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साहित्य में नोबेल पुरस्कार और साहित्य में नोबेल विजेताओं की सूची

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

साहित्य में नोबेल पुरस्कार और साहित्य में नोबेल विजेताओं की सूची के बीच अंतर

साहित्य में नोबेल पुरस्कार vs. साहित्य में नोबेल विजेताओं की सूची

1901 में सुली प्रुधोम (1839-1907), एक फ्रांसीसी कवि और निबंधकार, साहित्य में नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्रथम व्यक्ति थे। 1901 से, साहित्य के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार (Nobelpriset i litteratur) वार्षिक रूप से किसी भी देश के उस लेखक को दिया जाता है जिसने, सर अल्फ्रेड नोबेल की वसीयत के अनुसार, "साहित्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया हो" (मूल स्वीडिश den som inom litteraturen har producerat det utmärktaste i idealisk riktning)। यद्यपि व्यक्ति का काम कभी कभी विशेष रूप से उल्लेखनीय नहीं होता, यहां पर काम से तात्पर्य पूरी तरह से लेखक के काम से है। इस बात का निर्णय स्वीडिश अकादमी ही लेती है कि किस वर्ष में यह पुरस्कार किसे दिया जाये. ये साहित्य में नोबेल पुरस्कार विजेताओं की सूची है: .

साहित्य में नोबेल पुरस्कार और साहित्य में नोबेल विजेताओं की सूची के बीच समानता

साहित्य में नोबेल पुरस्कार और साहित्य में नोबेल विजेताओं की सूची आम में 16 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): डारियो फो, डोरिस लेसिंग, नोबेल पुरस्कार, पाब्लो नेरूदा, पेरिस, पेरू, साहित्य, संयुक्त राज्य, स्टॉकहोम, स्वीडन, हर्ता म्यूलर, हैरल्ड पिंटर, ज्यां-पाल सार्त्र, ओरहान पामुक, अल्बैर कामू, अलेक्सान्द्र सोल्शेनीत्सिन

डारियो फो

डारियो फो नोबेल पुरस्कार साहित्य विजेता, १९९७ श्रेणी:1926 में जन्मे लोग श्रेणी:नोबेल पुरस्कार विजेता साहित्यकार.

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डोरिस लेसिंग

डोरिस लेसिंग (२२ अक्टूबर १९१९-१७ नवंबर, २०१३) २००७ में साहित्य का नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाली ब्रितानी लेखिका थीं। उन्हें यह पुरस्कार अपने पाँच दशक लंबे रचनाकाल के लिए दिया गया। महिला, राजनीति और अफ़्रीका में बिताए यौवनकाल उनके लेखन के प्रमुख विषय रहे। १९०१ से प्रारंभ इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाली लेसिंग ११वीं महिला रचनाकार थीं। ब्रिटिश कम्युनिस्ट पार्टी की सदस्य रह चुकी डोरिस ने हंगरी पर रूसी आक्रमण से व कार्यप्रणाली व नीतियों से क्षुब्ध होकर १९५४ में पार्टी ही छोड़ दी थी। अपने आरम्भिक दिनों में उन्होंने डिकेंस, स्कॉट, स्टीवेन्सन, किपलिंग, डी.एच.

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नोबेल पुरस्कार

नोबेल फाउंडेशन द्वारा स्वीडन के वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की याद में वर्ष १९०१ में शुरू किया गया यह शांति, साहित्य, भौतिकी, रसायन, चिकित्सा विज्ञान और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में विश्व का सर्वोच्च पुरस्कार है। इस पुरस्कार के रूप में प्रशस्ति-पत्र के साथ 14 लाख डालर की राशि प्रदान की जाती है। अल्फ्रेड नोबेल ने कुल ३५५ आविष्कार किए जिनमें १८६७ में किया गया डायनामाइट का आविष्कार भी था। नोबेल को डायनामाइट तथा इस तरह के विज्ञान के अनेक आविष्कारों की विध्वंसक शक्ति की बखूबी समझ थी। साथ ही विकास के लिए निरंतर नए अनुसंधान की जरूरत का भी भरपूर अहसास था। दिसंबर १८९६ में मृत्यु के पूर्व अपनी विपुल संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा उन्होंने एक ट्रस्ट के लिए सुरक्षित रख दिया। उनकी इच्छा थी कि इस पैसे के ब्याज से हर साल उन लोगों को सम्मानित किया जाए जिनका काम मानव जाति के लिए सबसे कल्याणकारी पाया जाए। स्वीडिश बैंक में जमा इसी राशि के ब्याज से नोबेल फाउँडेशन द्वारा हर वर्ष शांति, साहित्य, भौतिकी, रसायन, चिकित्सा विज्ञान और अर्थशास्त्र में सर्वोत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाता है। नोबेल फ़ाउंडेशन की स्थापना २९ जून १९०० को हुई तथा 1901 से नोबेल पुरस्कार दिया जाने लगा। अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार की शुरुआत 1968 से की गई। पहला नोबेल शांति पुरस्कार १९०१ में रेड क्रॉस के संस्थापक ज्यां हैरी दुनांत और फ़्रेंच पीस सोसाइटी के संस्थापक अध्यक्ष फ्रेडरिक पैसी को संयुक्त रूप से दिया गया। अल्फ्रेड नोबेल .

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पाब्लो नेरूदा

thumb पाब्लो नेरूदा(पाबलो नरूडा या पाब्लो नेरुदा) (१२ जुलाई १९०४-२३ सितंबर १९७३) का जन्म मध्य चीली के एक छोटे-से शहर पराल में हुआ था। उनका मूल नाम नेफ्ताली रिकार्दो रेइस बासोल्ता था। वे स्वभाव से कवि थे और उनकी लिखी कविताओं के विभिन्न रंग दुनिया ने देखे हैं। एक ओर उन्होंने उन्मत्त प्रेम की कविताएँ लिखी हैं दूसरी तरफ कड़ियल यथार्थ से ओतप्रोत। कुछ कविताएँ उनकी राजनीतिक विचारधारा की संवाहक नज़र आती हैं। उनका पहला काव्य संग्रह 'ट्वेंटी लव पोयम्स एंड ए साँग ऑफ़ डिस्पेयर' बीस साल की उम्र में ही प्रकाशित हो गया था। नेरूदा को विश्व साहित्य के शिखर पर विराजमान करने में योगदान सिर्फ उनकी कविताओं का ही नहीं बल्कि उनके बहुआयामी व्यक्तित्व का भी था। वो सिर्फ़ एक कवि ही नहीं बल्कि राजनेता और कूटनीतिज्ञ भी थे और लगता है वो जब भी क़दम उठाते थे रोमांच से भरी कोई गली कोई सड़क सामने होती थी। चिली के तानाशाहों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने के बाद उन्हें अपनी जान बचाने के लिए देश छोड़ना पड़ा। इटली में जहां शरण ली वहां भी प्रशासन के साथ आंख मिचौली खेलनी पड़ी। नेरूदा की विश्व प्रसिद्ध रचनाएँ 'माच्चु पिच्चु के शिखर' और 'कैंटो जनरल' ने विश्व के कई कवियों को प्रभावित किया और अशोक वाजपेयी मानते हैं कि उन्होंने पचास और साठ के दशक में भारतीय कवियों की सोच पर अपनी गहरी छाप छोड़ी थी। १९७० में चिली में सैलवाडॉर अलेंदे ने साम्यवादी सरकार बनाई जो विश्व की पहली लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई साम्यवादी सरकार थी। अलेंदे ने १९७१ में नेरूदा को फ़्रांस में चिली का राजदूत नियुक्त किया। और इसी वर्ष उन्हें साहित्य का नोबेल पुरस्कार भी मिला। १९७३ में चिली के सैनिक जनरल ऑगस्टो पिनोचे ने अलेंदे सरकार का तख्ता पलट दिया। इसी कार्रवाई में राष्ट्रपति अलेंदे की मौत हो गई और आने वाले दिनों में अलेंदे समर्थक हज़ारों आम लोगों को सेना ने मौत के घाट उतार दिया। कैंसर से बीमार नेरूदा चिली में अपने घर में बंद इस जनसंहार के ख़त्म होने की प्रार्थना करते रहे। लेकिन अलेंदे की मौत के १२ दिन बाद ही नेरूदा ने दम तोड़ दिया। सेना ने उनके घर तक को नहीं बख़्शा और वहाँ की हर चीज़ को तोड़ फोड़ कर एक कर दिया। परिणामस्वरूप इस घर से उनके कुछ दोस्त उनका जनाज़ा लेकर निकले। लेकिन सैनिक कर्फ़्यू के बावजूद हर सड़क के मोड़ पर आतंक और शोषण के ख़िलाफ़ लड़नेवाले इस सेनानी के हज़ारों चाहने वाले काफ़िले से जुड़ते चले गए। रुँधे हुए गलों से एक बार फिर उमड़ पड़ा साम्यवादी शक्ति का वो गीत जो नेरूदा ने कई बार इन लोगों के साथ मिल कर गाया था- "एकजुट लोगों को कोई ताक़त नहीं हरा सकती..." .

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पेरिस

पेरिस (फ़्रांसीसी: Paris, फ़्रांसिसी उच्चारण: पारी) फ़्रांस का सबसे बड़ा नगर और उसकी राजधानी है। यह 105 वर्ग किलोमीटर (41 वर्ग मील) में फैला हुआ है, और इसकी प्रशासनिक सीमा के भीतर 2015 में 22,29,621 की आबादी थी। 17वीं शताब्दी में पेरिस, यूरोप में वित्त, वाणिज्य, फैशन, विज्ञान और कला के प्रमुख केंद्रों में से एक बना, और यह आज भी उस स्थिति को बरकरार रखता है। 2012 में पेरिस क्षेत्र का सकल घरेलू उत्पाद 649.6 अरब यूरो (763.4 अरब अमेरिकी डॉलर) था, जो कि पूरे फ्रांस के सकल घरेलू उत्पाद का 30.4 प्रतिशत होता है। इसे दुनिया के सबसे सुन्दर नगरों में से एक और दुनिया की फ़ैशन और ग्लैमर राजधानी माना जाता है। पेरिस के शहर को सेन नदी के किनारे एक निर्मित क्षेत्र के केंद्र के रूप में बनाया गया था, जोकि अब प्रशासनिक सीमाओं से परे भी फैल चुकी है। 2013 की जनगणना के अनुसार पेरिस शहर की आबादी 10,601,122 है, जो इसे यूरोपीय संघ में सबसे बड़ा बनाता है। वही इसके महानगरीय क्षेत्र की अबादी 12,405,426 है, जोकि फ्रांस की कुल आबादी का पांचवाँ हिस्सा है। और साथ लंदन के बाद, यूरोपीय संघ में दूसरा सबसे बड़ा महानगर क्षेत्र है। पेरिस-चार्ल्स डी गॉल (2014 में 63.8 मिलियन यात्रियों के साथ लंदन हीथ्रो विमानक्षेत्र के बाद यूरोप में दूसरा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा) और पेरिस-ओरली सहित दो प्रमुख अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों के साथ शहर, रेल, राजमार्ग और हवाई-परिवहन का केंद्र है। 1900 में खोला गया, शहर की मेट्रो प्रणाली (पेरिस मेट्रो) रोजाना 5.23 मिलियन यात्रियों की सेवाएं देती है। मॉस्को मेट्रो के बाद यह यूरोप में दूसरा सबसे व्यस्त मेट्रो प्रणाली है। पेरिस में कई महत्वपूर्ण सांस्कृतिक संस्थान हैं: इसकी लौवर संग्रहालय दुनिया में सबसे अधिक देखी जाने वाली है; इसकी मुसे डी'ओर्से, फ्रांसिस इंपीरियनिस्ट कला के संग्रह के लिए प्रसिद्ध है, और इसकी पोम्पिडु-केंद्र म्यूसिक नेशनल डी'आर्ट मॉर्डेन, यूरोप में आधुनिक और समकालीन कला का सबसे बड़ा संग्रह है। सेन नदी के साथ शहर के केंद्रीय क्षेत्र को यूनेस्को विरासत स्थल के रूप में वर्गीकृत किया गया है, और नॉट्रे डेम कैथेड्रल, सैंट-चैपल, पुर्व यूनिवर्सल प्रदर्शनी ग्रैंड पैलेस, पेटिट पालिसी और आइफ़िल टावर सहित कई उल्लेखनीय स्मारक शामिल हैं। 2015 में 22.2 मिलियन पर्यटक पेरिस घुमने आये थे, इसके साथ ही यह दुनिया का शीर्ष पर्यटन स्थलों में से एक बन गया। .

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पेरू

पेरू दक्षिणी अमरीका महाद्वीप में स्थित एक देश है। राजधानी लीमा है। प्रमुख नदी अमेजॉन और मुद्रा न्यूवो सोल है। यहाँ तीन तरह की जलवायु पाई जाती है- एँडीज़ में सर्द, तटवर्ती मैदानों में खुश्क-सुहानी और वर्षा वाले जंगलों में गर्म और उमस वाली। यह देश इंका नाम की प्राचीन सभ्यता के लिए भी जाना जाता है। पेरू की भाषा स्पेनिश और क्वेशुका हैं तथा ९० प्रतिशत लोग ईसाई धर्म का पालन करते हैं। प्रमुख उद्योग मछली और खनन हैं। यहाँ सभी प्रकार की धातुओं का प्रचुर खनिज भंडार है तथा अनाज, फल और कोको की खेती होती है। पर्यटन उद्योग भी यहाँ की आय का एक प्रमुख साधन है। .

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साहित्य

किसी भाषा के वाचिक और लिखित (शास्त्रसमूह) को साहित्य कह सकते हैं। दुनिया में सबसे पुराना वाचिक साहित्य हमें आदिवासी भाषाओं में मिलता है। इस दृष्टि से आदिवासी साहित्य सभी साहित्य का मूल स्रोत है। .

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संयुक्त राज्य

संयुक्त राज्य अमेरिका (United States of America) (यू एस ए), जिसे सामान्यतः संयुक्त राज्य (United States) (यू एस) या अमेरिका कहा जाता हैं, एक देश हैं, जिसमें राज्य, एक फ़ेडरल डिस्ट्रिक्ट, पाँच प्रमुख स्व-शासनीय क्षेत्र, और विभिन्न अधिनस्थ क्षेत्र सम्मिलित हैं। 48 संस्पर्शी राज्य और फ़ेडरल डिस्ट्रिक्ट, कनाडा और मेक्सिको के मध्य, केन्द्रीय उत्तर अमेरिका में हैं। अलास्का राज्य, उत्तर अमेरिका के उत्तर-पश्चिमी भाग में स्थित है, जिसके पूर्व में कनाडा की सीमा एवं पश्चिम मे बेरिंग जलसन्धि रूस से घिरा हुआ है। वहीं हवाई राज्य, मध्य-प्रशान्त में स्थित हैं। अमेरिकी स्व-शासित क्षेत्र प्रशान्त महासागर और कॅरीबीयन सागर में बिखरें हुएँ हैं। 38 लाख वर्ग मील (98 लाख किमी2)"", U.S. Census Bureau, database as of August 2010, excluding the U.S. Minor Outlying Islands.

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स्टॉकहोम

स्टॉकहोम या स्टॉकहोल्म (Stockholm) उत्तरी यूरोप में स्थित स्वीडन देश की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। यह पूरे स्कैन्डीनेविया इलाके का भी सबसे बड़ा शहरी क्षेत्र है। २०१० में इसके नगर निगम के तहत रहने वाले नागरिकों की आबादी ८,५१,१५५ अनुमानित की गई थी। उस समय इसके पूरे शहरी इलाके में १३.७ लाख लोग और पूरे स्टॉकहोम प्रशासनिक क्षेत्र में लगभग २१ लाख बस रहे थे। कुल मिलकर स्टॉकहोम प्रशासनिक क्षेत्र में पूरे स्वीडन के २२% नागरिक रहते हैं। स्टॉकहोम की स्थापना सन् ११८७ ईसवी में अनुमानित की गई है और यह सदियों से स्वीडन का सांस्कृतिक, साहित्यिक, राजनैतिक और आर्थिक केंद्र रहा है। यह शहर स्वीडन के दक्षिण-मध्यपूर्व तट पर १४ द्वीपों पर मैलारन झील के मुख के समीप विस्तृत है। यह अपनी सुन्दरता, शानदार इमारतों, खुली आब-ओ-हवा और उद्यानों के लिए जाना जाता है। २००८ के विश्व शहरी सूची में इसे स्कैन्डीनेविया में पहला, यूरोप में १०वाँ और विश्वभर में २४वाँ सब से बढ़िया शहर ठहराया गया।, Foreign Policy, November 2008 स्वीडन की राष्ट्रीय संसद (जिसे रिक्स्दाग/Riksdag कहते हैं) इसी शहर में स्थित है और स्वीडन के राजा-रानी और प्रधान मंत्री भी यहीं निवास करते हैं। .

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स्वीडन

स्वीडन (स्वीडिश: Konungariket Sverige कूनुङारीकेत् स्वेरिये) यूरोपीय महाद्वीप में उत्तर में स्केंडिनेविया प्रायद्वीप में स्थित एक देश है। स्टॉकहोल्म इसकी राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। स्वीडिश भाषा इसकी मुख्य और राजभाषा है। यहाँ एक संवैधानिक और लोकतान्त्रिक राजतन्त्र है। स्वीडन के पश्चिम एवं उत्तर में नॉर्वे, पूर्व में फ़िनलैंड तथा दक्षिण में डेनमार्क स्थित हैं। स्वीडन का पूरा क्षेत्रफल 528447 वर्ग किलोमीटर का है, जिसमे से 407340 वर्ग किलोमीटर थल क्षेत्र, 40080 वर्ग किलोमीटर में नदियाँ और झील तथा 81027 वर्ग किलोमीटर समुद्र क्षेत्र है। इस तरह यह यूरोपियन यूनियन में तीसरा सबसे बड़ा देश है। यहाँ की जनसँख्या वर्तमान में लगभग एक करोड़ दस लाख है। .

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हर्ता म्यूलर

रोमानिया में १७ अगस्त १९५३ को जन्मीं हर्ता म्यूलर जर्मन उपन्यासकार, कवियित्री और निबंधकार हैं और वे साम्यवादी रोमानिया में निकोलाइ चाउसेस्कु के दमनकारी शासन के दौरान जीवन की कठोर परिस्थितियों का सजीव चित्रण करने के लिए जानी जाती हैं। ८ अक्टूबर २००९, को की गयी एक घोषणा के अनुसार वो वर्ष २००९ की साहित्य के नोबेल पुरस्कार की विजेता हैं। .

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हैरल्ड पिंटर

हैरल्ड पिंटर हैरल्ड पिंटर नोबेल पुरस्कार विजेता और मशहूर ब्रितानी नाटककार थे। उनका २५ दिसम्बर को ७८ वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वे लिवर कैंसर से पीड़ित थे। है‍रल्ड पिंटर का जन्म लंदन में एक यहूदी टेलर के घर १० अक्टूबर १९३० को हुआ था। उनका पहला नाटक था 'द रूम' जो उन्होंने 1957 में लिखा था। उन्हें २००५ में साहित्य के नोबेल पुरस्कार से नवाज़ा गया था। उन्होंने ३० से ज़्यादा नाटक लिखे जिनमें द केयरटेकर, द होम कमिंग और द डंब वेटर शामिल है। उन्होंने कई फ़िल्मों और टीवी नाटकों के लिए पटकथा लेखन भी किया है जिसमें द फ़्रेंच लेफ़्टिनेंट वूमन शामिल है। हैरल्ड पिंटर को न सिर्फ़ उनके साहित्य के लिए बल्कि अपने राजनीतिक विचारों को खुलकर प्रकट करने के लिए जाना जाता रहा है। इराक़ के ख़िलाफ़ लड़ाई छेड़ने का उन्होंने जमकर विरोध किया था। .

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ज्यां-पाल सार्त्र

ज्यां-पाल सार्त्र नोबेल पुरस्कार साहित्य विजेता, १९६४ ज्यां-पाल सार्त्र अस्तित्ववाद के पहले विचारकों में से माने जाते हैं। वह बीसवीं सदी में फ्रान्स के सर्वप्रधान दार्शनिक कहे जा सकते हैं। कई बार उन्हें अस्तित्ववाद के जन्मदाता के रूप में भी देखा जाता है। अपनी पुस्तक "ल नौसी" में सार्त्र एक ऐसे अध्यापक की कथा सुनाते हैं जिसे ये इलहाम होता है कि उसका पर्यावरण जिससे उसे इतना लगाव है वो बस कि़ंचित् निर्जीव और तत्वहीन वस्तुओं से निर्मित है। किन्तु उन निर्जीव वस्तुओं से ही उसकी तमाम भावनाएँ जन्म ले चुकी थीं। सार्त्र का निधन अप्रैल १५, १९८० को पेरिस में हआ। .

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ओरहान पामुक

ओर्हान पामुक उपन्यासकार ओरहन पामुक का जन्म 1952 इस्तांबुल में हुआ ! उनके माता-पिता इंजनियरिंग में थे, इसलिए उनको भी इसी की सलाह दी गई ! इसके बावजूद वे बचपन में चित्रकार बनना चाहते थे, लेकिन अचानक उनकी रुचि साहित्य की तरफ झुकी और फिर उन्होंने 1974 से अपना लेखन प्रारंभ किया ! टर्की में इसके लिए में कोई अनुकूल राजनीतिक-सामाजिक परिस्थितियाँ नहीं थी, वे जिस भाषा में लिखते थे, उस हिसाब भी से विश्व-साहित्य में स्थान बना पाना कठिन था ! घरेलु और बाहरी मुश्किलों को झेलते हुए हुए भी उन्होंने अपने लेखन को एक मजबूत दिशा प्रदान की ! "परेशानी ही परेशानी, तलाक, पिता मर रहे थे, आर्थिक परेशानी, ये परेशानी, वो परेशानी, लेकिन मैं जान गया था की अगर मैं यहीं फंसा रहा तो जरूर मानसिक विकलांगता में चला जाऊंगा, इसलिए मैं रोज़ सुबह उठकर शावर के नीचे नहाता था और लिखने बैठ जाता था, इस उद्देश्य के साथ की मुझे एक अच्छी और सुन्दर किताब लिखनी है!" - पामुक (साक्षात्कार-द हिन्दू) ओरहान पामुक को पूर्व और पश्चिम के बीच के तनाव पर लिखने के लिए जाना जाता है। उनकी पुस्तकों की केन्द्रीय भूमिका यही है जिसमे वे दुनिया के दो हिस्सों के बीच की मानसिक - वैचारिक टकराहट को खंगालने की कोशिश करते हैं। ओरहान पामुक को सच्ची सफलता तब मिली जब 'माई नेम इज रेड' किताब दुनिया भर में पसंद की गई ! उसके बाद उन्होंने 'स्नो' 'म्यूज़ियम ऑफ इनोसेंस' 'इस्तांबुल, मेमोरी एंड द सिटी' आदि विविधता भरी बेहतरीन किताबें अपने पाठकों को दी, जो अंतर्राष्टीय स्तर पर बेस्टसेलर साबित हुई ! हिंदी में ओरहान पामुक की तीन किताबें पेंगुइन बुक्स, दिल्ली से प्रकाशित हुई हैं, माई नेम इज रेड' का हिंदी अनुवाद 'मेरे क़त्ल की दास्तान' नाम से और स्नो तथा द ब्लैक बुक इन्ही मूल नामों से उपलब्ध है ! पामुक एक प्रयोगधर्मी उपन्यासकार हैं जो साहित्य को स्वतंत्र कर्म मानते हुए किसी भी प्रकार की परिपाटी और प्रतिबद्धता को स्वीकार नहीं करते ! "मैं उस बच्चे की तरह हूँ, जो अपने पिता को बताना चाहता है की देखो मैं कितना होशियार हूँ!"(साक्षात्कार- पेरिस रिव्यू) कई पुरस्कारों से सम्मानित ओरहन पामुक को वर्ष 2006 में साहित्य के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया ! श्रेणी:नोबेल पुरस्कार विजेता साहित्यकार श्रेणी:1952 में जन्मे लोग श्रेणी:जीवित लोग.

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अल्बैर कामू

अल्बैर कामू (१९१३-१९६०) एक फ्रेंच लेखक थे जिन्हें 1957 में नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। .

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अलेक्सान्द्र सोल्शेनीत्सिन

अलेक्सान्द्र सोल्शेनीत्सिन अलेक्सान्द्र इसयेविच सोल्शेनीत्सिन का जन्म ११ दिसम्बर १९१८ को हुआ था। सोल्शेनीत्सिन रुसी भाषा के २० वी सदी के महत्वपूर्ण लेखक थे। सोल्शेनीत्सिन ने कई उपन्यास, कविताएँ और कहनियों की रचना की। ये १९७० के नोबेल पुरस्कार (साहित्य) के विजेता है। .

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सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

साहित्य में नोबेल पुरस्कार और साहित्य में नोबेल विजेताओं की सूची के बीच तुलना

साहित्य में नोबेल पुरस्कार 44 संबंध है और साहित्य में नोबेल विजेताओं की सूची 136 है। वे आम 16 में है, समानता सूचकांक 8.89% है = 16 / (44 + 136)।

संदर्भ

यह लेख साहित्य में नोबेल पुरस्कार और साहित्य में नोबेल विजेताओं की सूची के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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