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१९९७ एशिया कप

सूची १९९७ एशिया कप

1997 एशिया कप (जिसे पेप्सी एशिया कप 1997 भी कहा जाता है), छठे एशिया कप टूर्नामेंट था और दूसरा श्रीलंका में आयोजित किया जाना था। टूर्नामेंट 14-26 जुलाई, 1997 के बीच हुआ। चार टीमों ने टूर्नामेंट में हिस्सा लिया: भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश। 1997 का एशिया कप एक राउंड-रोबिन टूर्नामेंट था जहां हर टीम ने एक बार दूसरे खेल लिया था और शीर्ष दो टीमों ने फाइनल में जगह बनाने के लिए अर्हता प्राप्त की थी। भारत और श्रीलंका ने फाइनल के लिए क्वालीफाई कर ली, जहां श्रीलंका ने 8 विकेट से जीते अपना दूसरा एशिया कप जीतकर भारत की लगातार तीन चैम्पियनशिप रनों को समाप्त किया। .

17 संबंधों: चमिंडा वास, एशिया कप क्रिकेट, एशियाई क्रिकेट परिषद, एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय, एकल उन्मूलन टूर्नामेंट, नाबाद, नेट रन रेट, मुथैया मुरलीधरन, मोहम्मद अजहरुद्दीन, राउंड-रॉबिन प्रतियोगिता, श्रीलंका, सनथ जयसूर्या, सलीम मलिक, सईद अनवर, सौरव गांगुली, वेंकटेश प्रसाद, कोलंबो

चमिंडा वास

तिलकरत्ने दिलशान श्रीलंकाई क्रिकेट खिलाड़ी हैं। .

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एशिया कप क्रिकेट

एशिया कप कुछ एशियाई देशों के बीच क्रिकेट की प्रतियोगिता है। .

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एशियाई क्रिकेट परिषद

एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) एक क्रिकेट संगठन है जो 1983 में स्थापित किया गया था, को बढ़ावा देने और एशिया में क्रिकेट के खेल को विकसित करने के लिए है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के अधीनस्थ, परिषद महाद्वीप के क्षेत्रीय प्रशासनिक निकाय है, और वर्तमान में 25 सदस्य संघों के होते हैं। शहरयार खान एशियाई क्रिकेट परिषद के वर्तमान अध्यक्ष हैं। .

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एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय

ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच मेलबोर्न क्रिकेट ग्राउंड ने ओडीआई (ODI) मैच होस्ट किया। पीले कपड़ों में बल्लेबाज हैं जो ऑस्ट्रेलियाई है जबकि नीले कपड़ों में भारतीय क्षेत्ररक्षण टीम हैं। एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय (ओडीआई (ODI)) क्रिकेट की एक शैली है, जिसमें दो राष्ट्रीय क्रिकेट टीमों के बीच प्रति टीम 50 ओवर खेले जाते हैं। क्रिकेट विश्व कप इसी प्रारूप के अनुसार खेला जाता है। एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैचों को "लिमिटेड ओवर इंटरनेशनल (एलओआई (LOI))" भी कहा जाता है, क्योंकि राष्ट्रीय टीमों के बीच सीमित ओवर के क्रिकेट मैच खेले जाते हैं और यदि मौसम की वजह से व्यवधान उत्पन्न होता है तो वे हमेशा एक दिन में समाप्त नहीं होते.

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एकल उन्मूलन टूर्नामेंट

नॉक आउट क्रिकेट का एक नियम है। श्रेणी:क्रिकेट श्रेणी:खेल.

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नाबाद

क्रिकेट में एक बल्लेबाज नाबाद (not out) कहलाता है यदि वह पारी की समाप्ति तक बल्लेबाज़ी करता है। श्रेणी:क्रिकेट शब्दावली.

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नेट रन रेट

नेट रन रेट (NRR) क्रिकेट के खेल में प्रयोग की जाने वाली एक सांख्यिकी है। एक दिवसीय लीग प्रतियोगिता में टीम को विभाजित करने के लिए यह एक सामान्य प्रणाली होती है, जिस प्रकार फुटबॉल में "गोल अंतर" होता है वैसे ही इसका इस्तेमाल क्रिकेट में किया जाता है। एक एकल खेल में नेट रन रेट, प्रति ओवर का वह रन रेट है जो उस मैच में टीम द्वारा अर्जित किया जाता है और उसमें से उनके खिलाफ बानाए गए प्रति ओवर रन रेट को घटा दिया जाता है। .

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मुथैया मुरलीधरन

मुथैया मुरलीधरन (முத்தையா முரளிதரன், මුත්තයියා මුරලිදරන්, जन्म 1972), मुरली के नाम से प्रसिद्ध, एक श्रीलंकाई क्रिकेटर हैं जिन्हें विजडन क्रिकेटर्स अलमनाक द्वारा 2002 में अब तक के महानतम टेस्ट मैच गेंदबाज का दर्जा दिया गया था। मुथैया मुरलीधरन श्रीलंकाई क्रिकेट खिलाड़ी हैं। उन्होंने 22 जुलाई 2010 में अपने अंतिम टेस्ट मैच की अपनी अंतिम गेंद पर अपना 800वां और अंतिम विकेट लेकर 2010 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया। मुरलीधरन टेस्ट क्रिकेटक्रिकइन्फो, और एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों (ओडीआई), दोनों में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।क्रिकइन्फो, उन्होंने 2009 में कोलंबो में गौतम गंभीर का विकेट लेकर वसीम अकरम के 502 विकेटों के ओडीआई रिकॉर्ड को पार कर लिया था। मुरलीधरन उस समय टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए जब उन्होंने 2007 को पिछले रिकॉर्ड धारक शेन वार्न को पीछे छोड़ दिया। मुरलीधरन ने पहले यह रिकॉर्ड उस समय कायम किया था जब उन्होंने 2004 में कोर्टनी वॉल्श के 519 विकेटों को पीछे छोड़ दिया था लेकिन उसी वर्ष बाद में उनके कंधे में चोट लग गयी और तब वार्न उनसे आगे निकल गए थे। छह विकेट प्रति टेस्ट के औसत से मुरलीधरन इस खेल में सबसे सफल गेंदबाजों में से एक रहे हैं। मुरलीधरन लगातार 1,711 दिनों की एक रिकार्ड अवधि में 214 टेस्ट मैचों के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल की खिलाड़ियों की रैंकिंग की टेस्ट गेंदबाज श्रेणी में पहले स्थान पर बने रहे। वे तमिल यूनियन क्रिकेट और एथलेटिक क्लब के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते हैं और इंडियन प्रीमियर लीग के 2010 सीजन तक चेन्नई सुपर किंग्स के साथ जुड़े हुए थे। नवनिर्मित कोच्चि फ्रैंचाइजी ने 2011 सीजन के लिए मुरली की सफल बोली लगाई| मुरलीधरन का करियर विवादों से घिरा रहा है, उनकी गेंदबाजी शैली पर अंपायरों और क्रिकेट समुदाय के वर्गों द्वारा कई बार सवाल उठाये गए। कृत्रिम खेल परिस्थितियों के तहत जैव–रासायनिक विश्लेषण के बाद मुरलीधरन की शैली को पहले 1996 में और फिर 1999 में इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल द्वारा सही ठहराया गया। आस्ट्रेलिया के पूर्व टेस्ट खिलाड़ी ब्रूस यार्डली जो अपने समय में स्वयं एक ऑफ स्पिनर थे, उन्हें यह सुनिश्चित करने का कार्य सौंपा गया कि क्या मुरलीधरन अपनी सभी गेंदों को उसी जोश के साथ डाल पाते हैं जैसा कि उन्होंने 2004 में परीक्षण के समय की मैच परिस्थितियों में किया था। मुरलीधरन ने उस समय तक 'दूसरा' की गेंदबाजी शुरू नहीं की थी। उनकी 'दूसरा' की वैधता पर 2004 में पहली बार सवाल उठाया गया। इस डिलीवरी को आईसीसी की कोहनी विस्तार सीमाओं से नौ डिग्री तक बढ़ा हुआ पाया गया, उस समय स्पिनरों के लिए पांच डिग्री की सीमा थी। गेंदबाजी की शैलियों पर आधिकारिक अध्ययनों के आधार पर यह खुलासा हुआ कि सभी गेंदबाजों में 99 प्रतिशत कोहनी के विस्तार की सीमा से आगे चले जाते थे, आईसीसी ने 2005 में सभी गेंदबाजों पर लागू होने वाली सीमाओं को संशोधित कर दिया। मुरलीधरन का 'दूसरा' संशोधित सीमाओं के दायरे में आता है। फरवरी 2009 में क्रिकेट के दोनों स्वरूपों में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बनने के बाद मुथैया मुरलीधरन ने संकेत दिया है कि वे 2011 के विश्व कप के समापन पर संन्यास ले सकते हैं। उन्होंने कहा "मुझे लगता है मैं अपने शरीर और दिमाग से फिट हूँ, मैं अपने क्रिकेट का आनंद ले रहा हूँ और अधिक से अधिक खेलना चाहता हूँ.

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मोहम्मद अजहरुद्दीन

मोहम्मद अजहरुद्दीन (८ फरवरी, १९६३, हैदराबाद) भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान रहे थे। इनका जन्म ८ फरवरी, १९६३ को हैदराबाद में हुआ था। अजहरुद्दीन ने अपने अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट कॅरियर की शुरुआत १९८४-८५ में इंग्लैंड के विरुद्ध की थी। उन्होंने ९९ टेस्ट मैचों में ४५.०३ की औसत से कुल ६२१५ रन बनाए हैं। इसमें १९९ रन उनका सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर रहा है। अजहरुद्दीन ने टेस्ट मैचों में २२ शतक एवं २१ अर्धशतक लगाए हैं। अजहरुद्दीन ने अपने एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय कॅरियर की शुरुआत १९८५ में इंग्लैंड के विरुद्ध बेंगलुरु में की थी। उन्होंने ३३४ एकदिवसीय मैचों की ३०८ पारियों में ५४ बार नाबाद रहते हुए ३६.९२ की औसत से कुल ९३७८ रन बनाए हैं। इसमें नाबाद १५३ रन उनका सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर रहा है। अजहरुद्दीन ने एकदिवसीय मैचों में ७ शतक एवं ५८ अर्धशतक लगाए हैं। उन्होंने २२९ प्रथम श्रेणी मैचों में ५१.९८ की औसत से कुल १५,८५५ रन बनाए हैं। बचपन- मोहम्मेद अऴरुद्दिन हैद्राबाद के आल सैन्त्स है स्कूल में अप्नी पुर्व सिक्शा हासिल की। वह निज़ाम कोलेज, ओस्मानिया उनिवेर्सैटी, अन्ध्र प्रदेश में बी कम पास किये। अपनी परिवार और निजी- जब अऴरुद्दिन ५० साल के हुवे तब ह्य्द्रबाद के नाउरिन नामक एक युवाती से विवाह किया जिन्हे ९ साल के बाद प्रथाक कर दिया। और (१९९६ मे) सग्गिता बिज्लानि नमाक एक प्र्बल-कलकार से विवाह किया। बिज्लानि के साथ सिर्फ १४ साल बिताये। और फिर उन्से २०१० में प्रथाक कर दी। उन्की पहली पत्नी नौरीन के दो दो पुत्र हैन जिन्का नाम असद और अयाज़ जिन्मे अयाज़ अप्ने १९ साल के उम्र में एक अप्घात में अप्नी प्राण दिये। अज़र एक प्रमुख खिलाडी है। वह अप्ने खेल जी-जान से खेल्ते हैं। वह टेस्ट में २२ शतक लगाये और और ओ-डी-आई में ७ शतक लगाये हैं। और वह एक उत्तम फिल्डर है। उनहोने १५६ केचेस पक्डे है। यह एक ममुली साधन नहि है मगर इस को स्री लन्का के महेला जयवर्धने ने इसे तोड दिया। उन्होंने यह साधन भी किया है कि कम समय में उन्होंने ज़्यदा शतक बनाये हैं जिसे आज के वीरो ने तोड दिया। १९९० में जब इन्ग्ग्लानड में साथ टेस्ट खेले थे तब उन्होंने सिर्फ ८७ ग्गेन्दो में शताक बनया और यह एक उत्तम इन्निंस थी पर वह खेल वह हार गये। एडेन गर्डन जो की कोल्कत्ता में है अज़र के लिये एक पसन्दिदा मैदान है, जह उन्होंने सात टेस्ट में ५ शतक बनये थे। १९९१ में इन्हे विस्डम क्रिकेटर ओफ द यर का पुरस्कार मिला था। वे भरत के जवान वीरो के लिये एक आदर्श थे। जब अज़र ९९ टेस्ट खेल चुके थे तब उन्कि ज़िन्दगी में बद्लाव आगया और उन्हे मेच फिकसिग्ग के आरोप में झुट्लाया और फसा दिया और उन्की खेल कि ज़िन्दगी यह पर खत्म् हो गयी। मगर आन्ध्र प्रदेश की सर्कार ने इसे सरासर झूट साबित कर दिया और अजहरुद्दीन औतर मसूम साबित कर दिया। ८ नोवेम्बेर २०१२ को अन्ध्र प्रदेश कि सर्कार ने पर्दा फाश किया और उन्हके ऊपर लगये गये आरोप को बेकार और बेव्कूफी करार किया। भारत टीम म बहुत कप्तान थे मगर जो काम अजहर ने कप्तान बन के किय है वो आज तक भी एक रेकार्ड रह है। उन्होंने १०३ ओ-डी - आई मेच कप्तान बन कर जिताये हैं। और १४ टेस्ट मेच जिताये हैं जिसको सौरव गग्गुली ने फिर तोड दिया। मोहम्मेद अऴरुद्दिन ने हर एक क्रिकेट टीम के खिलाफ बहुत अच्छा खेला है। राजनीती- जिस तरह अजहर एक अच्छे खिलाडी रहे उसि तरह वह एक अच्छे नेता भी रहे। १९ फ़रवरी २००९ में वह भारतीया काग्ग्रेस पार्टी में भाग लिये। वे २००९ में मोरादाबाद नामक शहर उत्तर प्रदेश के नेता चुनाव में भाग लिया। और वह भारातिय जनता पार्टी के कुन्वर सर्वेश कुमार् सिन्ग्घ को हराया और वह जीत गये थे। उन्हे वह चुनाव से ५०००० से ज़्यदा मत मिले थे। उन्होंने मुरदबाद के लोगो को यह वचन दिया है कि वह मुरादाबाद में एक युनिवेर्सिटी और एक मैदान खोलेग्गे और मुरादाबाद में जो बिज्ली कि तक्लीफ है उसे वह दूर करेग्गे। जब उन्के मेच फिक्सिन्ग्ग के बारे में पुछा गया तो उन्होंने बताया कि उन्हे लोग निशाना बना रहे थे क्यु क वह निच्लि वर्ग के थे। अभी हाल में सुना गया है कि वह २०१४ में लोक सभा चुनाव वेस्ट बन्ग्गल से भाग लेग्गे। मुहम्मद अज़र उद्दिन के कहि साहस -क्रिक्केट इतिहास में मुहम्मद अज़र उद्दिन ही पेह्ला वीर जो ३ शतक लगातार ३ तेस्त खेल में बनाये थे। -अज़हर एक ऐसे खिलाडी है जो ओ-डी-आइ खेल में १५६ केच पक्डे है। -वे एक ऐसे कप्तान जिस्ने अपनी कातप्तानी में १४ टेस्ट और १०३ ओ-डी-आइ जीताये हैं। -अज़हरुद्दिन एक ऐसे खिलाडी है जिस्ने ६२ गेन्दो में शतक लगाया है नियु ज़ेलान्ड के खिलाफ। -अज़हरुद्दिन एक ऐसे खिलाडी है जिस्ने अप्नी क्रिकेट खेलो में ३०० से ज़्यदा मेच खेले है। -सन १९९१ में मुहम्मद अज़र उद्दिन को उस साल कि कि विस्देन च्रिच्केतेर नामक सम्पथि मिली। -मुहम्मद अज़र उद्दिन ही उन वीरो के नायक थे जिन्हे इंलैन्द् को उन्के मात्र भूमी पर परास्थ किये। -मुहम्मद अज़र उद्दिन ९९ तेस्त खेल में २२ शतक बनये थे। -मुहम्मद अज़र उद्दिन ने ३३४ odi में ७ शतक और समान्य में ३४ रन बनाये थे। -मुहम्मद अज़र उद्दिन ही पेहला खिल्लाडी थे जो अप्नी पेह्ला और आख्री तेस्त खेल में शतक बनाये थे। -मोहम्मद अज़र् उद्दिन ने भारतीय कग्ग्रेस में जा कर मोरदबाद में चुनाव जीता। उनका एक बेत जिसका नाम अब्बास है। अब्बास का असली नाम मोहम्मद अशाउद्दिन है। .

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राउंड-रॉबिन प्रतियोगिता

राउंड-रॉबिन प्रतियोगिता (या सभी मैच खेलने का टूर्नामेंट/प्रतियोगिता) एक प्रतियोगिता का नियम है जिसमें प्रत्येक प्रतियोगी टीम अपने पूरे मैच खेलती है ये प्रारूप आमतौर पर क्रिकेट में ही प्रयोग किया जाता है। .

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श्रीलंका

श्रीलंका (आधिकारिक नाम श्रीलंका समाजवादी जनतांत्रिक गणराज्य) दक्षिण एशिया में हिन्द महासागर के उत्तरी भाग में स्थित एक द्वीपीय देश है। भारत के दक्षिण में स्थित इस देश की दूरी भारत से मात्र ३१ किलोमीटर है। १९७२ तक इसका नाम सीलोन (अंग्रेजी:Ceylon) था, जिसे १९७२ में बदलकर लंका तथा १९७८ में इसके आगे सम्मानसूचक शब्द "श्री" जोड़कर श्रीलंका कर दिया गया। श्रीलंका का सबसे बड़ा नगर कोलम्बो समुद्री परिवहन की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण बन्दरगाह है। .

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सनथ जयसूर्या

सनथ जयसूर्या श्रीलंकाई क्रिकेट खिलाड़ी हैं। उन्होंने 1989 से 2013 तक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेला। उन्होंने 445 एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय में 13,430 रन बनाए, जिसमें 28 शतक और 68 अर्धशतक शामिल हैं। साथ ही उन्होंने 110 टेस्ट मैचों में 6,973 रन बनाए। उन्होंने टेस्ट में 98 तो वनडे में 323 विकेट भी लिए। .

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सलीम मलिक

सलीम मलिक (अंग्रेजी: Saleem Malik) (जन्म;१६ अप्रैल १९६३) (सलिम मलिक के नाम से भी जाना जाता है) एक पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो १९८१/८२ और १९९९ के बीच पाक टीम के लिए खेला करते थे, साथ ही एक समय पर इन्होंने पाकिस्तानी क्रिकेट टीम का नेतृत्व किया गया था। ये एक दाएं हाथ वाले मध्य क्रम के बल्लेबाज थे और मुख्य रूप से एक विकेट-कीपर की भूमिका निभाते थे। इसके अलावा उनकी लटका गेंदबाजी भी काफी प्रभावी थी। १०० से अधिक टेस्ट खेलने के बावजूद ये क्रिकेट के इतिहास में नीचे ही रहे क्योंकि २१वीं शताब्दी के शुरूआती दौर में इन पर मैच फिक्सिंग के लिए कई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर प्रतिबंध लगाया गया था। सलीम पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी इजाज अहमद के भाई हैं। इन्होंने १२ टेस्ट में पाकिस्तान का नेतृत्व किया, जिसमें ७ मैचों में जीत भी मिली थी जबकि एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में इन्होंने ३४ बार अपने देश का नेतृत्व किया और उनमें से २१ को जीत पाकिस्तान जीत पाया था। .

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सईद अनवर

सईद अनवर (سعید انور, कराची, पकिस्तान में 6 सितम्बर 1968 को जन्म) एक पूर्व पाकिस्तानी ओपनिंग बल्लेबाज हैं। वे एक बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं, जिन्हें मुख्य रूप से 1997 में चेन्नई में भारत के खिलाफ 194 रन बनाने के लिए जाना जाता है, यह एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय में किसी खिलाडी के द्वारा बनाया गया उच्चतम स्कोर था और अब दूसरे स्थान पर उच्चतम स्कोर है। .

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सौरव गांगुली

सौरव चंडीदास गांगुली (जन्म ८ जुलाई १९७२) भारत क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान है। वे भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं। बंगाल के एक संभ्रांत परिवार में जन्मे सौरव गांगुली अपने भाई स्नेहाशीष गांगुली के द्वारा क्रिकेट की दुनिया में लाए गए। अपने कैरियर की शुरुआत उन्होंने स्कूल की और राज्य स्तरीय टीम में खेलते हुए की। वर्तमान में वह एक दिवसीय मैच में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाडियों में ५ वें स्थान पर हैं और १०,००० बनाने वाले ५ वें खिलाडी और सचिन तेंदुलकर के बाद दूसरे भारतीय खिलाडी हैं। क्रिकेट पत्रिका Wisden के अनुसार वे अब तक के सर्वश्रेष्ठ एक दिवसीय बल्लेबाजों में ६ठे स्थान पर हैं। कई क्षेत्रीय टूर्नामेंटों (जैसे रणजी ट्राफी, दलीप ट्राफी आदि) में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद गांगुली को राष्ट्रीय टीम में इंग्लैंड के खिलाफ खेलने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने पहले टेस्ट में १३१ रन बनाकर टीम में अपनी जगह बना कर ली। लगातार श्री लंका, पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने और कई मैन ऑफ द मैच ख़िताब जीतने के बाद के बाद टीम में उनकी जगह सुनिश्चित हो गयी। १९९९ क्रिकेट विश्व कप में उन्होंने राहुल द्रविड़ के साथ ३१८ रन के साझेदारी की जो की आज भी विश्व कप इतिहास में सर्वाधिक है। सन २००० में टीम के अन्य सदस्यों के मैच फिक्सिंग के कांड के कारण और के खराब स्वास्थ्य तात्कालिक कप्तान सचिन तेंदुलकर ने कप्तानी त्याग दी, जिसके फलस्वरूप गांगुली को कप्तान बनाया गया। जल्द ही गांगुली को काउंटी क्रिकेट में durham की ओर से खराब प्रदर्शन और २००२ में नेटवेस्ट फायनल में शर्ट उतारने के कारण मीडिया में आलोचना का सामना करना पड़ा | सौरव ने २००३ विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया और भारत विश्व कप फायनल में ऑस्ट्रेलिया से हरा.

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वेंकटेश प्रसाद

वेंकटेश प्रसाद एक पूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी है। प्रसाद अपने समय में भारतीय टीम के लिए टेस्ट तथा एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेला करते थे। श्रेणी:व्यक्तिगत जीवन श्रेणी:क्रिकेट खिलाड़ी श्रेणी:भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी श्रेणी:भारतीय एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी श्रेणी:भारतीय टेस्ट क्रिकेट खिलाड़ी श्रेणी:जीवित लोग.

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कोलंबो

कोलंबो, श्रीलंका का सबसे बड़ा नगर तथा राजधानी है। यह शहर नए तथा औपनिवेशिक इमारतों का सुन्दर सम्मिश्रण है। कोलंबो का इतिहास दो हजार साल से भी पुराना है। कोलंबो नाम के पीछे कई कहानियां प्रचलित है। एक कहानी के अनुसार कोलंबो नाम का उच्‍चारण सर्वप्रथम पुर्तगालियों ने 1505 ई. में किया था। दूसरी कहानी के अनुसार यह नाम सिंहली शब्‍द 'कोला-अम्‍बा-थोता' से आया। सिंहली भाषा में इस शब्‍द का अर्थ 'आम के वृक्षों वाला बंदरगाह' है। एक अन्‍य कहानी के अनुसार यह शब्‍द कोलोन-थोता से आया, जिसका शाब्दिक अर्थ होता है 'केलानी नदी पर स्थित बंदरगाह'। यहां घूमने लायक कई जगह है। गाले फेस ग्रीन, विहारमहादेवी पार्क और राष्‍ट्रीय संग्रहालय आदि यहां के प्रमुख दर्शनीय स्‍थल हैं। .

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

पेप्सी एशिया कप 1997

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