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प्लूटोनियम और प्लूटोनियम-२४२

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

प्लूटोनियम और प्लूटोनियम-२४२ के बीच अंतर

प्लूटोनियम vs. प्लूटोनियम-२४२

प्लूटोनियम एक दुर्लभ ट्रांसयूरेनिक रेडियोधर्मी तत्त्व है। इसका रासायनिक प्रतीक Pu और परमाणु भार ९४ होता है। प्लूटोनियम के छः अपरूप होते हैं। यह एक ऐक्टिनाइड तत्त्व है जो दिखने में रुपहले श्वेत (सिल्वर व्हाइट) रंग का होता है। प्लूटोनियम-२३८ का अर्धायु काल ८७.७४ वर्ष होता है।। हिन्दुस्तान लाइव। १० दिसम्बर २००९ प्लूटोनियम-२३९, प्लूटोनियम का एक महत्वपूर्ण समस्थानिक है जिसकी अर्धायु काल २४,१०० वर्ष होता है। प्लूटोनियम-२४४, प्लूटोनियम का सर्वाधिक स्थाई समस्थानिक होता है। इसका अर्धायु काल ८ करोड़ वर्ष होता है। . प्लूटोनियम-२४२ प्लूटोनियम का एक समस्थानिक होता है। इसका अर्धायु काल २४,११० वर्ष होता है। श्रेणी:एक्टिनाइड श्रेणी:प्लूटोनियम के समस्थानिक.

प्लूटोनियम और प्लूटोनियम-२४२ के बीच समानता

प्लूटोनियम और प्लूटोनियम-२४२ आम में 3 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): प्लूटोनियम-२४१, समस्थानिक, अर्धायु काल

प्लूटोनियम-२४१

400px प्लूटोनियम-२४१ (Pu-241) प्लूटोनियम का एक समस्थानिक होता है। इसका अर्धायु काल १४ वर्ष होता है। श्रेणी:प्लूटोनियम के समस्थानिक श्रेणी:एक्टिनाइड.

प्लूटोनियम और प्लूटोनियम-२४१ · प्लूटोनियम-२४१ और प्लूटोनियम-२४२ · और देखें »

समस्थानिक

समस्थानिक (फ्रेंच, अंग्रेज़ी: Isotope, जर्मन: Isotop, पुर्तगाली, स्पेनिश: Isótopo) एक ही तत्व के परमाणु जिनकी परमाणु संख्या समान होती हैं, परन्तु भार अलग-अलग होता है, उन्हें समस्थानिक कहा जाता है। इनमें प्रत्येक परमाणु में समान प्रोटोन होते हैं। जबकि न्यूट्रॉन की संख्या अलग अलग रहती है। इस कारण परमाणु संख्या तो समान रहती है, लेकिन परमाणु का द्रव्यमान अलग अलग हो जाता है। समस्थानिक का अर्थ "समान स्थान" से है। आवर्त सारणी में तत्वों को परमाणु संख्या के आधार पर अलग अलग रखा जाता है, जबकि समस्थानिक में परमाणु संख्या के समान रहने के कारण उन्हें अलग नहीं किया गया है, इस कारण इन्हें समस्थानिक कहा जाता है। परमाणु के नाभिक के भीतर प्रोटोन की संख्या को परमाणु संख्या कहा जाता है, जो बिना आयन वाले परमाणु के इलेक्ट्रॉन के बराबर होते हैं। प्रत्येक परमाणु संख्या किसी विशिष्ट तत्व की पहचान बताता है, लेकिन ऐसा समस्थानिक में नहीं होता है। इसमें किसी तत्व के परमाणु में न्यूट्रॉन की संख्या विस्तृत हो सकती है। प्रोटोन और न्यूट्रॉन की संख्या उस परमाणु का द्रव्यमान संख्या होता है और प्रत्येक समस्थानिक में द्रव्यमान संख्या अलग अलग होता है। उदाहरण के लिए, कार्बन के तीन समस्थानिक कार्बन-12, कार्बन-13 और कार्बन-14 हैं। इनमें सभी का द्रव्यमान संख्या क्रमशः 12, 13 और 14 है। कार्बन में 6 परमाणु होता है, जिसका मतलब है कि कार्बन के सभी परमाणु में 6 प्रोटोन होते हैं और न्यूट्रॉन की संख्या क्रमशः 6, 7 और आठ है। .

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अर्धायु काल

अर्धायु काल, क्षय होते हुए किसी तत्त्व का वो काल होता है; जिसमें वो तत्त्व मूल मात्रा से आधा हो जाये। ये नाम पहले अस्थिर परमाणुओं (रेडियोधर्मी क्षय) के लिए प्रयोग किया जाता था, किन्तु अब इसे किसी भी निश्चित क्षय वाले तत्त्व के लिए प्रयोग किया जाता है। यह मूल शब्द १९०७ में अर्धायु काल के नाम से प्रयुक्त हुआ था, जिसे बाद में १९५० में घटा कर अर्धायु कर दिया गया। .

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सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

प्लूटोनियम और प्लूटोनियम-२४२ के बीच तुलना

प्लूटोनियम 35 संबंध है और प्लूटोनियम-२४२ 5 है। वे आम 3 में है, समानता सूचकांक 7.50% है = 3 / (35 + 5)।

संदर्भ

यह लेख प्लूटोनियम और प्लूटोनियम-२४२ के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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