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बौधायन का शुल्बसूत्र और बौधायन श्रौतसूत्र

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

बौधायन का शुल्बसूत्र और बौधायन श्रौतसूत्र के बीच अंतर

बौधायन का शुल्बसूत्र vs. बौधायन श्रौतसूत्र

शुल्बसूत्रों में बौधायन का शुल्बसूत्र सबसे प्राचीन माना जाता है। इन शुल्बसूत्रों का रचना समय १२०० से ८०० ईसा पूर्व माना गया है। अपने एक सूत्र में बौधायन ने विकर्ण के वर्ग का नियम दिया है- एक आयत का विकर्ण उतना ही क्षेत्र इकट्ठा बनाता है जितने कि उसकी लम्बाई और चौड़ाई अलग-अलग बनाती हैं। - यही तो पाइथागोरस का प्रमेय है। स्पष्ट है कि इस प्रमेय की जानकारी भारतीय गणितज्ञों को पाइथागोरस के पहले से थी। वस्तुतः इस प्रमेय को बौधायन-पाइथागोरस प्रमेय कहा जाना चाहिए। . बौधायन श्रौतसूत्र एक प्रमुख श्रौतसूत्र ग्रन्थ है। इसका सम्बन्ध कृष्ण यजुर्वेद की तैतरीय शाखा से है। आधुनिक युग में इसका प्रकाशन १९०४-२३ ई में बंगाल की एशियाटिक सोसायटी द्वारा किया गया। .

बौधायन का शुल्बसूत्र और बौधायन श्रौतसूत्र के बीच समानता

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बौधायन का शुल्बसूत्र और बौधायन श्रौतसूत्र के बीच तुलना

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संदर्भ

यह लेख बौधायन का शुल्बसूत्र और बौधायन श्रौतसूत्र के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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