण यात्रा को जा रहे श्रद्धालुओं के जत्थे पर १० जुलाई २०१७ को आतंकवादियों ने आक्रमण (हमला) किया था। इस्लामी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के द्वारा किये गये इस आतंकी आक्रमण (हमले) में ७ श्रद्धालुओं की मृत्यु हुई थी। भारत का आरोप है कि, इस आक्रमण में लश्कर ए तैयबा का आतंकी इस्माइल मुख्य आरोपी है। परन्तु पाकिस्तान में स्थित इस्लामिक आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा ने इस आक्रमण का दायित्व स्वीकार नहीं किया। १० जुलाई २०१७ दिनांक और तदनुसार श्रावण मास के प्रथम सोमवार को अनन्तनाग ज़िले में ये आक्रमण किया गया था। अमरनाथ भारत, नेपाल और दुनियाभर में निवास करने वालें हिन्दू धर्म के लोगों का प्रमुख यात्रा स्थल है। भारत में श्रावण मास के दिन और विशेषतः श्रावण के सोमवार के दिन हिन्दू धर्म में भगवान शिव जी के दर्शन करने का विशेष महत्त्व होता है। २०१७ में सोमवार के दिन ही श्रावण मास की शुरूआत हुई थी और प्रथम दिन ही यात्रियों पर ये आक्रमण किया गया था। .

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11 सितम्बर 2001 के हमले

11 सितंबर के हमले (जिन्हें अक्सर सितम्बर 11 या 9/11 कहा जाता है) 11 सितम्बर 2001 को संयुक्त राज्य अमेरिका पर अल-क़ायदा द्वारा समन्वित आत्मघाती हमलों की एक श्रंखला थी। उस दिन सबेरे, 19 अल कायदा आतंकवादियों ने चार वाणिज्यिक यात्री जेट वायुयानों का अपहरण कर लिया। अपहरणकर्ताओं ने जानबूझकर उनमें से दो विमानों को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, न्यूयॉर्क शहर के ट्विन टावर्स के साथ टकरा दिया, जिससे विमानों पर सवार सभी लोग तथा भवनों के अंदर काम करने वाले अन्य अनेक लोग भी मारे गए। दोनों भवन दो घंटे के अंदर ढह गए, पास की इमारतें नष्ट हो गईं और अन्य क्षतिग्रस्त हुईं। अपहरणकर्ताओं ने तीसरे विमान को बस वाशिंगटन डी॰सी॰ के बाहर, आर्लिंगटन, वर्जीनिया में पेंटागन में टकरा दिया। अपहरणकर्ताओं द्वारा वाशिंगटन डी॰सी॰ की ओर पुनर्निर्देशित किए गए चौथे विमान के कुछ यात्रियों एवं उड़ान चालक दल द्वारा विमान का नियंत्रण फिर से लेने के प्रयास के बाद, विमान ग्रामीण पेंसिल्वेनिया में शैंक्सविले के पास एक खेत में जा टकराया। किसी भी उड़ान से कोई भी जीवित नहीं बचा। इन हमलों में लगभग 3,000 शिकार तथा 19 अपहरणकर्ता मारे गए। न्यूयॉर्क राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जून, 2009 तक अग्निशामकों एवं पुलिस कर्मियों सहित, 836 आपातसेवक मारे जा चुके हैं। वर्ल्ड ट्रेड सेन्टर पर हुए हमले में मारे गए 2,752 पीड़ितों में से न्यूयॉर्क शहर तथा पोर्ट अथॉरिटी के 343 अग्निशामक और 60 पुलिस अधिकारी थे। पेंटागन पर हुए हमले में 184 लोग मारे गए थे। हताहतों में 70 देशों के नागरिकों सहित नागरिकों की भारी संख्या थी। इसके अलावा, वहां कम से कम एक द्वित्तीयक मृत्यु हुई थी- चिकित्सा परीक्षक के अनुसार वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ढहने से धूल में प्रकटन के कारण हुए फेफड़ों के रोग की वजह से एक व्यक्ति की मृत्यु हुई थी। संयुक्त राज्य अमेरिका ने आतंक के विरुद्ध युद्ध शुरू करके हमले की प्रतिक्रिया व्यक्त की है: आतंकवाद को आश्रय देने वाले तालिबान को पदच्युत करने के लिए इसने अफगानिस्तान पर आक्रमण कर दिया। संयुक्त राज्य अमेरिका ने यूएसए (USA) पैट्रियट एक्ट कानून भी बनाया। कई अन्य देशों ने भी अपने आतंकवाद विरोधी कानूनों को मजबूत बनाया तथा कानून प्रवर्तक क्षमताओं का विस्तार किया। कुछ अमेरिकी शेयर बाजार हमले के बाद सप्ताह के शेष दिनों में बंद रहे तथा फिर से खुलने पर भारी घाटा, खासकर एयरलाइन और बीमा उद्योग में, दर्ज किया। अरबों डॉलर के कार्यालय स्थान के नष्ट होने से लोअर मैनहटन की अर्थव्यवस्था को गंभीर हानि का सामना करना पड़ा। पेंटागन को हुए नुकसान के एक वर्ष के अंदर साफ कर दिया गया और मरम्मत कर दी गई तथा भवन के बगल में पेंटागन स्मारक का निर्माण किया गया। वर्ल्ड ट्रेड सेंटर स्थल पर पुनर्निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 2006 में, एक नया कार्यालय टॉवर 7 वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के स्थल पर पूर्ण हो गया। वर्तमान में नया 1 वर्ल्ड ट्रेड सेंटर स्थल पर निर्माणाधीन है और 2013 में पूर्ण होने पर 1,776 फुट (541मी) ऊंचाई वाली यह उत्तरी अमेरिका में सबसे ऊंची इमारत हो जाएगी। मूल रूप से तीन और टावर 2007 और 2012 के बीच उस स्थल पर बनाए जाने की उम्मीद की गई थी। 8 नवम्बर 2009 को फ्लाइट 93 नेशनल मेमोरियल की परियोजना प्रारंभ का गई थी और प्रथम चरण का निर्माण 11 सितम्बर 2011 को हमलों की दसवीं सालगिरह के लिए तैयार हो जाने का आशा है। .

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2016 इस्तांबुल अतातुर्क हवाईअड्डा हमला

2016 का इस्तांबुल अतातुर्क हवाईअड्डा हमला 28 जून 2016 को हुआ था। जिसमें 42 लोगों की मौत हो गई और 239 लोग घायल हो गए। इसमें से 6 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इस्तांबुल में 2016 से इससे पहले भी तीन आतंकी हमलों का शिकार हो चुका है। इसमें जनवरी में हुए आत्मघाती हमला और मार्च में भी इसी तरह का हमला हुआ था, जिसमें इराक और सीरिया के आतंकियों के हाथ होने का शक है। जून में इससे पहले एक कार को बम से उड़ा कर हमला किया गया था। .

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2016 उड़ी हमला

उरी हमला 18 सितम्बर 2016 को जम्मू और कश्मीर के उरी सेक्टर में एलओसी के पास स्थित भारतीय सेना के स्थानीय मुख्यालय पर हुआ, एक आतंकी हमला है जिसमें 18 जवान शहीद हो गए। सैन्य बलों की कार्रवाई में सभी चार आतंकी मारे गए। यह भारतीय सेना पर किया गया, लगभग 20 सालों में सबसे बड़ा हमला है। उरी हमले में सीमा पार बैठे आतंकियों का हाथ बताया गया है। इनकी योजना के तहत ही सेना के कैंप पर फिदायीन हमला किया गया। हमलावरों के द्वारा निहत्थे और सोते हुए जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गयी ताकि ज्यादा से ज्यादा जवानों को मारा जा सके। - एनडीटीवी - 19 सितम्बर 2016 अमेरिका ने उड़ी हमले को "आतंकवादी" हमला करार दिया। .

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

आतन्कवाद, आतंक, आतंकवाद की परिभाषा, आतंकवादी, आतंकी हमला

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