लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

अरिहंत श्रेणी की पनडुब्बियाँ और आईएनएस अरिदमन

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

अरिहंत श्रेणी की पनडुब्बियाँ और आईएनएस अरिदमन के बीच अंतर

अरिहंत श्रेणी की पनडुब्बियाँ vs. आईएनएस अरिदमन

अरिहंत श्रेणी (Arihant-class submarine) भारतीय नौसेना के लिए बनाई जाने वाली परमाणु शक्ति वाले बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बियों की एक श्रेणी है। इन्हे $2.9 बिलियन वाले उन्नत टेक्नोलॉजी वेसल (एटीवी) प्रोजेक्ट के तहत विकसित किया गया था ताकि परमाणु-शक्ति वाली पनडुब्बियों को डिजाइन और निर्मित किया जा सके। इस श्रेणी के प्रमुख पोत, आईएनएस अरिहंत को 2009 में लॉन्च किया गया था और व्यापक समुद्री परीक्षणों के बाद, अगस्त 2016 में शुरू होने की पुष्टि हुई थी। अरिहंत पनडुब्बी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों के अलावा किसी अन्य देश द्वारा बनाई जाने वाली पहली बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी है। . आईएनएस अरिदमन (INS Aridhaman) अरिहंत श्रेणी की दूसरी पनडुब्बी है। यह भारत द्वारा निर्मित की जा रही दूसरी परमाणु ऊर्जा वाली बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी है। इसे विशाखापत्तनम में जहाज निर्माण केंद्र पर परमाणु पनडुब्बियों का निर्माण करने के लिए एडवांस्ड टेक्नोलॉजी वेसल (एटीवी) प्रोजेक्ट के तहत बनाया जा रहा है। इस पनडुब्बी में इसके पूर्ववर्ती आईएनएस अरिहंत की तुलना में मिसाइल की संख्या दोगुनी होगी, जिससे इसे और अधिक मिसाइलों को ले जाने की क्षमता मिल जाएगी। .

अरिहंत श्रेणी की पनडुब्बियाँ और आईएनएस अरिदमन के बीच समानता

अरिहंत श्रेणी की पनडुब्बियाँ और आईएनएस अरिदमन आम में 5 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): भारत, सागरिका प्रक्षेपास्त्र, विशाखपट्नम, आई एन एस अरिहंत, के-४ एसएलबीएम

भारत

भारत (आधिकारिक नाम: भारत गणराज्य, Republic of India) दक्षिण एशिया में स्थित भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा देश है। पूर्ण रूप से उत्तरी गोलार्ध में स्थित भारत, भौगोलिक दृष्टि से विश्व में सातवाँ सबसे बड़ा और जनसंख्या के दृष्टिकोण से दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत के पश्चिम में पाकिस्तान, उत्तर-पूर्व में चीन, नेपाल और भूटान, पूर्व में बांग्लादेश और म्यान्मार स्थित हैं। हिन्द महासागर में इसके दक्षिण पश्चिम में मालदीव, दक्षिण में श्रीलंका और दक्षिण-पूर्व में इंडोनेशिया से भारत की सामुद्रिक सीमा लगती है। इसके उत्तर की भौतिक सीमा हिमालय पर्वत से और दक्षिण में हिन्द महासागर से लगी हुई है। पूर्व में बंगाल की खाड़ी है तथा पश्चिम में अरब सागर हैं। प्राचीन सिन्धु घाटी सभ्यता, व्यापार मार्गों और बड़े-बड़े साम्राज्यों का विकास-स्थान रहे भारतीय उपमहाद्वीप को इसके सांस्कृतिक और आर्थिक सफलता के लंबे इतिहास के लिये जाना जाता रहा है। चार प्रमुख संप्रदायों: हिंदू, बौद्ध, जैन और सिख धर्मों का यहां उदय हुआ, पारसी, यहूदी, ईसाई, और मुस्लिम धर्म प्रथम सहस्राब्दी में यहां पहुचे और यहां की विविध संस्कृति को नया रूप दिया। क्रमिक विजयों के परिणामस्वरूप ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कंपनी ने १८वीं और १९वीं सदी में भारत के ज़्यादतर हिस्सों को अपने राज्य में मिला लिया। १८५७ के विफल विद्रोह के बाद भारत के प्रशासन का भार ब्रिटिश सरकार ने अपने ऊपर ले लिया। ब्रिटिश भारत के रूप में ब्रिटिश साम्राज्य के प्रमुख अंग भारत ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में एक लम्बे और मुख्य रूप से अहिंसक स्वतन्त्रता संग्राम के बाद १५ अगस्त १९४७ को आज़ादी पाई। १९५० में लागू हुए नये संविधान में इसे सार्वजनिक वयस्क मताधिकार के आधार पर स्थापित संवैधानिक लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित कर दिया गया और युनाईटेड किंगडम की तर्ज़ पर वेस्टमिंस्टर शैली की संसदीय सरकार स्थापित की गयी। एक संघीय राष्ट्र, भारत को २९ राज्यों और ७ संघ शासित प्रदेशों में गठित किया गया है। लम्बे समय तक समाजवादी आर्थिक नीतियों का पालन करने के बाद 1991 के पश्चात् भारत ने उदारीकरण और वैश्वीकरण की नयी नीतियों के आधार पर सार्थक आर्थिक और सामाजिक प्रगति की है। ३३ लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के साथ भारत भौगोलिक क्षेत्रफल के आधार पर विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा राष्ट्र है। वर्तमान में भारतीय अर्थव्यवस्था क्रय शक्ति समता के आधार पर विश्व की तीसरी और मानक मूल्यों के आधार पर विश्व की दसवीं सबसे बडी अर्थव्यवस्था है। १९९१ के बाज़ार-आधारित सुधारों के बाद भारत विश्व की सबसे तेज़ विकसित होती बड़ी अर्थ-व्यवस्थाओं में से एक हो गया है और इसे एक नव-औद्योगिकृत राष्ट्र माना जाता है। परंतु भारत के सामने अभी भी गरीबी, भ्रष्टाचार, कुपोषण, अपर्याप्त सार्वजनिक स्वास्थ्य-सेवा और आतंकवाद की चुनौतियां हैं। आज भारत एक विविध, बहुभाषी, और बहु-जातीय समाज है और भारतीय सेना एक क्षेत्रीय शक्ति है। .

अरिहंत श्रेणी की पनडुब्बियाँ और भारत · आईएनएस अरिदमन और भारत · और देखें »

सागरिका प्रक्षेपास्त्र

सागारिका भारतीय सेना में शामिल एक परमाणु हथियारों का वहन करने में सक्षम प्रक्षेपास्त्र है जिसे पनडुब्बी से प्रक्षेपित किया जा सकता है। इसकी सीमा ७०० किमी (४३५ मील) है। .

अरिहंत श्रेणी की पनडुब्बियाँ और सागरिका प्रक्षेपास्त्र · आईएनएस अरिदमन और सागरिका प्रक्षेपास्त्र · और देखें »

विशाखपट्नम

विशाखापट्नम आन्ध्र प्रदेश के उत्तरी सरकार तट पर गोदावरी नदी के मुहाने के उत्तर में अवस्थित एक भारत का चौथा सबसे बड़ा पोताश्रय है। यह विशाखापत्तनम जिले का मुख्यालय तथा भारतीय नौसेना के पूर्वी कमांड का केन्द्र है। यहाँ जलयान बनाने का कारखाना है। यह एक प्राकृतिक तथा सुरक्षित समुद्री बन्दरगाह है। कृषि एवं खनिज सम्पत्ति में समृद्ध आन्ध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश एवं उड़ीसा राज्य इस बन्दरगाह के पृष्ठ-प्रदेश कहलाते हैं। यह एक उल्लेखनीय मत्स्य-शिकार का केन्द्र भी है। विशाखापत्तनम एक छोटी खाड़ी पर है और इसका प्राकृतिक बंदरगाह दो उठे हुए अतंरीपों द्वारा निर्मित है, जो शहर से एक छोटी नदी द्वारा विभक्त है। विशाखापत्तनम आन्ध्र प्रदेश के उत्तरी सरकारी तट पर गोदावरी नदी के मुहाने के उत्तर में अवस्थित है। विशाखापत्तनम को वाइज़ाम के नाम से भी जाना जाता है। विशाखापत्तनम भारत का चौथा सबसे बड़ा बंदरगाह है। यह विशाखापत्तनम ज़िले का मुख्यालय तथा भारतीय नौसेना के पूर्वी कमांड का केन्द्र है। .

अरिहंत श्रेणी की पनडुब्बियाँ और विशाखपट्नम · आईएनएस अरिदमन और विशाखपट्नम · और देखें »

आई एन एस अरिहंत

भारतीय नौसेना पोत (आई एन एस) अरिहंत (अरि: शत्रु हंतः मारना अर्थात शत्रु को मारने वाला) परमाणु शक्ति चालित भारत की प्रथम पनडुब्बी है। इस 6000 टन के पोत का निर्माण उन्नत प्रौद्योगिकी पोत (ATV) परियोजना के अंतर्गत पोत निर्माण केंद्र विशाखापत्तनम में 2.9 अरब अमेरिका डॉलर की लागत से किया गया है। इसको बनाने के बाद भारत वह छठा देश बन गया जिनके पास इस तरह की पनडुब्बियां है। अन्य पाँच देश हैं, अमेरिका (71), रूस (50), चीन (7), ब्रिटेन (6) और फ्रांस (5) (कोष्ठक में पनडुब्बियों की संख्या दी गई है)। अरिहंत का प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनकी पत्नी गुरशरण कौर द्वारा 26 जुलाई 2009 को जलावतरण किया गया यह दिन इसलिए भी चुना गया क्योंकि यह कारगिल युद्ध में विजय की सालगिरह भी थी और इस दिन को कारगिल विजय दिवस या विजय दिवस)http://www.dnaindia.com/india/report_india-reaches-milestone-with-launch-of-n-powered-submarine_1277227 रूप में मनाया जाता है। भारतीय नौसेना के बेड़े में 2011 में शामिल होने से पहले अरिहंत को गहन बंदरगाह और समुद्री परीक्षणों से गुजरना पड़ेगा। .

अरिहंत श्रेणी की पनडुब्बियाँ और आई एन एस अरिहंत · आई एन एस अरिहंत और आईएनएस अरिदमन · और देखें »

के-४ एसएलबीएम

के-४ एक परमाणु क्षमता सम्पन्न मध्यम दूरी का पनडुब्बी से प्रक्षेपित किया जाने वाला प्रक्षेपास्त्र है जिसे भारत सरकार के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के द्वारा बनाया जा रहा है। यह प्रक्षेपास्त्र मुख्यत: अरिहंत श्रेणी की परमाणु पनडुब्बियों का हथियार होगा। इस प्रक्षेपास्त्र की मारक क्षमता ३५०० किमी है। .

अरिहंत श्रेणी की पनडुब्बियाँ और के-४ एसएलबीएम · आईएनएस अरिदमन और के-४ एसएलबीएम · और देखें »

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

अरिहंत श्रेणी की पनडुब्बियाँ और आईएनएस अरिदमन के बीच तुलना

अरिहंत श्रेणी की पनडुब्बियाँ 21 संबंध है और आईएनएस अरिदमन 6 है। वे आम 5 में है, समानता सूचकांक 18.52% है = 5 / (21 + 6)।

संदर्भ

यह लेख अरिहंत श्रेणी की पनडुब्बियाँ और आईएनएस अरिदमन के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »